Teenager’s एक exhilarating time of transition से गुजरते है जो childhood से adulthood के बीच की अवस्था है. ये एक Age group (9-19) है जिसमे हम काफी सारे बदलाव से गुजरते है.
ये वक़्त लाइफ में काफी special मायने रखता है क्यों की इस दौरान हम अपने Unique Personality Traits And Skills की पहचान करते है. इसके साथ ही एडल्ट ग्रुप में हम जिन चैलेंज को face करने वाले होते है उनके लिए हमें इसी Age Group में तैयार होने का मौका मिलता है.
Clinical child psychology हमें ना सिर्फ एक Teenager’s के मन को समझने में हेल्प करती है बल्कि हम उन्हें बेहतर गाइड कर सकते है. ये Traditonal talk method से कही बेहतर है जो हम इस दौरान युवा बच्चो के साथ करते है.
युवा बच्चो के मन को समझने के लिए उनकी Psychology को समझना बेहद जरुरी है. बड़े होने के नाते आप उन्हें identity and independence को develop करने में हेल्प कर सकते है.
युवा अवस्था के इस चरण में वे काफी सारे चैलेंज से गुजरते है जैसे की सही दोस्त का चुनाव, लाइफ में गोल सेट करना और विपरीत आकर्षण को डील करना.
इस चरण में उनके लिए दूसरो के साथ responsible and trustworthy Image develop करने का प्रेशर होता है. इस अवस्था में युवा जो भी देखते है सुनते है उस पर आसानी से believe कर लेते है. इसी वजह से उन्हें आसानी से किसी भी दिशा में ले जाया जा सकता है.
अगर आप थोड़ा सा भी समय निकाल कर युवा बच्चो को उनके आगे के Future, Love life, Career and self development जैसी issue को किस तरह handle करना है इसके बारे में गाइड करे तो वे आसानी से इसे न सिर्फ समझना शुरू कर देंगे बल्कि किसी भी मुश्किल से खुद को बाहर निकाल सकते है.
यही वह वक़्त होता है जब आपका सही गाइड उन्हें एक उज्जवल भविष्य की ओर ले जाता है. आइये जानते है युवा बच्चो को किस तरह समझे और गाइड करे के बारे में.
Clinical child psychology in Hindi
इसे हम 10-19 year age group के बच्चो की unique mental health needs के जरिये समझ सकते है. एक युवा की मानसिकता और उसकी जरूरतों को समझना ताकि उन्हें सही तरह से गाइड किया जा सके, बेहद जरुरी है. युवा वर्ग के विकास का चरण काफी complex होता है.
यही वजह है की इस चरण में अगर आप एक parents है तो अपने बच्चे के विकास को लेकर सजग रहना पड़ेगा.
युवा अवस्था में अगर सही गाइड मिल जाए तो भविष्य अच्छा बन सकता है वही अगर सही गाइड नहीं मिलता है तो काफी हद तक बच्चे गलत संगत, Misunderstanding, complicated goal and future planning जैसी issue में फंस जाते है.
सबसे पहले हम जान लेते है की Clinical child psychology programs में हमें किन चीजो को समझना होता है और एक युवा में किस तरह के बदलाव है जिन पर हमें नजर रखनी होती है.
Child and adolescent psychology में काफी सारी पॉइंट शामिल है जैसे की Physical Development, Cognitive Development, Emotional Development, Moral Development, Adolescent Identity, Peer Relationships जैसे बदलाव. एक युवा में आ रहे इस तरह के बदलाव को समझना parents के लिए बेहद जरुरी है.
Clinical child psychology and adolescent development
युवा वर्ग में आ रहे बदलाव को समझते हुए उन्हें बेहतर गाइड किया जा सकता है. भावनाओ के उतार चढ़ाव को युवा वर्ग अक्सर अपने रास्ते से भटक जाते है. अपने अन्दर आ रहे बदलाव को अक्सर वे समझ नहीं पाते है और जल्दबाजी में अक्सर गलत कदम उठा लेते है.
समय रहते आपको युवा पर ध्यान देना होगा. एक युवा जो इस चरण से गुजर रहा है उसके अन्दर के बदलावों को समझ कर उन्हें सही तरह से गाइड कैसे किया जाए आइये जान लेते है.
Physical Development
युवा वर्ग उम्र के इस पड़ाव पर शारीरिक बदलावों से गुजरता है. युवा लड़के और लडकियों में आ रहे बदलाव के बारे में उन्हें जागरूक करना बेहद जरुरी बन जाता है. यही वो उम्र है जब विपरीत लिंगी आकर्षण अपने चरम पर होता है क्यों की युवा के लिए ये सब नया नया होता है.
शारीरिक बदलाव को लेकर उनमे उत्सुकता बनी रहती है जिसकी वजह से वे बाहर या इन्टरनेट पर इसके बारे जानने की कोशिश करते है.
अगर उन्हें सही गाइड नहीं मिले तो वे भटक सकते है. Clinical child psychology के जरिये हम न सिर्फ उन्हें समझ सकते है बल्कि सही तरह से गाइड करते हुए किसी भी गलत कदम से उन्हें रोका जा सकता है.
Cognitive Development
युवा अवस्था के दौरान युवा के Overall Cognitive Development को भी ध्यान देना चाहिए. इस चरण में वे सोचने समझने, कल्पना करने की क्षमता के complex phase से गुजरते है. इस दौरान ही उनका sense of logic भी develop होता है.
कुछ युवा जोश जोश में लाइफ को Adventure की तरह लेना शुरू कर देते है. उनके लिए खुद को जज करना काफी चुनौती भरा होता है.
युवा चीजो को हालात को जिस तरह देखते है उनका Point of view भी उसी तरह का होने लगता है. उनके लिए परिवार के साथ साथ एक सर्किल होना जरुरी हो जाता है.
एक ऐसा सर्किल जिसमे वे अपने मन की शेयर कर सके, जो बदलाव वे महसूस कर रहे है वो उन्हें किस तरह प्रभावित कर रहा है उन सबके बारे में उनका अपना नजरिया बन जाता है.
Emotional Development
भावनात्मक बदलाव का चरण भी Clinical child psychology का एक हिस्सा है. परिवार वालो के साथ उनका जुड़ाव एक अलग स्तर पर बन जाता है. ये वो वक़्त है जब उन्हें peer emotional support की जरुरत पड़ती है. उन्हें अब प्राइवेसी की जरुरत महसूस होने लगती है.
युवा अब इस बात को लेकर जागरूक होते है की उन्हें अब प्रॉपर समय दिया जाए जहाँ वे अपने आप को समझने में वक़्त दे सके.
परिवार वालो का हर मसले में दखल देना उन्हें अब परेशान कर सकता है. parents को अब ये समझना चाहिए की बच्चे बड़े हो रहे है और उन्हें अब प्राइवेसी देनी चाहिए. माता पिता को बच्चो की मानसिकता को समझने और उन्हें सही गाइड करने के बारे में जानकारी होना बेहद जरुरी है.
Moral Development
घर में बच्चो को संस्कार बुजुर्गो से मिलते है लेकिन जैसे जैसे हम बड़े होकर युवा अवस्था में प्रवेश करते है, हमें social value, morale and culture के बारे में और ज्यादा जानकारी मिलती है. रिश्ते अब किस तरह बदल रहे है और कौन किस तरह रिश्ता निभा रहा है उन्हें अब इसका एक नहीं अलग अलग point of view देखने को मिलता है.
इसी दौरान वे अपने आसपास क्या हो रहा है उसे accept करना शुरू कर देते है. युवा आगे भविष्य में क्या करने वाले है ये निर्भर करता है की आपने उन्हें किस तरह Moral Development का वातावरण दिया है.
Adolescent के लिए सही और गलत की पहचान के लिए अब अलग अलग मत है. अब वे हर बात को लॉजिक पर रखते हुए अपनाते है.
Clinical child psychology programs के जरिये आप ना सिर्फ उन्हें एक अच्छा माहौल दे सकते है बल्कि उम्र के इस पड़ाव में उनके लिए एक अच्छा दोस्त भी साबित हो सकते है जिस पर वे सबसे ज्यादा भरोसा कर सकते है.
Adolescent Identity
भविष्य में वे क्या बनने वाले है या फिर उनका भविष्य किस तरह का होगा ये सब इस बात पर निर्भर है की वे अपने बारे में आज क्या सोच रहे है. आज हर स्कूल में 10th क्लास के बाद बच्चो को काउंसलिंग दी जाती है ताकि ये जाना जा सके की आखिर वे क्या खुद को लेकर सोचते क्या है और उनका भविष्य किस तरह का बन सकता है.
- इस समय एक युवा का फोकस सिर्फ और सिर्फ खुद पर होता है ऐसे में सही दिशा में दिया गया गाइड उनका भविष्य बना सकता है.
- यही वो समय है जब वे अपने अन्दर की Unique personality की पहचान करते है.
- युवा को लगता है की वे खास है तो उनके आसपास का सर्किल ऐसा बनता है जो उन्हें समझता हो, सुनता हो.
खुद की पहचान बनाना गलत नहीं है. अगर आप सही रास्ते पर है और आपका ग्रुप भी आपको आगे ले जाने वाला है तो आपका भविष्य काफी अच्छा जाने वाला है. इस दौरान Clinical child psychology में सबसे ज्यादा ध्यान देने वाला पॉइंट है की आपके बच्चे इस दौरान किस तरह की संगत में है.
Abnormal Child and Adolescent Psychology
बच्चो के लिए mental health problems को समझना और उन्हें सही गाइड करना बेहद जरुरी है. खुद में हो रहे बदलाव और Emotional imbalance की कंडीशन से गुजरते है. इस दौरान युवा काफी सारी हेल्थ कंडीशन से गुजरते है जैसे की
- Depression
- Body dysmorphic disorder
- Eating disorders
- Anxiety disorders
- Mood disorders
- Schizophrenia
- ADHD
- Autism
इस तरह के बदलाव और मुश्किल को सही तरह से handle करना ना सिर्फ Clinical child psychology का हिस्सा है बल्कि इन सबसे हटकर युवा को भविष्य के लिए रेडी कैसे किया जाए इस बारे में भी काफी हेल्प मिलती है.
Benefit of Clinical Child Psychology
उम्र के हर चरण का अपना एक समय होता है. अगर आप इसे एन्जॉय करना चाहते है तो हर चरण के दौरान हो रहे बदलाव की जानकारी रखना बेहद जरुरी है. बच्चो को जितना भी अप प्यार दे सकते थे आपने दिया अब वक़्त है की आप उनके लिए support बने.
इस चरण में बच्चे ना तो इतने छोटे होते है की उन्हें हर पल सेफ्टी दी जाए और ना ही इतने बड़े हुए होते है की उन्हें फ्री छोड़ दिया जाए.
Clinical child psychology के कुछ ऐसे फायदे के बारे में जान लेते है जिनके बारे में सही जानकारी ना सिर्फ युवा को सही दिशा देगी बल्कि उनके भविष्य का निर्माण करेगी.
- अपने अन्दर हो रहे शारीरिक और मानसिक बदलाव को समझना adolescent के लिए आसान हो जाता है.
- भविष्य में उन्हें क्या बनना है और क्या करना है इन सब के बारे में सही जानकारी होती है जिसकी वजह से मुश्किलों का सामना करना आसान हो जाता है.
- Clinical child psychology के जरिये हम युवा से जुड़ सकते है और उनके लिए एक अच्छा दोस्त साबित हो सकते है.
- Adolescent का भरोसा जीतने के लिए Clinical child psychology programs काफी हेल्पफुल है.
इसके अलावा कई ऐसे फायदे है जो उन्हें हर तरह के Development phase को पूरा करने में मदद करता है.
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Clinical child and family psychology review and conclusion
जैसे जैसे बच्चे बड़े होते जाते है उनका नजरिया बदलना शुरू हो जाता है. इस Age group में Adolescent अपनी एक अलग दुनिया बना लेते है. इस दौरान वे उन लोगो के संपर्क में आते है जो उनकी तरह सोचते है.
उनका आकर्षण उनके जैसी सोच वालो के साथ बढ़ता है फिर चाहे वो सही हो या फिर गलत. Clinical child psychology के जरिये हम इस अंतर को समझते है और उनके लिए क्या सही है इसकी पहचान करते है.
बच्चो को समझना आसान है क्यों की वे जैसे है वैसे दीखते है जबकि युवा इस दौरान अलग अलग बदलावों से गुजरते है और इसी वजह से वे जैसे है वैसा खुद को दिखाते नहीं है. उनके अन्दर के अंतर को समझ पाना बेहद मुश्किल हो जाता है क्यों की अलग अलग बदलाव उनकी मानसिकता को अस्थिर बनाते है.
Adolescent psychologist आपको इसके बारे में सही गाइड कर सकते है. parents होने के नाते आपको ये जानना होगा की बच्चे अब बड़े हो रहे है और उनके लिए नजरिया अब आपकी सोच से नहीं बल्कि उनकी अपनी सोच से बन रहा है. वे जो देख रहे है उसे किस तरह accept कर रहे है इसे समझना और सही सलाह देना आपका कर्तव्य बन जाता है.