आपने विक्रम बेताल के बारे में तो सुना ही होगा. महाराजा विक्रमादित्य के पास 2 सहायक बेताल थे ऐसा हम आज कहानियो में सुनते आ रहे है. बेताल की साधना करना साधक को निर्भीक बनाता है जिसकी वजह है बेताल का सहायक बनना. ये एक ऐसी साधना है जो साधक की सभी इछाओ की पूर्ति करती है और किसी भी संकट से उसे बचाती है. बेताल साधना में सिद्धि के समय बेताल का भयानक रूप देखकर कई साधक इसे बिच में ही छोड़ देते है जो की साधक की कमी और बहुत बड़ी गलती होती है.