क्या आप सबसे शक्तिशाली वशीकरण मंत्र सिद्ध करना चाहते है ? हमारे शरीर के उर्जा केंद्र में मूलाधार चक्र की उर्जा को कण्ट्रोल करना सबसे मुश्किल कार्य है लेकिन, अगर हम चक्र के बीच उर्जा के transfer को समझ ले तो हमारे लिए वशीकरण करना आसान हो जाता है.
महाकाली वशीकरण मंत्र साधना के ऐसे बहुत सारे Kali Vashikaran mantra benefits है जिसकी वजह से साधक काली मंत्र साधना सिद्धि के प्रति आकर्षित होते है.
अगर आपकी रूचि तंत्र मार्ग में है तो आप महाकाली वशीकरण मंत्र सिद्धि साधना कर सकते है.
सबसे पहले आपको वशीकरण के लिए काली-सिद्धि का महत्त्व समझना चाहिए. हमारे शरीर में जो उर्जा बनती है उसका प्रवाह हर चक्र में हो इसके लिए सभी उर्जा चक्र का सुचारू कार्य करना जरुरी है.
महाकाली वशीकरण मंत्र सिद्ध करने के लिए आपको कुण्डलिनी और सप्त चक्र उर्जा के बारे में जानकारी होनी चाहिए.
हर उर्जा चक्र का अपना महत्त्व है और उसकी उर्जा आपके लाइफ को प्रभावित करती है.
आज हम Powerful Maa Kali Vashikaran Mantra For Love In Hindi के बारे में बात करने वाले है.
अगर आप इस आर्टिकल के बेसिक को समझ ले तो आपको समझ आयेगा की वशीकरण वास्तव में काम कैसे करता है और क्या आज के समय में भी वशीकरण किया जा सकता है.
Most powerful Vashikaran Mantra in the world in Hindi की बात करे तो तामसिक वशीकरण में काली वशीकरण मंत्र सबसे ऊपर है. ये Free Vashikaran Mantra साधक के उर्जा स्तर पर काम करता है.
जितना जल्दी आप अपने उर्जा को transfer करना सीख जायेंगे आपकी वशीकरण सिद्धि के चांस उतने ही बढ़ जायेंगे.
महाकाली वशीकरण मंत्र
ज्यादातर लोगो को Immediate Vashikaran mantra की तलाश रहती है. ऐसे में अगर आप Most powerful Vashikaran Mantra in the world in Hindi की सिद्धि कर ले तो आपके लिए वशीकरण करना आसान हो जाता है.
मूलाधार चक्र को माँ काली से जोड़ा जाता है.
जिस व्यक्ति ने अपने काली चक्र को सिद्ध कर लिया उसके लिए वशीकरण करना या फिर किसी के भी दिमाग को काबू करना आसान हो जाता है.
महाकाली वशीकरण मंत्र साधना के लिए काली सिद्धि का अभ्यास करने से पहले आपको कुण्डलिनी और सप्त चक्र के बारे में पता होना चाहिए.
जब हम एक चक्र से उर्जा को दूसरे चक्र में transfer करते है तब हमारे अन्दर के भाव भी बदल जाते है.
इस उर्जा का प्रयोग महाकाली वशीकरण मंत्र साधना के दौरान किया जा सकता है.
क्या आपने किसी ऐसे व्यक्ति से मुलाकात की है जो पलभर में अपने गुस्से को कण्ट्रोल कर सकता है.
उन्हें गुस्से को कण्ट्रोल करते हुए नोटिस करे. वे एक चक्र से दूसरे चक्र में उर्जा को transfer करते है जिसकी वजह से उनकी उर्जा का सही उपयोग होता है.
मूलाधार चक्र का वशीकरण प्रयोग में क्या महत्त्व है ?
मूलाधार चक्र में उर्जा का निर्माण आसान है आपको सिर्फ काम वासना के बारे में सोचना है और आपका Mooladhar chakra ( Root Chakra ) सक्रिय हो जाता है. इस चक्र को सिर्फ चिंगारी दिखाने की जरुरत है.
एक बार सक्रिय होने के बाद जब तक आपके अन्दर काम भाव बना रहेगा आपके चक्र में उर्जा सक्रिय रहेगी.
अगर इस उर्जा को आप ऊपर के किसी चक्र में transfer करे तो क्या होगा ?
महाकाली वशीकरण मंत्र साधना में इसी उर्जा का प्रयोग माध्यम को कण्ट्रोल करने के लिए किया जाता है.
ये उर्जा उस चक्र को बलवती बनाना शुरू कर देगी. इसका अभ्यास अगर आप दूर बैठे व्यक्ति पर वशीकरण करने में करते है तो आसानी से हो सकता है.
रूद्र चक्र जिसे आज्ञा चक्र भी कहते है हमारे शरीर में हर उर्जा केंद्र के बीच उर्जा के प्रवाह को कण्ट्रोल करता है.
Energy channel process को समझ लिया जाए तो काम वासना को आसानी से कण्ट्रोल किया जा सकता है. इसके बारे में यहाँ डिटेल से बात करने वाले है.
Read : त्रिलोकी वशीकरण के लिए श्री यंत्र पर त्राटक साधना का सबसे आसान अभ्यास और अनुभव
वशीकरण के लिए काली सिद्धि और उर्जा केंद्र
महाकाली वशीकरण मंत्र साधना सिद्धि की विद्या को सीखने वाले प्रत्येक व्यक्ति को पहले मूलाधार (काली) की तरंगों को वश में करने का अभ्यास करना जरूरी होता है.
वस्तुतः यह प्रत्येक तंत्र-सिद्धि के लिए आवश्यक है.
मूलाधार चक्र में काली की तरंग कम हो तो शरीर दुर्बल व सत्वविहीन होता है.
जीव सुस्त होता है और वह मानसिक रूप से हीन हो सकता है, इसलिए काली की तरंगें भी प्रत्येक जीव के लिए आवश्यक हैं.
किंतु यदि ये तरंगें अधिक उत्पन्न होने लगें तो जीव क्रोधी, हिंसक, कामी, परपीड़क, ईर्ष्यालु, क्रूर बन जाता है.
Most powerful Vashikaran Mantra in the world in Hindi के अभ्यास के लिए आपका मूलाधार चक्र पर नियंत्रण होना बेहद जरुरी है.
एक और विचित्र बात यह है कि काली रूपी रक्तिम तरंगें अत्यंत आसानी से उत्पन्न होने लगती हैं और ये इतनी शक्तिशाली होती हैं कि जब उत्पन्न होती है तो हर तरंगें निष्क्रिय हो जाती हैं.
यहां तक कि रुद्र की तरंगें (मानसिक तरंगें) भी इसके सामने बेकार हो जाती हैं. यही वजह है की गुस्से की स्थिति में व्यक्ति सही से सोच समझ नहीं पाता है.
यह स्थिति किसी भी तंत्र साधना खासकर महाकाली वशीकरण मंत्र साधना के लिए खतरनाक है.
इस स्थिति से बचने के लिए वैदिक ऋषियों ने काली के निग्रह की विधि को महत्व दिया है अर्थात् मन को हिंसा, क्रोध, क्रूरता एवं काम के भाव पर जाने ही न दें. लेकिन यह स्थिति प्राप्त करना बहुत कठिन है.
आज प्रदूषण भी बहुत है. यह मन को नियंत्रित नहीं होने देता, खासकर काली के मामलों में. वाममार्ग में इसकी एक अत्यंत सरल तकनीक अपनाई जाती है.
इससे मनः शक्तिशाली होता है, अर्थात् रुद्र की तरंगों की सामर्थ्य बढ़ती है.
Read : घर पर किया जा सकता है इन 5 सर्व जन वशीकरण के उपाय को क्या आपने कभी कोशिश की इन आसान वशीकरण की ?
मूलाधार चक्र के माध्यम उर्जा का transfer
वाममार्ग का सिद्धांत है कि मन की गति को मत रोको. बस, चैनल को बदल दो. जैसे एकाएक ही क्रोध उत्पन्न हुआ, तो होने दो. उसे रोकना संभव नहीं है.
लेकिन जैसे ही क्रोध उत्पन्न हो, ऐसी बातों का स्मरण करने लगो, जो कोमल भाव से युक्त हों. क्रोध तुरंत गायब हो जाएगा.
दुबारा वह उत्पन्न हुआ भी तो इतना शक्तिशाली न होगा कि विचारने की क्षमता ही न रहे. तब उस क्रोध की शक्ति का उपयोग किया जा सकता है.
इस उर्जा को महाकाली वशीकरण मंत्र साधना में किया जाए तो शक्तिशाली वशीकरण किया जा सकता है.
इस तकनीक का प्रयोग वाममार्गी साधनाओं में जैसे की महाकाली वशीकरण मंत्र साधना में व्यापक रूप से होता है.
इसके सहारे काम शक्ति को नियंत्रित करके दूसरे चैनल (चक्र) पर ले जाया जाता है, जहां वे उस चक्र की तरंगों में परिवर्तित हो जाती हैं.
महाकाली वशीकरण मंत्र साधना में इस तकनीक का प्रयोग कर हम उस उर्जा को बना सकते है जिसकी कमी के चलते साधक वशीकरण नहीं कर पाता है.
जैसे काम-भाव में डूबकर काम-ऊर्जा को आमंत्रित कर लिया. उसके उत्कर्ष पर अचानक ही किसी कोढ़ी का ध्यान किया. तुरंत चक्र बंद हो जाएगा.
काम-ऊर्जा का चढ़ाव उतरने लगेगा. यह उतरता हुआ समय इसे दूसरे चक्र पर खींचने का होता है.
सांस को खींचकर उसे मेरुदंड में ऊपर की ओर धक्का दिया जाता है. आप जैसे ही पुनः अपना ध्यान काम-क्रीड़ा की ओर मोड़ेंगे, फिर से काली का चक्र चलने लगेगा.
यह क्रिया बार-बार दुहराई जाती है. इस तकनीक का उपयोग करके जीव अनंत काल तक बगैर स्खलन के रति क्रिया कर सकता है. रति-क्रीड़ा में शरीर के सारे नस-स्नायु क्रियाशील रहते हैं.
उपर्युक्त तकनीक के प्रयोग से प्राणायाम करने की भी जरूरत नहीं होती, क्योंकि सांस गहरी होने लगती है.
इससे केंद्र की जीवात्मा अधिक सशक्त होती है और उसके ऊर्जा उत्सर्जन की शक्ति बढ़ जाती है.
ये सबसे अच्छा Immediate Vashikaran mantra की सिद्धि का जरिया बन सकता है.
काली चक्र का संयम कर अनियंत्रित मन को कण्ट्रोल करना
काम-क्रीड़ा के समय काली तरंगों को उत्पन्न करने वाला चक्र इतना तीव्र हो जाता है कि उसे ऊर्जा की आपूर्ति करने के लिए केंद्र को तीन गुणा अधिक ऊर्जा का उत्पादन करना पड़ता है. विखंडन क्रिया तेज हो जाती है.
इसके लिए अधिक वायु की आवश्यकता होती है. लगातार अभ्यास से सूर्य की कार्य क्षमता सामान्यकाल में भी बढ़ जाती है.
यह फायदा हमें महाकाली वशीकरण मंत्र साधना सिद्धि में मिलता है.
मुख्य बात यह है कि मन को रोकने की बजाए उसका भाव ही बार-बार बदल दिया जाता है. इससे पहला भाव गायब हो जाता है. यह ब्रेक का काम करने लगता है और यही इसका नियंत्रण बन जाता है.
अनियंत्रित शक्ति को नियंत्रित करने का यह आसान तरीका है. इससे जब भी तरंगों की गति अनियंत्रित होने लगती है, भाव बदलकर विराम लगा दिया जाता है.
इस तरह गति सदा नियंत्रण में रहती है और आवेश सीमा से अधिक नहीं होने के कारण, विचारने की क्षमता भी बनी रहती है.
ऐसे में ये तरंगें मानसिक तरंगों के वश में होती हैं. तब इनका उपयोग किया जा सकता है, अन्यथा ये सभी साधनाओं को भंग कर देती हैं.
काली वशीकरण मंत्र साधना
महाकाली वशीकरण मंत्र साधना ऐसे भाव के लिए की जाती है, जिसमें दमन का भाव हो.
यदि आप क्रोधित या हिंसात्मक भाव से किसी को भयभीत करके वश में करना चाहते हैं या कठोरता के भाव से शत्रु दमन करना चाहते हैं तो इस साधना को करें.
मंत्र :
ओऽऽऽऽऽम् नमः काली महाकाली देवी क्रीं क्रिं क्रां क्रां क्रं कं कं कं क्लीं क्लीं क्लीं फट् स्वाहा.
विधि : सामने काली की मूर्ति या चित्र स्थापित करके रक्तिम प्रकाश बनाएं. काली का मंत्र पढ़ते हुए हवन कुंड का निर्माण करें. लाल कपड़ा, लाल चंदन, लाल फूल, लाल सिंदूर, शराब, तिल, जौ आदि की आहुति देते हुए हवन करें और एक मुर्गे की बलि दें.
इस मुर्गे का मांस चावल के साथ खाएं और देवी पर चढ़ाएं. मदिरा का पान करें. ब्रह्मचर्य से रहें. प्रतिदिन हवन के साथ 108 मंत्रों को पढ़ते हुए 21 दिन तक अभ्यास करें.
महाकाली वशीकरण मंत्र साधना सिद्धि विधान और मूलाधार चक्र
अब तो आप समझ ही गए होंगे की महाकाली वशीकरण मंत्र साधना सिद्धि विधान में मूलाधार चक्र का क्या महत्त्व है और तंत्र मार्ग में इस साधना को करने के लिए साधक का खुद पर संयम होना क्यों जरुरी है.
साधक के अन्दर जिस उर्जा की कमी होती है उसे पूरा करने के लिए तंत्र मार्ग में मूलाधार चक्र को सक्रिय किया जाता है और फिर उर्जा के प्रवाह को दूसरे चक्रों में मोड़ दिया जाता है.
इससे न सिर्फ हम उर्जा की कमी को पूरा कर पाते है बल्कि संयम को भी मजबूत कर सकते है.
यहाँ शेयर किया गया Maa kali Vashikaran mantra for love in Hindi मुश्किल जरुर है लेकिन इसके बाद आप दूर बैठे व्यक्ति पर मनचाहा वशीकरण कर सकते है.
यहाँ Kali Vashikaran mantra benefits के बारे में भी जानकारी दी है जो आपके काम आयेगी.
अगर आप एक चक्र से दूसरे चक्र में उर्जा को transfer करना सीख ले तो लाइफ में आ रही किसी भी मुश्किल को दूर कर सकते है.
अगर आप महाकाली वशीकरण मंत्र साधना सिद्धि का विधान से जुड़े किसी problem के बारे में यहाँ डिस्कस करना चाहते है तो कमेंट कर सकते है.