शक्ति को हाजिर करने का अमल और इस्लामिक प्रयोग जिनके जरिये आप अपने आसपास के पारलौकिक शक्तियों को अपना गुलाम बना सकते है और उनसे मनचाहा काम ले सकते है.
इस्लाम में ऐसी भी साधनाए है जिनके जरिये आप ताकतवर शक्तियों को बुलाकर मर्जी के अनुसार काम करवा सकते है.
इस आर्टिकल में हम शैतान की बेटी को हाजिर करने का अमल, जिन्नात को हाजिर करने का अमल और हमजाद को हाजिर करने के अमल के बारे में जानकारी शेयर करने वाले है.
आप परी को हाजिर करने का अमल भी यहाँ से पढ़कर अभ्यास कर सकते है. ऐसी ही कई Paranormal super power हमारे आसपास होती है जिन्हें अपना गुलाम बनाकर हम मनचाहे काम को पूरा करवा सकते है.
अगर आपकी रूचि किसी भी शक्ति को हाजिर करने का अमल में है और आप अपने मनचाहे कार्य की सिद्धि के लिए शैतानी अमल के प्रयोग देख रहे है तो आपको यहाँ शेयर करने वाले प्रयोग और उपाय का अभ्यास जरुर करना चाहिए.हम पहले भी अपने ब्लॉग पर शैतानी शक्तियों को हाजिर करने का अमल शेयर कर चुके है. मोहब्बत के लिए शैतानी अमल को आप पहले भी पढ़ चुके है.
शक्ति को हाजिर करने का अमल और इस्लामिक प्रयोग
आज हम kisi ko bhi hazir karne ka amal / शक्ति को हाजिर करने का अमल और इस्लामिक प्रयोग शेयर करने वाले है. हम सब अवचेतन मन की छिपी हुई शक्तियों से अनजान नहीं है.
मन की शक्तियों पर काबू पा लिया जाए तो किसी भी शक्ति पर आसानी से काबू पाया जा सकता है.
अगर आप किसी भी शक्ति पर काबू पाना चाहते है तो आपको उन्हें बुलाने का पूरा अभ्यास होना जरुरी है. अलौकिक दुनिया में ये शक्तियां छाया की तरह होती है और ताकतवर परछाई जिनमे विपुल शक्तियों का भण्डार होता है.
ये शक्तियां अदृश्य होकर भी अपना काम करती रहती है और इनके जरिये आप किसी भी मुश्किल काम को पूरा कर सकते है.
शक्ति को हाजिर करने का अमल और शैतानी प्रयोग करने के लिए आपका अपने मन पर काबू होना बेहद जरुरी है. इस्लाम में छाया साधना में हमजाद, परी, जिन्नात की बेटी का अमल है जिसके जरिये आप मन की शक्तियों को हासिल करते है.
इसे फारसी शब्द हमजाद के अमल के नाम से जाना जाता है. इस अमल का सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ही तरीको से प्रयोग किया जा सकता है.
इसका प्रयोग वशीकरण करने, शत्रु के प्रभाव को खत्म करने, दूसरों के मन की बात को जानने या फिर किसी को डराने-धमकाने के लिए किया जा सकता है.
इन पारलौकिक शक्तियों का प्रयोग आप इंसानी भलाई के लिए कर सकते है. अगर आप अच्छे उदेश्य के लिए हमजाद की सिद्धि कर सकते है तो इन्हें नुरानी कहा जाता है वही बुरे काम के लिए हमजाद का सिद्धि करना सिफली के अमल में आता है.
बेशक आप इन्हें बुरा मान सकते है लेकिन, इन किसी भी शक्ति को हाजिर करने का अमल के जरिये आप दुश्मन के बुरे से बुरे काम को तबाह किया जा सकता है. इन्हें हाजिर करने के लिए इस्लाम में आयते बताई है जिन्हें अमल कह सकते है.
शैतान की बेटी को हाजिर करने का अमल
शैतान की बेटी को हाजिर करने का अमल – Shaitan Ki Beti Ko Hazir Karne Ka Amal, Dua, Wazifa 7 दिन का प्रयोग है. ऐसा कर आप इनकी शक्तियों को सिद्ध कर सकते है.
अलौकिक मगर ताकतवर शक्तियों में शैतान की बेटी को हाजिर करने का अमल दिया हुआ है.
शैतान की बेटी एक तरह से जिन्न है जिनकी नकारात्मक क्षमता के जरिये आप बड़ी से बड़ी बुराई को ख़त्म कर सकते है. यहाँ पर किसी को भी हाजिर करने के अमल की दुआ के लिए पढ़ा जाने वाला आयत निचे दिया गया है जिसका अभ्यास कर सकते है.
लाइलाहा इल्ला अनता सुबहानका इन्नि कुंतु मिन्ज जावाल्लिन
Shaitan Ki Beti Ko Hazir Karne Ka Amal पूरा करने के लिए आपको 7 दिन तक इस प्रयोग को करना चाहिए.
- बेहतर होगा की मौलवी की सलाह के अनुसार इसे बेहद सुकून वाले जगह में 777 बार सात दिनों तक पढ़ा जाना चाहिए. हर दिन एक निश्चित समय में प्रातः नौ बजे तक या फिर रात्री में नौ बजे के बाद पढ़ना चाहिए.
- अपने शरीर पर 11 बार आयतल कुर्सी को पढ़कर फूंक लेना भी बेहतर होगा.
- किसी भी शक्ति को हाजिर करने का अमल शुरू करने के पहले और आखिर में 11-11 बार दुरूद इब्राहिम को पढ़ना जरूरी है.
- यह सब हर दिन आंखें बंदकर किया जाना चाहिए. इसकी मियाद पूरी होने के दिन आंखों के सामने एक स्पष्ट इंसानी छाया उभरेगी, जो एक खूबसूरत युवती की होगी. वह हर आदेश का पालन करने के लिए बदले की भावना लिए हुए तत्पर रहेगी.
- उभरती हुई तस्वीर के साथ सवाल-जवाब का सिलसिला शुरू होने पर अपना मनोवांछित प्रयोग कर सकते हैं.
- उस तस्वीर को अपने समाने जलती हुई मोमबत्ती की लौ या शीश में भी देखी जा सकती है.
7 दिन पूरा होने के बाद आप शैतान की बेटी को अपने सामने हाजिर कर सकते है.
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जिन्नात को हाजिर करने का अमल
अगर आप Spiritual practice करने वाले साधक है तो आपको जिन्नात को हाजिर करने का अमल – Jinnat Ko Hazir Karne Ka Amal, Dua, Wazifa का प्रयोग जरुर करना चाहिए.
इस अमल का प्रयोग आप अच्छे काम करने, किसी मुसीबत से छुटकारा पाने, या फिर किसी को वशीभूत करने की महत्वाकांक्षा पूरी करने के लिए व्यक्ति को जिन्नात का अमल करना चाहिए.
किसी भी शक्ति को हाजिर करने का अमल खासकर जिन्नात को हाजिर करने का अमल के लिए कुरान में ये आयात दी गई है.
“लाकुन्ना हुआल्लाहु रब्ब नला उसरीकु बिरब्बि अहद’’
इस अमल को 40 दिन में पूरा करना होता है जिसकी विधि और प्रयोग यहाँ शेयर किया जा रहा है.
- अमल करने से एक दिन पहले आयत पढ़ने संबंधी मन के भीतरी भय को दूर कर हिम्मत जुटानी है. इस दौरान आयत को कंठस्थ कर लेना चाहिए.
- इस अमल को करने में कुल छह घंटे का समय लग सकता है, इसलिए जुमेरात की रात को 11 बजे के बाद घर के एकांत कमरे का चयन करें और नया सफेद पोशाक पहनें.
- अपने साथ सुगंधित फूल और इत्र की शीशी भी रखें. दुर्गंध वाली किसी भी चीज को हटा दें और वजू करने के बाद सफेद चादर बिछाकर बैठ जाएं.
- शक्ति को हाजिर करने का अमल की शुरूआत करने से पहले दो रकत नमाज अदा करें. प्रत्येक रकत में सुराह फतेहा या सुरात नसह को दस बार पढ़ें.
- फिर चार आयतालकुर्सी को एक बार पढ़ें और एक कांच के हरे रंग की चूड़ी पर तीन बार दम करें. उसी चूड़ी से अपने चारो ओर एक दायरे बना लें.
- ऊपर बताए गए आयत को सवा लाख बार पढ़ना है. इसे हर दिन जितना अधिक पढ़ा जाएगा, वह उतना ही जल्द निर्धारित मियाद में अमल पूर हो पाएगा.
- अमल के खत्म हो जाने के बाद नजरों के सामने जिन्न एक साक्षात स्त्री की छाया के रूप में दिखेगी. अदब के साथ दुआ करगी. उसके ऐसा करते ही आप उससे वादा लें कि आपके द्वारा बुलाए जाने वाह आपकी खिदमत में हाजिर हो जाए. यह कहते हुए उसके बाद इत्र की शीशी से गिराकर फैला दें.
Jinnat Ko Hazir Karne Ka Amal जैसे ही पूरा होगा आप अपने आसपास अलौकिक शक्ति को महसूस करना शुरू कर देंगे जो हमेशा आपके इशारे पर काम करेगी.
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परियों को हाजिर करने का अमल
इस्लाम में परियो का जिक्र किया जाता है. हिन्दू धर्म में यक्ष और यक्षिणी की तरह ही इस्लाम में परियो का अमल दिया जाता है. किसी भी शक्ति को हाजिर करने का अमल और दुआ का इस्लामिक प्रयोग कर
परियों को हाजिर करने का अमल Pariyon Ko Hazir Karne Ka Amal, Dua, Wazifa का प्रयोग आपको परी से दोस्ती करने में हेल्प कर सकता है.
अगर आपकी रूचि परियो को हाजिर करने में है तो आप इस्लामी इबादत और अमल के जरिये नेक नियत वाली परियो को हाजिर कर सकते है. किसी भी शक्ति को हाजिर करने का अमल और इस्लामिक प्रयोग निचे दिया जा रहा है.
परियो को हाजिर कर उनसे बात कर मदद हासिल कर सकते है और अपनी किसी भी समस्या का समाधान किया जा सकता है.
इस अमल को करने की कायदा इस प्रकार है.
- इस अमल के लिए नौचंदी की इतवार या जुमेरात का या फिर बुधवार का दिन निर्धारित करें. पाक-साफ होकर सुबह नौ बजे के करीब सफेद पोशाक धारण करें.
- बेहतरीन खुशबू लगाएं और एकांत जगह पर सफेद चादर बिछाएं. अपने साथ दो गेहूं के आटे की रोटी और दो बेसन के लड्डूओं को अपने सामने रखें.
- संदल की अगरबत्ती जलाएं. शुरूआत दो रकत की नमाज से करते हुए 11 बार दुरूद शरीफ पढ़ें. उसके बाद 1000 मरतबा सुराह फतेह पढ़ें. फिर दुरूद शरीफ 11 बार पढ़कर अंत में खाने की वस्तुओं पर फूंक मारें.
- आंखें बंद कर परियों का तस्सबुर करें. चंद लम्हे में आप पाएंगे कि वे आपकी आखों के सामने आ चुकी हैं. उनकी सलामती की बात करते हुए बुलाने पर आने का वादा लें. उन्हें अपना हाल-ए-दिल सुनाते हुए महत्वाकांक्षाओं के बारे में भी बताएं.
- रोटियों को टुकड़ कर लड्डुएं के साथ बच्चों के बीच बांट दें.
इस्लाम में सही और नेक इबादत के जरिये आप किसी भी पारलौकिक शक्ति को हाजिर करने का अमल कर सकारात्मक शक्तियों को हासिल कर उनसे मदद हासिल कर सकते है.
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किसी को भी हाजिर करने का अमल निष्कर्ष
इस्लाम में अच्छे और बुरे काम के लिए प्रयोग दिए हुए है. अल्लाह से नेक इबादत करते रहने पर आप इन पारलौकिक शक्तियों की मदद हासिल कर सकते है.
अगर आप शैतानी सिफली अमल के प्रयोग करना चाहते है तो यहाँ शेयर किये गए किसी को भी हाजिर करने का अमल के प्रयोग कर सकते है.
जिन्नात की बेटी, हमजाद का अमल, परी को हाजिर करने का अमल जैसे प्रयोग करने के बाद आप पारलौकिक शक्तियों को हासिल कर उनसे मदद ले सकते है.
इन किसी भी शक्ति को हाजिर करने का अमल और इस्लामिक प्रयोग के जरिये आप शक्तिशाली और ताकतवर शक्तियों को अपना बना सकते है. उनसे मदद ले सकते है और उनके जरिये अच्छा और बुरा दोनों तरह का काम पूरा करवा सकते है.