एक व्यक्ति का दूसरे व्यक्ति के personal behaviour को मनचाहे तरीके से manipulate करना Gas Lightening कहलाता है. Gaslighting definition के अनुसार कुछ साइको नेचर के लोग उन लोगो को अपना शिकार बनाते है जो highly sensitive होते है.
इसके अलावा gaslighting in relationships के बहुत सारे केस देखे जाते है जहा रिश्तेदार आपको अपने तरीके से सोचने पर मजबूर कर देते है. इसका आपके personal behavior पर बहुत बुरा असर देखा जा सकता है.
Gas lightning के ज्यादातर केस रिलेशनशिप में देखने को मिलते है या फिर आपके Work place पर, आप चाहे तो इससे बचने के लिए कुछ टिप्स अपना सकते है. आपको सबसे पहले इसकी पहचान करनी होगी और फिर उससे जुड़े कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाने होंगे.

अगर आप खुद की Personal boundaries बनाते है तो ये आपको उन Psychic vampire से बचाता है जो आपकी emotional energy को धीरे धीरे चूसते जाते है. ऐसी किसी भी स्थिति से बचने के लिए खुद को एक कवच में रखना जरुरी बन जाता है.
इस पोस्ट में हम सबसे पहले गैस-लाइट के बारे में बात करेंगे इसके बाद इसके दुष्प्रभाव और फिर इससे बचाव से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण कदम के बारे में.
What is Gas Lightening?
साल 1940 and 1944 में एक मूवी आई थी जिसका नाम Gas light था. इस मूवी में एक ऐसे husband की कहानी थी जो अपनी वाइफ को कुछ इस तरह manipulate करता है की उसके खुद के विचार पूरी तरह बदल जाते है.
मुख्य रूप से इसका मतलब व्यवहार से है जो किसी बाहरी व्यक्ति द्वारा बदल दिया जाता है.
जब हम किसी बाहरी व्यक्ति से प्रभावित होकर अपने व्यवहार में बदलाव लाना शुरू कर देते है तो जो Condition पैदा होती है उसे gaslighting in relationships का नाम देते है.
ये एक तरह का emotional abuse होता है जो धीरे धीरे आपके judgments ability को ख़त्म कर देता है और आप किसी और की कठपुतली बन कर रह जाते है.
इसमें एक बाहरी व्यक्ति द्वारा negative, harmful or destructive words and actions को आपके ऊपर लागू किया जाता है जिसके बाद में उसकी ग़लतियों को भी आप खुद को ग़लती मानना शुरू कर देते है.
इस दौरान आपको हर जगह “overly sensitive,” “paranoid,” “mentally unstable,” “silly,” “unhinged जैसी स्थिति से गुजरना पड़ता है और आप खुद पर डाउट करना शुरू कर देते है.
आपके आसपास रहने वाले कुछ psychopathic, sociopaths and narcissistic types of people आपके विचारो को कण्ट्रोल करना शुरू कर देते है ताकि वे आप पर हावी हो सके और अपने मतलब के लिए आपको इस्तेमाल कर सके.
आज के समय में बहुत आम हो गया है इसलिए इस पर बात करना जरुरी बन गया है. हम खासतौर से बात करने वाले है gaslighting in relationships के बारे में क्यों की ये सबसे ज्यादा देखा जाता है.
3 Examples of Gaslighting
लाइफ में हर जगह आपको इसका उदाहरण देखने को मिल जायेगा जहाँ पर लोग दुसरो पर हावी होकर अपनी गलतियों का जिम्मेदार दूसरों को बना देते है. दिन भर में हम 3 तरह के उदाहरण से गुजर सकते है इसलिए सबसे पहले इसके बारे में जान लेते है.
In a family scenario
Gas Lightening में इस तरह का उदाहरण ज्यादातर उन परिवार में देखने को मिलता है जहाँ दो लोगो के बिच भेदभाव होता है. एक ही जगह रहने के बावजूद एक मेम्बर को अच्छे से सबकुछ मिलता है वही दूसरे मेम्बर को जिल्लत का सामना करना पड़ता है.
एक टाइम के बाद वो मेम्बर ये मानना शुरू कर देता है की ये उसकी नियति है. तब उन्हें “to stop being so sensitive” को लेकर मजाक का सामना करना पड़ता है.
एक उदाहरण के लिए घर में दो बच्चे है और एक बच्चा पढाई में थोडा कमजोर है जो की टॉप नहीं कर सकता. उसके घरवाले उसे हर जगह इग्नोर करते है और कई तरह के जिल्लत भरे नाम से बुलाते है जैसे की तुम पढाई में बिलकुल कमजोर हो, कभी अच्छा नहीं कर सकते वगैरह.
इसका रिजल्ट ये रहता है की एक टाइम बाद वो बच्चा खुद की Personality को खो देता है और मानने लगता है की वो duffer है.
In a relationship scenario
ये एक और Gas Lightening का सबसे ज्यादा देखे जाने वाला उदाहरण है जहाँ पर रिश्तो के नाम पर आपको आगे बढ़ने से रोका जाता है.
आप जब भी आगे बढ़ने के लिए कुछ कहते है आपके रिश्तेदार आपको रिश्ते का वास्ता देकर रोक लेते है और जब आगे चलकर आप खुद को उनके हिसाब से ढाल लेते है तो उनका कहना होता है की आप बदल गए है.
ज्यादातर ये उन पढ़ी लिखी औरतो के साथ होता है जो जॉब करना चाहती है लेकिन उनके परिवार वाले उन्हें घर की जिम्मेदारियों का वास्ता देकर रोकने की कोशिश करते है.
At work scenario
इस तरह का Gas Lightening दबाव ज्यादातर Work place पर देखने को मिलता है. आप नियम के हिसाब से सबकुछ सही करते है लेकिन जितना टाइम पर आप टास्क को पूरा करते है उतना ही आगे से डिमांड बढ़ जाती है.
ज्यादातर केस उन लोगो के साथ देखने को मिलते है जो जॉब में आगे बढ़ने के लिए काम को टाइम पर करने के लिए extra stress ले लेते है ताकि उनके Coordinator उनके काम से खुश हो लेकिन, पता चलता है की एक और काम उनके लिए रेडी है.
आगे चलकर डिमांड बढती जाती है और आप जितना टाइम पर काम करते है उतना ही काम आपको Extra दिया जाता है. आपको पता चलता है की आप एक नहीं बल्कि दो लोगो का काम एक टाइम पर कर रहे है.
टाइम बीत जाने पर जब कंपनी के माइंड में ये बात बैठ जाती है की आप उतना काम करते है तो वे आपको जरुरत से ज्यादा दबाव वाले काम देते है और गलतियाँ होने पर आपको समझने की बजाय दूसरे स्टाफ के सामने दो बाते सुनने को मिलती है.
भले ही आपको उस काम के लिए सुनने को मिला हो जो आपका नहीं है लेकिन फिर भी अब आप सामने वाले की mentality and behavior को change नहीं कर सकते है. जब आप अपनी तरफ से बात रखते है तो आपको कहा जाता है की आप कम्पनी के नियम के मुताबिक नहीं चल रहे है.
इस तरह का दबाव भी एक तरह का Gas Lightening है जो आपको मानने पर मजबूर कर देता है की वाकई वो काम भी आपका है जो वास्तव में नहीं है.
कोई व्यक्ति आपके साथ ऐसा कर रहा इसका पता कैसे चलेगा ?
की स्थिति हमारे लिए बेहद खतरनाक हो सकती है क्यों की ये हम पर anxiety, depression जैसे असर डालती है और कई बार nervous breakdowns जैसी कंडीशन भी बन जाती है. हमें कैसे पता चलेगा की कोई हमारे साथ ऐसा कर रहा है इसके लिए कुछ स्थिति पर गौर किया जा सकता है जैसे की
- आपकी लाइफ से जुड़े किसी व्यक्ति और आपके बिच कुछ ऐसा है जो है भी और नहीं भी लेकिन फिर भी आप उसे पूरी तरह समझ नहीं पा रहे है.
- आप पुरानी बातो को याद नहीं रख पाते है और अक्सर psychologically powerless होने की वजह से गलत अनुमान लगा लेते है.
- हमेशा confused और दिशाहीन रहने लगना.
- किसी व्यक्ति के पास जाते ही खुद को कमजोर feel करने लगते है लेकिन क्यों ये नहीं जानते है.
- आपने जो भी गतिविधियों की है उन्हें किसी और को explain करने की जरुरत पड़ने लगी है.
- आप खुद को बेहतर feel नहीं कर पा रहे है और दूसरो के expectations and demands पर जीने लगे है ये जानते हुए भी की ये आपके लिए खतरनाक सबित हो सकता है.
- कभी कभी fundamentally wrong होने का अहसास होना.
- कभी कभी खुद को isolated, hopeless, misunderstood and depressed महसूस करना.
- आपको अपने लिए हुए फैसलों पर विश्वास ना हो पाना.
इसी तरह की कई कंडीशन है जो तब बनती है जब आप दूसरो से कण्ट्रोल होना शुरू कर देते है. अब बात करते है उन ट्रिक्स के बारे में जो अक्सर एक Gaslighter इस्तेमाल करता है.
एक Gaslighter द्वारा इस्तेमाल किये जाने वाली तकनीके
Gas Lightening के लिए ऐसी बहुत सी तकनीक है जो एक गैसलाइटर द्वारा इस्तेमाल की जाती है. ये सब आपको पहले परेशान करती है और फिर जैसा वो चाहते है वैसे ही आपके माइंड में एक छवि बनना शुरू हो जाती है.
- अकेला करना : सबसे पहले तो वो आपको दूसरो के सामने crazy, irrational or unstable महसूस करवाना शुरू करते है.
- झूठे मास्क का इस्तेमाल : ऐसे लोग अपने तथ्यों को इतने confidence और Fake mask के साथ आपके सामने रखते है की आपको लगने लगता है वाकई कुछ गलत हो रहा है. ये सब आपको अपने लिए फैसलों पर डाउट पैदा करवाता है.
- आपकी रियलिटी को बदलना : जब भी आप सोचते है की क्या वाकई ऐसा कुछ है तो वे आपकी रियलिटी को बदलने की कोशिश करते है. वे आपको यकीन दिलाते है की ऐसा कुछ था लेकिन आपको याद नहीं है.
- Minimizing: एक बार जब गैस लाइटर को ये पता चल जाता है की आप कैसा सोचते है तो वे आपकी सोच पर ज्यादा से ज्यादा पकड़ बनाना शुरू कर देते है. “इस बारे में ज्यादा मत सोचो”, “इतना ज्यादा sensitive क्यों बन रहे हो”, “में तो बस मजाक कर रहा था” जैसे शब्दों से वो आपके साथ खेलने लगते है.
- Denial and avoidance: आपकी feeling और thoughts को ज्यादा से ज्यादा refuse कर एक गैस लाइटर आपका अपने ऊपर पूरी तरह से डाउट बना देते है. मुझे याद नहीं है शायद तुम्हे इसका सपना आया होगा, तुम झूठ बोल रहे हो मेने ऐसा कहा ही नहीं या फिर मै नहीं जनता तुम किस बारे में बात कर रहे हो.
- Twisting and reframing: एक बार आपकी सोच पर उनका कब्ज़ा हो जाता है तब वे आपको अपनी मर्जी के मुताबिक चलाना शुरू कर देते है. पहले तो विपरीत परिस्थिति में आपको ले जाना और फिर आपका खुद पर ही डाउट करना की आप उस कंडीशन में गए कैसे ये सब आपको आगे चलकर mentally unstable बनाता है.
इस वजह से आप वही सोचते है जैसा वो चाहते है. अगर आपका मन कुछ कहता है तो भी आपको डाउट होता है. आप वाकई सही कर रहे है या आपने ऐसा कुछ किया भी है या नहीं. ये सब फिर आपको किसी और के इशारो पर चलने को मजबूर कर देता है और आप अपनी पहचान खो देते है.
ज्यादातर empath लोग इसका शिकार क्यों बनते है ?
Empath वे लोग होते है जो दूसरो की उर्जा को लेकर highly sensitive होते है. उन्हें हम energy sponges भी बोल सकते है क्यों की ये अपने आसपास की emotional energy को absorb कर लेते है फिर चाहे वो अच्छी हो या बुरी.
इसका परिणाम ये रहता है की कई बार तो दूसरो की ख़ुशी के लिए ये खुद को highly self-sacrificing भी कर देते है.
जब बात आती है Gas Lightening की तो ऐसे लोगो को आसानी से टारगेट बनाया जा सकता है. वे पहले से ही दूसरो को खुश करने के चक्कर में काफी सारा struggle कर रहे होते है.
कुछ condition में जब व्यक्ति highly intuitive and perceptive people बन जाते है तो वे personal boundaries खो देते है.
ऐसी स्थिति से घिरे लोग narcissistic gaslighting techniques के लिए सबसे अच्छा शिकार बन जाते है. अगर आपके साथ ऐसा हो रहा है तो सचेत हो जाइये क्यों की इसका काफी लम्बे समय तक आप पर प्रभाव पड़ सकता है.
Gas Lightening की स्थिति से बाहर निकलने के कुछ tips
गैसलाइटर हमें हमारी अपनी memories, perceptions, and judgments पर डाउट करने के लिए मजबूर तो करते ही है साथ ही emotionally and psychologically off balance कर देते है.
अगर आपको ऐसा लगता है की आपका व्यक्तित्व और पहचान ऐसे ही किसी व्यक्ति द्वारा कण्ट्रोल किया जा रहा है तो यकीन माने आप अकेले नहीं है.
हम सब अपनी लाइफ में ऐसे लोगो से घिरे है और ज्यादातर तो हमारे परिवार या आसपास से ही होते है. एक अच्छी बात ये है की knowledge and awareness के जरिये हम सब कुछ ठीक कर लाइफ को न सिर्फ heal कर सकते है बल्कि strong भी बना सकते है.
हालाँकि कुछ कंडीशन में हम Over reacting and irrational behavior करते है ऐसी स्थिति में हमें instinct or intuition पर ध्यान देना चाहिए.
क्या किसी कंडीशन में आपको पेट में कुछ गड़बड़ का अहसास होता है या फिर मन में अजीब से ख्याल आते है जो की कुछ समय बाद अपने आप ठीक हो जाते है जब हम उस कंडीशन से बाहर निकल जाते है.
अगर ऐसा है तो आपको अपने Unconscious mind or intuition पर फोकस करना चाहिए. आइये कुछ ऐसी ट्रिक्स के बारे में जानते है जिनके जरिये आप Gas Lightening की स्थिति से बाहर निकल सकते है.
ऐसे व्यक्ति की पहचान करे
सबसे पहला स्टेप है ऐसे किसी व्यक्ति की पहचान करना जो आपको कण्ट्रोल करने की कोशिश कर रहा है. उन स्थिति की भी पहचान करे जिनमे वो आपको खुद पर डाउट करने के लिए फ़ोर्स करता है. अब उन स्थिति में आप कहाँ तक सही है इस बारे में क्लियर सोचे.
आपको पता होना चाहिए की किस स्थिति में कौन आपको कण्ट्रोल करने की कोशिश कर रहा है.
Pay attention to the signs of being gas-lighted
जब भी आप किसी ऐसी स्थिति से गुजरे जिसमे आप खुद को confused, belittled, “crazy” or manipulated महसूस करते है तो सबसे पहले खुद को relax feel करवाए. दिमाग को शांत करे और स्थिति पर शांत मन से विचार करे.
हर रोज एक regular time for grounding के लिए फिक्स करे. इसके लिए आप meditation or a mindfulness practice का सहारा ले सकते है जो अलग अलग कंडीशन में भी आपको एक जगह बनाए रखेगी.
तय करे की आपको दोस्ती या रिश्ता बनाए रखना है या नहीं
अगर आप एक working relationship में है तो ये तय कर ले की आपके लिए ये जॉब करना सही है या नहीं. अगर आपको लगता है की जॉब सही है और आपको रुकना चाहिए तो फिर ऐसे रास्ते निकाले जिसमे minimize interaction with the gaslighter हो और ये तब तक होना चाहिए जब तक की आप खुद को grounded and confident महसूस करना शुरू कर दे.
एक बार आपका खुद पर self-confidence strong level का हो जायेगा तो किसी बाहरी व्यक्ति का आपके ऊपर कोई Negative effect नहीं पड़ेगा.
भरोसेमंद लोगो से इस बारे में बात करे
हर किसी से तो नहीं लेकिन कुछ खास लोगो से जिन पर आप भरोसा कर सकते है उनसे आप हेल्प ले सकते है. आपके secret जानने वाले कुछ लोग जो आपका गलत फायदा न उठाए इस मामले में आपकी मदद कर सकते है.
Personal Boundaries बनाना या फिर shadow work पर काम करना आपको Gas Lightening जैसी किसी भी स्थिति से बाहर निकाल सकता है.
Personal Boundaries में आप कुछ rules को follow कर सकते है जिनका उल्लंघन होने पर आप उस स्थिति से खुद को बाहर कर लेंगे और shadow work में आप अपने अन्दर की बुराई का सहारा लेते है जो दुसरो को तब रोकती है जब वे आप पर हावी होने की कोशिश करते है.
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Shift your perspective
अपनी सोच में बदलाव लाए और दूसरो का शिकार बनने की बजाय खुद एक शिकारी बने. शिकारी का मतलब ये नहीं की आप दूसरो के साथ वैसा ही करने लगे लेकिन कम से कम इतने strong बन जाए की कोई भी आपको कंट्रोल न कर सके और आप दूसरो के साथ अपनी empath personality के साथ आगे बढ़ सके.
आपको अपने Personal powers को reclaim करने की जरुरत होती है. इस तरह की स्थिति से बाहर निकलने के लिए आप ज्यादा जानकारी हमारे Relationship abuse वाली पोस्ट में देख सकते है.
आगे आने वाली पोस्ट में हम बात करेंगे hoovering के बारे में जो की एक और twisted emotional manipulation technique है.
Gas Lightening in relationships Final word
दिनभर में हम ऐसे कई लोगो से गुजरते है जो अपने विचारो से हम पर हावी होने की कोशिश करते है. जो लोग ज्यादा sensitive होते है उन्हें ये ज्यादा टारगेट करती है.
Gaslighting definition की बात करे तो ये एक व्यक्ति के व्यव्हार पर हावी होने की प्रक्रिया है जिसमे व्यक्ति अपने व्यव्हार को खो देता है और दूसरो के कहे अनुसार काम करना शुरू कर देता है.
ज्यादातर gaslighting in relationships के केस में आपके आसपास के relative ही होते है जो आपकी सोच को उनके अनुसार manipulate करने की कोशिश करते है.
अगर आपके साथ ऐसा हो रहा है तो सचेत हो जाइये और इससे बचाव को लेकर जितनी जल्दी हो सके कड़े कदम उठाए ताकि आप खुद को दूसरो से सेफ कर सके.
Awesome post! Keep up the great work! 🙂