ग्रहण काल की गोपनीय साधना का अभ्यास कर आप भी अपनी लाइफ में आ रही मुश्किलों को दूर कर सकते है. वैसे तो ग्रहण काल के समय को शुभ नहीं माना जाता है लेकिन, किसी भी तरह की साधना के अभ्यास के लिए ये समय सबसे अनुकूल होता है.
ऐसा माना जाता है की इस समय काल में साधना का अभ्यास कर आप कम समय में बेहतर अनुभव और परिणाम हासिल कर सकते है.
साल 2024 में ग्रहण का समय नजदीक आ रहा है, ऐसे में आप घर पर रहते हुए यहाँ दी जा रही कुछ अलौकिक साधनाओ का अभ्यास कर सकते है.
वशीकरण, उच्चाटन या फिर मोहन जैसे प्रयोग को अगर ग्रहण काल के दौरान किया जाए तो बेहतर परिणाम हासिल किये जा सकते है.
यहाँ हम ऐसी ही कुछ ग्रहण काल की गोपनीय साधना का अभ्यास घर पर कैसे करे से जुड़ी खास बातो के बारे में जानने वाले है.
आज के युग में साधना में सफलता पाने के लिए आपको कुछ बेसिक बातो का ध्यान रखना होगा ताकि साधना में जल्दी सफलता हासिल की जा सके और बिना किसी अवरोध के साधना संपन्न हो जाए.
साधना से जुड़े यंत्र और माला का चुनाव करते समय सावधानी रखे क्यों की सही चुनाव के बगैर आपको सफलता नहीं मिल सकती है.
आमतौर पर की जाने वाली साधना और ग्रहणकाल में की जाने वाली साधना में काफी फर्क है.
ऐसा माना जाता है की ग्रहणकाल के दौरान उर्जा अपने चरम पर होती है और इस दौरान की जाने वाली साधना जिस उदेश्य से की जाती है वैसी ही एनर्जी को आकर्षित करना आपके लिए आसान हो जाता है.
इस आर्टिकल में हम साल 2024 के चन्द्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण के दौरान की जाने वाली कुछ गोपनीय साधना को शेयर कर रहे है. आप इन्हें अपने उदेश्य की पूर्ती के लिए घर पर रहते हुए अभ्यास कर सकते है.
ग्रहण काल की गोपनीय साधना का अभ्यास क्यों श्रेयकर है ?
आप हर रोज नियमित रहते हुए भी साधनाओ का अभ्यास कर सकते है लेकिन, अगर ग्रहण काल के दौरान कोई साधना की जाती है तो कम समय में भी बेहतर परिणाम हासिल किये जा सकते है.
इसकी सबसे बड़ी वजह है ग्रहण काल के दौरान वातावरण में अलग अलग एनर्जी का एक्टिव हो जाना.
ऐसा माना जाता है की इस दौरान आप जिस उदेश्य को ध्यान में रखते हुए साधना का अभ्यास करते है उसी तरह की एनर्जी आपसे आकर्षित होना शुरू हो जाती है और आपके लिए साधना का अभ्यास करना और सफलता पाना आसान हो जाता है.
आइये जानते है ग्रहण काल की गोपनीय साधना का अभ्यास और ऐसी कुछ साधनाओ के बारे में जिन्हें आप अपने उदेश्य की प्राप्ति के लिए घर पर रहते हुए कर सकते है.
ग्रहण काल में वशीकरण का प्रयोग
ग्रहण काल के दौरान सबसे ज्यादा की जाने वाली साधनाओ में से एक है वशीकरण की सिद्धि. अगर आप ग्रहण में वशीकरण मंत्र को सिद्ध करते है तो आपको अनुकूल परिणाम देखने को मिलते है.
ये एक सर्वजन वशीकरण मंत्र का प्रयोग है जिसके जरिये आप पति पत्नी के बीच के मतभेद, प्रेमी प्रेमिका के रिलेशनशिप में आ रही मुश्किलें और किसी अधिकारी से अपना काम सिद्ध कर सकते है.
ये वशीकरण मंत्र इतना ज्यादा शक्तिशाली है की आप इसके जरिये सामने वाले को पूर्ण रूप से अपने वश में कर सकते है और इसका असर काफी लम्बे समय तक रहता है.
ग्रहण काल की गोपनीय साधना का अभ्यास में से एक वशीकरण मंत्र की सिद्धि में सफलता के लिए सर्वजन वशीकरण यंत्र, वशीकरण माला और एक काजल की डिबिया की आवश्यकता होगी.
ग्रहण काल में वशीकरण मंत्र की सिद्धि का प्रयोग
इस वशीकरण मंत्र को ग्रहण काल के दौरान सिद्ध किया जाता है. किसी भी उदेश्य की पूर्ती के लिए आप इस प्रयोग को दी गई विधि के अनुसार कर सकते है.
ग्रहण के समय साधक को उनी आसन बिछाकार पश्चिम दिशा की तरफ मुह कर बैठ जाइये. अपने सामने सर्वजन वशीकरण यंत्र की स्थापना करे.
जब ग्रहण काल शुरू हो जाए तब अपने सामने काजल की डिबिया को बाई मुट्ठी में रखे. दाए हाथ में वशीकरण माला धारण करे और दिए गए वशीकरण मंत्र की 21 माला जप को संपन्न करे.
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं कान्हेश्वरि सर्वजन वश्यं करि सर्वमुख स्तम्भनी हृदयाय स्वाहा।।
जब मंत्र जप पूरा हो जाए तो इस डिब्बी को सहेज कर रखे. अगर आप इस ग्रहण काल की गोपनीय साधना का अभ्यास करते है तो यक़ीनन अचूक वशीकरण करना आपके लिए आसान हो जायेगा.
यह मंत्र पूर्ण रूप से प्रभावशाली है और इसके जरिये आप ना सिर्फ मनचाहे व्यक्ति या महिला को अपने वश में कर सकते है बल्कि दुश्मन को भी अपना दोस्त बना सकते है.
प्रयोग के दौरान अगर किसी को अपने वश में करना तो मंगलवार के दिन डिब्बी से थोड़ा सा काजल उस व्यक्ति या महिला के कपड़ो पर लगा दे. इससे सामने वाला आपके वश में होना शुरू हो जायेगा.
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कालरात्रि प्रयोग
अगर आप अपने शत्रु का समूल नाश चाहते है तो आपको ग्रहण काल की गोपनीय साधना का अभ्यास में से एक इस काल रात्रि प्रयोग को करना चाहिए.
ये एक काल भैरव मारण मंत्र प्रयोग है. इसे तभी संपन्न करे जब आपके पास और कोई रास्ता ना बचे.
इस प्रयोग मे आपको “काल रात्रि गुटिका” और “काल भैरव यंत्र” के साथ साथ “काली हकिक की माला” की आश्यकता पड़ेगी.
ग्रहण के दौरान की जाने वाली गुप्त साधनाओ में ये साधना बेस्ट है. इस ग्रहण काल की गोपनीय साधना का अभ्यास करने के लिए आपको निचे दिए गए तरीके से साधना को पूर्ण करना होगा.
काल रात्रि मारण प्रयोग सिद्धि का उपाय
ग्रहण काल के दौरान नहाकर काली धोती पहनकर दक्षिण दिशा की तरफ मुह कर बैठ जाए.
अपने सामने तेल का दीपक जला ले. अब यंत्र और गुटिका को स्थापित कर लीजिये. अब हकीक की माला से दिए गए मंत्र की 3 माला जप को संपन्न करे.
॥ ॐ ऐं ह्रीं क्लीं श्रीं कान्हेश्वरि सर्वजनमनोहरि शत्रुमुख स्तम्भनि शत्रु निर्दलनि त्रोटय भंजय निर्दलय स्तम्भय मोहय उच्चाटय उच्चाटय मारय मारय फट् ।।
जब आप ग्रहण काल की गोपनीय साधना का अभ्यास पूर्ण कर ले तब हाथ में काली मिर्च के दाने लेकर शत्रु का नाम ले और पांच बार मंत्र का जप करे. अब तेल के दीपक में से बचे हुए तेल को काली मिर्च के दानो पर चुपड़ दे. अब इन काली मिर्च के दानो को यंत्र और माला के साथ ही दक्षिण दिशा की तरफ जाकर एकांत में गाड़ दे.
इस प्रयोग को कभी भी स्वार्थ की सिद्धि के लिए ना करे. जब आपके सामने कोई और विकल्प ना हो तभी इसका प्रयोग करे.
कामनापूर्ति प्रयोग
काम्य प्रयोग का मतलब है इच्छित कार्य को पूर्ण करना. आपके मन में जो भी इच्छा है इस प्रयोग को संपन्न करने के बाद एक महीने के अन्दर ही मनचाहे परिणाम हासिल किये जा सकते है.
जो भी इच्छा आप मन में सोचते है उसे पूर्ण करने के लिए ये एक अचूक और सुलभ प्रयोग है.
इस तरह की ग्रहण काल की गोपनीय साधना का अभ्यास आप घर पर रहते हुए भी कर सकते है.
इस साधना का अभ्यास आप घर की शांति के लिए, पति सुख, जल्द से जल्द विवाह, व्यापार में सफलता या फिर कोई भी ऐसा काम जो आपको कठिन लग रहा है उसे इस साधना अभ्यास के जरिये पूर्ण किया जा सकता है.
घर पर कामना-पूर्ती साधना का अभ्यास कैसे करे ?
इस ग्रहण काल की गोपनीय साधना का अभ्यास करने के लिए आपको एक हत्था जोड़ी की आवश्यकता होगी. इसके अलावा जल्दी परिणाम हासिल करने के लिए सर्व-काम्य सिद्धि यंत्र भी चाहिए होगा.
जब ग्रहण काल का समय शुरू हो जाए तब यंत्र को अपने सामने रखे. अब लोहे के एक पात्र में लकड़िया जलाकर घृत और सरसों से निम्न मंत्र की एक हजार ( 1000 ) आहुतियाँ दे.
क्लीं
प्रत्येक आहुति के बाद घी की एक बूँद सर्वकाम्य सिद्ध यंत्र पर डाले. इस तरह से एक हजार आहुति से ये मंत्र प्रयोग सिद्ध हो जायेगा. अब आप जिस इच्छा की कामना करते है वो जल्दी ही तय समय पर होना शुरू हो जाएगी.
यह एक बीज मंत्र है जो आकर्षण का मूल मंत्र है. आप जिस उदेश्य और भावना से इस मंत्र का जप करेंगे ये वैसा ही असर करेगा क्यों की ये यूनिवर्स से उसी तरह की एनर्जी को आकर्षित करता है जैसी आपकी भावना होगी.
दरिद्रता नाशक प्रयोग
गरीबी से बाहर निकलना चाहते है तो इस ग्रहण काल की गोपनीय साधना का अभ्यास जरुर करे. इस प्रयोग को करने से आपको गरीबी और रोग दोनों से मुक्ति मिलती है.
लाइफ में आर्थिक समृद्धि मिलना शुरू हो जाती है. अगर आपको लगातार हानि हो रही है या फिर बार बार असफलता का सामना करना पड़ रहा है तो इस प्रयोग को करके देखे.
इससे आपकी गरीबी दूर होगी और नए रास्ते खुलने शुरू हो जायेंगे. जो काम अब तक बिगड़ रहे थे वो बनना शुरू हो जायेंगे.
ज्यादातर लोग इस तरह की ग्रहण काल की गोपनीय साधना का अभ्यास का अभ्यास करते है और उन्हें इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलते है. आप भी इस प्रयोग के जरिये अपने लाइफ को आसान बना सकते है.
दरिद्रता नाशक प्रयोग सिद्धि का उपाय
इस प्रयोग में आपको दरिद्रता नाशक यंत्र और स्फटिक माला की आवश्यकता होगी. ग्रहण काल के दौरान साधक स्नान कर शुद्ध सफ़ेद धोती धारण करे. अपना मुह पूर्व की तरफ कर बैठ जाए.
सामने दरिद्रता नाशक यंत्र की स्थापना कर पूजा करे. अब दिए गए मंत्र की 11 माला जप संपन्न करे.
॥ ॐ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः श्रीं।।
मंत्र जप के पूर्ण होने के बाद यंत्र और माला को किसी नदी में प्रवाहित कर दीजिये. ऐसा करने से जल्दी ही आपको लाइफ में सकारात्मक बदलाव मिलने शुरू हो जायेंगे.
रोग मुक्ति और गरीबी का नाश होता है और समृद्धि के नए नए रास्ते खुलना शुरू हो जाते है. ग्रहण काल की गोपनीय साधना का अभ्यास में से एक ये सबसे खास तरह की साधना है जिसे हर किसी को करना चाहिए.