अभी तक हम सभी telepathy के बारे में सिर्फ इतना ही जानते थे की telepathy एक mind से दुसरे mind के बिच बिना किसी medium के thought transfer करने की सबसे बड़ी technique है।
telepathy techniques में 19 वी सदी तक हम सभी इसके 2 types of telepathy के बारे में जानते थे जो की पहला emotional और दूसरा mental level है। इसके बाद खोज में Ageless Wisdom teachings ने एक और टाइप को प्रूफ किया है जिनके अनुसार telepathy का तीसरा level soul-to-soul है।
आज की पोस्ट में हम जानेंगे की ये तीनो level किस प्रकार काम करते है। telepathic super-power को कैसे हम जाने अनजाने ही दिनभर के कामो में प्रयोग करते है आइये जानते है इस पोस्ट में।
telepathy के जरिये हम किसी को भी बिना किसी माध्यम के सन्देश transfer कर सकते है लेकिन अगर इसमें थोडा सा सूक्ष्म जाए तो पाएंगे की हम 2 टाइप से विचार यानि thought transfer करते है जिसमे normal type of telepathy emotional level है।
इसके ऊपर mental level है जिसमे हम meditation या tratak के जरिये किसी एक खास person पर focus होकर उसके साथ thought transfer करते है. आइये थोड़ा विस्तार से जानते है।
telepathy techniques और इसके level
टेलीपैथी के अब तक 3 level को प्रूफ किया जा चूका है जिनके अनुसार हर level के अनुसार telepathy को explain किया गया है।
इसमें सबसे पहले भावनाओ के जरिये विचारो का आदान-प्रदान दुसरे level में माइंड के जरिये alpha waves को एक जगह से दूसरी जगह सामने वाले के पास भेजना और last में spiritual telepathy आती है जो सबसे आलोकिक और high level की telepathy practice है।
हम सभी जानते है की हम daily life में कई ऐसे काम करते है जो telepathy के सबसे अच्छे example है जैसे की एक माँ का बिना कहे बच्चे की भूख को पहचान लेना या उसे क्या तकलीफ है समझ जाना ( telepathy between parents and child ), एक प्यार करने वाले का दुसरे के मन की बात को बिना कहे समझ लेना ( telepathy between lovers ) या फिर एक दोस्त का दुसरे दोस्त के मन की बात को समझ लेना ( telepathy between friends ) ये सब भावनात्मक telepathy के ही तो example है।
इनसे ऊपर किसी person के साथ connection स्थापित करना वो भी बिना किसी माध्यम के mental telepathy का हिस्सा होती है। सबसे ऊपर है अपने अंतरात्मा के साथ सम्बन्ध स्थापित करना जिसमे हम किसी भी तरह के हालत में एक दोस्त की तरह अपने अंतर यानि के साथ thought transfer करते है और सही सुझाव लेते है. आइये जानते है विस्तार से निचे।
Instinctual level telepathy:
अगर हम telepathy के सभी level को according to hierarchy करे तो पाएंगे की सबसे निचे instinctual level होगा जिसमे हम जिसके साथ emotionally attached होते है उसके अन्दर की हलचल को महसूस कर लेते है।
इसके सबसे अच्छे example है जानवरों का एक दुसरे के मन की बात को समझना, दो प्यार करने वाले या माता-पिता का बच्चे के मन की हलचल को बोलने से पहले से समझ लेना।
जानवर अक्सर आँखों के इशारे में ही एक दुसरे की बातो को समझ जाते है, एक प्यार करने वाला दुसरे के मन की बात को आसानी से बिना किसी एक शब्द कहे सिर्फ उसके हाव-भाव यानि body-language से ही समझ जाते है ये सब instinctual level की telepathy का ही एक हिस्सा है।
telepathy techniques – mental level telepathy:
हम पहले की पोस्ट में photo-vashikaran के बारे में detail से पढ़ चुके है, आपने उसमे गौर किया होगा की अभ्यास में हम एक ही thought को बार बार दोहराते है जिससे वो सामने वाले person जिस पर हम अभ्यास कर रहे है तक हमारे thought पहुँचने लगते है।
इसके जरिये हम दूर बैठे किसी भी person के साथ connect हो सकते है इतना ही नहीं दोनों अगर पूरी तरह conscious है तो आपस में जुड़ कर वैसे ही thought transfer कर सकते है जैसे की हम phone-call कर रहे हो।
इस तरह की telepathy पूरी तरह mental level पर की जाती है जिसके लिए साधक यानि एक्सपर्ट का meditation या tratak के जरिये खुद के mind और flow of thought पर पूरा कण्ट्रोल होना चाहिए.
अभ्यास में जाने के बाद conscious कैसे रहे ये इसका main अभ्यास है क्यों की अगर आप अभ्यास में जाने के बाद सो जाते है या फिर thought के flow में खो जाते है तो telepathy practice सफल नहीं हो सकती।
अगर आप भी mental level telepathy करना चाहते है तो सबसे पहले thought flow पर काबू करना सीखे इसके बाद अभ्यास में जाने के बाद thought में खो जाने की बजाय खुद को conscious कैसे बनाये रखे इसका अभ्यास जरुर कर ले ताकि आपका अभ्यास बिना मानसिक थकावट के सफल हो सके।
soul-to-soul telepathy
telepathy के सबसे highest level में आती है spiritual telepathy जिसमे हम body, brain और soul के बिच connection बनाना सीखते है।
एक सामान्य person जब इन तीनो यानि शरीर, दिमाग पर आत्मा के बिच अच्छे सम्बन्ध स्थापित करने में सक्षम हो जाता है वो एक तरह से मास्टर बन जाते है spiritual telepathy में जिसके जरिये वो सबसे high level की telepathy कर सकने में सक्षम हो जाते है।
ये बिलकुल वैसा ही है जैसे astral travel का experience करना। इसके जरिये हम ना सिर्फ हम कही भी किसी भी कोने में अपने thought को transfer कर सकते है बल्कि खुद के लिए भी सही guidance का चुनाव कर सकते है।
कई जगह जिक्र पढने को मिलता हैं की विपरीत हालात में मन की बात को फॉलो करते है जिसकी वजह से अचानक ही हमें आश्चर्यजनक रिजल्ट देखने को मिलते है जो हमारे लिए काफी beneficial साबित होते है. ये spiritual telepathy का ही भाग है।
कैसे करे spiritual telepathy techniques का अभ्यास
सिर्फ 15 से 20 मिनट अपनी आंखे बंद कर ले और अपनी सांसो पर पूरा ध्यान focus कर ले. आपके मन में जो विचार चल रहे है उन्हें आपको सिर्फ ignore करना है, अगर उनके पीछे भागेंगे तो उनमे ही फंस जाएंगे इसलिए कभी भी thought को stop करने के बारे में जोर ना दे.
आपने अगर sachhiprerna की पहले की पोस्ट ध्यान से पढ़ी हो तो उसमे मेने अंतरात्मा की आवाज का जिक्र किया है ये भी बिलकुल वैसा ही है।
science में अंतरात्मा की आवाज को ही spiritual telepathy कहा गया है, जिसमे हम शांत मन से जब भी कोई समस्या का समाधान ढूंढते है तो आसानी से धीरे धीरे मिलने लगता है. अपने अंतर तक अपनी समस्या को पहुँचाना और फिर उसका solution मिलना दोनों spiritual level पर काम करते है.
आज के टाइम में बहुत कम लोग है जो मुश्किल हालात में अपने अंतर की आवाज को सुनते है क्यों की जिसने सुना है वो कभी fail नहीं हुआ।
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telepathy techniques – फाइनल वर्ड
टेलीपैथी को अगर simple word में समझे तो पाएंगे की without किसी physical medium के दो person का आपस में simple thought transfer करना telepathy कहलाता है. level के हिसाब से इसे हम category में divide कर सकते है.
अब आप आसानी से समझ ही गए होंगे की जिस तरह की thought transfer process दो medium के बिच होती है उन्हें हम अलग अलग level के हिसाब से जान सकते है।
telepathy techniques और इसे life में कैसे test कर सकते है.
दिनभर के कामो में हम आपस में telepathy कैसे प्रयोग में ला सकते है ? वैसे अगर देखा जाए तो हम दिनभर के ऐसे कई काम करते है जिनमे telepathy का जाने अनजाने ही प्रयोग कर लेते है.
telepathy को अलग अलग level में प्रयोग कैसे लाए आपको कैसी लगी हमें जरुर बताए, किसी भी तरह के सवाल और सुझाव के लिए कमेंट करना ना भूले. latest update के लिए सब्सक्राइब जरुर करे।
Kya telepathy physiology (manovigyan) ma aata h