क्या आपने कभी lucid dreaming techniques को try किया है ? मनचाहे सपने देखते समय हमें कई बार शरीर से बाहर होने का अहसास या फिर एस्ट्रल ट्रेवल का अनुभव जैसा महसूस होता है. बहुत सारे लोग इस अनुभव में फंस जाते है और तय भी नहीं कर पाते है की उन्होंने जो अनुभव किया है वो वास्तव में क्या था.
ये सब वास्तव में क्या था इसके लिए lucid dream reality checks जैसी तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है. इसके जरिये हम आसानी से ये जान सकते है की जो अनुभव हम कर रहे है वास्तव में वो क्या था.
जिन लोगो ने out of body experiences (OBEs) को experience किया है उन्हें शरीर से बाहर विचरण और lucid dream दोनों में क्या फर्क है इसके बारे में अच्छे से पता होगा. लेकिन जिन लोगो के साथ ऐसा नहीं हुआ उन्हें Difference between Astral Projection and Lucid Dreaming को लेकर बहुत सारे confusion रहते है.
बिना अनुभव के आप सोच भी नहीं सकते है की एक astral traveler का अनुभव कैसा हो सकता है. ये सब इसलिए क्यों की हम में से कई लोगो ने lucid dreaming को कई बार experience किया है और अब उन्हें इस तरह के सपने आने लगे है जो waking life से बहुत close है.
ये इतना वास्तविक सा लगता है मानो हमारी लाइफ का ही एक हिस्सा हो.
हम रात को कई बार जाने अनजाने उठ जाते है जिन्हें Multiple false awakenings और sleep paralysis कहते है.
ये सब चीजे हमारी लाइफ में problems भी create करती है लेकिन अगर आप इसे सही करना चाहते है तो converting false awakenings and sleep paralysis into lucid dreams जैसी techniques को अपनाकर इसे ठीक किया जा सकता है.
इस पोस्ट में हम निम्न बाते जानने वाले है
- लुसिड dream वास्तविकता जाँच तकनीक क्या है ?
- एस्ट्रल ट्रेवल की वास्तविकता क्या है ?
- क्या एस्ट्रल travel वास्तविक है या फिर एक तरह का lucid dream
- शरीर से बाहर विचरण के खतरनाक परिणाम
- lucid dream की reality को चेक करने के तरीके
- कुछ सवाल जवाब
what is lucid dream reality checks techniques ?
ये एक easy lucid dreaming technique है जो हमारी self-awareness को दिन के साथ बढाती है.ये वास्तविकता को जांचने के लिए अजमाया जाने वाला तरीका है जो ये बताता है की जो आपने अनुभव किया था वो dream and waking reality में से क्या था और इसी के आधार पर हम आगे बढ़ते है.
ऐसा इसलिए होता है क्यों की जब हम सो रहे होते है तब हम सपनो को भी हकीकत की तरह स्वीकार कर लेते है लेकिन जब उठते है तब हमें कुछ अजीब सा महसूस होता है.
यह सब हमारे मन में शंका पैदा करता है की जो हमने experience किया वो क्या था.
अगर आप इसे चेक करना चाहते है तो सबसे पहले इसे आपकी डेली लाइफ का हिस्सा बनाना होगा ताकि आगे चलकर इसे सपनो के दौरान भी इस्तेमाल किया जा सके.
What Makes a Good Reality Check?
ऐसा क्या है जो हमें सपनो की दुनिया और वास्तविक दुनिया में फर्क महसूस करवाता है. इस तरह की consistently reliable reality check के जरिये हम ये अहसास करते है की हकीकत क्या है.
आप दिनभर की एक्टिविटी में खुद को कैसे चेक करते है ? ऐसी कुछ गतिविधि तो होगी जो ये बताती है की ये सब वास्तविक है जैसे की
- क्यों की आप देख पा रहे है.
- महसूस कर पा रहे है.
- इस दौरान आप एक्टिव है.
- क्यों की आप है.
ये सब तो तब भी होता है जब आप सो रहे होते है. हालाँकि ये बात अलग है की इस दौरान आपका माइंड बिलकुल वैसी जानकारी और लॉजिक नहीं बना पाता है जैसा की नार्मल लाइफ में होता है.
अगर आप वास्तव में सपने के दौरान खुद की हरकतों को जानना चाहते है तो आपको इसके लिए 2 एक्टिविटी दोहरानी होगी.
- एक आसान सा सवाल.
- एक मुश्किल एक्शन.
ये दो एक्टिविटी आपको lucid dream reality checks में काफी मदद कर सकता है लेकिन, इससे पहले जान लेते है की ये सब आखिर होता कैसे है.
इस पोस्ट में सबसे पहले तो ये समझने की कोशिश करते है की lucid dream, astral travel and out of body experience इन सब मे किसी तरह का अंतर होता है या व्यक्ति अपने सपनो में ही फंसा रहता है.
Read : अगर आपके अन्दर भी है इस तरह के Symptoms of psychic abilities? जानिए क्या बन सकते है आप
astral travel reality
सपने और हकीकत में फर्क महसूस न कर पाने जैसी कंडीशन से बाहर निकलने के लिए एक आसान उपाय आप आजमा सकते है.
जब भी आपके साथ हो की आपके सपने में आपको सबकुछ हकीकत और आपके आसपास के वातावरण के बहुत नजदीक लगता हो और लगे की ये एक out of body experience है तो उठ जाइये. अपने आसपास की उन जगहों पर जाइये जहाँ आप सपने में गए थे. ये एक अच्छा माध्यम है जो ये साबित करता है की आपने जो देखा था वो आपका सपना था न की किसी तरह का astral travel.
ज्यादातर लोग out of body experience नहीं कर पाते है लेकिन अगर ऐसा होता है तो यकीनन वो इस physical world से बहुत अलग शायद किसी और dimension का ही होगा. अगर ऐसा है तो वो क्या है जो हमारे सपनो को false awakening dreams को out of body experience से अलग बनाता है. आइये जानते है इस पोस्ट में.
Lucid Dreaming vs. Astral Travel
Lucid dreaming एक scientifically proven state है जिसका अनुभव हमें तब होता है जब हम RAM mean rapid eye movement की state में होते है. ये स्टेट हमें सपनो की दुनिया में ले जाती है जहाँ हम पूरी तरह से conscious and aware about dream तो होते ही साथ ही इसे control भी कर सकते है.
ये वो स्टेट है जहाँ एक इन्सान अपनी अधूरी इच्छा को मनचाहे तरीके से जीता है. हम जो भी सोचते और चाहते है इस स्टेट में उसे हकीकत की तरह महसूस कर सकते है.
Astral travel projection जैसा अनुभव तब होता है जब हमारी consciousness एक astral body में इंटर होती है और एक different realm को explore करने लगते है.
ऐसी कई सारी stories of near death experiences report सामने आई है जिसमे लोगो ने अपने experience शेयर करते हुए कहा है की उन्होंने ऐसे समय में अपने आपको एक जगह पाया है जहाँ वो खुद को ही देख रहे है वो भी एक third person perspective के रूप में.
एक और जहाँ हम lucid dream में conscious in dreams की अवस्था में होते है एस्ट्रल travel की अवस्था में हम पूरी तरह चेतन अवस्था में होते है.
ये बिलकुल वैसा ही जैसे एक अवस्था से दूसरी अवस्था में पहुँचाना. इसके लिए सबसे पहले हम खुद को एक energy field की फॉर्म में ले जाते है और फिर खुद को physical body से अलग कर देते है.
कुछ लोग इस दौरान खुद में एक vibration or buzzing sound जैसा अनुभव करते है जो की उनके एस्ट्रल बॉडी के बनने के संकेत होती है. जब भी हम सोने और जागने की अवस्था के बिच होते है एक energy हमें अनुभव होती है.
अपनी चेतना का प्रयोग करते हुए हम इसे खुद पर हावी होने के लिए allow कर देते है और धीरे धीरे ये उर्जा का स्वरूप एक एस्ट्रल बॉडी का रूप ले लेता है.
Is Astral Travel Real or Just another Lucid Dream?
जिन लोगो द्वारा ज्यादातर टाइम सिर्फ lucid dreaming को अनुभव किया जाता है उनके लिए ये मानना बेहद मुश्किल है की क्या वाकई astral travel जैसा कोई अनुभव होता है या ये सिर्फ हमारे दिमाग की रचाई एक रचना होती है ?
इसी की एक तकनीक जिसे WILD techniques for lucid dreaming के नाम से जाना जाता है के जरिये हम खुद को conscious dream from complete wakefulness की अवस्था में ले जा सकते है.
ये तकनीक convert sleep paralyses into lucid dreams में सबसे ज्यादा काम आती है. इसकी मदद से हम स्लीप पैरालिसिस जैसी भयानक स्थिति से आसानी से बाहर निकल सकते है. internet पर ऐसी काफी सारी रिसर्च मौजूद है जिसमे कुछ expert lucid dreamers ने इस अनुभव के साथ एस्ट्रल ट्रेवल को जोड़ा है.
एक मशहूर Rebecca Turner नामक एक्सपर्ट ने lucid dreaming fast track को इजाद किया है ताकि हम आसानी से conscious dreaming journey का अनुभव कर सकते है.
ये एक प्रोग्राम है जो हमारी चेतना को सपनो में भी active रखता है और हम सपने देखते हुए भी खुद को समझ सकते है. ये बिलकुल lucid dream की तरह काम करता है. इसे सुनने के बाद एक नतीजा सामने आता है जो lucid dreaming experiences is similar to astral travel को 100% proof करता है.
ये भी lucid dream reality checks में काफी मदद कर सकता है.
astral travel and secret of buzzing sound
इस तरह के अनुभव के दौरान हमें buzzing sound सुनाई देना आम बात है. कुछ लोगो के अनुभव एस्ट्रल ट्रेवल के बिलकुल सटीक थे. उन लोगो के अनुसार इसमें फर्क कर पाना बेहद मुश्किल था. ऐसे में कुछ लोगो द्वारा दोनों ही अनुभव एक साथ भी किये गए.
जिन लोगो ने कई बार astral travel का अनुभव किया लेकिन उन्हें पता भी नहीं था की lucid dreaming जैसी कोई चीज भी उनके साथ हो रही है.
हम अक्सर जाने अनजाने इस तरह के अनुभव करते है जिसमे हमें लगता है की हम astral travel कर रहे है लेकिन वास्तव में ये एस्ट्रल ट्रेवल ही था या फिर मनचाहे सपने देखने की तकनीक इसका फर्क कर पाना बेहद मुश्किल हो जाता है, ज्यादातर तो किसी भी ऐसी चीज के बारे में खुलकर बोल नहीं पाते है क्यों की वो उसमे believe करते है जो वो अनुभव करते है.
एक बात साफ है और वो है दोनों ही अनुभव में खुद के प्रति चैतन्य रहना और अनुभव के तुरंत बाद हो रही चीजो को ( अनुभव ) को डायरी में लिखना. अभी तक ऐसा कोई तरीका इजाद नहीं हुआ जो हमें लुसिड ड्रीम और एस्ट्रल ट्रेवल या out of body experience में किसी तरह का अन्तर सिद्ध कर दे.
कई सारे लोग मिलकर भी एक साथ lucid dreaming की state में जा सकते है जिसे mutual lucid dreaming कहते है.
इस दौरान हमें लगता है की हम एस्ट्रल ट्रेवल कर रहे है लेकिन वास्तव में ये सिर्फ lucid dream होता है और ये इतना वास्तविक होता है की हम इसमें फर्क महसूस ही नहीं कर पाते है. “Waking state”, “dreams” “meditation” as well as “astral projection”
इन सबमे एक चीज common है और वो है states of consciousness जिसमे हम many different dimensions को experience करते है. ऐसे में lucid dream reality checks के लिए आप कुछ तरीके अपना सकते है.
dangerous of out of body experience
वो लोग जो शरीर से बाहर विचरण का अनुभव करते है उनके लिए ये सब खतरनाक हो सकते है.
मनचाहे सपने देखने की तकनीक में हमें कोई खतरा नहीं होता है क्यों की इसे हमारा दिमाग बनाता है लेकिन अगर आप Astral traveller या out of body experience जैसी स्थिति से गुजर रहे है तो आपको जान लेना चाहिए की इसमें कुछ छिपे हुए खतरे हो सकते है.
जो लोग इस तरह से अनुभव से गुजरते है वहां other dimension creature या फिर energy vampire जैसी स्थिति से गुजर सकते है. इसमें काफी सारी disturbing things भी हो सकती है. इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है की हम दुसरे डायमेंशन में किस तरह की स्थिति से गुजरते है.
जो भी हम अनुभव करते है वो हमारे अपने belief होते है इसलिए अगर हम demon से गुजरते है तो higher self or angles जैसी चीजे भी हमारे साथ रहती है.
Top 10 Reality Checks for Lucid Dreams
इससे जुड़े टेस्ट को हम हथेली से चेक करते है. इसके अलावा भी कुछ ऐसे तरीके है जिन्हें आप आजमा सकते है जैसे की
- Breathe – Can you hold your nose and mouth shut and breathe? ( मुह और नाक को बंद करने के बाद साँस लेना )
- Jump – When you jump, do you float back down? ( जब हम जम्प करते है तो क्या धरती पर वापस आ रहे है )
- Read – Can you read a sentence twice without it changing? ( एक ही वाक्य को बार बार पढना वो भी बिना किसी बदलाव के )
- Look – Is your vision clearer or blurrier than normal? ( क्या आपका विज़न साफ़ है ? )
- Hand – Can you push hand through a solid surface? ( किसी ठोस जगह को हाथो से दबाना )
- Time – Can you read a clock face or digital watch? ( क्या आप किसी घडी की सुई को देख और पढ़ सकते है )
- Fly – Can you will yourself to fly or hover above the ground? ( खुद को ग्राउंड से ऊपर उड़ते हुए महसूस करना )
- Palms – Do the palms of your hands look normal close-up? ( क्या आपके हथेली का साइज़ नार्मल है और वो सामान्य स्थिति में है )
- Mirrors – Does your reflection look normal in the mirror? ( दर्पण में देखने पर आपका चेहरा साफ दिखता है ? )
- Math – Can you add up two numbers for a correct answer? ( किसी भी दो नंबर को जोड़कर उनका सही जवाब पाना )
ये कुछ ऐसी एक्टिविटी है जिन्हें आप lucid dream reality checks में इस्तेमाल कर सकते है.
Why Build Self Awareness?
हमारा दिमाग neural constructs based experiential learning पर काम करता है इसलिए ये patterns of thinking based on your real life experiences के आधार पर चीजो को अनुभव कराता है. ऐसे में हम खुद की चेतना को बढ़ा कर ही इससे ऊपर उठ सकते है.
हम जानते है की असमान का रंग नीला है या फिर दीवार इतनी ठोस है की हम इसके आरपार गति नहीं कर सकते है. ऐसे में दिमाग उन चीजो के बारे में कुछ भी तर्क नहीं करता है.
अगर daily basis routine में हम खुद से ऐसे सवाल करने लगे तो इससे हमारी चेतना बढ़ने के चांस ही बढ़ते है.
अगर हम ऐसा कर पाते है तो सपनो के दौरान भी हम खुद से सवाल करने में सक्षम हो जाते है क्यों की ये हमारी लाइफ का हिस्सा बन जाता है.
हम अपने आसपास काफी सारे बदलाव देखते है लेकिन अरसे से देखते आने की वजह से अब हम उसे अपना चुके है.
सवाल इस तरह के होने चाहिए जो आपकी चेतना को बढाए जैसे की असमान का रंग नीला है लेकिन नीला ही क्यों ? और जब इसकी वजह पता चले तो उसकी वजह यानि सवाल पे सवाल और तार्किक चेतना में विस्तार करते रहना. ये सब आगे चलकर हमें Lucid dream reality checks में काफी हेल्प कर सकता है.
Troubleshooting Reality Checks
ये एक बेहद ही very popular lucid dreaming technique है जो की how to do reality checks में सबसे ज्यादा काम आती है. इससे जुड़े कुछ सवाल है जो हमारे मन में तब आ सकते है जब हम इसका अभ्यास शुरू कर देते है. ऐसे में सबसे बड़ी समस्या है की
#1. हम ज्यादा से ज्यादा वास्तविकता की जाँच करने वाले टेस्ट को याद कैसे रखे ?
इसके लिए आपको अपने दिन की activity में इसे शामिल करना होगा. आपने देखा होगा कुछ लोग अपने आने जाने की जगह पर नोट्स चिपका देते है ताकि उन्हें क्या करना है वो याद रहे.
आप भी ऐसा कर सकते है उन जगहों पर जहाँ आप दिन में कई बार जाते है जैसे की फ्रीज़, बाथरूम, टीवी ऐसी जगहों पर नोट्स चिपका दे जो आपको उस वक़्त ये याद दिला दे की आपको Lucid dream reality checks perform करना है.
वो activity जो आप दिन में बार बार दोहराते है उन्हें mentally trigger कर सकते है. सीढिया उतरते समय दिमाग पर जोर दे की क्या आप वाकई उतर रहे है ? ये activity कैसे पूरी की जा रही है जैसे सवाल मन में जब उठने शुरू हो जाते है तो इसका मतलब है आपकी inner awareness बढ़ने लगी है.
#2. मेने इस सप्ताह कई बार इस तरह के reality check perform किये लेकिन मुझे किसी तरह से lucid dream का अनुभव नहीं हुआ क्यों ? क्या में कुछ गलती कर रहा हूँ ?
सबसे पहले तो आप इस बात पर गौर करे की जो भी चेक आपने किये है वो सब mindfully थे और हर बार उनसे निकलने वाला conclusion किसी real personal perspective पर based था या नहीं.
इसके अलावा दूसरी बात ध्यान दे की आपने कम से कम हर रोज एक dream journal को रिकॉर्ड किया हो क्यों की ऐसा भी होता है की हम सपने में इस तरह की lucid activity का अनुभव तो कर लेते है लेकिन उठने के बाद वो सब याद नहीं रह पाता है.
इसके अलावा आप ये भी कर सकते है की अपने reality checks को दूसरी lucid dreaming techniques जैसे की meditation and dream incubation जैसी तकनीक से जोड़कर भी इसे सही से अनुभव कर सकते है.
साथ ही आपको संयम रखना चाहिए क्यों की किसी भी नई आदत को daily लाइफ में जोड़ने में थोडा समय तो लगता है इसलिए कुछ समय और इन्तजार करे और अपने अभ्यास को पहले की तरह जारी रखे.
#3. मैंने lucid dream को कई बार अनुभव किया है लेकिन ये सब सिर्फ सपनो तक ही सिमित है ऐसा क्यों ?
अगर आपके साथ हर बार ऐसा हो रहा है तो इसकी संभव वजह एक ही हो सकती है की आप waking reality check perform नहीं कर रहे है वो भी mindfulness के साथ. जब भी आप किसी तरह की चेक को परफॉर्म करते हुए impossible action कर रहे हो तो वो किसी तरह का मजाक नहीं बल्कि हकीकत हो.
जब भी आपके मन में सवाल उठे की “Am I dreaming” तो खुद से पूरी तरह डूबते हुए concentrate रहे.
जब ऐसा हो तो खुद से सवाल करे की अगर आप इस समय सो रहे होते तो क्या कर रहे होते ?
इसके बाद सो जाइये और उठने के बाद सभी चीजे compare करे. कभीकभार ऐसा हो सकता है की आपका reality checks गलत हो जाए क्यों की हम कई बार ऐसे सपने देखते है जो एकदम हकीकत जैसे लगते है.
लेकिन वास्तव में हम सो रहे होते है इसलिए हर बार Lucid dream reality checks techniques के जरिये हमें सच का पता लगाते रहना चाहिए.
Lucid dream reality checks techniques in Hindi – final thoughts
दोस्तों हम कई बार सोते समय ऐसी अवस्थाओं में पहुँच जाते है जहाँ पर हम मनचाहे तरीके से सबकुछ देखना और अनुभव करना शुरू कर देते है.
इस दौरान हम ये नहीं बता पाते है की ये lucid dream है या फिर astral travel or out of body experience क्यों की हम इनमे फर्क को महसूस ही नहीं कर पाते है.
कई बार हम इसकी रियलिटी में फंस कर रह जाते है. ऐसे में lucid dream reality checks techniques जो की easy lucid dreaming techniques का ही एक हिस्सा है के जरिये इसमें फर्क का पता कर सकते है.
ज्यादातर लोग दावा करते है की उन्होंने astral travel या फिर out of body experience किया है लेकिन हकीकत में कई बार ये सिर्फ lucid dream ही होता है.
हकीकत और सपने में फर्क को महसूस करने के लिए आप यहाँ शेयर किये गए तरीके अपना सकते है.