किसी भी कार्य में सफलता के लिए एक प्लानिंग की हमेशा जरुरत पड़ती है. अगर आप बेहतर तरीके से अपने लक्ष्य में सफल होना चाहते है तो आपको एक Pre-planned program के तहत कदम उठाने होंगे. लक्ष्य में सफलता के लिए Personal development plan का कितना महत्त्व है ये हम आज डिटेल में जानेंगे.
Adult learner tips for how to write a personal development plan को समझने में आपकी मदद करेंगे.
किसी भी प्लानिंग में सबसे बड़ा सवाल आता है How to write adult learners tips in better way?
ताकि जो हम हासिल करना चाहते है उसे बिच में छोड़ना न पड़े, हर कदम पर हमें positive response मिले और हम अपने स्तर पर measurement of success को समझ कर आगे बढ़ सके.
हार्ड वर्क की बजाय स्मार्ट तरीके से कार्य को पूरा करने की कोशिश करे. इससे न सिर्फ आपका समय बचता है बल्कि रिस्क कम से कम होता है. इतना ही नहीं इसके फायदे भी हार्ड वर्क की तुलना में ज्यादा मिलते है.
अगर आप भी किसी टारगेट को ध्यान में रखते हुए मेहनत कर रहे है लेकिन सफल नहीं हो रहे है तो अपने तरीके में बदलाव जरुर लाए. आइये जानते है की कैसे हम किसी काम को स्मार्ट तरीके से पूरा कर सकते है.
what is personal development plan?
किसी भी लक्ष्य को हासिल करना बेहद आसान बन जाता है जब हमारे पास एक बेहतर प्लान हो. एक ऐसा प्लान जो बाकि सभी वैकल्पिक प्लान से बेहतर हो और उसमे रिस्क काम फायदा ज्यादा हो.
सिर्फ इतना ही नहीं कम समय में अच्छे परिणाम मिले इसके लिए हम किसी भी Goal or target को सेट करने के बाद एक full proof plan तैयार करते है ताकि सफलता हासिल करने के लिए हमें सही दिशा हर कदम पर मिलती रहे.
जब भी हम किसी टारगेट को बिना किसी नुकसान के कम समय में हासिल करने के लिए कुछ कदम उठाने की तैयारी करते है प्लान कहलाती है.
ये एक कमांड सेट होता है जो हमें सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए गाइड करता रहता है. अगर बात करे व्यक्तित्व विकास की तो इसके लिए की जाने वाली प्लानिंग को personal development plan कहते है.
जाहिर है की आज के टाइम में जहाँ competition बहुत ज्यादा बढ़ गया है हर किसी को अपने अन्दर improvement लाने की जरुरत भी बढ़ी है.
अगर हम समय के साथ अपने अन्दर बदलाव नहीं ला सके तो पिछड़ सकते है. इन्ही वजह से हम self development plan को follow करते है.
बात करते है एक बेहतर आईडिया से भरे प्लान की और कैसे हम अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए सही कदम उठा सकते है ताकि टारगेट को प्राप्त करना सरल बन जाए. इसके लिए जो प्लान हम बनाने वाले है उसे step by step guide में बाँट लेते है.
ऐसा करना ना सिर्फ हमें आगे बढ़ने में हेल्प करेगा बल्कि हम हर कदम पर measurement of success को भी माप सकेंगे.
How to create plan step by step?
किसी भी टारगेट को हासिल करने के लिए जो स्टेप उठाए जाते है उनका बढ़ते हुए क्रम में होना बेहद जरुरी है. जिस तरह हम कम से शुरूआत कर ज्यादा से आगे बढ़ते है उसी तरह टारगेट से जुड़ी हर बारीक़ जानकारी हमें होनी चाहिए.
टारगेट होना बड़ी बात नहीं एक smart goal बनाना जिसमे आपने हर step की पूरी प्लानिंग पहले से ही कर रखी हो जरुरी है.
इस दुनिया में कुछ भी परफेक्ट नहीं है. आप खुद भी नहीं और ना ही जो आप कर रहे है वो पूरी तरह आपकी सोच के अनुसार हो ऐसा 100% जरुरी नहीं है.
हम जो भी प्लान करते है उसमे कही न कही कुछ गलतिया भी हो सकती है और यही गलती हमें और बेहतर बनाती है.
किसी भी personal development plan में उठाए जाने वाले हर step हालाँकि सोच समझ कर ही प्लान किये जाते है लेकिन फिर भी परिणाम 100% वैसे नहीं होते है जैसे हम चाहते है. इसके लिए बैकअप प्लान भी बनाए रखना पड़ता है. इस बारे में और डिटेल से बात करने पर आपको बेहतर समझ आयेगा की हम किन step की बात कर रहे है.
प्लान के लिए हम टेबल बनाने के लिए किसी software program की मदद ले सकते है जो इसके लुक को attractive बनाता हो.
- benefit
- Knowledge, Skills, Abilities to be developed
- Developmental Activities
- Resources/Support Needed
- Potential Obstacles
- Date for Completion
- measurement of success
ये 7 ऐसे step है जिन्हें follow कर आप आसानी से मनचाहे व्यक्तित्व विकास को अपना सकते है. किसी भी टारगेट को हासिल करने के लिए की गई smart planning हमें न सिर्फ आगे बढ़ने में हेल्प करती है बल्कि समय भी बचाती है.
purpose of benefit
किसी भी काम को हम क्यों करते है ? जाहिर सी बात है की कोई फायदा होगा तभी हम मेहनत करते है. पढ़ाई करते है ताकि कुछ बने लेकिन क्या ? बिना उदेश्य के की गई पढ़ाई भी किसी काम की नहीं.
अगर आप डॉक्टर बनना चाहते है तो 12 के बाद उन कोर्स की तरफ बढ़ेंगे जिनसे आपको मेडिकल लाइन में आगे बढ़ने में हेल्प मिलेगी न की किसी अन्य फील्ड में.
इसी तरह हम जो काम करने जा रहे है उससे हमें क्या फायदा होगा ये सबसे पहले पता होना चाहिए. जब ऐसा होता है तभी हम मन लगाकर अपने टारगेट को हासिल करने की दिशा में काम करते है.
जब तक हमें बेनेफिट के बारे में पता नहीं होगा हम कुछ भी मन लगाकर नहीं कर सकते है.
दुसरे शब्दों में कहे तो किसी भी कार्य को करने के पीछे का हमारा लालच कार्य को करने के लिए हमें प्रेरित करता है. यही वजह है की टारगेट को हासिल करने से पहले हमें उसके benefit पता होने चाहिए.
ऐसा इसलिए भी जरुरी है क्यों की ये सफलता का भी सूचक बनता है.
आप अपने अन्दर कोई बदलाव क्यों लाना चाहते है ? इससे आपके अन्दर जो बदलाव होगा वो आपको किस तरह फायदेमंद होगा ? ये सब बाते आपको टारगेट सेट करने के बाद खुद को उस टारगेट से जोड़ने के लिए उठाई गई सबसे पहली स्टेप है. अपने मकसद को जानना आपकी सफलता को बढ़ा सकता है क्यों की इससे आप अपने टारगेट की और प्रेरित होते है.
Knowledge, Skills, and Abilities to be developed
आप अपने टारगेट को कितना बेहतर समझ पाते है ये तय करता है की आप इसके बारे में कितना जानते है. हम क्या बदलाव लाना चाहते है और किस टारगेट को हासिल करना चाहते है उसके बारे में जितना ज्यादा पता होगा उतने ही बेहतर कदम उठाए जा सकते है.
कई बार ऐसी स्थिति हमारे सामने आ जाती है की फायदे पता होने के बाद भी हम क्या हासिल करना चाहते है ये सही से समझ नहीं पाते है.
ऐसी स्थिति में हमारा टारगेट पूरी तरह clear नहीं रहता है जिसकी वजह से भटकाव या भ्रम की स्थिति बन जाती है. ऐसी स्थिति में हम ये तय भी नहीं कर पाते है की हम क्या चाहते है और उसे कितना समझते है.
किसी सवाल के जवाब को पाने से पहले सवाल को समझना बेहद जरुरी है.
हम जवाब पाने की कोशिश शुरू कर देते है लेकिन सवाल वास्तव में क्या है ये ज्ञात ही नहीं है. ऐसी condition में हम खुद अपने जवाब से संतुष्ट नहीं हो सकेंगे. किसी भी प्लानिंग से पहले हमें टारगेट से जुड़े सभी सवालों को समझ लेना चाहिए.
Developmental Activities
जब आपका टारगेट साफ़ हो और आपको पता हो की आपको क्या पाना है तब हमें आगे बढ़ते हुए ऐसे कदम उठाने चाहिए जो टारगेट को पाने में सही हो.
हमें पता होना चाहिए की किसी टारगेट को पाने के लिए हम कौन कौन से कदम उठा सकते है. ये बात भी ध्यान रहे की आप सिर्फ एक step पर ही न अटक जाए.
हर संभव step जिनसे सफलता हासिल की जा सकती है हमें पता होने चाहिए. सफलता हासिल करने के लिए हमें कौन कौन से step उठाने चाहिए, क्या activity रहेगी इन सबके बारे में अच्छे से स्टडी कर लेनी चाहिए ताकि कोई डाउट न बचे और हमें पता हो की हमें करना क्या है.
उदाहरण के लिए आपको आपके स्थान से दूर किसी दोस्त के पास जाना है. लेकिन दोस्त के पास कैसे जाया जा सकता है ? आपको पता है की वहां पर बस जाती है लेकिन मान लीजिए की आप वहां जा रहे है और रास्ते में आप इतना लेट हो गए की आपको बस ना मिले या फिर किसी वजह से आपको प्लान बदलना पड़े तो ?
ऐसे में आपको हर उस विकल्प का पता होना चाहिए जिसके जरिये आप दोस्त तक पहुँच सकते है.
सिर्फ इतना ही नहीं आपकी हर जानकारी पूरी तरह साफ़ होनी चाहिए जैसे की बस कितने बजे तक मिल सकती है, रास्ता कैसा है और विकल्प में कौन से साधन है और कब तक उपलब्ध है. जब तक आपको ये सारी बाते पता नहीं होगी आप आगे नहीं बढ़ पाओगे क्यों की हमारा चाहा हुआ 100% सफल नहीं होता है.
ऐसे में टारगेट से जुड़ी हर बारीक़ जानकारी भी आपको पता होनी ताकि हरसंभव सही कदम उठाया जा सके. अगर एक विकल्प गलत भी हो जाता है तो उसी समय प्लान B पर काम किया जा सके.
Resources/Support Needed
अपने टारगेट को हासिल करने के लिए आपको किस तरह की सहायता लेनी होगी या फिर कौनसे वो जरिये है जिनसे आप आगे बढ़ सकते है.
उदाहरण के लिए किसी दूसरी कंट्री में घूमना है तो वहां क्या सही रहेगा एक travel guide या फिर एक book guide or map. दोनों में से जो आपको ज्यादा सही लगे उसका चुनाव किया जा सके.
ऐसा करना इसलिए जरुरी है क्यों की इससे हमें आगे बढ़ने में सहायता मिलती है और हम उन रिसोर्सेज की सही पहचान कर पाते है जो हमें आगे ले जा सकते है. ये एक तरह का फायदे का काम है जो समय बचाता है और सही दिशा प्रदान करता है.
Potential Obstacles
हम किसी कार्य को पूरा करने की कोशिश करे और उसमे समस्या ना आये ऐसा तो हो ही नहीं सकता. हालाँकि कोई भी व्यक्ति ऐसे कदम नहीं उठाता है की उससे कार्य के बिच के कोई अड़चन पैदा हो लेकिन, हमें हर परिस्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए.
किसी भी कार्य के step में कही भी किसी भी गलती की वजह से जो अवरोध पैदा हो सकता है उससे कैसे निपटा जाए आपको इसकी तैयारी पूर्व में ही कर लेनी चाहिए.
जैसे की किसी जगह घुमने जाने के लिए मौषम चाहे कैसा भी हो लेकिन बदलाव अचानक हो सकते है. ऐसे में दवा और कुछ जरुरी चीजे जो काम आ सकते है पहले से ही ले लेते है.
क्या घुमने के दौरान बीमार होना पहले से तय था ? नहीं ! प्लानिंग में कही भी बीमार होना नहीं था लेकिन फिर भी हम दवा साथ में लेते है क्यों की हमें आशंका रहती है की कही भी हम चूक कर सकते है जिसकी वजह से बीमार भी हो सकते है.
यही स्थिति personal development plan में है. आपको हर स्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए. जरुरी नहीं की हम जैसा चाहे वैसा ही हो इसलिए आपको हर संभव खुद को तैयार रखना चाहिए.
Date of Completion
सबकुछ हो जाने के बाद आपको एक deadline तैयार होती है. गोल दो तरह के होते है पहला short term goal और दूसरा long term goal दोनों में ही एक समय फिक्स रहता है. सिर्फ शुरुआत करना काफी नहीं है उसे ख़त्म करने के लिए भी प्लानिंग चाहिए.
आप जो कार्य सोच रहे है उसे कब तक पूरा करना है ये आपको पहले ही तय करना होगा. अगर आप ऐसा नहीं करते है तो आपको किसी तरह की फ़िक्र नहीं रहेगी. आज करने वाले काम को कल पर टालते रहोगे जिसकी वजह से काम पूरा होगा ही नहीं.
किसी भी कार्य में फिर चाहे वो किसी भी तरह का क्यों न हो एक फिक्स टाइम के अन्दर पूरा करने को लेकर Committed रहे.
personal development plan का ही एक हिस्सा मान लेते है आपको वजन कम करना है आपके पास सारी डिटेल है लेकिन आप कब तक अपना वजन कम करना चाहते है.
जैसे एक एक महिना और एक महीने में कितना वजन कम करना है ये आपको अच्छे से पता होना चाहिए तभी आप सही time management कर पाओगे.
अगर हम टाइम के हिसाब से काम न करे तो सबसे पहले आलस आएगा जिसकी वजह से हम खुद को स्टेबल नहीं रख पाएंगे. टाइम के साथ काम ना करने की वजह से आपकी की गई मेहनत भी बेकार हो जाएगी.
सफलता के मापदंड का भी रखे ख्याल
जो टारगेट हम हासिल कर रहे है उसमे सफलता पाना कैसे रहेगा ? हमें कैसे पता चलेगा की हम कामयाब हुए है या फिर अभी और मेहनत की जरुरत है. यही वजह है की सफलता के कुछ पैमाने होते है. हम जिस सोच को रखते हुए काम करते है वही हमे मिलने लगे तो समझ ले की हम सफल हो रहे है.
हम जो भी टारगेट बनाकर चलते है उसमे कामयाब होने पर हमें कैसा महसूस होगा और हम क्या हासिल कर पाएंगे यही सब ध्यान रखना जरुरी है. इसे ध्यान में ना रखना मतलब किसी उदेश्य को ध्यान में ना रखते हुए काम करते रहना है.
आप काम करते रहोगे लेकिन ये कन्फर्म नहीं कर पाओगे की जिसके लिए आप कर रहे है वो आपको मिल रहा है या नहीं.
Basic concept of personal development plan my own thought
हम सभी किसी न किसी उदेश्य को लेकर मेहनत कर रहे है. एक समय था की सफलता की कुंजी सिर्फ और सिर्फ Hard work थी लेकिन आज के टाइम में smart work को ज्यादा महत्त्व दिया जा रहा है.
इसका मतलब ये नहीं है की आप हार्ड वर्क नहीं कर रहे है बल्कि, आप उस काम को बेहतर तरीके से कर रहे है. personal development plan हो या फिर life में कुछ पाना हो आपको इन्ही 7 parameter पर काम करते हुए अपने टारगेट को हासिल करना चाहिए.
Resource : how to achieve goal with smart work