क्या आप जानते है दुसरो के मन की आवाज कैसे महसूस करे जानिए खास सीक्रेट्स


WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Telepathy का नाम आपने सुना ही होगा बिना किसी Physical medium के एक दूसरे से बात करना बिलकुल किसी superpower की तरह लगता है. Reading someone’s mind एक तरह की skill है जिसे अभ्यास से सीखा जा सकता है.

आपका क्लाइंट क्या चाहता है, बॉस क्या चाहता है या फिर सामने वाला क्या चाहता है या बोल रहा है इसके बारे में बगैर बोले अहसास हो जाना ये आपकी Psychic ability को दर्शाता है. ज्यादातर लोग इसे inner intuition के नाम से भी जानते है. आइये जानते है How to read someone’s mind के बारे में.

ऐसे लोग जिन्हें पता होता है की सामने वाला क्या चाहता है अपनी लाइफ में ज्यादातर सफल होते है. Top performance देने वाले सभी लोग स्मार्ट हो जरुरी नहीं है.

ऐसे लोग जिनका emotional quotient अच्छा होता है उन्हें पता होता है की सामने वाले को क्या चाहिए या फिर उसे क्या पसंद है. हमारा हर विचार जिसे हम दूसरो के साथ शेयर करे या न करे एक signal की तरह आसपास के environment में flow करता रहता है.

Basic Reason of Unsuccess in Sadhna
Reading someone's mind

ये सामने वाले वाले पर निर्भर करता है की वो उस सिग्नल को catch कर पाता है या नहीं. इसे सीखने में कुछ वक़्त लगता है लेकिन एक बार इससे जुड़ जाने के बाद आप आसानी से सामने वाला क्या सोच रहा है इसका अंदाजा और अनुमान लगा सकते है.

Magician इसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते है क्यों की वे लोगो की सोच को Manipulate करने में कामयाब रहते है.

अगर आप दूसरो का दिमाग पढना चाहते है तो इसके लिए five ways to someone’s mind को practice कर सकते है. ये कुछ ऐसे तरीके है जिनके जरिये आप दूसरो के दिमाग में चल रहे विचारो को समझ सकते है साथ ही एक better business relationship को buildup कर सकते है.

दूसरो के दिमाग को पढने के लिए कुछ psychic अपने खुद के heart and guts को feel करते है. आइये जानते है इसके बारे में और ज्यादा डिटेल से.

How Reading someone’s mind work in Hindi

दूसरो के दिमाग में क्या चल रहा है इसे समझने के लिए sensory awareness को develop किया जाता है. इससे हम सामने वाले के विचारो को words and expressions के भी समझ सकते है.

इसके लिए आपका अपने sensory reactions और mental activity इन दोनों को समझना बेहद जरुरी है. इसके जरिये सामने वाले के बगैर बोले आप ये समझ सकते है की वो क्या बोलना चाहता है या उसके मन में क्या है.

इसमें 3 चीजे काम करती है और आपको इन तीनो को develop करना होता है जैसे की

  • Sensory Awareness
  • Cognitive Awareness
  • The courage to be sensitive

जितना ज्यादा आप sensitive होंगे उतना ही ज्यादा आप दूसरो से जुड़ाव को महसूस कर पाएंगे.

How do people read minds?

ज्यादातर लोग जो दावा करते है की वे दूसरो का दिमाग पढ़ सकते है वे इन 3 सेंसर पर काम करते है.

खुद को ज्यादा से ज्यादा sensitive रखने के लिए वे Sensory और Cognitive awareness का सहारा लेते है. अगर आप master of reading someone’s mind बनना चाहते है तो इन तीनो पर काम करे.

Sensory Awareness

इसे inward awareness भी कहा जाता है. दूसरे आपको क्या कहते है या आपकी क्या reaction रहती है ये इसी Sensory Awareness की वजह से होता है. कई बार बिना बोले भी हम सामने वाले से कुछ brainwaves को receive करते है जिसकी वजह से हमारा brain reaction देता है.

ये सब inward awareness की वजह से होता है. आपको अपने चल रही इसी awareness को समझना होता है.

कई बार हम बिना सामने वाले के बोले ही उसके desires, disappointments, needs, frustrations, hopes, and doubts को समझ जाते है.

ऐसा इसलिए होता है क्यों की आपके processing centres of the nervous system जैसे की brain, heart, and gut ये सब active होते है और आप इन्हें सेंस कर पाते है.

Cognitive Awareness

ज्यादातर समय हम इसी awareness का इस्तेमाल अपने आसपास के माहौल को समझने और उस पर reaction देने के लिए करते है. आपने अपने आसपास के माहौल और लोगो के बारे में क्या सुना और देखा है इसी आधार पर behavior करते है. ज्यादातर facial expressions को 100% accuracy के साथ समझ पाना मुश्किल है लेकिन अगर आप इसके आसपास अंदाजा लगाना शुरू कर दे तो कुछ समय बाद सामने वाले की सोच को manipulate कर आसानी से उसके दिमाग में चल रहे विचारो को पढना संभव किया जा सकता है.

Read : How to play black magic simple easy trick to manipulate public mind

The courage to be sensitive

जितना ज्यादा आप sensitive होंगे उतना ही ज्यादा आप Reading someone’s mind के लिए जरुरी vibration को feel कर सकते है. आपने देखा होगा की घर के पालतू जानवरों के साथ हमारा connection काफी मजबूत होता है.

कुछ तो सिर्फ आपके आँखों के इशारे से ही समझ जाते है या फिर कुछ आपके मूड को समझ कर उसके according behavior करने लगते है. ये एक स्थिति है जहाँ पर आप अपने आसपास क्या चल रहा है उसके प्रति aware रहते है.

बगैर किसी तरह के interfere के अगर आप दूसरो को सेंस करना शुरू कर दे तो ये आपको न सिर्फ दूसरो को समझने में मदद करता है बल्कि आप सिर्फ दूसरो को समझते है ना की उनसे प्रभावित होते है.

कई बार ऐसा देखने में आता है की sensitive लोग दूसरो की तकलीफ को देखकर खुद को दुखी कर लेते है. इसका फायदा कुछ Psychic vampire उठाते है जो आपको use करना शुरू कर देते है.

To be sensitive होना सिर्फ दूसरो को समझना है ना की उनसे प्रभावित होना. ये एक ऐसी journey है जहाँ आपकी एक चूक आपके पतन का कारण बन सकती है.

आपको difference between empathy and sympathy के बारे में पता होना चाहिए. क्यों की empathy दूसरो के emotion को समझना है वही sympathy का मतलब है दूसरो के emotion को absorb करना.

ये 3 चीजे है जो की Reading someone’s mind में काम करती है. अगर आप इसकी practice करना चाहते है तो यहाँ शेयर की गई कुछ खास चुनी हुई practice को फॉलो कर सकते है.

क्या मन की आवाज और intuition एक ही है?

मन की आवाज सुनना किसी भी वाक्य के विश्लेषण के बगैर ही उसे स्वीकार करना. ज्यादातर श्रद्धा और विश्वास के मामले में हम intuition शब्द का इस्तेमाल करते है.

आध्यत्मिक स्तर पर इसका बहुत बड़ा महत्व है और शरीर से बाहर विचरण हो या सूक्ष्म शरीर की यात्रा ये हर जगह हमारे सफर को आसान बनाता है. सहज बोध या मन की आवाज इसे हम ऐसे समझ सकते है :

“हम कही जा रहे है और अचानक ही हमारे अंदर से अहसास होता है की हमें आज नहीं जाना चाहिए. हम रुक जाते है और बाद में पता चलता है की हमें वाकई नहीं वहा नहीं जाना चाहिए था. जैसे एक्सीडेंट, ख़राब सफर या अन्य किसी वजह से हम जाते तो हमें नुकसान उठाना पड़ता.”

“हम किसी काम में उलझे हुए है और अचानक ही हमें लगता है की हमें कही और होना चाहिए हम चले जाते है और जहा हम जाते है वहा हमारा कोई इन्तजार कर रहा होता है.”

ऐसे कई उदहारण है जहा हम काम करते करते अचानक ही किसी अन्य काम को करने लगते है. और बाद में हमें पता चलता है की हमें यही करना चाहिए था. ये एक तरह से पूर्वानुमान और छटी इंद्री की तरह लगता है.

मन की आवाज सुनना कैसे काम करता है

सहज बोध हमारे चेतन मन को किसी भी कार्य को बगैर किसी तर्क के सीधे एक्सेप्ट करने के लिए बाध्य करता है.

आध्यात्मिक यात्रा में जब कुछ ऐसा घटने लगता है जिससे हमारा चेतन मन उलझने लगे तो ये हमें उससे बाहर निकलने में मदद करता है. सहज बोध तर्क वितर्क करने से बचाता है जिससे हम किसी भी स्तर में आसानी से विचरण करने लगते है.

मान लीजिये हमारे मन में अचानक ही कोई विचार उठता है और जब तक हम उसे नहीं करते बार बार वही ख्याल मन में उठता रहता है फिर हम उसके अनुसार करने लगते है. क्या इस दौरान हमारा मन तर्क वितर्क करता है की हमें ये करना चाहिए या नहीं ?

हमारे मन की आवाज एक tuning पर काम करती है यानि subconscious mind को लगातार एक स्तर पर active रखने की कला जो हमें वक़्त पर आगाह कर सके. मन की आवाज सुनना या अंतरात्मा की आवाज or Reading someone’s mind ये कुछ शब्द है जो इसे और बेहतर तरीके से समझाते है.

1.) सहज बोध में खुद को जोड़ना सीखे

मन की आवाज सुनना या फिर शरीर के अंदर की हलचल को महसूस करना इस कला को activate करने की first step है. हमारे शरीर के कम्पन हमें हमारी भावनाओ के बारे में बताते है, जैसे हम क्या महसूस कर रहे है, हमारे आसपास क्या घट रहा है और हमें किस चीज की जरुरत है.

इसे समझने के लिए आप खुद को एक ऐसे पात्र की तरह मान ले जिसमे विचार और भावनाए आ और जा रहे है.

जब हम Reading someone’s mind करने में सफल हो जाते है तब हम समझने लगते है की जरुरत और मिलने पर हमारा शरीर किस फ्रीक्वेंसी पर रिएक्शन करता है.

दिनभर हर एक्शन पर हमारा शरीर विभिन्न फ्रीक्वेंसी को कैच करता है जो भावनाओ और फीलिंग पर निर्भर करती है. अभ्यास द्वारा हम इसे समझने में सक्षम हो सकते है.

2.) अपने आप पर और सहज ज्ञान में विश्वास करना शुरू कर दे

एक बार जब आप समझ जाते है की आपका शरीर कैसे प्रतिक्रिया करता है, सुनिश्चित करे की कौनसे reason आपके साथ है ना की जो दुसरो पर कार्य करते है, ना ही जो हमें दूसरे बताए.

मन की आवाज सुनना यानि Reading someone’s mind को समझना और उस दौरान कौनसा कारण उस प्रतिक्रिया के लिए जिम्मेदार होता है को समझने की कोशिश करे. उदाहरण के लिए समझे तो मान लीजिये की आपको राह चलते ही वापस जाने का मन करने लगते है आपको बार बार लगता है की आपको वापस चले जाना चाहिए.

आपका मन घबराने लगता है और आप पर घबराहट छाने लगती है आप बैचेन होने लगते है.

आपके आसपास के लोगो को लगता है की आपको कुछ हुआ और वो अपनी सलाह आपको देने लगते है जैसे आराम करो कुछ खा लो पी लो वगैरह. कोई नहीं जानता ये किस वजह से हुआ है सिर्फ आपको पता है.

इसलिए मन की आवाज को सुनना शुरू करे और अपने शरीर की प्रतिक्रिया को समझे ना की लोगो की राय को.

एक बार जब आप Reading someone’s mind practice करना शुरू कर देते है तो बाद में आपके शरीर के कम्पन आपको और भी ज्यादा इस बारे में सहज बोध के संकेत समझने लगते है.

3.) सहज बोध के ज्ञान को विस्तारित करे

जब आप मन की आवाज सुनना की क्षमता को खुद में विकसित कर लेते है तब वक़्त आता है की आप इसका और विस्तार करे. इसके लिए आप दुसरो का चुनाव कर उन पर एक्सपेरिमेंट कर सकते है. जैसे की उनसे मिलने और उन्हें छूने पर अनुभव करे की वो क्या महसूस कर रहे है.

या फिर जब आप किसी से मिले या हाथ मिलाये तो महसूस करे की वो क्या अनुभव कर रहा है.

ज्यादातर मामले में क्षणिक भर वक़्त के लिए आपके दिमाग में कुछ आईडिया आते है और इग्नोर हो जाते है. आपको इन्ही आईडिया को कैच करना है.

एक माँ अपने बच्चे को सिर्फ छू कर समझ जाती है की वो क्या चाहता है. ये मन की बात सुनना का सबसे बड़ा उदाहरण है जिसमे कोई आपको बताता नहीं है पर आप फिर भी सामने वाले की जरुरत को समझ जाते है.

इसके लिए जरुरी है आपसी स्तर पर फ्रीक्वेंसी की Tuning बनानी पड़ती है. True friend’s में हमेशा एक टूनिंग होती है जिससे वो सामने वाले के मन की बात को छुपाने के बावजूद समझ ही जाते है.

ये और कुछ नहीं बल्कि Reading someone’s mind का ही एक हिस्सा है. दूसरो पर इस प्रयोग की सफलता के लिए आपको Body language और feeling के matching के साथ आपके मन में उठने वाली frequency को सामने वाली फ्रीक्वेंसी के साथ जोड़ना होता है.

4.) खुद के स्तर पर करे सहज बोध के विस्तार का प्रयास

हम सभी बचपन से सुनते आते है की अगर बड़ा बनाना है तो बड़े लोगो की तरह सोचो और बड़े लोगो की संगत में रहो. सही भी है क्यों की आप जैसी संगत में रहते है आप पर उसका वैसा ही प्रभाव भी पड़ता है.

इसलिए खुद को हमेशा ऐसे लोगो के आसपास रखो जो दुसरो की भावनाओ को समझते हो. दुसरो की भावनाओ का ख्याल रखते है और लोगो के बिच प्रिय हो. इसके साथ साथ आप किसी के बारे में कल्पना भी कर सकते है.

जितनी ज्यादा आपकी कल्पना शक्ति विकसित होगी आपकी सोच उतनी ही विस्तारित होगी और आप उतना ही अच्छा सोच सकेंगे. ये Reading someone’s mind के लिए बेहद जरुरी है.

दोस्तों मन की आवाज सुनना या फिर दुसरो के मन की बात जानना कोई चमत्कार या जादू नहीं है.

ये एक कला है जिसे हर कोई अपने अंदर विकसित कर सकता है. इसके लिए आपको सिर्फ किसी भी घटना के होने पर मन में आने वाले शुरुआती और क्षणिक पल के विचारो पर केंद्रित होने की जरुरत है. अभ्यास द्वारा हम इससे बढ़ा सकते है.

Six steps for building sensory awareness in conversation

अगर आप ऐसे तरीके देख रहे है जिन्हें daily life के रूटीन में follow किया जा सके तो आप इन तरीको को अपना सकते है जैसे की

  • अन्दर और बाहर से शांत रहे ताकि आप आराम से दूसरो को समझ सके.
  • सिर्फ अपने दिमाग की ना सुने, आपका दिल और guts (psychic feeling and vibrational change in body) को भी सुने ताकि किसी नतीजे पर पहुँचने से पहले आपको पता हो की क्या सही है और क्या नहीं.
  • खुद से पूछे की क्या feel कर रहे है क्यों की आपके emotion सामने वाला क्या feel कर रहा है इसका ही एक reflection होता है. इसके लिए एक Emotional Awareness exercise है जिसे आप खुद कर सकते है. इसके लिए देखे की कब आप uncomfortable with the emotions feel कर रहे है, खुद को रिलैक्स कर मोमेंट में आपसे ज्यादा समाने वाले को participate करने दे.
  • समय समय पर अपने instinct को चेक करते रहे. हमारी बॉडी की सबसे खास बात ये है की ये आसपास की घटनाओं को feel कर आपको कुछ ऐसे संकेत देती है जिन्हें guts कहते है. जैसे की Interview देने से पहले कुछ अच्छा महसूस न करना, किसी से मिलने से पहले अच्छा न लगना या फिर नयी मीटिंग के लिए आपके बॉडी का माइंड के साथ coperate नहीं करना.
  • अगर Reading someone’s mind में जल्दी सफलता न मिले तो खुद को दोष ना दे अगर आप दूसरो के साथ connection नहीं बना सकते है. इसमें समय लगता है इसलिए अगर आप दूसरो को समझ नहीं पा रहे है तो खुद को दोष ना दे.
  • बातो को graciously ख़त्म करे. आप दूसरो से मिलते है अगर उन्हें आपकी हेल्प चाहिए तो जो कर सकते है वो करे. किसी समस्या का समाधान खोज सकते है तो खोजे लेकिन अगर ऐसा नही होता है तो इसे एक सही ending दे और सामने वाले को थैंक्स दे की उसने अपना वक़्त दिया.

ये सब चीजे आपके दूसरो के साथ connection को strong बनाती है खासकर business relationship में. अगर आप भी इसमें कामयाब होना चाहते है तो इन्हें अपने daily life schedule का हिस्सा बना ले.

Reading someone’s mind किसी तरह का जादू नहीं है ये एक कला है जिसमे ज्यादातर लोग जो बिज़नस में सफल होते है उनके अन्दर ये develop रहती है. आइये अब बात करते है कुछ ऐसे तरीको के बारे में जो आपको इसमें मास्टर बनने में मदद कर सकते है.

Five Ways to Read Someone’s Mind

कुछ ऐसे तरीके भी है जिन्हें practice करते हुए आप इसमें master बन सकते है. दूसरो का दिमाग पढने के लिए आपको सामने वाले के मनोभाव पर ध्यान देना चाहिए.

आमतौर पर जो लोग चेतना में unwanted intrusive thought में खोये रहते है उनके लिए इसे समझना मुश्किल होता है क्यों की उनका दिमाग हर पल विचारो में खोया हुआ रहता है.

अगर आप Reading someone’s mind की practice कर रहे है तो आपको सबसे पहले अपने दिमाग को शांत रखना होगा, कम बोलना और ज्यादा सुनना समझना होगा तभी आप इसमें कामयाब हो सकते है.

Start with generational differences

किसी भी घटना और सोच को लेकर हर पीढ़ी का अपना एक नजरिया होता है. एक ही घटना के 3 नजरिये हो सकते है इसलिए सबसे पहले आपको Generational differences को समझना होगा. सामने वाले की सोच किस पीढ़ी की है जैसे की हम आमतौर पर कहते है

“वो पुराने ज़माने की सोच रखता है”

अगर किसी की सोच आपसे मिलती नहीं है और एक ही चीज पर 2 लोग के विचार आपस में मेल नहीं खाते है तो इस तरह के कमेंट देखने को मिलते है.

दूसरो के दिमाग को पढने से पहले आपको उसकी सोच को जानना और समझना बेहद जरुरी है. हो सकता है की जो अपने समझा है वो सही है लेकिन इस पर उसकी अपनी सोच क्या है ये आपको जानना बेहद जरुरी होता है.

ये न सिर्फ आपको एक दूसरे को समझने में हेल्प करता है बल्कि Reading someone’s mind के साथ साथ relationship development में भी help करता है.

Recognize hot buttons

according to psychology अगर आपको सामने वाले के मुह से सच सुनना है तो उसे कुछ इस तरह से redirect करे की वो खुद सच बोलने के लिए मजबूर हो जाए. आपने देखा होगा की वकील किस तरह आरोपी को बार बार एक ही चीज की तरफ ले जाने की तरफ कोशिश करते है.

ऐसा सबके साथ होता है और सबका एक ऐसा पॉइंट होता है जिस पर बार बार चोट की जाए तो सामने वाला अपने आप वो बोल देता है जो हकीकत है.

How Reading someone’s mind work के एक उदाहरण के लिए अगर आप किसी के दिमाग को पढने का दिखावा करते है और सामने वाले को बोलते है की में तुम्हारा दिमाग पढ़ सकता हूँ इसलिए भूल कर भी वो मत सोचना जो तुम्हारे मन में है.

ऐसे में सामने वाला ना चाहते हुए भी वही सोचता है और mentalism करने के लिए उसके दिमाग को पढना आसान हो जाता है.

हकीकत में जब माध्यम को लगता है की mentalism उसके सोचे गए विचार के आसपास पहुँच रहा है तो वो अपने मनोभाव को बदल नहीं पाता है जिसकी वजह से master के लिए सही कैलकुलेशन करना आसान हो जाता है.

कम बोले और ज्यादा सुने

सामने वाले को समझना है तो अपना मुह कम से कम खोले और उसे बोलने दे.

अक्सर सामने वाले सच को बोल देते है जिसे normally हम ignore कर देते है. अगर आपको सामने वाले को समझना है तो सामने वाला क्या बोल रहा है उस पर ध्यान दे और उसे समझे.

हर व्यक्ति का एक emotional trigger होता है जिसमे वो न चाहते हुए भी सबकुछ सच बोलता है.

आपको बस ऐसे ही किसी trigger की पहचान करना है और उसे target करना है. सामने वाला खुद सच बोलना शुरू कर देगा.

ये सब सामने वाले को पता भी नहीं होता है. उसे सिर्फ यही लगता है की वो अपने विचार आपके साथ शेयर कर रहा है लेकिन असल में आप उसके बारे में काफी कुछ पता कर सकते है.

Consider personalities

ऐसा करना आपको सामने वाले के individual qualities को notice and observe करने में help करता है.

इसके लिए आप body language का सहारा ले सकते है. ये सामने वाले के बारे में काफी कुछ समझने में मदद करती है.

Reading someone’s mind के लिए आपको सामने वाले के nature, उसका बात करने का तरीका, वो दूसरो से किस तरह मिलता है और बर्ताव करता है ये सब एक मीटिंग में ही पता कर सकते है.

Look for nonverbal communication

Nonverbal behavior भी Reading someone’s mind practice का अहम् हिस्सा है.

सामने वाला अगर अपने बारे में कुछ बता नहीं रहा है तो कोई बात नहीं. एक व्यक्ति अपने बोलना का तरीका बदल सकता है लेकिन हाव-भाव नहीं.

अगर सामने वाले के हावभाव उसके बोलने के तरीके से मैच नहीं कर रहे है तो समझ ले की वो कुछ छिपा रहा है. इसके लिए body language और बोलने का तरीका दोनों ही काफी अच्छे से हेल्प कर सकते है.

Read : तांत्रिक इस विधि का प्रयोग कर नारियल और अनाज के दानो में पारलौकिक समस्या को देखते है – आप भी देख सकते है

हमेशा एक अच्छे सुनने वाले बने

सिर्फ सुनना काफी नहीं है अगर आप सामने वाले के बोलने और उसके मन में क्या चल रहा है इसे समझ नहीं पाएंगे तो उसके दिमाग को भी नहीं पढ़ पाएंगे.

एक अच्छा सुनने वाला हमेशा सुनने के अलावा उसे समझने की कोशिश भी करता है ताकि वो ये analysis कर सके की सामने वाला सिर्फ जो बोल रहा है वो बोल ही रहा है या उसके मन में भी यही चल रहा है.

आमतौर पर शांत दिमाग वाले व्यक्ति आसानी से अपने इमोशन को कण्ट्रोल कर सामने वाले को पता भी नहीं चलने देते है की वो क्या सोच रहे है.

आपका मन शांत होगा तभी आप हर चीज को अच्छे से समझ पाएंगे.

How to master in Reading someone’s mind final conclusion

आपने पिछली पोस्ट mentalism के बारे में पढ़ा था. ये कोई जादू नहीं है बल्कि एक कला है जिसे कोई भी सीख सकता है. ताश के पत्ते में से सही पत्ता बताना, मन में क्या चल रहा है ये बिना बोले समझ लेना और सच और झूठ का पता लगाना ये सब एक ट्रिक है.

कोई भी इसमें परफेक्ट बन सकता है बशर्ते उसका अपने दिमाग पर अच्छा खासा कण्ट्रोल हो.

Reading someone’s mind की practice काफी सारा समय और practical अनुभव लेती है इसलिए जल्दबाजी ना करे बल्कि अपने आसपास से सीखे.

जो लोग extrovert personality के होते है वे अलग अलग personality के लोगो से मिलते है इसलिए उनके लिए ये काफी आसान हो जाता है खासकर जो लोग marketing से जुड़े होते है.

ये आसानी से समझ जाते है की सामने वाला क्या सोच रहा है इसलिए वे सही समय पर सही इमोशन को trigger करते है. इसके बारे में ज्यादा जानने के लिए mentalism की पोस्ट पढ़ सकते है.

5 thoughts on “क्या आप जानते है दुसरो के मन की आवाज कैसे महसूस करे जानिए खास सीक्रेट्स”

  1. Bro Kya Aap Hame Bata Sakte Hai Ki Blog Ke Liye Backlink Kaise Banate Hai. Mera Matlav Hai Ki Guest Post Aur Comment Ke Alawa Koi Aur Tarika Hai Blog Ka Backlink Banane Ka Agar Hai To Aap Mujhe Jarur Bataye Bhai Plz…

    Reply
  2. Thanks bro aapka kahna yahi hai ki mai comment or guest post karke hi backlink banao yahi naa to agar hum jyada se jyada comment karke jaldi se jaldi backlink banaye to koi problem bhi ho sakti hai.

    Reply
  3. Sir, isse kaise Bache Mera mtlb ki Mene 2 Saal pahle meditation Karna start kiya tha aur bich me chod Diya tha, ab mere me bahot negativity aa gayi he Mera aura khula rahta he lock Nahi hota he. Log aasani se Mera mind read Kar lete he. Isse bahot problem Hoti he. Please give me suggestion.

    Reply

Leave a Comment