laptop या मोबाइल स्क्रीन पर त्राटक करने से आपको इन नुकसान का सामना करना पड़ सकता है


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तेज चमक वाले माध्यम जैसे की टीवी, मोबाइल की स्क्रीन पर त्राटक करने से क्या होता है ?

क्या ऐसा करना सेफ रहता है या फिर इससे हमारी आँखों को नुकसान पहुँचता है, सामान्य बोर्ड पर त्राटक करने और मोबाइल की स्क्रीन पर त्राटक करने में क्या फर्क है साथ ही इसके क्या फायदे और नुकसान है ये सब हम आज की पोस्ट में जानने वाले है.

अगर आपको लगता है की तेज रौशनी वाले माध्यम पर त्राटक करना सही है तो सावधान हो जाइये इससे आपकी आँखों को नुकसान पहुँच सकता है. आप सोच भी नहीं सकते की trataka on mobile आपके लिए कितना dangerous हो सकता है.

trataka on mobile or laptop screen

त्राटक के फायदे सुन कर या इससे आँखों में सम्मोहन पैदा होगा, मनचाहे काम पुरे होंगे इस तरह के दावे करने वाली कई google play store apps है जिसमे screen पर घूमते शक्ति चक्र पर त्राटक करने का कहा जाता है.

laptop में internet से scrolling shakti chakra png or gif images download कर कुछ लोग direct त्राटक करने की कोशिश करते है.

इसमें उनकी आंखे ज्यादा देर तक खुली रहती है जिसकी वजह से उन्हें लगता है की वो जल्द ही कामयाब बन जायेंगे लेकिन बाद में इसके side effects की वजह से परेशान होकर उन्हें इसे बंद करना पड़ता है.

जबरदस्ती इसका अभ्यास करने पर आप temporary blindness का शिकार भी हो सकते है.

तेज रौशनी वाले माध्यम पर त्राटक – trataka on mobile

समय के साथ हर चीज का इनोवेशन हुआ है और वो सहज सुलभ बनी है.

पहले लोग त्राटक करने के लिए खुद हाथो से हर बोर्ड तैयार करते थे फिर बाजार में बने बनाए बोर्ड आने लगे इसके बाद google play store पर tratak related apps आने लग गई जिनमे घुमने वाले शक्ति चक्र पर त्राटक करने के लिए सही माना जाने लगा.

घुमने वाले शक्ति चक्र इसलिए क्यों की ऐसा मानना है की इससे आपके अन्दर सम्मोहन शक्ति का विकास होता है. लेकिन क्या वास्तव में ऐसा करना सही है ?

सिर्फ mobile ही नहीं टीवी computer या laptop इनमे से किसी भी ऐसे माध्यम पर जिनकी स्क्रीन से तेज रौशनी निकलती हो त्राटक करना सही नहीं माना जाता है.

अनुभवी लोग 2 बातो का ध्यान रखने के लिए हमेशा कहते है.

  • पहली – त्राटक के अन्दर इस्तेमाल होने वाला बोर्ड आपके हाथो से बना होना चाहिए.
  • दूसरी – कभी भी सूर्य की या तेज रौशनी में त्राटक ना करे ( कुछ त्राटक को छोड़कर )

लोग trataka on mobile को best क्यों मानते है ?

अगर किसी चीज से आपको सुविधा मिले तो वो आपके लिए ओरो से ज्यादा best ही मानी जाएगी. मोबाइल की या लेपटॉप की स्क्रीन या किसी तेज रौशनी वाले माध्यम पर त्राटक करने के पीछे लोगो की अपनी सोच है जिनमे ये खास बाते शामिल है.

  • लोगो का मानना है की इस तरह अभ्यास करना काफी आसान है और हम कही भी कभी इसे कर सकते है बजाय एक बोर्ड पर त्राटक करने के.
  • अगर आपने गौर किया होगा तो पाया होगा की एक बोर्ड की बजाय मोबाइल या लैपटॉप की screen पर त्राटक करना आसान है क्यों की आँखे ज्यादा देर तक खुली रख पाते है और वक़्त भी ज्यादा दे पाते है.
  • मस्तिष्क के बहुत जल्दी भावना-शून्य होने में इसका योगदान है और हम खुद को ज्यादा फोकस रख पाते है.

इसके अलावा भी कई वजह हो सकती है जैसे की सोशल मीडिया या टीवी देखते समय हमारा वक़्त कब बीत जाता है पता ही नहीं चलता है क्यों की हम लम्बे समय से ऐसा करते आये है और हमारा शरीर इसी तरीके में ढल गया है.

क्या ऐसा करना सही रहता है ?

खुद को भावातीत बनाने में / आँखे खुली रखने में अगर ज्यादा देर तक अभ्यास करना चाहते है तो शुरुआत में आपको ये सही लग सकता है लेकिन आगे चल कर आपको कई तरह की तकलीफ का सामना करना पड़ सकता है जैसे की कोशिश करने पर भी आँखों में पानी न आना, नमी चले जाना और एक अलग ही दबाव मस्तिष्क में महसूस करना.

हम त्राटक करते है अपने अन्दर की शक्तियों को पहचानने, आँखों में तेज लाने के लिए लेकिन trataka on mobile के जरिये आप ऐसा नहीं कर पाओगे. अगर आपको लगता है की आपने ये सब हासिल कर लिया है तो कुछ समय निकलने दे आपको खुद-ब-खुद पता चल जायेगा.

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क्यों बचे तेज रौशनी में त्राटक करने से ?

energy flow high to low होता है अगर आप प्राकृतिक रौशनी में त्राटक करते है तो आप अपने अन्दर की energy flow को feel नहीं कर पाओगे. ज्यादा देर तक सूर्य की रौशनी में देखने से आप आँखों को कुछ देख न पाने की स्थिति में पाते है.

ये प्रभाव कुछ देर से लेकर कई देर तक हो सकता है क्यों की हमारी आँखे रौशनी को absorb करती है विज्ञान में इसे पास होना कहा गया है. trataka on mobile करते समय आपकी आँखे उसकी energy नहीं विकिरण को सोखती है.

side efeect of multiple tratak practice at same time in hindi

इसके विपरीत जब आप हाथो से बनाए बोर्ड पर त्राटक करते है तो आपके अन्दर की energy को आप active होते हुए महसूस करते है. बाह्य स्त्रोत से ग्रहण की गई उर्जा की बजाय आपके अन्दर बनने वाली उर्जा systematic way से काम करती है.

इसके अलावा आप कभी भी इसे भावना के द्वारा कही भी ट्रान्सफर कर सकते है. ये सब तब होता है जब हाथो से बनाए बोर्ड पर अभ्यास करते है.

समय के साथ बदलाव होते गए और लोगो ने अपने सुविधानुसार इनका प्रयोग करना शुरू कर दिया लेकिन उन्हें वो अनुभव नहीं मिले जो मिलने चाहिए, कुछ को अनुभव मिले भी लेकिन उनका प्रभाव प्राकृतिक न रह कर कुछ समय तक सिमित रह गया.

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google play store app and trataka on mobile

पिछले कुछ समय से Google play store पर काफी apps देखने को मिली है. भजन, आरती, त्राटक, मैडिटेशन इन सबके लिए आप android apps अपने mobile में install कर लो और बस आराम से सब कुछ हो जायेगा.

इसके आपको फायदे तो कई नजर आए होंगे लेकिन क्या आपको पता है इनके नुकसान क्या है ? चलिए इसके बारे में भी कुछ बाते जान लेते है.

android apps के जरिये आप कोई भी मैडिटेशन म्यूजिक, भजन सुन कर खुद को उसके जैसा बना तो सकते है लेकिन इसके बाद आप इसके आदी हो जाते है.

जब की अनुभव अन्दर से बनने चाहिए, बाह्य माध्यम बुरे नहीं है लेकिन वो आपको कण्ट्रोल करने लगते है जबकि आपका ध्येय होना चाहिए खुद को अपने विचारो द्वारा कण्ट्रोल और guide करना.

अगर आप लम्बे समय से इसका प्रयोग करते है तो आप इसके बिना कुछ नहीं कर सकते है. जब तक ये है आप अच्छे से अभ्यास कर पाते है और जब नहीं होगा और खुद से कोशिश करेंगे तो वो भावना दे ही नहीं पाओगे.

जैसे की बॉडी बिल्डिंग दवाई लेते है तो सही है नहीं तो पहले से भी ज्यादा ख़राब.

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trataka on mobile – final word

technology को हमें हमारी strength बनाने पर ध्यान देना चाहिए इसे कमजोरी न बनने दे. चमकीली स्क्रीन पर, सूर्य की रौशनी में त्राटक करना खासतौर से trataka on mobile ( mobile apps for tratak ) का प्रयोग करना आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है.

कम समय में फायदे के लिए अपने आगे के भविष्य को ख़राब न करे. धेर्य से अभ्यास करे और कोशिश करे की अपने हाथो से बना बोर्ड हो तभी आपको 100% result मिल सकते है.

पोस्ट पर शेयर किये गए मेरे 20 दिन के अभ्यास के अनुभव है हो सकता है की आपके अनुभव इससे अलग हो लेकिन वास्तविकता के करीब यही अनुभव है.

आप अपने अनुभव हमारे साथ शेयर कर सकते है. कमेंट में हमें बताना न भूले की आज की पोस्ट आपको कैसी लगी.

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