ब्रह्मराक्षस की कहानी और ब्रहमराक्षस हिन्दू धर्म के अनुसार नर्क की आत्मा / राक्षस है.ये अतृप्त आत्माओ की श्रेणी में आते है। ब्रह्मराक्षस असल में ब्राह्मण की आत्मा होती है जो जन्म तो ब्राह्मण कुल में लेती है लेकिन बुरे / पतित कर्म करने लगती है तब लंबे जीवन के बाद उन्हें राक्षस योनि में भटकना पड़ता है।
इसकी वजह उनका अपनी विद्या का गलत इस्तेमाल करना भी हो सकता है। ब्राह्मण वर्ण में कुछ उच्च ज्ञानी इंसान का जन्म इसलिए होता है ताकि वो दुसरो को अपने ज्ञान से प्रशिक्षित कर सके, जब वो ऐसा नहीं करते है तब वो मृत्यु के बाद ब्रह्मराक्षस बन जाते है।
आइये जानते ब्रह्मराक्षस की कहानी की किस तरह उनका उद्भव होता है।