अतीत की गलतिया और गम ये ऐसी यादे है जिन्हें हर कोई भूल जाना चाहता है लेकिन चाह कर भी भूल नहीं पाता है. ऐसा क्यों होता है की हम जिस बात को जितना भूलने की कोशिश करते है वो उतना ही ज्यादा हमें याद आती है.
इसके पीछे की वजह क्या है और कैसे ना सोचने वाली बात ही याद आना जैसी समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है ? इसे intrusive thoughts या फिर unwanted anxiety bad thoughts के नाम से भी जाना जाता है.
ये समस्या किसी एक व्यक्ति की नहीं बल्कि हर किसी में देखने को मिल जाती है. सोचने के तरीके में बदलाव कैसे लाया जाए और मस्तिष्क को प्रोग्राम कर अनचाहे विचारो से छुटकारा पाने की कुछ ट्रिक्स यहाँ शेयर शेयर की जाने वाली है जो आपके लिए beneficial होगी.
हम जब कोई गलती करते है तब खुद को एक संकल्प देते है की “मै ये गलती आगे नहीं करूँगा” लेकिन क्या वास्तव में ऐसा ही होता है ? हम बार बार न चाहते हुए भी वही गलती हर बार दोहरा ही देते है जिसे न करने का संकल्प लिया था.
कमजोर आपकी इच्छाशक्ति नहीं बल्कि subconscious mind को दी गई गलत कमांड है जिसकी वजह से आप न चाहते हुए भी उन्ही बातो में उलझे रहते है जो आपको नहीं सोचनी चाहिए. इनसे छुटकारा कैसे पाया जाए आइये जानते है इसकी एक गहन स्टडी और उसके result के बारे में.
anxiety bad thoughts in Hindi
ज्यादातर लोगो के साथ ऐसी समस्या है. वो जिसे भूल जाना चाहते है वही उन्हें बार बार याद आती है. ऐसा क्यों होता है ? क्या आपने इस बारे में कभी सोचा है की हमारे साथ ऐसा क्यों होता है की याद रखने वाली बाते हम अक्सर भूल सकते है लेकिन, intrusive thoughts जिनमे ज्यादातर anxiety bad thoughts ही होते है बार बार याद आते है. ऐसा क्यों हो जाता है ?
शुरू शुरू में मुझे भी इससे बहुत ज्यादा problems हो रही थी लेकिन जब इसकी वजह को जानने की कोशिश की तो सामने आया की ये सब हमारे subconscious mind को गलत command देने का परिणाम है. हम उसे guide करते है की हमें ये बात याद नहीं रखनी है.
लेकिन आपका अवचेतन मन इसे बार बार दोहराने लगता है. जिसकी वजह से आपके सामने बार बार वही बात दोहराई जाने लगती है. आप दूसरी बातो को बेशक भूल सकते है लेकिन जो बात आपको भूल जाना चाहिए था वो आपको अब भी बार बार याद आ जाता है.
बार बार anxiety bad thoughts हमें परेशान क्यों करते है ?
ये सब हमारे सोचने के गलत पहलु का परिणाम है. सोच का नजरिया और हमारे दिमाग को ट्रेन करना ये दोनों ही चीजे किसी भी व्यक्ति के लिए जो अपनी लाइफ में कामयाब होना चाहते है के लिए महत्वपूर्ण है. जब हम गलत तरीके से मस्तिष्क को कोई कार्य देते है तो वो उसी दिशा में काम करना शुरू कर देता है.
हमारे सोचने के गलत तरीके की वजह से हम खुद को उन thoughts पर focus रखने की कोशिश नहीं करते है जो हमें करने चाहिए बल्कि जो नहीं सोचना है ऐसे intrusive thoughts फोकस हो जाते है. वैसे तो हमारी concentrate होने की capacity कम ही होती है.
कुछ समय बाद इन सब बातो को भूल जाते है लेकिन जब हम emotionally breakdown होते है तब हम खुद को इस हद तक कमांड देने लगते है की वो subconscious mind तक जाती है और मस्तिष्क हर बात को उसी से compare करने लगता है.
Read : Lucid dream reality checks techniques – क्या होता है जब कोई सपनों में ही कैद हो कर रह जाता है ?
anxiety bad thoughts आने की वजह
इसकी वजह है मस्तिष्क का उस एक विचार को ज्यादा महत्व देना जिसे हम भूलना चाहते है लेकिन गलत तरीके से दी गई कमांड की वजह से ये एक विचार ही बाकि सब विचार पर भारी पड़ता है. हमारा मस्तिष्क अपना सारा ध्यान उस एक thought पर focus कर लेता है. इस वजह से जब भी हम जब भी कोई कार्य करते है मस्तिष्क में सबसे पहले वही एक विचार आने लगता है.
कही इसका कोई लिंक उस thought से तो नहीं जिसे हम भूलना चाहते है, हमें वो याद नहीं करना है.
अब आपका मस्तिष्क तो वही काम कर रहा है जो आपने उसे दिया है. वो अब हर विचार को सबसे पहले compare करेगा उस एक thought से और ये प्रोसेस हर नए काम और विचार के दौरान बनेगी जिसकी वजह से ना सोचने वाली बात ही याद आना शुरू हो जाती है. यही से unwanted anxiety bad thought की शुरुआत होने लगती है.
unwanted anxiety bad thoughts और मस्तिष्क की कार्य-प्रणाली
अगर आप जानते है की मस्तिष्क की कार्य-प्रणाली क्या है तो क्या आप ऐसी गलती करते जो अक्सर करते रहते है. नहीं ना ! तो आइये जानते है की हमारा मस्तिष्क काम कैसे करता है. जिस बात को नहीं सोचना है उसके लिए फोकस होने की बजाय जो करना है उस पर फोकस हुआ जाए तो शायद हम जल्दी ही success होने लगे.
हमारे सोचने का तरीका negative नहीं positive होना चाहिए ताकि हम सही बातो पर ज्यादा फोकस रह सके और मस्तिष्क बार बार उस गलत बात को हमारे हर नए विचार के साथ compare न करे. किसी चीज के बारे में न सोचना एक तरह से हमें उसी thought पर focus कर देता है.
अगर आपके साथ ऐसा हो रहा है तो आप निचे दिए गए tips को follow करे और अपने बार बार जिसके बारे में नहीं सोचना है वही याद आता है की समस्या से निजात पाए.
unwanted anxiety bad thoughts से छुटकारा पाने के basic तरीके
पीछे की पोस्ट में हमने अनचाहे और बार बार बार परेशान करने वाले thoughts के बारे में जिक्र किया था अगर आप अनचाहे विचारो से परेशान है तो उस पोस्ट को जरुर पढ़े.
अगर आप भी unwanted anxiety bad thoughts से परेशान है तो ऐसे कई तरीके है जिन्हें अपनाकर आप इनसे निजात पा सकते है.
विचारो को अपनी पकड़ से आजाद करना
अगर आप किसी ऐसे विचार को पकडे हुए है जो आपके लिए problem create कर रहा है तो आपको उसे आजाद कर देना चाहिए. ऐसी कई बाते है जिनकी वजह से आप लोगो के बिच शर्मिंदा होने लगते है.
अगर गौर किया जाए तो ऐसे भी कई unwanted anxiety bad thoughts है जिनसे आप छुटकारा पाना चाहते है सोचना नहीं चाहते है लेकिन आसपास मिलने वाले लोग आपको बार बार वही याद दिला ही देते है. इससे छुटकारा पाने का सबसे अच्छा उपाय है ध्यान करना और घूमना
हर रोज ध्यान करे सिर्फ 15-20 मिनट जिससे की आपको अपने ही विचारो को समझने का मौका मिले. इसके अलावा घूमना, दोड़ना ऐसे कई काम है जिन्हें आप कर सकते है और इनकी वजह से आपका mind उस जगह से हट जाता है जिसे आप याद नहीं रखना चाहते है.
जो आपको नहीं करना है उसे महत्व देने की बजाय वो सोचे जो आप करना चाहते है. ऐसा करने के लिए एकांत में इसे दोहराए चाहे कोई आपकी बात सुने या न सुने कोई फर्क नहीं पड़ता है. अगर किसी पर भरोसा नहीं है डायरी में लिखे इससे बेहतर तरीका और कोई है ही नहीं.
unwanted anxiety bad thoughts पर नियंत्रण करे
ज्यादातर लोग जिस बात से परेशान रहते है उन्हें उसके बारे में अच्छे से पता भी नहीं होता है. क्या ये संभव है की हमें किसी चीज के बारे में पता है जिससे हमें problem हो रही है और हम उसे solve करने की कोशिश न करे.
ग़लतफ़हमी की वजह से हम कई बार ऐसी हरकते करते रहते है की प्रॉब्लम की वजह को समझने की कोशिश ही नहीं करते है.
दो चीजे है पहला डायरी लिखना और दूसरा To do list तैयार करना. इसके benefit पहले भी शेयर किये जा चुके है. डायरी हमारे भूतकाल की यादो को सहेजता है जबकि To do list भविष्य को तैयार करने में मदद करता है.
जब हम खुद को उन विचारो पर फोकस रख सकते है जो हमें सोचने ही नहीं है तो इसे बदल कर खुद को उन पर फोकस क्यों न कर ले जिनके बारे में हमें आगे बढ़ना है.
हर रोज हम बहुत busy रहते है लेकिन दिन में एक समय हमें अपने लिए निकालना ही चाहिए. इस दौरान हम खुद को बेहतर तरीके से समझ सकते है, किसी problem के बारे में detail से जान सकते है या फिर उन एक्शन के बारे में विचार कर सकते है जो हमें लेने है. महत्वपूर्ण है आपका खुद को समय देना.
वर्तमान में रहे और सही सोच रखे
ज्यादा सोचना या जो नहीं चाहते है वही बार बार याद आ रहा है तो इसे दूर करने के लिए वर्तमान में रहे. किसी चीज को लेकर बार बार सोचना या ज्यादा सोचना कोई बड़ी समस्या नहीं है.
आप खुद के लिए समय निकाले और उन बातो के बारे में सोचे जो आपको करनी है बजाय उन बातो में उलझने के जो आपको करनी ही नहीं है.
अगर आप किसी कार्य को करने ( ऐसे काम जिनमे डर होता है या रिस्क होती है और हाँ सही काम न की गलत ) की बजाय उसके परिणाम के बारे में ज्यादा सोचते रहते है तो सोचे नहीं बल्कि कार्य को पूरा करे.
अक्सर देखने में आता है की unwanted anxiety bad thoughts हमारे दिमाग में लगे रहते है और हम उन कार्य को करने से चूक जाते है जिसमे हमें फायदा भी हो सकता था. लाइफ में आगे बढ़ने के लिए रिस्क लेना ही पड़ता है. अगर ज्यादा सोचना भी आपकी प्रॉब्लम है तो आप उन बातो को सोचे जो आपको करना है इससे आपको मोटिवेशन मिलेगा.
खुद को ऐसे लोगो के बिच रखे जो आपको दूसरी बातो में उलझा सके. इसके बारे में एक बात पहले ही शेयर की जा चुकी है की
दोस्त इतने कमीने होते है समस्या का समाधान पूछो तो समस्या क्या है ये ही भुला देते है. 🙂
सही है क्यों की आपको भी अगर unwanted anxiety bad thoughts जैसी समस्या है तो ऐसे दोस्तों का सहारा ले अकते है. खुद को ऐसे लोगो के बिच रखना न सिर्फ आपके सोचने में बदलाव लाएगा बल्कि उन बातो से छुटकारा भी दिला सकता है जो आप सोचना नहीं चाहते है.
इसके अलावा कोई नया शौक या आदत भी बना सकते है जो आपको busy रखे. हमारा मस्तिष्क हमारी परिस्थिति के अनुसार ही बदलाव करता है इसलिए अगर हम अपनी आदतों में बदलाव करते है तो सोचने में भी बदलाव होगा. खुद को ऐसी स्थिति में रखना की कोई गम आपको याद ही न रहे जैसे गाना सुनना, दोस्तों के साथ घूमना और गप्पे लड़ाना जैसी आदत अपना कर आप भी खुद की कंडीशन में बदलाव ला सकते है.
unwanted anxiety bad thoughts को आने से कैसे रोक सकते है ?
- नकारात्मक अतीत और दुःख वाली बातो के बारे सोचना बंद कर दे.
- सोचना कभी भी बुरा नहीं है गलत है तो सिर्फ नेगेटिव सोचना इसलिए खुद को सकारात्मक बातो में व्यस्त रखने की कोशिश करे.
- जिस बात को सोचना नहीं है वही बार बार परेशान कर रही है तो कुछ समय के लिए सो जाइये.
- कभी भी खुद की निंदा न करे न ही खुद को हीन भावना से देखे.
- भावना और विचारो के प्रति उदासीन बने ये ऐसी प्रक्रिया है जो आपको कभी परेशान नहीं होने देगी.
- नकारात्मक बातो को न सोचने की बजाय अच्छी बातो को सोचने के लिए मस्तिष्क को दिशा दे.
unwanted anxiety bad thoughts से छुटकारा पाना – अंतिम शब्द
आज के समय में ये एक common problem बन चुकी है. हम जिस चीज से जितना दूर भागने की कोशिश करते है उतना ही वो हमें घेर लेती है.
इसकी वजह और कुछ नहीं सिर्फ हमारा सोचने का नजरिया है. हम किस चीज पर फोकस होते है ये तय करता है की हम खुश रहेंगे या परेशान.
अगर आप भी unwanted anxiety bad thoughts जैसी समस्या से छुटकारा पाना चाहते है तो खुद को समय दे. ऊपर दिए गए tips को फॉलो करे. ऐसी कोई समस्या नहीं जिसका हल हमारे अन्दर न हो जरुरत है खुद को समझने की.