How to Cope with split personality disorder symptom, cause and treatment Guide in Hindi


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Split personality disorder in Hindi यानि dissociative identity disorder (DID) उन mental disorder को कहा जाता है जहाँ पर एक ही इन्सान के अन्दर एक ज्यादा distinct personality देखने को मिलती है.

व्यक्ति का हर व्यक्तित्व दूसरे व्यक्तित्व से विचार, भावना और गतिविधि हर मामले में अलग होता है.

इस तरह की समस्या खासतौर से उन लोगो में ज्यादा देखने को मिलती है जो किसी तरह के Past life traumatic condition से गुजरते है. इसके लिए कोई पक्का शर्तिया इलाज नहीं है और long-term treatment ही व्यक्ति की दूसरी personality को आपस में combine कर आपको सिर्फ normal बना सकता है.

कई जगह पर इसे borderline personality disorder splitting के नाम से जाना जाता है जहाँ पर split personality disorder symptoms के आधार पर इसका split personality disorder test निकालने की कोशिश की जाती है.

कुछ लोगो में 2 तरह की personality है जिन्हें dual personality disorder के नाम से बुलाते है जबकि इससे ज्यादा personality होने पर multiple personality disorder के नाम से जाना जाता है.

Basic Reason of Unsuccess in Sadhna
split personality disorder

इस Personality disorder के अलग अलग causes, symptoms, diagnosis के आधार पर किया गया इलाज सिर्फ आपकी Main personality को आगे रखने में मदद करता है ना की इसका कोई इलाज.

समय के साथ जब आप उन स्थिति का सामना करते है जिसकी वजह से personality disorder की स्थिति पैदा होती है तब हम अपने आप इन personality से छुटकारा पा लेते है लेकिन पूरी तरह से नहीं.

साफ तौर पर समझे तो जिन कंडीशन की वजह से ये personality बनती है वो सिर्फ तभी trigger होती है जब हमारे सामने ऐसी कोई कंडीशन पैदा होती है.

वक़्त के साथ हम खुद को normal कर लेते है लेकिन ये personality हमारा ही हिस्सा बन जाती है. आइये इस आर्टिकल में जानते है इसके बारे में विस्तार से.

What is split personality disorder?

Split personality को Past में multiple personality disorder के नाम से जाना जाता है. medical में ये एक popular term है जो dissociative identity disorder के लिए इस्तेमाल की जाती है.

ये एक ऐसी स्थिति है जिसमे व्यक्ति के अन्दर एक से ज्यादा Personality develop होने लगती है. normal condition में आप इसकी पहचान नहीं कर सकते है क्यों की ये संभव नहीं है.

खास तरह की परिस्थिति में आप alternate identities को आसानी से पहचान सकते है क्यों की इससे पीड़ित व्यक्ति significant differences को दर्शाना शुरू कर देता है. उनका Behavior, Emotion, Action, Thought सब एक नए व्यक्ति की तरह हो जाता है.

ये नया व्यक्तित्व व्यक्ति को अलग बना देता है और इस तरह की personality कुछ समय के लिए व्यक्ति पर पूरी तरह कण्ट्रोल ले लेती है.

व्यक्ति की original personality उसी तरह रहती है जैसी वो थी लेकिन उसे ये याद नहीं रहता है की वो किसी और की तरह भी व्यवहार कर रहा था. जब भी व्यक्ति कोई New personality को अपनाता है तब उसके लिए distinct history, a new identity, and different behaviors इन सबका अलग अलग रिकॉर्ड रहता है.

एक व्यक्ति में अलग अलग व्यक्तित्व इस तरह से देखा जा सकता है जैसे की

  • Name
  • Age
  • Gender
  • Moods
  • Memories
  • Vocabulary

Split personality disorder में व्यक्ति खुद को अलग तरह से देखता है. कुछ व्यक्ति खुद को जन्म से ही एक महिला की तरह देखते है लेकिन समाज के डर से व्यक्ति की तरह दर्शाते है. अकेले में ये अपनी इस व्यक्तित्व की पूर्ती करते है जो आगे चलकर certain stressor or trigger में बदल जाती है.

जब ऐसा होता है तब एक खास कंडीशन में व्यक्ति अपनी पुरुष वाली personality को दबाकर महिला की तरह व्यवहार करना शुरू कर देता है.

Main cause for Split personality disorder

आज तक इसकी कोई सॉलिड वजह नहीं मिली है जो Split personality disorder को trigger करती हो. इसकी सबसे बड़ी वजह Condition and trauma को माना जाता है जो इसे develop होने में मदद करती है.

हमारा अवचेतन मन अधूरी इच्छा को पूरा करने के लिए हमें नए व्यक्तित्व में ढलने में मदद करता है. जिस तरह से हम आत्म-सुझाव से खुद को विकसित कर सकते है वैसे ही Multiple Personality को भी Develop कर सकते है. ज्यादातर मामले में ये बुरा नहीं होता है जब तक की हम इसकी लिमिट को क्रॉस न कर दे. एक तरीके से आत्म-सुझाव से खुद को विकसित करने की जगह अपनी अधूरी इच्छाओ को पूरा करने के चक्कर में हम खुद का कण्ट्रोल एक अनजानी personality को दे देते है.

जब हम Past life traumatic condition से गुजरते है तब अकेले में हमारा मन उससे बचने के लिए खुद का defence mechanism बनाता है.

ये हमें उस स्थिति से दूर रहने में मदद करता है लेकिन कई बार ये उस तरह से काम नहीं करता है और हम जाने अनजाने ही Split personality disorder का शिकार बन जाते है.

इसकी सबसे बड़ी वजह होती है हमरे trauma in childhood या फिर किसी का abusive behave यानि बचपन में अगर हम किसी ऐसी कंडीशन का शिकार बनते है जिसको समझना आसान नहीं होता है तब इस तरह की स्थिति पैदा होती है.

बड़े होने के बाद भी हम अपनी उस identity को खुद से अलग करने में नाकाम पाते है जिसकी वजह से हमारा Subcosncious mind एक self defence mechanism बनाता है.

अब जब भी हम उस तरह की कंडीशन से दोबारा गुजरते है ये mechanism अपना काम करना शुरू कर देता है.

अवचेतन मन इसे सिर्फ उस तरह की स्थिति से बचने के लिए बनाता है लेकिन क्कुह side effect इसे हम पर हावी होने में मदद करते है जिसकी वजह से हम परेशानी का सामना करने लगते है.

एक से ज्यादा व्यक्तित्व के लक्षण और संकेत

इसके लक्षण व्यक्ति विशेष पर अलग अलग देखे जा सकते है. अगर आप इसकी पहचान करना चाहते है तो सबसे पहले ध्यान दे जैसे की

  • इसका सबसे बड़ा लक्षण व्यक्ति का two or more separate personalities की तरह behave करना है. इसमें हर व्यक्तित्व का अपना self-identity and perceptions शामिल है.
  • व्यक्ति के अपने sense of self में ऐसा बदलाव जिसे आसानी से नोटिस किया जा सकता है.
  • सामान्य स्थिति में व्यक्ति का अलग अलग मेमोरी को recall नहीं कर पाना. अपनी मेमोरी में एक गैप को महसूस करना जो की वो समय होता है जिसमे व्यक्ति Split personality disorder के दौरान होता है.

इस दौरान व्यक्ति में ना सिर्फ different vocabulary का लक्षण देखने को मिलता है बल्कि gesture में भी बदलाव महसूस कर सकते है. जब व्यक्ति अपने Alternate personality में होता है तब वो कुछ आदते भी अपनाता है जो की आमतौर पर देखने को नहीं मिलती है.

इसमें नशा करना, गुस्सा करना या फिर किसी तरह का ऐसा बदलाव जो उसकी normal personality में नहीं होता है.

जब व्यक्ति Anxiety and stress feel करता है तब उसकी personality split करती है और वो एक से दूसरे व्यक्तित्व में बदलाव करता है.

इस तरह की खास personality कुछ certain situations में ही trigger होती है. इसके कुछ खास नोटिस किये जा सकने वाले लक्षण इस तरह है

  • Amnesia
  • Losing sense of time
  • Going into a trance-like state
  • Out-of-body experiences, or depersonalization
  • Engaging in behaviors that are unusual for the person
  • Sleep disturbances

ज्यादातर लोगो ने Suicided risk का खतरा भी इस दौरान देखा है. Self-harm जैसी कंडीशन भी इस दौरान नोटिस की जा सकती है.

Risk factors

अगर किसी के साथ बचपन में कुछ ऐसा हुआ हो जिसकी वजह से वो किसी के साथ मिलने जुलने में प्रॉब्लम का सामना कर रहा होता है तो ऐसी स्थिति में बाद में जब वो वक़्त के साथ बड़ा होता है तो उसका dissociative identity disorder एक खास कंडीशन जैसे की उसी तरह के Traumatic condition का सामना होने पर psychological response देता है.

इस तरह का trauma निचे दी गई किसी भी कंडीशन से मिल सकता है जैसे की

  • Physical abuse
  • Se*ual abuse
  • Emotional neglect
  • Psychological abuse

कई बार ऐसा भी होता है की बचपन में clear form of abuse का सामना नहीं होता है लेकिन, उसे safe home environment नहीं मिल पाता है जिसकी वजह से वो खुद को abuse state में महसूस करता है. कई बार इसकी वजह highly unpredictable parents के साथ रहना भी होता है.

हम इस दौरान stress से बचने के लिए खुद की एक अलग identity बना लेते है जो कुछ समय के लिए हम इस तरह की स्थिति से बचा लेती है.

इसके अलावा कई बार एक से ज्यादा mental health disorders की वजह से भी ऐसा होता है. ऐसे कई mental health disorder है जिन्हें आप यहाँ देख सकते है जैसे की

  • Borderline personality disorder
  • Depression
  • Substance use disorder
  • Post-traumatic stress disorder
  • Eating disorders
  • Anxiety
  • Obsessive-compulsive disorder

एक से ज्यादा व्यक्तित्व की पहचान कैसे करे ?

इसमें काफी वक़्त लगता है. Split personality disorder या फिर dissociative identity disorder यानि DID के कई ऐसे लक्षण है जिन्हें लम्बे समय तक observe करने की जरुरत होती है. ऐसे में व्यक्ति के अन्दर के symptom के जरिये इसकी पहचान की जाती है और बाकि सभी लक्षणों को किनारा कर इसी पर फोकस कर ट्रीटमेंट दिया जाता है.

इसके सही इलाज के जरुरी है की व्यक्ति के अन्दर की different personalities को अच्छे से observe किया जाए और वो उस व्यक्ति को किस तरह affect कर रही है इसे जांचा जाए.

अगर आप full scale of the symptoms को observe कर रहे है तो ध्यान रहे की इसमें वक़्त लगता है और आपको इसे लम्बा खींचना पड़ता है.

इसकी सबसे बड़ी वजह व्यक्ति की mental health conditions का Split personality disorder से जुड़ा होना होता है. इन सब में वक़्त लगता है और कई सेशन के बाद किसी नतीजे पर निकला जाता है जिसके बाद इलाज किया जाना संभव हो पाता है.

सही तरीके से इलाज

इसका कोई पक्का इलाज नहीं है क्यों की ये एक mental health condition है यानि दिमाग की एक state जिसे हम prescribe treatments के जरिये सिर्फ दबा सकते है solve नहीं कर सकते है. जब भी व्यक्ति के सामने किसी तरह की Traumatic condition पैदा होगी वो इसका सामना करेगा.

इसके इलाज में सिर्फ psychotherapy का सहारा लिया जाता है जहाँ पर कई सेशन के बाद व्यक्ति के Personality से जुड़े condition को समझा जाता है और उसे trigger होने से रोका जाता है. इसके अलावा Art therapy, movement therapy, and relaxation techniques जैसी कई तकनीक है जिनके जरिये Split personality disorder को trigger होने से रोका जा सकता है.

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How to cope with Split personality disorder final word

Childhood trauma ये एक सबसे बड़ी problem है जिससे ज्यादातर बच्चे गुजरते है और बड़े होने के बाद भी इस तरह की Traumatic condition उनका पीछा नहीं छोडती है.

ऐसी स्थिति में व्यक्ति अपनी सुरक्षा के लिए subconsciously कुछ खास तरह की Personality को develop करता है जो की उसे कुछ समय के लिए वर्तमान की समस्या से दूर कर देती है.

वक़्त के साथ व्यक्ति इन्ही अलग अलग व्यक्तित्व को अपना हिस्सा बना लेता है और Split personality disorder का शिकार हो जाता है. अब चूँकि ये सब Subconscious mind का एक हिस्सा होता है ऐसे में हमें ज्यादातर मामले में इसके बारे में कुछ पता नहीं होता है.

अगर आप भी अपने आसपास किसी ऐसे व्यक्ति को देखते है जो अचानक ही अपने व्यवहार में बदलाव कर लेता है तो उसे समझने की कोशिश करे. इस तरह के लोगो को emotional trigger के जरिये ही उस personality से बाहर निकाल सकते है.

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