त्राटक साधना में सिद्धि के संकेत जिसके बारे में हर वो साधक जानना चाहता है जिन्होंने त्राटक साधना का अभ्यास किया है या फिर कर रहे है. मुझे कैसे पता चलेगा की में त्राटक में सही दिशा में आगे बढ़ रहा हूँ या फिर मेरे अनुभव सही दिशा में जा रहे है.
ये सवाल हर किसी के मन में आता है और सबसे ज्यादा साधक इसी सवाल में फंसे रहते है.
त्राटक साधना की शुरुआत कैसे की जाए की अनुभव के दौरान किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े ये जानना आपके लिए बेहद जरुरी है.
अगर आप त्राटक साधना का अभ्यास कर रहे है तो बेहतर होगा की किसी उदेश्य के साथ इसकी शुरुआत करे. साधक का सबसे बड़ा सवाल रहता है त्राटक साधना में सिद्धि के संकेत को लेकर जिसकी मुख्य वजह है बिना किसी उदेश्य या त्राटक मैडिटेशन के फायदे के बारे में सुने बगैर ही इसकी शुरुआत कर देना.
इसकी सबसे बड़ी वजह है youtube पर शेयर किये जाने वाले विडियो जिनमे त्राटक साधना के चमत्कार के बारे में तो बताया जाता है लेकिन इसकी शुरुआत कैसे होगी नहीं बताया जाता है.
जब साधना का अभ्यास करते है तब किस तरह के अनुभव होते है इसके बारे में बात करने के साथ ही हम Sign of success in tratak meditation के बारे में बात करेंगे तो इस आर्टिकल को ध्यान से पढ़े. आपके 90% सवालों का जवाब आपको यही मिलेगा.
त्राटक साधना में मेरा अपना अच्छा अनुभव रहा है क्यों की मैंने साधना का अभ्यास प्लान के साथ किया था. स्टेप के साथ इसका अभ्यास आपको इतने फायदे देगा की आप सोच भी नहीं सकते है.
त्राटक साधना में सिद्धि के संकेत sign of sucess in tratak in Hindi
त्राटक मैडिटेशन का अभ्यास करते हुए काफी समय गुजर जाता है लेकिन साधको को अनुभव नहीं होते है.
लम्बे समय तक अभ्यास करने की बजाय अगर आप इसे प्लान बनाकर अभ्यास करे तो आपको बेहतर अनुभव मिलेंगे. इसकी वजह है त्राटक साधना के लिए शारीरिक और मानसिक स्तर पर तैयार होना. एक उदाहरण के लिए
अगर आप शुरुआत बिंदु त्राटक से ना कर दर्पण या कैंडल त्राटक से करते है तो आपको सफलता नहीं मिलेगी. जबरदस्ती किया गया अभ्यास आपको मानसिक थकावट देगा या फिर आपकी आँखों को नुकसान पहुंचेगा.
त्राटक साधना में सिद्धि के संकेत को महसूस ना कर पाने की सबसे बड़ी वजह लोगो के मन में ये विचारधारा बन जाना है की इन त्राटक से हमें psychic ability and powers यानि ऐसी मानसिक शक्तियां मिलती है जो हमारे काम आसान कर दे. बात सही है लेकिन शुरुआत सही नहीं होगी तो फायदे की जगह आपको नुकसान मिलेगा.
हमेशा त्राटक की शुरुआत बिंदु त्राटक से करे क्यों की ये आपको शारीरिक और मानसिक तौर पर साधना के अनुकूल बनाता है. साथ ही अगर आप मानसिक एकाग्रता बढाने के अलावा Tratak gazing meditation का अभ्यास और ज्यादा अनुभव के लिए करना चाहते है तो अब आप उसके लिए तैयार है.
अब आप चाहे दर्पण त्राटक करे या कैंडल आपको इसके नुकसान नहीं झेलने पड़ेंगे.
त्राटक की सही शुरुआत क्यों करनी चाहिए
अगर आपने त्राटक की सही शुरुआत की है तो आपको किसी से जानने की जरुरत ही नहीं है की त्राटक साधना में सिद्धि के संकेत क्या है या फिर मुझे कैसे पता चलेगा में सही जा रहा हूँ.
आपको पता है की बिंदु त्राटक से क्या होता है और लम्बे अभ्यास के बाद भी आपको वो अनुभव नहीं हो रहे है तो सीधा सा मतलब है की आप गलत दिशा में कोशिश कर रहे है या फिर आपको अभ्यास के तरीके में बदलाव करने की जरुरत है.
सबसे पहले तो आपको ये जान लेना चाहिए की त्राटक साधना में कभी भी जबरदस्ती आँखे खुली नहीं रखी जाती है. आप स्वभाविक रूप आँखे खोले ताकि ये आपको Trance state of consciousness में जाने में मदद कर सके. ये तभी संभव है जब आप प्राकृतिक रूप से आंखे खुली रखे.
प्राकृतिक रूप से आँखे खुली रखने का मतलब है आप जितनी देर सहज रूप से आँखों को खुला रख सकते है. लम्बे समय तक आँखों को खुला रखना अभ्यास के जरिये सम्भव है इसके लिए समय दे ना की शुरुआत में जबरदस्ती कई देर तक आँखे खुली रखने की कोशिश करते रहे.
Trance like state में आपको अनुभव काफी ज्यादा फ़ास्ट होते है क्यों की ये अवस्था First state of hypnosis होती है. आपको ऐसा लगता है मानो आप हल्की नींद में है लेकिन आपका अपनी चेतना पर पूरा कण्ट्रोल है. त्राटक साधना में सिद्धि के संकेत को समझने के लिए trance state को जरुर समझे.
अगर आप इस तरीके से अभ्यास करते है तो आपको अनुभव काफी जल्दी जल्दी और सही दिशा में होने शुरू हो जाते है.
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त्राटक मैडिटेशन की सही शुरुआत कैसे करे?
बेशक आप sammohan सीखना चाहते है या फिर दूसरो का माइंड पढना आपको इसकी शुरुआत बिंदु त्राटक से ही करनी चाहिए. कम से कम समय 3 महिना होता है किसी भी त्राटक को सिद्ध करने में और सही दिशा में अनुभव करने के लिए. अब जब आप जानते है की त्राटक की सही शुरुआत कैसे की जाए तो बिंदु से शुरुआत करे.
कम से कम 21 दिन बिंदु पर त्राटक करे ताकि आप अपनी चेतना को एक स्तर पर बनाए रख सके. त्राटक साधना में सिद्धि के संकेत आपको जल्दी मिलना शुरू हो जाते है.
अब अगर sammohan सीखना चाहते है तो शक्ति चक्र त्राटक या फिर दर्पण त्राटक पर अभ्यास करना शुरू कर दे. आप पाएंगे की आपको अब जो अनुभव हो रहे है वो विचलित नहीं कर पा रहे है.
त्राटक के दौरान सबसे ज्यादा शुरुआती मुश्किल आती है विचारो पर कण्ट्रोल बनाने को लेकर क्यों की बिंदु पर देखते देखते ही हमारे मन में एक विचार आ जाता है और हम उस पर सोचने लगते है. हमारे सोचने की वजह से वो विचार आगे से आगे बढ़ता जाता है और अब वो अनचाहा विचार बन चूका होता है.
त्राटक साधना में सिद्धि के संकेत को सही दिशा में अनुभव करने और अनचाहे विचारो से बचने के लिए अभ्यास के दौरान दिमाग को भावना का अभ्यास दिया जा सकता है.
उदाहरण के लिए बिंदु को देखते हुए अगर आप बार बार एक कमांड देंगे की मेरा मस्तिष्क विचार शून्य हो रहा है तो कुछ समय बाद आप खुद में काफी ज्यादा हल्कापन महसूस करेंगे और पाएंगे की मस्तिष्क में कोई विचार नहीं है. कोई भाव नहीं है. अगर आप ऐसा अनुभव नहीं कर पाते है तो समझ ले की आपका अभ्यास सही दिशा में नही जा रहा है.
त्राटक के दौरान विचारो को कैसे कण्ट्रोल करे?
विचारो को कण्ट्रोल करने की जरुरत नही है क्यों की जितना ज्यादा आप इसकी कोशिश करेंगे आप त्राटक मैडिटेशन के अपने उदेश्य से भटकने लगते है. इसके लिए 2 ही रास्ते है या तो आप विचारो को साक्षी भाव से सिर्फ देखना शुरू कर दे जैसे हम टीवी देखते है. टीवी में सबकुछ हमारे सामने चलता रहता है लेकिन, हमारे सोचने से बदलता नहीं है.
कुछ समय तक अगर आप विचारो पर कोई रिएक्शन नहीं देंगे तो ये अपने आप आपको प्रभावित करना बंद कर देते है. त्राटक साधना में सिद्धि के संकेत के लिए आपका अनचाहे विचारो पर काबू पाना सबसे ज्यादा जरुरी है.
दूसरा सबसे आसान रास्ता है एक कमांड बना लेना. आप त्राटक साधना का अभ्यास क्यों कर रहे है आपको मालूम है. अब आप चाहते है की आपको अपने मस्तिष्क को विचार शून्य बनाए रखना है जो की सफलता के लिए सबसे पहली स्टेप है.
जब आप बिंदु को देख रहे है तब खुद को विचारो से रहित बनाए रखने के लिए सिर्फ एक भावना पर खुद को बार बार दोहराए. त्राटक साधना में सिद्धि के संकेत को अनुभव करने के लिए ये विचार बनाए.
मेरा मस्तिष्क विचार शून्य हो रहा है.
सिर्फ 10 मिनट बाद ही आप अपने मस्तिष्क को विचारो से रहित पाएंगे. आपको सिर्फ एक बात को ही बार बार दोहराना है ना की उसमे फंसना है. आपकी आंखे बिंदु को देख रही है और आपकी चेतना Third eye पर फोकस हो चुकी है. ऐसा होना सफलता का संकेत है.
अगर आप इसे ठीक इसी तरह कर लेते है तो आपके लिए त्राटक को सिद्ध करना आसान हो जाता है.
त्राटक के अलग अलग प्रकार और उनके फायदे क्या है?
त्राटक कई स्टेप में किया जाता है और अगर आप त्राटक में सिद्धि हासिल करना चाहते है तो आपको कम से कम 4 मुख्य त्राटक में सफलता हासिल करनी होगी. त्राटक साधना में सिद्धि के संकेत को समझने के लिए ये जरुरी है. ये साधना अभ्यास निम्न है
- बिंदु त्राटक : एकाग्रता को मजबूत करना, शारीरिक रूप से आँखों को strong बनाता है और त्राटक के लिए बेसिक तैयार करता है. हालाँकि लम्बे समय तक बिंदु पर त्राटक किया जाए तो हमें शारीरिक मानसिक और आध्यात्मिक अनुभव होने शुरू हो जाते है.
- शक्ति चक्र त्राटक : त्राटक साधना में इसका विशेष महत्त्व है और सबसे ज्यादा sammohan सीखने के लिए इसी त्राटक में सिद्धि हासिल करने की जरुरत पड़ती है. इस अभ्यास में त्राटक साधना में सिद्धि के संकेत सबसे जल्दी मिलना शुरू हो जाते है.
- दर्पण त्राटक : दर्पण त्राटक का अभ्यास आत्म सम्मोहन और आध्यात्मिक अनुभव के लिए किया जाता है. ऐसा माना जाता है की इसका अभ्यास आपके मानसिक शक्तियों को उजागर करता है जो subconscious mind से जुड़ी हुई होती है.
- कैंडल त्राटक : कैंडल त्राटक का अभ्यास करना आपके अग्नि तत्व को जाग्रत करता है. इसके अलावा ये आपके अन्दर ऐसी शक्ति पैदा करता है की आप किसी को भी अपने आगे झुका सकते है.
मुख्य रूप से ये 4 त्राटक ही है लेकिन इसके अलावा spiritual path से जुड़े साधक और आगे भी त्राटक साधना का अभ्यास करते है. अब त्राटक साधना में सिद्धि के संकेत के साथ ही बात करते है उन सवालों के बारे में जो सबसे ज्यादा पूछे गए है.
त्राटक में सही दिशा में जाने के संकेत क्या है?
कैसे पता चलेगा की हमारा अभ्यास सही दिशा में जा रहा है ये सवाल सबसे ज्यादा पूछा जाता है. इसकी सबसे बड़ी वजह लम्बे टाइम तक अभ्यास करने के बाद भी आपको अनुभव ना होना है.
अगर आप त्राटक साधना में सिद्धि के संकेत को सही दिशा में ले जाना चाहते है तो एक उदाहरण से इसे समझे;
आप बिंदु पर त्राटक का अभ्यास कर रहे है लेकिन आपको काफी समय के बाद भी सिर्फ बिंदु के चारो तरफ सिर्फ चमकीली परत दिखाई दे रही है. आपको पता नहीं है की ये सब अनुभव सही है या नहीं.
एक बार गौर करे की आपको ये मालूम नहीं है की त्राटक में आप किस उदेश्य से त्राटक का अभ्यास कर रहे थे और अब आप चाहते है की आपको ये अनुभव हो. त्राटक हमेशा प्लान के साथ शुरू करे. अगर बिंदु त्राटक मैडिटेशन कर रहे है तो आपको पता होना चाहिए की आपको किस तरह के अनुभव होने चाहिए.
अगर अभ्यास में अनुभव नहीं हो रहे है तो आपको वर्तमान में किस तरह की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है क्यों की ऐसा तो होगा की नहीं आप बैठे है और आपको अनुभव नहीं हो रहे है. सही दिशा में आगे बढ़ने और त्राटक साधना में सिद्धि के संकेत को समझने के लिए गौर करे.
हो सकता है आपको मानसिक थकावट ज्यादा हो रही हो, आँखे भारी महसूस हो रही हो, दिन में दूसरे कामो के दौरान तकलीफ हो रही है. कभी भी त्राटक के दौरान सिर्फ पॉजिटिव संकेत पर निर्भर न रहे. अगर आप त्राटक का अभ्यास कर रहे है तो आपको कुछ ना कुछ अनुभव् जरुर होंगे. यही से आपको त्राटक साधना में सिद्धि के संकेत को समझना पड़ेगा.
त्राटक की सही शुरुआत करे, सबसे पहले प्लान करे की आपको क्या उदेश्य हासिल करना है और उसके बाद कोशिश करे. आपको किसी को पूछने की जरुरत नहीं पड़ेगी. ज्यादा जानकारी के लिए त्राटक से जुड़ी हमारी दूसरी पोस्ट को पढ़े वे सभी डिटेल से लिखी हुई है.
त्राटक साधना में सिद्धि के संकेत क्या क्या है ?
अगर बात करे त्राटक साधना में सिद्धि के संकेत की तो काफी सारे अनुभव है जो आपकी सफलता की ओर इशारा करते है. बिंदु पर त्राटक कर रहे है तो सफलता को इस तरह समझे
- बिंदु के चारो तरफ चमकीली लाइन दिखना : ये संकेत है की आप फोकस हो रहे है और अब आप अनचाहे विचारो से हटकर एक जगह केन्द्रित हो रहे है. जो चमकीली लाइन आप देख रहे है वो आपका आत्म विश्वास है.
- बिंदु का ब्लैक से लाइट कलर का होना : जब ये चमकीली लाइट पूरे बिंदु को कवर कर लेती है तब आपका आत्मविश्वास काफी बढ़ जाता है. आपकी प्राण उर्जा एक जगह फोकस है और आप उससे मनचाहा काम ले सकते है. ये एक ऐसा त्राटक साधना में सिद्धि के संकेत है जो हर साधक अनुभव करने के बाद भी समझ नही पाता है.
- किसी भी जगह देखने पर चमकीली लाइट का तार दिखाई देना : ये एक संकेत है जो आपके दिन भर के कामो में दिखाई देता है. जब आप थोडा सा भी शांत होते है और एकटक किसी जगह पर देखना शुरू कर देते है तो आपकी प्राण उर्जा उस जगह से कनेक्ट होने लगती है. इस दौरान अगर आप किसी की आँखों में भी देखते है तो वो खुद को खोया हुआ महसूस करना शुरू कर देगा.
- दिनभर खोया हुआ रहना : आप इसे सफलता का संकेत भी मान सकते है और tratak meditation side effect का हिस्सा भी. दरअसल ऐसी स्थिति में आप खुद को सबसे अलग कर लेते है और आपका मन ज्यादा से ज्यादा अभ्यास को करने और Trance like state में बने रहने का करता है.
ये कुछ संकेत है जो आपको त्राटक साधना में सिद्धि के संकेत के तौर पर महसूस होते है. प्राण उर्जा की कमी की वजह से आपको अनुभव नहीं हो रहे है तो शवासन का अभ्यास करना शुरू कर दे. दिन में कम से कम आधा घंटा अगर योग निद्रा का अभ्यास किया जाए तो आपको त्राटक में जल्दी सफलता मिलना शुरू हो जाती है.
त्राटक में लम्बे समय तक अभ्यास के बाद भी कोई अनुभव क्यों नहीं होते है
इसकी सबसे बड़ी वजह आपका बिना किसी उदेश्य के त्राटक की शुरुआत करना होता है. और वजह भी है जैसे की प्राण उर्जा की कमी, आपका अभ्यास को सिर्फ शारीरिक तौर पर करना यानि आप सिर्फ एक टाइम तक अभ्यास कर रहे है लेकिन मानसिक रूप से आप अभ्यास में नहीं होते है.
सामान्य लाइफ में रहने वाले ज्यादातर लोग जब इस तरह के अभ्यास को करते है तो शुरू में उनमे काफी जोश होता है लेकिन कुछ समय बाद ही उनका माइंड इन सब से भागना शुरू कर देता है. त्राटक साधना में सिद्धि के संकेत तभी मिलते है जब आप अपने अभ्यास को लेकर जागरूक रहते है.
ऐसा होने की सबसे बड़ी वजह आपका विचारो में उलझा रहना, खुद को ज्यादा से ज्यादा आराम देना है. अगर आप मेहनत को अपने अभ्यास का हिस्सा बना ले तो आपको किसी तरह की प्रॉब्लम का सामना नहीं करना पड़ेगा और अनुभव भी अच्छे जाते है.
अगर आप लम्बे समय से अभ्यास कर रहे है और फिर भी आपको अनुभव नहीं हो रहे है तो आत्म विश्लेषण करना शुरू कर दे. सोचे की इस दौरान अगर अनुभव नहीं हो रहे है तो क्या महसूस कर रहे है किसी तरह की थकावट, अभ्यास में बैठे रहने में मुश्किल, बार बार बैठे रहने की वजह से दर्द की तरफ ध्यान जाना या फिर ऐसे ही कुछ और अनुभव.
जब आप सोचना शुरू करेंगे तो आपको पता चल जायेगा की अनुभव क्यों नही हो रहे है. फिर से प्लान बनाकर अभ्यास की शुरुआत करना आपको सही दिशा में त्राटक साधना में सिद्धि के संकेत देना शुरू कर देगा.
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त्राटक का अभ्यास कितने समय तक करना चाहिए?
इस सवाल का सटीक उत्तर आपको कोई नहीं दे सकता है क्यों की हर इन्सान के सीखने की क्षमता अलग अलग होती है. अगर कोई आपको कहे की आपको 30 मिनट अभ्यास करना है तो क्या आप कर पाएंगे? फिर भी त्राटक में त्राटक साधना में सिद्धि के संकेत के लिए आपको इसे इस तरह समझना चाहिए.
- शुरुआत के 15-20 आपके लिए सही है अगर आप सिर्फ मानसिक एकाग्रता के लिए अभ्यास कर रहे है जैसे की बिंदु त्राटक का अभ्यास. त्राटक साधना में सिद्धि के संकेत के लिए शारीरिक स्तर पर अभ्यास हो तो इतना समय काफी है.
- 30-45 मिनट का अभ्यास उन साधको के लिए सही है जो शक्ति चक्र पर त्राटक कर रहे है या फिर किसी भी त्राटक में अभ्यास के जरिये मानसिक शक्ति और अवचेतन मन से जुड़ी शक्तियों को जाग्रत करना चाहते है.
- 45-90 मिनट का अभ्यास आपको दर्पण त्राटक या फिर कैंडल त्राटक में देखने को मिल जायेगा. कुछ साधक के अनुसार इनमे समय का पता ही चलता है और आँखे ज्यादा समय तक खुली रहती है.
त्राटक साधना में सिद्धि के संकेत को आप अपने अनुसार समझे और समय का निर्धारण करे. यहाँ आपको एक बात और समझनी चाहिए की त्राटक में सफलता के लिए आपको ज्यादा से ज्यादा समय तक आँखों को खुला रखने की जरूरत नहीं है.
आप अगर 30 second भी आँखों को खुला रखते है तो चलेगा लेकिन इस दौरान आपका ध्यान आँखों को खुला रखने या फिर अनचाहे विचारो में फंसे रहने में नहीं होना चाहिए बल्कि trance state में होना चाहिए.
शुरू में ये मुश्किल लगता है लेकिन एक हफ्ते तक सहज अभ्यास करने के बाद आप इसमें सफल हो जाते है. अब आँखे खुली रहना एक प्राकृतिक अवस्था बन जाती है और आप इस दौरान trance state में बने रहते है. आँखे बंद होने के बाद भी आप इस अवस्था में बने रहते है.
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त्राटक साधना में सिद्धि के संकेत अंतिम शब्द
त्राटक साधना में साधको को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. मैंने इन्हें समझाने की यहाँ कोशिश की है ताकि अगर आप इन सवालों से परेशान है तो आपको समाधन मिल जाए.
त्राटक साधना में सिद्धि के संकेत से जुड़ी ये पोस्ट आपके सवालों के साथ और ज्यादा आगे बढती जाएगी.
अगर आपको त्राटक साधना में किसी तरह की मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है तो आप कमेंट में अपना सवाल पूछ सकते है. आपका सवाल उत्तर के साथ यहाँ पोस्ट में जोड़ लिया जायेया.
अगर पोस्ट अच्छी लगे तो शेयर और कमेंट करना ना भूले. अगर आप त्राटक में साधना सिद्धि हासिल करना चाहते है तो हमारे 3 महीने के कोर्स को ज्वाइन कर सकते है.