Borderline personality disorder या Borderline disorder एक ऐसी psychological condition है जो हमारे thoughts, feelings, moods, and behaviors को affect करता है. ये हमें अस्थिर बनाता है जिसकी वजह से हमारे दूसरो के साथ relationship बिगड़ना शुरू हो जाते है और हम सही ढंग से अपने Daily routine work को भी नहीं कर पाते है.
ये एक ऐसा Personality disorder है जो हमें emotionally unstable बनाता है. समय रहते इसके Symptom की पहचान करते हुए सही treatment लेना बेहद जरुरी है. BPD हमारे लाइफ में emotion regulation problems, unpredictable behavior, distorted self-image, and unstable relationship patterns जैसी problem खड़ी करता है.
इस तरह की स्थिति में व्यक्ति अचानक ही मूड में बदलाव महसूस करता है जिसकी वजह से वो एक काम को भी ढंग से नहीं कर पाता है.
Strong emotions for long periods of time की स्थिति से गुजरने के बाद मानसिक तौर पर भावनाओ को कण्ट्रोल करने में समय लगता है. ज्यादातर इस तरह की समस्या adolescence or early adulthood age group में देखी जा सकती है.
इस personality disorder में self-destructive का खतरा सबसे ज्यादा माना जाता है क्यों की ये हमें भावनात्मक रूप से Out of control करती है.
समय रहते इसकी पहचान कर इलाज ना दिया जाये तो Education, Career, Personal Life, Social Interactions, And Personal Relationships जैसे perspective में दिक्कत का सामना करना पड़ता है.
जैसे जैसे समय गुजरता है व्यक्ति अपने अन्दर self-harm and suicidal tendencies को बढ़ावा देना शुरू कर देता है क्यों की मानसिक तौर पर अस्थिरता सोचने समझने की क्षमता को प्रभावित करती है.
Borderline personality disorder in Hindi
मानसिक समस्या में से एक है मानसिक अस्थिरता यानि एक ऐसी mental condition जिसमे व्यक्ति सही तरह से सोच नहीं पाता है. ये उसके अन्दर के self confidence को ख़त्म कर देती है जिसकी वजह से Distorted Self-Image, And Unstable Relationship Patterns जैसी problem का सामना करना पड़ता है.
युवा अवस्था में सबसे ज्यादा इस तरह की मानसिक अवस्था से गुजरने वाले लोगो के case देखे जा सकते है.
हम जानते है की समय पर इसकी पहचान कर psychotherapy and medication के जरिये इसके दुष्प्रभाव को लम्बे समय तक मैनेज किया जा सकता है.
अगर समय रहते Characteristics Of Borderline Personality Disorder की पहचान कर ली जाए तो इसके परिणाम को कण्ट्रोल किया जा सकता है. Borderline disorder के ऐसे कई symptom है जिन्हें आप नोटिस कर सकते है जैसे की
- Hypersensitivity to rejection हमेशा खुद को रिजेक्ट किये जाने का डर सबसे ज्यादा युवाओ में पाया जाता है.
- Rapid mood swings अचानक मूड बदलने की प्रवृत्ति
- Impulsive behaviors ऐसा व्यवहार जो स्टेबल नहीं होता है.
- Episodes of severe anxiety, depression and anger दिन भर तनाव और अवसाद की स्थिति से बार बार गुजरना.
- Poor self-image and identity issues खुद को लेकर आत्मविश्वास खो देना.
- Interpersonal relationship problems खुद को लेकर आपसी connection स्थापित करने में problem का सामना करना.
- Extreme emotional reactions to stressors मन में चल रहे लगातार तनाव की स्थिति से अचानक होने वाला बदलाव.
- Difficulty with self-regulation खुद को स्थिर बनाए रख पाने में मुश्किल का सामना करना.
अगर इस तरह की स्थिति का सामना कर रहे है तो आपको जल्दी ही Borderline personality disorder की वजह से दूसरो के साथ रिश्ते स्थापित करने में problem का सामना करना पड़ सकता है.
Is borderline personality disorder a mental illness?
वास्तव में देखा जाए तो ये एक Serious mental illness है इसकी सबसे बड़ी वजह Unhealthy and Rigid Thought Pattern है क्यों की इंसानी मस्तिष्क अगर ठीक से सोच नहीं पायेगा तो वो stable behavior नहीं कर सकता है.
ये एक Psychiatric Syndrome है जिसमे fear of abandonment, feelings of emptiness, impulsivity, emotion dysregulation, irritability, risk-taking behavior, and self-injury जैसे लक्षण शामिल है.
ज्यादातर लक्षण युवाओ में मिलते है क्यों की इस अवस्था में वे कई hormonals changes से गुजरते है. इस अवस्था में उन्हें सबसे ज्यादा डर रिजेक्ट करने का होता है, वे खुद को दूसरो के सामने एक अलग तरीके से पेश करना शुरू करते है, ट्रेंड को फॉलो करने की कोशिश करते है फिर चाहे वे उसमे फिट हो या ना हो.
यही से वे खुद को नुकसान पहुँचाना शुरू करते है.
ये एक मानसिक समस्या है जिसका समय रहते समाधान ना कर पाने की वजह से ये स्थायी तौर पर लोगो से जुड़ने में समस्या खड़ी करता है.
Borderline personality disorder (BPD) को chronic psychiatric disorder के तौर पर देखा जाता है जिसका पहला संकेत है अस्थिर मानसिकता जो न सिर्फ व्यक्ति के काम को प्रभावित करता है बल्कि उसे दूसरो से connect होने में मुश्किल का सामना करना पड़ता है.
Why it is called Borderline disorder? इस mental illness को borderline इसलिए कहा जाता है क्यों की ये दो अलग अलग अवस्थाओ के बीच की कड़ी पर exist करता है. ये दो अलग अलग अवस्था psychosis and neurosis है. इस स्थिति में हम बाहरी और आन्तरिक तौर पर अलग अलग behave करते है.
Gestalt Therapy to Diagnose Personality Disorders
ऐसा माना जाता है की हमारे दिमाग में जितने भी इमोशन और thought होते है उसका बहुत कम हिस्सा ही हम वास्तविकता में दूसरो के साथ शेयर करते है. बचा हुआ डाटा आखिर कहा जाता है. बाकि बचे हुए डाटा को हम समय समय पर स्थिति के अनुसार खुद से काउंटर करते है.
इस पूरी स्थिति में हम 3 चीजो को वर्तमान की स्थिति से जोड़ते है current desires, needs, and fears और इसी के आधार पर दूसरो से जुड़ते है. इस कंडीशन में हम वर्तमान स्थिति से ज्यादा डाटा को process करना शुरू कर देते है. ये वर्तमान स्थिति से कही भी relate नहीं करता है.
हम सब जानते है की हमारा inner child हर स्थिति को अलग तरह से विश्लेषित करता है. Borderline personality disorder की स्थिति में हम अपने अन्दर की अधूरी इछाओ, डर को वर्तमान स्थिति से जोड़ना शुरू कर देते है. इसका परिणाम वर्तमान समय में घटना के अलग नतीजे के रूप में निकलता है.
हम स्थिति को लेकर Overreact करना शुरू कर देते है.
इस थेरेपी के जरिये हम व्यक्ति के अन्दर की भावनाओ को समझने की कोशिश करते है. किसी भी घटना के साथ उसका unconditional love, fear and need किस तरह connected है उसे सही व्यवस्थित तरीके से समझने में हेल्प की जाती है ताकि व्यक्ति वर्तमान में रहते हुए घटनाओं को बीते समय से ना जोड़ सके.
7 Surprising Positive Aspects of BPD
अगर आप सोचते है की इस mental illness के सिर्फ नुकसान है तो दोबारा सोचे. हर वजह के 2 पहलू होते है और हम किसी भी घटना को दोनों तरह से जोड़कर देख सकते है. इससे पहले की इसे एक बीमारी की तरह मान लिया जाए इस अवस्था के कुछ दूसरे पहलू पर भी गौर कर लेते है. ऐसे कई फायदे है जो हमें इस अवस्था में मिल सकते है.
- ऐसे लोगो के पास deep empathy का वरदान होता है और वे खुद के साथ साथ दूसरो के दर्द को महसूस कर सकते है, खुद से जोड़ सकते है और भी बहुत कुछ.
- ऐसे लोगो का Intuition power बहुत ज्यादा विकसित होता है जिसकी वजह से वे deeply perceptive होते है. इनके आसपास के लोगो के अनुसार ये psychic होते है.
- Borderline personality disorder से गुजरने वाले लोगो में कुछ अलग ही हुनर होता है. आमतौर पर हम अपने अन्दर की तकलीफ को शेयर नहीं कर पाते है और ना ही ये सब शब्दों में शेयर किया जा सकता है इसलिए वे इसे शेयर करने के लिए किसी हुनर का इस्तेमाल करते है.
- ऐसे लोगो में deep capacity to love की क्षमता होती है. वे जानते है की रिजेक्शन का डर क्या होता है और यही डर उन्हें एक अवस्था से दूसरो अवस्था की तरफ ले जाता है.
- आमतौर पर हम जो नहीं है उसे सिरे से नकार देते है. इसके विपरीत Borderline disorder से गुजरने वाले व्यक्ति दूसरो के इमोशन को बेहतर समझते है और यही वजह है की वे जानते है की Invisible trauma आपको किस तरह affect कर रहा है.
- मानसिक तौर पर अस्थिर होने के बावजूद beauty of the world को नजदीक से महसूस करना इनका एक और Positive aspect है. Naturally sensitive person होने की वजह से वे खुद को प्रकृति से ज्यादा बेहतर जोड़ पाते है.
- Borderline disorder की वजह से जब हम ज्यादा से ज्यादा अंतर से जुड़ने लगते है तो अपने आप अन्दर से मजबूती आना शुरू हो जाती है. अब आप बहरी मुश्किलों से डरते नहीं है बल्कि शांति से उनका सामना करते है.
ये सभी Borderline personality disorder positive aspect हमें ये सोचने पर जरुर मजबूर कर देते है की कैसे एक बीमारी भी हमारे लिए वरदान साबित हो सकती है.
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Difference between borderline personality disorder and bipolar disorder?
सुनने में ये दोनों mental illness एक जैसी लगती है जिसकी सबसे बड़ी वजह Mood Swings And Impulsivity है. हमें लगता है की ये दोनों अवस्था एक ही है लेकिन, इनमे कुछ ऐसे फर्क है जिनके आधार पर इनके बीच फर्क करना आसान हो जाता है.
- दोनों ही कंडीशन में mood swings common है लेकिन इन दोनों स्थिति में degree and intensity का अंतर है. इसके अलावा manic episodes जैसे अनुभव सिर्फ bipolar disorder में देखने को मिलते है borderline personality disorder में नहीं.
- Bipolar disorder में मूड स्विंग की problem काफी लम्बे समय तक देखी जा सकती है जबकि Borderline disorder में ये problem कुछ घंटो तक सिमित रहती है.
- Borderline disorder में extreme emotional pain, hopelessness, anger and emptiness के अनुभव ज्यादा देखने को मिलते है जबकि दूसरी कंडीशन में ये depression and mania के लेवल पर निर्भर करता है.
अगर आप इन दोनों के बीच और ज्यादा फर्क करना चाहते है तो इसे समझने के लिए आपको most common signs and symptoms of BPD को जानना चाहिए. आमतौर पर ऐसे sign जो इस अवस्था में बने रहते है. दूसरो किसी अवस्था के मुकाबले इनका प्रभाव ज्यादा समय तक बना रहता है और ये तेजी से बदलता रहता है.
- भावनात्मक रूप से बहुत ज्यादा सवेंदनशील होना.
- खुद के अकेले रहने का बहुत ज्यादा डर सताना.
- इस स्थिति से बचने के लिए कुछ भी कर गुजरने का जूनून.
- Unstable relationship patterns
- Self-image and self-identity में तेजी से बदलाव आना. ये बदलाव तेजी से और जल्दी होते है.
- Stress-related paranoia or suspicious thoughts
- Intense anxiety and depressed mood
- दूसरो पर भरोसा न कर पाना.
- अपने भावनाओ को कण्ट्रोल कर पाने में problem का सामना करना.
ये सभी most common signs and symptoms of BPD इन दोनों स्थिति के बीच के फर्क को समझने में मदद कर सकते है.
Main causes of borderline personality disorder?
अभी तक ऐसी किसी ठोस वजह का पता नहीं लगाया जा सका है जिसकी वजह से Borderline personality disorder symptoms देखने को मिलते है. इस mental illness की कई वजह सामने आती है जिन्हें समझते हुए हम Borderline disorder को बेहतर समझ सकते है.
- Genetics किसी भी तरह की mental illness की सबसे प्राइमरी वजह उसका घर का वातावरण होता है. अगर आपके घर में कोई मेम्बर या बड़े व्यक्ति इस समस्या से गुजर रहे है या गुजर चुके है तो इस बात के चांस बढ़ जाते है की आपको borderline personality disorder जैसा issue हो.
- Brain abnormalities भी इसकी एक वजह हो सकती है. हमारे दिमाग का वो हिस्सा जो emotion, aggression, and impulsivity को regulate करता है उसमे आने वाली किसी भी तरह की problem इसकी वजह बन जाती है.
- ऐसे कई Environmental & social factors भी इसमें शामिल है जो इसकी वजह बनते है इसमें बच्चो का बचपन में किसी तरह का शोषण होना, नजरंदाज करना, माता पिता का अलगाव या अलग होना शामिल है.
इसकी वजह से आगे चलकर व्यक्ति को ऐसे कई risk factors for borderline personality disorder से गुजरना पड़ सकता है जो स्थायी नुकसान पहुँचाने वाले होते है.
- इसकी वजह से हमें फॅमिली लाइफ में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.
- बचपन या युवा अवस्था में खुद का अलग थलग हो जाना.
- Emotional or physical abuse की स्थिति से गुजरना.
- परिवार के बाकि लोगो से जुड़ न पाना.
- Past traumatic experiences
- Social relationship hypersensitivity
- Anxiety, depression, bipolar disorder, eating disorders से गुजरना.
इसका रिश्तो पर क्या असर पड़ता है ?
ऐसे लोग emotional roller-coaster पर सवार व्यक्ति की तरह होते है जिनके लाइफ में रिश्ते ज्यादा लम्बे समय तक नहीं टिकते है.
इनके आसपास के लोगो को ये जल्दी ही repel करना शुरू कर देते है जिसकी सबसे बड़ी वजह उनका खुद को लेकर Insecurities, Angry Outbursts, Fear Of Abandonment, Mood Swings, Impulsive And Irrational Behaviors होना है.
जो भी इस स्थिति से गुजरते है वो खुद को abused, helpless, guilty, trapped, and manipulated फील करते है जो की उनके दूसरो के रिश्ते बनाने में मुश्किल खड़ी करते है.
Effective treatment for borderline personality disorder
अगर आप Borderline personality disorder treatment के लिए कोई effective method देख रहे है तो Psychotherapy और Medications इसका सबसे कारगर तरीका है.
Psychotherapy में हम Borderline disorder से गुजरने वाले व्यक्ति से उसकी स्थिति के बारे में बात करते है ये सबसे पहला तरीका है जो व्यक्ति को उसकी mental illness को समझने में हेल्प करती है.
Medications में कुछ ऐसी दवा शामिल है जो तनाव को दूर करने का काम करती है. इसमें कुछ मेडिसिन शामिल है जैसे की
- Antidepressants
- Antipsychotics
- Anti-anxiety medications
- Mood stabilizers
- Anticonvulsants
ये सभी दवाए तनाव को दूर करने, मूड को स्टेबल बनाए रखने से जुड़ी है जो कुछ समय के बीमारी से दूर बनाए रखने का काम करती है.
Overcome borderline personality disorder conclusion
सही निर्देश के साथ किया गया गाइड न सिर्फ हमें Borderline personality disorder symptoms से दूर रहने में हेल्प करता है बल्कि इसकी वजह से दूसरो के साथ बिगड़ने वाले रिश्तो को भी ठीक करने का काम करता है.
हम अपने मूड को स्टेबल रखते हुए इस स्थिति को कण्ट्रोल कर सकते है क्यों की mental illness की वजह से सबसे बड़ी problem जिसका सामना करना पड़ता है वो है बार बार अचानक ही मूड का बदलना.
हम जानते है की इसकी वजह आन्तरिक और बाहरी इमोशन का आपसी टकराव है जिसकी वजह से हम घटनाओ को लेकर मन में पहले से धारणा बना लेते है या फिर जरुरत से ज्यादा सोचना शुरू कर देते है.
Borderline personality disorder treatment के लिए जरुरी है की इस कंडीशन से गुजरने वाले व्यक्ति की मानसिक स्थिति को समझते हुए उसे अहसास करवाए की वे जरुरत से ज्यादा तनाव ले रहे है. अगर वे खुद को वर्तमान में बनाए रखे तो इस स्थिति सीओ कण्ट्रोल किया जा सकता है.
हालाँकि दवाए इसमें शुरुआती तौर पर हेल्प कर सकती है लेकिन, अगर इसे regulate करना है तो आपको emotional issue को solve करना होगा.