Emotional detachment symptom and treatment in Hindi Basic Guide


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कई बार हम लोगो के साथ रहते हुए उनके साथ किसी तरह के emotional level से connect होने में परेशानी महसूस करते है. हम कई तरह के लोगो के साथ रहते है और दिन भर में मिलते है.

ऐसी स्थिति में अगर हर किसी से भावनात्मक जुड़ाव रखते हुए उन्हें सुनने लगे तो हम परेशान हो सकते है जैसे की unwanted drama, anxiety, or stress और ज्यादातर लोग इस तरह की स्थिति का दिखावा कर हमारा फायदा उठाने की कोशिश करते है.

ऐसे में Emotional detachment हमें ऐसे लोगो से प्रभावित होने से रोकता है.

हालाँकि ये कोई बुरी चीज नहीं है क्यों की दिनभर में हमें ऐसे लोग भी मिलते है जो सिर्फ अपनी ख़राब स्थिति का दिखावा कर हमसे सहानुभूति हासिल करना चाहते है. ऐसी स्थिति में अगर हम उनसे प्रभावित होने लगे तो unwanted intrusive thoughts की वजह से हम मानसिक अवसाद में जा सकते है.

ऐसे लोग जो psychic vampire होते है दूसरो के emotional sympathy पर survive करते है. हालाँकि हर जगह पर ये हमारे लिए सही नहीं होता है क्यों की कई बार ये हमे हमारे इमोशन को लेकर ओपन और honesty होने से रोकता है.

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What Is Emotional Detachment?

अगर आप इसे किसी तरह के मकसद की तरह इस्तेमाल करे तो ये आपके लिए फायदेमंद है लेकिन, अगर आप इसे कण्ट्रोल नहीं कर सकते है तो ये आप पर ही हावी हो सकता है.

ऐसी स्थिति को “numbed” or “muted” कहा जाता है. Emotional blunting वो स्थिति है जहाँ हम इसका सही इस्तेमाल नहीं कर पाते है.

आपको पता होना चाहिए की इसका कहाँ पर फायदा लेना है और कहा इसे कण्ट्रोल करना है. आज की पोस्ट में हम जानने वाले है अपनी भावनाओ को किस तरह कण्ट्रोल किया जाए ताकि किसी तरह की स्थिति में खुद को स्टेबल बनाते हुए आगे बढ़ा जाए.

What Is Emotional Detachment?

जब हम दूसरे लोगो से emotional level पर connection नहीं बना पाते है तब एक स्थिति पैदा होता है जिसमे हम खुद को दूसरे के साथ रहते हुए भी disconnected or disengaged experience करते है.

ऐसी स्थिति जिसमे हमें पता हो की सामने वाला मुसीबत में है और हम उसके feeling को महसूस करते हुए भी उस तरह खुद को एक्सप्रेस न कर पाए जैसे हमें आमतौर पर करना चाहिए तो ये स्थिति हमें दूसरो के साथ रहते हुए भी उनसे अलग कर देती है.

आमतौर पर ऐसा होना हमें दूसरो की वजह से होने वाले stress, hurt, and anxiety जैसी स्थिति से बचाता है. किसी भी व्यक्ति को ऐसा होना उसके psychological, social, and emotional well-being जैसे स्तर पर प्रभावित करता है.

ऐसा होना हमारे लिए सही भी है और गलत भी क्यों की एक हद तक और कण्ट्रोल करने तक ये हमें फायदे देता है.

मान लीजिये आप ऑफिस से घर जा रहे है और रास्ते में एक भिखारी आपको मिलता है जो काफी दयनीय हालत में होता है.

वो आपसे कुछ पैसो के लिए request करता है और आप उसे पैसे दे देते है ये सोच कर की ये इसका खाना खायेगा लेकिन जब आप सुबह उसी व्यक्ति को नशे में धुत होकर सड़क पर देखते है तो आपको अपने फैसले पर ही दुःख होता है और आप खुद को परेशानी में डाल लेते है.

ऐसा होना आम बात है की किसी व्यक्ति को परेशानी में देखकर उसकी मदद करे लेकिन क्या वाकई वो इसके लायक है ? ऐसी स्थिति में आप या तो उसकी हेल्प ना करे या फिर अगर करते भी है तो उससे अपने मन के अनुसार परिणाम की उम्मीद ना करे. किसी की हेल्प करे और आगे बढे बगैर ये देखे की वो आपकी हेल्प का किस तरह इस्तेमाल कर रहा है.

emotional detachment symptom

अगर आप खुद को टेस्ट करना चाहते है तो ऐसे signs and symptoms of emotional detachment है जिनके जरिये आप खुद को जाँच सकते है. इसमें

  • दूसरो को लेकर हमेशा मन में 2 तरह की feeling रखना.
  • दूसरो की स्थिति को देखते हुए भी ज्यादातर उन्हें अवॉयड करना.
  • दूसरो के साथ किसी तरह के connection को बनाने में मुश्किल का सामना करना.
  • दूसरो के साथ घुलने-मिलने में मुश्किल होना.
  • दूसरो के साथ रहते हुए भी उनके साथ महसूस ना करना.
  • आसपास के लोगो की एक्टिविटी में खुद को ना जोड़ पाना.
  • Losing touch with people
  • दूसरो पर ध्यान ना देना.
  • सीखने की स्किल अच्छी न होना.
  • ज्यादातर अलग और अकेले रहना.
  • Problems forming and maintaining relationships
  • अपने इमोशन को जाहिर ना कर पाना.
  • Positive emotions को feel करने में मुश्किल होना.

अपने आसपास के लोगो को लेकर मन में मिक्स धारणा बनाना एक स्थिति है जिसमे हम सामने वाले से खुद को अटैचमेंट होने से रोक लेते है. मान लीजिये कोई आपके लिए अच्छा काम कर रहा है लेकिन आप उसके उन पॉइंट को भी साथ में तुलना करने लगते है जो उसकी कमियां है.

आमतौर पर ऐसा लोग इसलिए करते है ताकि वे खुद को किसी के साथ इस हद तक जोड़ ना पाए की अलग होने पर तकलीफ हो.

आमतौर पर emotional detachment हमें किसी भी लत से बाहर निकलने, खुद को बार बार हर्ट करने, किसी भी आदत को छोड़ने और स्टेबल रहने में मदद करता है लेकिन तब जब ये हमारे कण्ट्रोल में हो. हमें कब कैसे क्या react करना है इस पर हमारा कण्ट्रोल होना चाहिए.

इसकी मुख्य वजह क्या है ?

किसी भी व्यक्ति या स्थिति के साथ खुद को भावनात्मक रूप से जोड़ न पाना के पीछे कई चीजे जिम्मेदार होती है.

मुख्य रूप से इसका चुनाव किसी भी परिस्थिति से बाहर निकलने के लिए किया जाता है जैसे की किसी रिलेशनशिप से बाहर निकलना ( ब्रेकअप ), किसी बुरी आदत या लत को छोड़ना.

इसके अलावा हमें बीते समय के किसी trauma, Abusive relationship, encounter जैसी स्थिति की वजह से भी हम दूसरो के साथ जुड़ने में मुश्किल का सामना करते है.

By choice: कुछ लोगो इसका चुनाव खुद को किसी स्थिति से अलग करने के लिए करते है. आपके आसपास रहने वाले लोगो में किसी से अगर आपको प्रॉब्लम हो रही है या फिर वो आपको बार बार हर्ट कर रहे है तो आप खुद को उनसे दूर रखने के लिए इस स्थिति का चुनाव करते है. ऐसा करना आपको न सिर्फ उनसे दूर रखता है बल्कि आप शांत भी रहते है.

As a result of abuse: कई बार emotional detachment की वजह हमारे बीते समय या बचपन में हुए किसी तरह के abusive behavior को दर्शाता है. हमारे मन में बैठा अनचाहा डर हमें दूसरो के साथ मिलने जुलने से रोकता है और हम चाहकर भी खुद को दूसरो के साथ engage नहीं कर पाते है.

बचपन में बच्चो को सबसे ज्यादा emotional connection की जरुरत होती है ऐसे में अगर वो उन्हें ना मिले तो समय के साथ ये स्थिति उनके साथ बनने लगती है और वो चाहकर भी खुद को दूसरो से जोड़ नहीं पाते है. इसकी वजह ज्यादातर उनका अलग रहना होता है.

Other conditions: कई बार हमारी मानसिक स्थिति जैसे की post-traumatic stress disorder, bipolar disorder, major depressive disorder, personality disorders जैसे डिसऑर्डर की वजह से हम खुद को दूसरो से अलग पाते है.

Medicine: कई बार दवाई के इस्तेमाल की वजह से भी हम ऐसा अनुभव कर सकते है.

इसकी पहचान कैसे करे

अगर आप अपने अन्दर ऊपर बताये किसी तरह के लक्षण को महसूस कर रहे है और जानना चाहते है की कही आप इस तरह की कंडीशन के शिकार तो नहीं है तो इसकी पहचान कर सकते है. इसे लेकर आप अपने doctor or mental health professional से बात कर सकते है.

ज्यादातर इस तरह के symptom की वजह temporary होती है या फिर ये आपके mental health condition की वजह से होता है.

इसकी पहचान करने और सही इलाज के लिए जरुरी है की आप अपने रिश्ते, बीते समय की Health history और मानसिक स्थिति के बारे में खुल कर बात करे.

आप खुद इसकी पहचान कर सकते है जैसे की Emotional Detachment ज्यादातर trigger कब होता है या फिर किस व्यक्ति विशेष के साथ रहने के दौरान ऐसा होता है.

अगर आप इस स्थिति को हर किसी के साथ महसूस कर रहे है तो ये आपको कण्ट्रोल से बाहर है. अगर ऐसा तब हो रहा है जब आप किसी व्यक्ति विशेष से मिल रहे है तो टेंशन ना ले.

आपका मन जानता है की सामने वाला व्यक्ति आपके इमोशन का गलत फायदा उठा रहा है. ऐसा तब भी हो सकता है जब कोई व्यक्ति आपका भरोसा तोड़ देता है और फिर चाहकर भी भरोसा जीत नहीं पाता है.

two major type of attachment disorder

2 मुख्य तरह के Emotional detachment होते है जिनके जरिये आप पहचान कर सकते है की आप किस तरह की स्थिति से जूझ रहे है.

  • Reactive attachment disorder इस तरह की स्थिति तब पैदा होती है जब बचपन में हमारे साथ किसी तरह childhood abuse and neglect से गुजरते हो. बचपन में किसी तरह की छेड़छाड़ की वजह से या फिर बचपन में पेरेंट्स के ध्यान न देने की वजह से बच्चे जब लम्बे समय तक अकेले रहने लगते है तब बड़े होने के बाद वो खुद को उसी माहौल में रखना चाहते है.
  • Disinhibited social engagement disorder अगर आप खुद को अजनबी लोगो से मिलने जुलने में मुश्किल का सामना कर रहे है तो ये आपके Disinhibited social engagement को दर्शाता है. छोटे बच्चे जो घर पर आने वाले गेस्ट से मिलने जुलने में प्रॉब्लम को फेस करते है.

इस तरह की स्थिति में हम सिर्फ कुछ लोगो तक सिमित रखते है.

खुद को emotional detachment की स्थिति से बाहर रखने का उपाय

अगर आप खुद को ऐसी स्थिति में महसूस कर रहे है जिसकी वजह से आपकी life and relationships पर बुरा असर पड़ रहा है तो आप कुछ ऐसे उपाय कर सकते है जो आपको ऐसी स्थिति से दूर रखने में मदद कर सकते है. आइये बात करते है ऐसे ही कुछ तरीको के बारे में जो आपको इससे दूर रखने में मदद कर सकते है.

  1. Practicing mindfulness ध्यान की ऐसी प्रक्रिया जो हमें present moment में रहने में मदद करती है. जब हम खुद को physical environment and emotional responses से जोड़ कर रखते है तब हमारे मन में उमड़ने वाले negative thoughts हमें परेशान नहीं कर पाते है और जल्दी ही हम किसी तरह के emotional trauma से बाहर निकल पाते है.
  2. Strengthening your relationships हमें अपने आसपास के लोगो पर ध्यान देना होगा. दोस्त बनाना काफी नहीं है हमें उन लोगो के साथ रिश्ते को मजबूत करना होगा जो हमें support करे और grow करने में मदद करे. अगर आपकी लाइफ में सही लोग नहीं है तो जल्दी ही आपका emotional detachment आपके कण्ट्रोल से बाहर हो जाता है.
  3. Finding ways to be emotionally vulnerable अपने आसपास के लोगो के साथ किस तरह response करना है ये सीखना बेहद जरुरी है. आप खुद को हर किसी के साथ एक ही तरह के व्यवहार से connect नहीं कर सकते है. ऐसा करना जल्दी ही आपके अन्दर निराशा भर देता है. किस तरह के व्यक्ति के साथ किस तरह react करना है ये जान लेना आपके emotional experiences को स्ट्रोंग करता है.

अगर गौर करे तो emotional detachment की main reason आपका emotional behavior है. आपको अलग अलग लोगो के साथ उनके अनुसार behave करना सीखना होगा. ऐसा करना आपको उनसे जुड़ने या उम्मीद रखने में कण्ट्रोल करता है.

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How to control emotional detachment final conclusion

हम जानते है की human connection को मजबूत बनाने के पीछे हमारे इमोशन एक अहम् रोल निभाते है.

अगर आपके इमोशन आपके कण्ट्रोल में है तो आप इसका हर तरह से फायदा उठा सकते है लेकिन इसके out of control होने की स्थिति में आप परेशानी में फंस सकते है.

emotional detachment हमें कई तरह की स्थिति और परेशान करने वाले लोगो से दूर रहने में मदद करता है लेकिन इसके ज्यादा हावी होने की स्थिति में आप खुद को स्टेबल नहीं कर पाते है.

अब तो आप जान ही गए होंगे की पिछली पोस्ट spiritual detachment की तरह ही अगर इसे सही तरह से इस्तेमाल किया जाए तो हम इसके जरिये काफी कुछ कर सकते है और न होने की स्थिति में नुकसान भी उठा सकते है.

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