Mechanism of Psychological Projection आखिर क्यों लोग खुद को दूसरो से अलग कर लेते है ?


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क्या आप जानते है की आपकी असली क्षमता क्या है ? अपनी असीमित क्षमता को पहचानने के लिए mechanism of psychological projection आपकी help कर सकता है. एकांत में बैठकर कभी किसी ऐसे व्यक्ति के बारे में सोचे जिसे आप सबसे ज्यादा admire करते है.

उनकी कोई एक quality के बारे में सोचे जो उन्हें दूसरो से अलग बनाती है. आप उन्हें उनकी इसी एक quality को लेकर पसंद करते है. इसके बाद किसी ऐसे व्यक्ति के बारे में सोचे जिसे आप सबसे ज्यादा नफरत करते है. हम लोगो को उनकी quality की वजह से पसंद नापसंद करते है.

Psychological Projection एक तरह का Defense Mechanism होता है जिसे हम सब difficult feelings or emotions से खुद को दूर रखने के लिए subconsciously employ करते है.

हम दूसरो को क्या दिखाना चाहते है उसके आधार पर एक personality बना लेते है. हमारी सोच को दूसरो पर थोपना भी एक तरह का प्रोजेक्शन है. हम क्या सोचते है वही दूसरे सोचे ये जरुरी नहीं है.

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The Basics of Psychological Projection

कई बार हम दूसरो से खुद को कुछ लोगो से दूर करने के लिए ऐसे defense mechanism का सहारा लेते है. अगर आप किसी को पसंद नहीं करते है और आपको उन्हें face भी करना पड़ता है तो ऐसी स्थिति में हम खुद के अन्दर ऐसी personality develop करते है जो हमारी नहीं होती है लेकिन, हमें दिखानी पड़ती है.

कई बार ऐसा होता है की हम दूसरो से अपनी राय शेयर करते हुए जब ये पाते है की वो भी हमारी जैसी सोच रखते है तो अवचेतन रूप से Psychological Project करना शुरू कर देते है.

विपरीत हालात से बचने के लिए हम खुद को ऐसी स्थिति से कवर करने लगते है जो वास्तव में हमें सिर्फ अस्थायी तौर पर आराम देता है. इस तरह का Defence mechanism हमें सिर्फ इनसे बचाता है, बाहर नहीं निकालता है. healing के लिए हमें इसका सामना करना चाहिए ना की इससे बचने की कोशिश करना.

आइये आज की पोस्ट में जानते है की ये किस तरह हमारी लाइफ को affect करता है और इससे बाहर निकलने के लिए के हमें क्या करना होगा.

The Basics of Psychological Projection

The theory of psychological projection के जनक Sigmund Freud को कहा जाता है जो की एक Austrian psychologist थे. इन्हें father of psychoanalysis कहा जाता है.

आमतौर पर इसे आप तब फील कर सकते है जब आप किसी ऐसे व्यक्ति से मिले जिसकी feeling आपसे मिलती हो. जब ऐसा होता है तब आप किसी भी तरह के इमोशन से डील कर सकते है.

इसका एक उदाहरण आप साफ़ तौर पर देख सकते है. एक पति जो खुद घर से बाहर अफेयर रखता है लेकिन, अपनी वाइफ को ऐसा करने से रोकता है.

एक चोर जो खुद चोरी करता है लेकिन normal days में वो खुद डरता है की कही उसकी चीजे चोरी ना हो जाए.

Why Do We Project?

हम जानते है की ये एक तरह का Defense Mechanism है और ज्यादातर हम ऐसा Cope with Feelings and Emotions के लिए करते है. हमारे सामने कई बार ऐसे हालात आ जाते है की हम उस स्थिति से बचना चाहते है लेकिन बावजूद इसके हमें उसका सामना भी करना पड़ता है.

ऐसी स्थिति में हम एक अलग personality को project करते है जो वास्तव में हमारी नहीं होती है. Psychological projection वास्तव में कई तरह के defense mechanisms में से एक है जो हम रेगुलर बेसिस पर इस्तेमाल करते है.

ऐसे कई common defense mechanisms है जिन्हें आप यहाँ देख सकते है.

  • Denial किसी ऐसी वास्तविक स्थिति को सिरे से नकार देना. आमतौर पर ऐसा लोग तब करते है जिन्हें किसी भी तरह खुद को इस स्थिति से अलग रखना होता है. एक उदाहरण के लिए किसी अपने की मौत होना आपको believe ही नहीं होता है की ऐसा हुआ है.
  • Distortion अपने आसपास की reality को पूरी तरह बदलने की कोशिश करना. उदाहरण के लिए आपका Boy-friend आपको सिर्फ इसलिए चीट करने की कोशिश कर रहा है क्यों की उसे Commitment में रहने में problem है.
  • Passive Aggression किसी और की स्थिति पर काबू करने की कोशिश करना. जैसे की एक हॉस्टल में रहने वाले लड़के कॉमन बाथरूम को सिर्फ इसलिए ब्लाक कर लेते है क्यों की वो अपना गुस्सा दूसरो पर जाहिर नहीं कर सकते है.
  • Repression किसी भी तरह की स्थिति से बचने के लिए feelings or emotions को दबाने की कोशिश करना. एक उदाहरण के लिए आपका एक्सीडेंट हो जाता है और आप खुद को उससे बचाने के लिए आपकी कार क्रेश की घटना को भूल जाना.
  • Sublimation अपनी feeling को किसी और तरीके से जाहिर करना. एक उदाहरण के लिए बड़ी उम्र में अफेयर रखना गलत माना जाता है इसलिए आप छोटी उम्र के बच्चो को प्यार करने लगते है.
  • Dissociation खुद को उन personality में ढालना जो आपसे बिलकुल अलग है. ये अस्थायी होता है लेकिन अपने फायदे के लिए आप अपने फायदे के लिए ऐसा करते है फिर चाहे हालात कुछ भी हो.

Defense mechanisms हमेशा हमारे लिए Unhealthy नहीं होते है. अगर आप stress को दूर करने के लिए Humor का सहारा लेते है तो ये एक Positive Defense Mechanism है.

कई बार विपरीत हालात से बाहर निकलने के लिए हम ऐसे इमोशन से खुद को जोड़ते है.

Different Types of Psychological Projection

जरुरी नहीं की Projection हमेशा से negative mechanism ही हो. Freudian theory के अनुसार ये हमेशा undesirable नहीं होता है. इसके अलावा भी ऐसे कई Projection है जो positive and productive होते है जैसे की,

Complementary projection ये एक तरह का प्रोजेक्शन है जहाँ पर हम दूसरो के साथ जब कुछ शेयर करते है तो हैरान हो जाते है की दूसरे भी इसी तरह के इमोशन को फील करते है या फिर एक जैसी सोच रखते है.

जब हम ये मान लेते है की दूसरे लोग भी हमारे जैसी सोच रखते है तब हम अपने thought दूसरो पर project करना शुरू कर देते है. ये एक Positive Psychological projection है लेकिन, हम हमेशा इसे एक healthiest way के रूप में नहीं देख सकते है.

ये एक ऐसा प्रोजेक्शन है जहाँ पर हम दूसरो से उम्मीद रखते है की जैसे हम है वैसे ही बाकि सब है. इसे समझना बेहद जरुरी है क्यों की इसे समझने के बाद ही हम negative emotions को कैसे डील करना है ये समझ पाते है. अब हम जानते है की इसे किस तरह डील करना है और खुद को इससे बचाना है.

How to Stop Projecting

अब तो आप समझ ही गए है की psychological projection एक तरह से खुद को छिपाने की कोशिश है लेकिन, कई बार हम खुद को छिपाने की कोशिश में नाकाम पाते है. जब बहुत ज्यादा देर हो जाती है तब हमें अहसास होता है की हम खुद को जिन परिस्थिति से बाहर रखने की कोशिश करते है वास्तव में हम अब भी उसी हालात में फंसे हुए है.

अगर आपको भी ये जानना हो की कही आप भी ऐसी स्थिति में फंसे तो नहीं है.

इसकी शुरुआत आप Examine The Negative Relationships से कर सकते है. अपने परिवार और कार्य-स्थल पर आप किसे अपने साथ पाते है और किस से नहीं.

क्या आपने महसूस किया है की आप खुद से कुछ अलग महसूस करते है. खुद से बात करना या फिर किसी खास से बातचीत कर हम इसे और ज्यादा बेहतर तरीके से समझने में मदद करता है.

एक बार आप ये समझ जाते है की आप किसी तरह के psychological projection में खुद को महसूस कर रहे है आपके लिए आगे आने वाले समय में इस तरह के future interactions को समझना आसान हो जाता है.

ये समझने के बाद अब जरुरत है इस तरह के इमोशन को सामने से face करना ना की इनसे छिपना या फिर किसी Defense Mechanism का सहारा लेना.

महत्वपूर्ण ये है की हम इसकी पहचान कर ले की हम defense mechanism का इस्तेमाल किस जगह कर रहे है और किस तरह हम positive manner के जरिये इसे बदल सकते है.

आप किस तरह ऐसे इमोशन से डील करते है

हर किसी के साथ anger, jealousy, hurt जैसे इमोशन को experience करना आम बात है. हम इस तरह के इमोशन से गुजरते है लेकिन, क्या आपने सोचा है की इस तरह के इमोशन कही आपको जरुरत से ज्यादा परेशान तो नहीं कर रहे है.

आपकी ज्यादातर energy अगर इस तरह के इमोशन से डील करने में निकल जाती है तो सावधान होने की जरुरत है. हमें इस तरह के difficult emotion से बाहर निकलने के लिए कुछ Healthy option का चुनाव करना चाहिए.

Psychological Projection हमें मुश्किल इमोशन से बाहर निकलने में मदद कर सकते है.

अगर ये आपके लिए एक healthy option की तरह काम करता है तो बेशक आप इसका इस्तेमाल कर सकते है.

बचाव करना सबका हक़ है लेकिन अगर इसकी वजह से आपको सिर्फ Temporary relief मिलती है तो ये सही भी नहीं है. बेहतर होगा की आप इससे बचने की बजाय अपने इमोशन का सामना करे.

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How to heal from Psychological Projection final word

एक बार आप ये समझना शुरू कर दे की आप दूसरो पर Psychological Projection कर रहे है तो खुद को heal करने की तरफ कदम बढ़ा चुके है. आप किस problem को face कर रहे है इसे समझना और उसके प्रति जागरूक होना आपको सफलता के करीब ले जाता है.

जब तक हम खुद के साथ क्या हो रहा है उसे लेकर जागरूक नहीं होते है तब तक किसी तरह की healing हमारे लिए वर्क नहीं करेगी.

Healing process हमारे लिए तब काम करती है जब हम खुद इन सबको accept कर लेते है. हमेशा विपरीत हालात से बचने के लिए कोई option का चुनाव करना सही नहीं होता है.

कभी कभी विपरीत हालात से बचने के लिए उनका सामना करने की कोशिश करना चाहिए ना की उससे बचने के लिए किसी Defense Mechanism का चुनाव करना.

अगर आपके साथ कुछ गलत होता है तो आपको उसे समझना चाहिए और उससे बाहर निकलना चाहिए ना की उससे बचने के लिए खुद को एक आवरण से कवर करना.

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