सुबह उठते ही आपने बॉडी में अकड़न को महसूस किया होगा. ये Morning stiffness arthritis जिसे हम Morning stiffness के नाम से जान सकते है.
बूढ़े लोगो में Stiff fingers in the morning ( अंगुलियों में अकड़ ), Stiff hands in the morning ( हाथो में अकड़ ) या फिर Stiff back in the morning ( कमर में अकड़न ) अक्सर देखने को मिल सकती है. जब हम सुबह उठने के बाद एक कदम चलने के बाद ही खुद को असमर्थ पाए तो क्या होगा ? इससे हमारा पूरा दिन बर्बाद हो सकता है.
ऐसे बहुत से Morning stiffness causes है जो की आपकी लापरवाही या फिर वातावरण की वजह से होता है.
ऐसी कई वजह होती है जिनकी वजह से हमें बॉडी में तनाव से रूबरू होना पड़ता है. ऐसा माना जाता है की एक उम्र के बाद जब जोड़ो में चिकनाई कम हो जाती है तब हम arthritis से गुजरने लगते है.
ऐसा नहीं है क्यों की आजकल कम उम्र में ही हम ऐसी बीमारियों से गुजरने लगते है जिनसे हम बुढ़ापे में रूबरू होते थे.
हमारी डेली लाइफ रूटीन की वजह से हम कम उम्र में भी गंभीर बीमारियों से गुजरने लगते है जिनमे से एक है सुबह उठने के बाद कुछ देर तक पूरी बॉडी में तनाव महसूस करना, हिलने डुलने में परेशानी होना. ऐसा होने की वजह क्या हो सकती है ?
Morning stiffness arthritis
अक्सर हम सुबह उठते ही शरीर में अकड़न महसूस करते है. ये एक common problem associated with arthritis है जो किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है.
जैसे ही आप बेड से उतरते है Morning stiffness आपके सभी कामो को बिगाड़ सकती है.
जैसे ही हम बिस्तर से उठते है पहली स्टेप लेते ही हमारा पूरी बॉडी में इतना दर्द महसूस होता है की उठाना मुश्किल हो जाता है और हम फिर से बिस्तर पर चले जाते है. सुबह की पहली अकड़न आपकी activities of daily living को affect कर सकती है.
कई लोगो के लिए ये कुछ देर की हो सकती है तो कुछ लोगो के लिए ये काफी देर तक भी बनी रह सकती है.
सुबह के तनाव की वजह
सुबह उठने के बाद बॉडी में होने वाली इस अकड़ को लेकर काफी सारी थ्योरी अलग अलग लोगो द्वारा दी गई है. इन्ही में से एक है gel phenomenon जिसके अनुसार ऐसा तब होता है जब लम्बे समय के लिए हम sitting or inactivity की स्थिति में रहते है.
इस तरह की स्थिति को non-inflammatory conditions के नाम से जाना जाता है.
कुछ लोगो के लिए ये एक circadian symptom है जिसे पूरी तरह समझा नहीं जा सकता है. ऐसा तब भी हो सकता है जब हम नींद पूरी होने से पहले ही अचानक उठ जाए.
ऐसी स्थिति में हम सही तरह से उठ नहीं पाते है. हमें लगता है की हमारी बॉडी हमें सपोर्ट नहीं कर रही है. ये स्थिति कुछ हद तक Sleep paralysis की तरह हो सकती है.
Tips for Dealing
मेडिकल साइंस में इसके लिए एक दवा इजाद हो चुकी है. ये दवा रात के ठीक 10 बजे लेनी होती है जो की लेने के ठीक 4 घंटे बाद अपना असर दिखाती है. इस पर हुई Clinical studies ने इस बात को प्रूफ कर दिया की ये एक बेहतर दवा हो सकती है.
इस दवा को Europe में Lodotra के नाम से जाना गया जिसे US approval से पहले यूरोप में मंजूरी मिली.
अगर आप inflammatory arthritis या फिर Morning Stiffness यानि सुबह की अकड़न से निजात पाना चाहते है तो निचे दिए गए कुछ टिप्स को फॉलो कर सकते है. इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है की आपको किस टाइप की प्रॉब्लम है कुछ ऐसे कॉमन solution है जिन्हें आप आजमा सकते है.
- ऐसी स्थिति में सोने की कोशिश करे जिसमे आपके जॉइंट को सबसे ज्यादा सपोर्ट मिलता है.
- जिस रूम में आप सो रहे है उसके तापमान पर गौर करे. अगर रूम टेम्परेचर जरुरत से ज्यादा ठंडा है तो ये एक वजह बन सकती है आपके अकड़न की इसलिए तापमान को कुछ हद तक गर्म रखे तो ही बेहतर है.
- बेहतर होगा अगर सोने से पहले कुछ सैर या फिर simple stretching exercises करे.
- अगर प्रॉब्लम ज्यादा है तो उठने के बाद गर्म पानी से स्नान ले ऐसा करना आपको कुछ हद तक आराम देगा.
- सोने से पहले कोशिश करे की आप तनाव से खुद को दूर कर सके. अगर सोने के टाइम आप तनाव लेते है तो इसका असर आपकी नींद पर पड़ेगा और सही तरह से नींद ना ले पाने की वजह से बॉडी में अकड़ और तनाव महसूस करने लगेंगे.
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Morning stiffness arthritis Final thought
सुबह की अकडन आपके level of frustration, ability to work, and overall quality of life को प्रभावित कर सकता है. ये किसी तरह की बीमारी नहीं है कम से कम शुरुआती स्तर में तो बिलकुल नहीं. अगर आप सावधान रहे और सुबह के समय उठने के बाद खुद को वार्म कर सके तो यक़ीनन आपको इससे आराम मिल सकता है.
अपने डेली रूटीन में आपको कुछ आदतों का बदलाव करना है ताकि बॉडी में होने वाली अकड़ को कम या खत्म किया जा सके.