क्या आप भी Dark intrusive Unwanted Thoughts से परेशान है ? इन tips को फॉलो करे


WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Present time में शायद ही कोई होगा जो unwanted thoughts से परेशान ना हो. ऐसे ख्याल जो अनचाहे होते है. डरावने होते है खासतौर से नेगेटिव और शर्मिंदा करने वाले विचार जो की अनचाहे ही हमारे दिमाग में तब घूमना शुरू कर देते है जब हम किसी महत्वपूर्ण निर्णय को लेने का विचार कर रहे होते है.

ज्यादातर लोग इसे इग्नोर कर देते है लेकिन कुछ ऐसे भी होते है जो चाहकर भी खुद को रोक नहीं पाते है और इन dark intrusive unwanted thoughts के जाल में फंसे रहते है.

अगर आप भी उन लोगो में से है जो खुद को unwanted thoughts ( अनचाहे विचार ), dark thoughts ( विपरीत विचार ), obsessive thoughts ( बार बार आने वाले ख्याल ) यानि सरल शब्दों में कहे तो bad thoughts यानि बुरे विचार से घिरा हुआ महसूस कर रहे है तो इस पोस्ट को ध्यान से पढ़े.

इसमें में कुछ ऐसी कारगर तरकीब बताने जा रहा हूँ जिसे करने के बाद आप आसानी से ऐसे विचारो से छुटकारा पा सकते है सबसे पहले हम बात करते है अंधकार से भरे ऐसे विचारो की जिनका कोई समाधान नहीं है.

Basic Reason of Unsuccess in Sadhna
unwanted intrusive thoughts

अनचाहे विचार क्या है ?

अनचाहे विचार कुछ ऐसे spontaneous thoughts होते है जो हमें परेशान करते है. इसमें ज्यादातर ऐसे ख्याल होते है जिनके बारे में हम सोचना नहीं चाहते है लेकिन बार बार हमें अपने काम से ध्यान हटाने के लिए आ ही जाते है. इसमें आने वाले कुछ विचार निचे दिए गए है जैसे की

  1. किसी अपने ख़ास व्यक्ति की मौत हो जाना या फिर उससे बिछड़ जाना
  2. खुद को तकलीफ में या मरते हुए देखना.
  3. मानसिक रूप से किसी व्यक्ति को खुद पर हावी होते हुए देखना.
  4. किसी व्यक्ति से बदला लेना.
  5. किसी व्यक्ति से जुडी खास चीज को चुरा लेना.
  6. एक व्यक्ति जो आपको बेहद प्यार करता है आपसे cheating कर रहा हो.
  7. दुसरे व्यक्ति को physically परेशान करना.

इसमें मेने ज्यादातर लिस्ट को शामिल किया है जो common unwanted thoughts के types है. इसके अलावा अगर आप खुद को मार देना चाहिए, तुम बेकार हो या तुम फ़ैल हो चुके हो जैसे ख्याल से अगर आप खुद को घिरा हुआ पाते है तो आपको अपने subconscious mind programming पर ध्यान देना चाहिए.

Dark intrusive unwanted thoughts

आपको ये अजीब लग सकता है लेकिन किसी भी व्यक्ति के मन में इस तरह के Dark Unwanted Thoughts आना एक सामान्य बात है. इस तरह के विचारो की प्रकृति आपको दुसरो से अलग और अकेला कर देती है साथ ही आप अहसास करने लगते है मानो आप डरपोक और फ़ैल है.

ऐसे लोगो को जल्द से जल्द therapist, psychologist, or counselor से मिलकर सलाह ले लेनी चाहिए.

एक spiritual counselor होने की वजह से में ऐसे बहुत सारे लोगो के कांटेक्ट में आया हूँ जिन्हें इस तरह के विचार डराते है और वे खुद को लाइफ में आगे बढ़ने के लिए तैयार नहीं कर पाते है.

ऐसा होना असामान्य नहीं है बल्कि हम सब इस तरह के विचारो से गुजरते है फर्क सिर्फ इतना है की कुछ लोग इसे इग्नोर कर देते है जब की कुछ लोग ऐसा करने में खुद को असफल मानते है.

हमें इस तरह के ख्याल क्यों आते है ?

हम सबके मन में ये जरुर आता है की आखिर इस तरह के ख्याल आने की वजह क्या हो सकती है ? हमारे मस्तिष्क का वो हिस्सा जो की neocortex (thinking brain) के नाम से जाना जाता है सोचने का काम करता है और ऐसा माना जाता है की हमारे विकास में उसी का हाथ है.

इस तरह के ख्याल आने की कई वजह हो सकती है. इसकी सबसे बड़ी वजह मानी जाती है Shadow Self (the dark side of our nature) यानि हमारी प्रकृति का वो हिस्सा जो negative energy, thoughts से भरा होता है.

हम negative energy नहीं है लेकिन हमारी negative energy हमारा ही एक हिस्सा है. साफ़ और आसान शब्दों में कहे तो ये सब वो यादे है जो की हमारे unconscious mind में दबी हुई रहती है. एक psychologist के नजरिये से देखे तो dark intrusive unwanted thoughts ऐसे अनचाहे विचार होते है जिनका कोई मतलब नहीं होता है. ऐसे विचार सिर्फ बंदर द्वारा की गई हरकते होती है जिनका कोई मतलब नहीं होता है. हमारे दिमाग में ऐसे विचार ठीक इस तरह से आते है जैसे की जैसे की आकाश में बादल आते है.

ऐसे विचार हमारी गलती नहीं होती है और ये जाने अनजाने किसी के साथ भी हो सकता है इसलिए ऐसे विचारो से घबराना नहीं चाहिए. में इन्हें और डिटेल से आगे शेयर करूँगा.

Read : 8 मुख्य कारण जिनकी वजह से वशीकरण का उपाय काम नहीं करता है वशीकरण के फ़ैल होने की सबसे बड़ी वजह

Fear and Neurotic Fixation = the Cause of Suffering

क्या आपने इस बात पर कभी गौर किया है की आखिर क्यों unwanted thoughts हमें इतनी तकलीफ देते है.

वजह साफ़ है हम उनसे डरते है, महत्त्व देते है और हमें लगता है की इनका हमारी लाइफ में कोई तो मतलब होता है. किसी भी व्यक्ति का neurotic fixation जैसी मुश्किल में फंसने के कई कारण हो सकते है. इस तरह के विचार मन में आने के पीछे कई तरह के कारण हो सकते है जैसे की

  1. हमारे बड़े होने का माहौल जिसमे हमें ज्यादातर दब कर रहना सिखाया जाता है.
  2. धार्मिक वजह
  3. हमारा खुद से जुडाव न होना
  4. किसी तरह का अवसाद

हम खुद कई बार इस तरह के ख्याल मन में पाल लेते है जैसे की अवधारणा और पूर्वानुमान जो सही नहीं होते है लेकिन हमें लगता है की ऐसा ही है.

जब Unwanted Thoughts सिर्फ विचार नहीं Intrusive Thoughts बन जाते है

ऐसे विचार जो आपकी मर्जी के बगैर अपने आप दिमाग में पैदा होने लगते है उन्हें Intrusive Thoughts कहते है यानि ऐसे विचारो का दखल जो आपके इच्छा के खिलाफ होता है. जितना हम डरते है और उन्हें रोकते है उतना ही वे मजबूत होते जाते है. क्या आपने कभी कुछ ऐसा सोचने की कोशिश की है जो हकीकत से परे सिर्फ काल्पनिक होता है. जैसे की गुलाबी हाथी क्या ऐसा हो सकता है ? आप जितना इसके बारे में सोचेंगे आपका दिमाग उतना ही आपका विरोध करेगा.

ये एक psychological test है जो हमें बताता है की हम जिस विचार को जितना दबाने की कोशिश करते है ये उतना ही उभरते है. ये सीधा उन विचारो से connected है जो दखलअंदाजी करते है.

Anxiety, Depression, and OCD

लम्बे समय तक ऐसे ही विचारो से परेशान रहने के कारण क्या होगा ये हम सब जानते है. अगर ऐसे विचार हमें लम्बे समय तक परेशान करते है या फिर हमारे इग्नोर करने के बावजूद दखलंदाजी करते है तो आपको anxiety and depression जैसी problem का सामना करना पड़ सकता है.

हम हमेशा परेशान रहने लगते है क्यों की हमारे दिमाग में गहराई में ये ख्याल बैठ जाता है की कुछ तो ऐसा है जो बेहद भयानक और गलत है. और इसी वजह से हम तनाव में रहने लगते है.

लेकिन एक बात आप और हम भूल रहे है OCD (Obsessive Compulsive Disorder) उसका क्या ?

ये तनाव की मुख्य जड़ कही जा सकती है यानि एक ऐसा ख्याल मन में बार बार आना जो सही नहीं होता है लेकिन हमारे दूसरे विचारो को प्रभावित कर सकता है. OCD का सीधे तौर पर intrusive thoughts के साथ connection है.

ज्यादातर लोग इस तरह के विचारो पर ध्यान नहीं देते है लेकिन, कुछ लोग जो OCD tendencies से ग्रसित होते है उन्हें इससे काफी परेशानी होती है. ऐसे में अगर व्यक्ति anxiety से ग्रसित है तो समस्या और भी बढ़ जाती है क्यों की ऐसे किसी भी ख्याल को रोकने के लिए वे उन विचारो से पर फोकस हो जाते है.

जो इसे रोकने के लिए जिम्मेदार हो सकते है लेकिन असल में वो उससे जुड़े विचारो से घिर जाते है.

Anxiety से घिरे लोग ऐसे विचारो को और भी ज्यादा हवा देने लगते है फिर चाहे वो अनजाने में ही ऐसा क्यों न करते है. आगे चलकर ये मायाजाल Out of control हो जाता है.

जब ऐसा होता है तब हम अपने मन में ऐसे विचारो को पालना शुरू कर देते है जो हमें और ज्यादा तकलीफ देते है.

हमें ये लगने लगता है की मानो हम अपने अन्दर किसी तरह का dark secret छिपा रहे है जिसे हमें दुसरो से protect करना है. हमारा ऐसा सोचना dark thought को ज्यादा बढ़ावा देने लगता है और हम इसे दूर करने की बजाय इसमें फंसते चले जाते है.

How to Stop Bad, Weird, Unwanted Thoughts

हम जानते है की unwanted thoughts यानि अनचाहे विचार किसी भी व्यक्ति को परेशान कर सकते है.

वही दूसरी और dark intrusive thoughts हमारे अपने डर का परिणाम होते है. इसके अलावा OCD and trauma भी ऐसे विचारो के लिए जिम्मेदार होते है. लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये पैदा होता की

हम ऐसे विचारो को रोके कैसे ?

में खुद इस तरह के विचारो से गुजर चूका हूँ. स्कूल टाइम में मेरे अन्दर स्टेज पर आगे आने का self-confidence नहीं था, में कभी खुद से जुडाव महसूस नहीं कर पाता था और सबसे बड़ी बात अगर कोई मेरे कुछ बोल देता था फिर चाहे वो अच्छा हो या बुरा में बहुत जल्दी ही प्रभावित हो जाता था.

ये सब तब की बात है जब मेने त्राटक और ध्यान का अभ्यास करना शुरू नहीं किया था. जब मेने Tratak and meditation जैसी spiritual practice करनी शुरू की है तब से मेने खुद में बहुत सारे बदलाव देखे है.

How Does Manifestation Work?

एक समय तक मुझे ऐसा लगता था की मानो मेरा यहाँ कोई अस्तित्व ही नहीं है. कोई पहचान नहीं ऐसी लाइफ से तो खुद को ख़त्म कर देना ही सही है.

फिर मेने कुछ ऐसे Method को try किया और जिंदगी बदल गई.

1. Practice Thought-Awareness Meditation

अगर आप खुद को शर्मिंदगी से बाहर निकालना चाहते है तो आपको Thought-Awareness Meditation की इस most powerful technique को करना चाहिए. इस धयन की पद्धति को Vipassana or insight meditation के नाम से भी जाना जाता है. ध्यान की इस पद्धति में हम अपने अन्दर की यात्रा करते है. जितना हम खुद को अंतर से जोड़ते है किसी भी तरह के बाहरी विचारो से प्रभावित होना बंद हो जाता है.

जब हम इसका अभ्यास करते है तब हमारा पूरा ध्यान खुद की सांसो पर, वर्तमान में की जाने हरकत और Candle light flame पर होता है. इस अभ्यास के बाद आप पाएंगे की dark intrusive unwanted thoughts आपसे नहीं बने है इसलिए आपका उन पर कोई कण्ट्रोल नहीं होता है. वे आपके दिमाग में spontaneous आते ही रहते है. ऐसी स्थिति में

अगर आपके विचार आपको डिफाइन नहीं करते है तो आपको परेशान होने की कोई जरुरत नहीं है. वे ऐसे ही आपके दिमाग में आते रहेंगे. जब आप इस बात को समझ जायेंगे तो आप अकिसी भी विचार से प्रभावित होना बंद कर देंगे.

अगर आप इसका अभ्यास करना चाहते है तो आपको कम से कम 10 मिनट रोज के खुद को देने चाहिए. आइये जानते है की इसका अभ्यास कैसे करे.

Read : आखिर क्यों दीपक त्राटक साधना का अभ्यास इतना खास माना जाता है 5 वजह जो इसे अलग बनाती है

विपसना ध्यान की विधि

meditation

  1. एक ऐसी जगह का चुनाव करे जो शांत है और किसी तरह का व्यवधान ना हो.
  2. परफ्यूम वाली कैंडल जला ले जो माहौल को और भी अच्छा कर देती है.
  3. ऐसी स्थिति में बैठे जिससे की आपका मेरुदंड सीधा रहे, चाहे तो कुर्सी पर बैठे या फिर सीधे बैठकर अभ्यास कर सकते है.
  4. एक अलार्म लगा ले और फिक्स टाइम का सेट कर ले.
  5. कुछ गहरी और धीमी सांसे ले ताकि आपका शरीर ध्यान के लिए तैयार हो जाए.
  6. अब जब आप इसके लिए रेडी है अपना ध्यान सांसो पर लगा ले. आप चाहे तो इस दौरान हो रही सांसो की हरकत या फिर आपके पेट में हो रही हरकत पर खुद को फोकस कर सकते है.
  7. इस दौरान आपका मन भटकता है या फिर आप अपने ध्यान वर्तमान की हरकत पर नहीं रख पाते है इसलिए घबराइये नहीं ये एक normal स्थिति है और आप आसानी से इसे काबू में कर सकते है. जब भी ऐसा हो आप खुद को सांसो पर फोकस कर ले.
  8. यहाँ आपको ये ध्यान रखना चाहिए की आपका ध्यान सांसो पर जब हो तो आपके मन में भटकाव को लेकर किसी तरह का ख्याल ना उभरे. अगर मन भटकता है तो भटकने दे कुछ देर बाद आप खुद फोकस हो जायेंगे लेकिन इस तरह के ख्याल में न फंसे.
  9. एक स्थिति ऐसी आएगी जब आप खुद को विचारो से अलग पाएंगे. ऐसी स्थिति में आपको Dark thoughts किसी तरह से प्रभावित नहीं कर पाते है और आप सिर्फ एक observer की भूमिका निभाते है.
  10. जब आप खुद को space of thought-observation की अवस्था में पाए तब खुद से सवाल करे की आप इस अवस्था में कैसे आये है और फिर बिना किसी विचारो में उलझे सिर्फ इसे observe करते रहे.
  11. अब जब भी आपके मन में किसी तरह का unwanted intrusive thought आये आप खुद से सवाल करे ऐसा क्यों हुआ ? ये विचार कहा से आया ? आप पाएंगे की आपके ऐसा करते ही आप blank हो जायेंगे जिसका मतलब है की इस तरह के विचार का कोई मतलब नहीं है. और बस आपको ऐसे विचार परेशान करना ही छोड़ देंगे.
  12. अभ्यास को बंद कर दे और शरीर को फिर से पहली की अवस्था में ले आइये.

इस अभ्यास को शुरू में 10 मिनट ही करे अगर आपको इसमें आनंद मिलने लगे तो आप जितना चाहे टाइम बढ़ा ले.

शुरुआत में मस्तिष्क हो सकता है कण्ट्रोल से बाहर

शुरू शुरू में हमें ऐसा लग सकता है मानो की हमारा मन और मस्तिष्क हमारे ही कण्ट्रोल में न हो. लेकिन ऐसा सबके साथ होना आम बात है. पहली बार में ही सबको dark intrusive unwanted thoughts को दूर करने से जुड़े अच्छे अनुभव मिल जाए जरुरी नहीं.

अगर आपका मन बार बार भटक रहा है तो आप कुछ ऐसे उपाय कर सकते है जो आपके मूड को बदल सकते है जैसे की

  1. Think of a flower अपने मनपंसद फूल के बारे में सोचे
  2. Picture a face किसी अपने का चेहरा याद करना
  3. See a color अपने मनपसंद कलर के बारे में सोचे
  4. Hear a song गाने सुन सकते है
  5. Imagine a word उन लम्हों को याद करे जो आपको सबसे ज्यादा पसंद है

अब खुद से सवाल करे की आपके मन में ये ख्याल कैसे आये. इस तरह की चीजो से जुड़े विचार आपके मन में कैसे बनते है ? आप पाएंगे की

विचार कभी रुकते नहीं है ये अनवरत चलते रहते है. जिस दिन हम इनसे प्रभावित होना बंद कर देते है ये हमें परेशान करना छोड़ देते है.

2. Practice Loving-Kindness toward Your Shadow

अगर आप psychological fact में believe करते है तो आप पाएंगे की आपके मन में आने वाले intrusive unwanted thoughts आपके अपने उन विचारो का परिणाम है जिन्हें आप हमेशा दबाने की कोशिश करते रहते है.

हम परेशान तब तक ही होते है जब तक हम बाहरी सवालों में फंसे रहते है. अगर हम खुद के प्रति अच्छा सोचने लगे तो dark unwanted thoughts हमें कभी परेशान न कर पाएंगे.

हर वो ख्याल जो आपको परेशान करता है सिर्फ और सिर्फ आपके उन विचारो का परिणाम है जिन्हें आप कभी अटेंशन नहीं देते है.

हम जाने अनजाने अपने अन्दर की इच्छा को दबाते रहते है इसलिए आगे चलकर यही इच्छाए हमारे लिए dark intrusive unwanted thoughts create करती है.

उदाहरण के लिए अगर हम खुद को कैसे समझे और अपने मन से कैसे बात करे इस बारे में वक़्त निकाले तो पाएंगे की सभी समस्याओ का समाधान हमारे अन्दर ही है. हर समस्या हमारे ही मन की दबी हुई अधूरी इच्छा होती है और उसका समाधान भी हमारे अन्दर ही होता है.

जब हम ऐसा करते है तो इसका मतलब है हम खुद को एक छोटे से बॉक्स में बंद कर गहरे समुन्द्र में फेंक रहे है. जब की समस्या का समाधान उसे explore करने में है ना की उसे दबाने में.

खुद के लिए कुछ अच्छा करना चाहते है तो निचे दिए गए उपाय अपना सकते है

  1. positive affirmations सकारात्मक सोच
  2. showing gratitude toward yourself खुद के प्रति हमेशा आभार प्रकट करना
  3. practicing self-care खुद का ख्याल भी रखे
  4. practicing self-forgiveness खुद को माफ़ करना सीखे
  5. Giving your Shadow a voice through art, journalism, etc.

अपने अच्छे और बुरे पहलू दोनों से जुड़े. आपके अन्दर क्या चल रहा है उसे जानने की कोशिश करे. आप पाएंगे की आप जितना खुद से जुड़ेंगे आपको परेशान करने वाले सवाल खुदबखुद ख़त्म हो जायेंगे.

3. Excavate your buried core beliefs

कई बार ऐसा होता है की हम खुद के लिए negative belief जिन्हें आमतौर पर toxic core belief भी कह सकते है जैसी अवधारणा बना लेते है. शर्मिंदगी, किये का पछतावा और अनजाना भय ऐसी कुछ चीजे है जिनसे हम चाहकर भी आजाद नहीं हो पाते है. इस तरह के विचार ही आगे चलकर dark intrusive unwanted thoughts बनते जाते है और हम उनके भंवर में फंसकर खुद को depression में उलझा लेते है.

जैसे की अगर आप खुद के बारे में सोचते है की आपके अन्दर self-confidence की कमी है या फिर आप कोई काम नहीं कर सकते है तो कुछ समय बाद आपका मन खुद आपको ऐसे ख्यालों में उलझा देगा की आप चाहकर भी कुछ positive नहीं कर पाएंगे.

हर व्यक्ति का अपना ईगो होता है जो की उसे दुसरो से कुछ मायने में अलग करता है. ईगो होना अच्छी बात है लेकिन कुछ मामले में ये हमें विचलित कर सकता है. दरअसल ये एक आवरण की तरह काम करता है जो की हमें दुसरे लोगो से अलग कर देता है. यही एक वजह होती है हम dark intrusive unwanted thoughts में believe करने लगते है फिर चाहे वो सही हो या न हो.

अगर हम अपने मन में दबी हुई इच्छा को बाहर निकाले तो पाएंगे की ऐसी बहुत सारी बाते है जो unconscious resistance के रूप में हमारे अन्दर दबी हुई होती है. इन्हें बार बार समझने की कोशिश करना शुरू करेंगे तो  toxic core belief से बाहर निकल कर एक सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने की कोशिश की जा सकती है.

आप इसकी शुरुआत positive affirmation के साथ कर सकते है जैसे की

  1. I am capable में समर्थ हूँ
  2. I am lovable लोग मुझसे प्यार करते है
  3. I am whole में सम्पूर्ण हूँ
  4. I am worthy में लायक हूँ
  5. I am beautiful मुझमे भी वो खूबी है जिससे की लोग मुझसे पसंद करे
  6. I am intelligent में होशियार हूँ
  7. I am strong में मजबूत हूँ
  8. I am interesting लोगो की रूचि मुझे समझने में भी है
  9. I am talented मुझमे भी कोई न कोई खूबी है जो मुझे खास बनाती है.

अगर हम किसी तरह के dark intrusive unwanted thoughts में घिरे है तो इसका मतलब ये नहीं की हम बुरे है या फिर कोई कमी हमारे अन्दर है. हमें खुद को positive affirmation के जरिये बदलने की शुरुआत करनी चाहिए.

Read : क्या वाकई हमजाद की साधना का अभ्यास करना सेफ है ? कुछ सावधानियां और खतरे जिन्हें जान लेना चाहिए

Dark intrusive unwanted thoughts final thought

शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जिसने अपनी लाइफ में dark intrusive unwanted thoughts का समाना ना किया हो. ऐसा होना सामान्य है लेकिन अगर आप इससे बाहर नहीं निकल पा रहे है तो इसका मतलब है की आप Toxic core belief में फंसे हुए है.

हमें खुद को positive affirmation के जरिये बदलने की कोशिश करनी चाहिए और आगे बढ़ना चाहिए. अगर हम unwanted thought से घिरे हुए है तो इसका मतलब ये नहीं की हम किसी कमी का शिकार है.

ऐसा इसलिए हो रहा है क्यों की हम खुद इस तरह के विचारो को बढ़ावा दे रहे है. अगर आपको आगे बढ़ना है तो meditation practice या फिर किसी तरह के अन्य उपाय को अपना कर आप इससे छुटकारा पा सकते है.

अगर आप किसी तरह की मानसिक समस्या जैसे की अवसाद से घिरे हुए है और खुद को OCD से बाहर नहीं निकाल पा रहे है तो आपको ध्यान देना होगा की विचार बाहर से नहीं बनते है ये हमेशा बनते रहेगे आप चाहे या ना चाहे.

इस तरह की स्थिति को हैंडल कैसे करना है ये महत्वपूर्ण है अगर आपने इसे सीख लिया तो आप कभी भी विचारो में नहीं उलझेंगे.

Leave a Comment