कई बार हम खुद को stressful situations में कुछ इस तरह फंसा हुआ पाते है की चाह कर भी इससे बाहर निकल नहीं पाते है. इसकी वजह हमारा ज्यादा से ज्यादा ऐसी negative feelings से जूझना होता है जो लाइफ को लेकर हमारे मन में लगातार चलती रहती है. ये हमसे या हमारे आसपास के लोगो से जुड़ी हुई हो सकती है.
ऐसी स्थिति ज्यादा से ज्यादा stress पैदा करती है जिसकी वजह से हम खुद को लोगो से दूर कर लेते है. आज हम dealing with repressed anger यानि anger management पर बात करने वाले है.
ये हमारे लिए आज बेहद जरुरी बन चूका है क्यों की 21 वी सदी में अब स्ट्रेस एक आम बात हो चुकी है. अगर हम समय रहते Anger management को लाइफ में शामिल नहीं करते है तो stressful condition हमें हर जगह परेशान कर सकती है.
ये Stress आपकी Study, Job, Carrier या फिर लाइफ के किसी भी एक Goal से Relate कर सकता है जिसे समय रहते solve ना किया जाए तो न सिर्फ आगे बढ़ने में प्रॉब्लम होती है बल्कि आपके लिए पॉजिटिव बने रहना मुश्किल हो जाता है.
स्ट्रेस की वजह से कई तरह के Physical, psychological mental effect देखने को मिलते है जो सही नहीं है.
सबसे ज्यादा खतरनाक होता है आपका repressed anger जो की हमेशा release नहीं होता है लेकिन जब ये बाहर निकलता है तो आपके लिए इसे हैंडल करना बेहद मुश्किल हो जाता है. जरुरी नहीं की ये हमेशा negative result ही देता है.
इसे एक तरह का Healthy emotion भी कहा जाता है लेकिन तब तक जब तक आप इसे डील कर सके.
out of control होने की स्थिति में ये हमेशा negative effect ही देता है जिसकी वजह से Uncontrolled anger आपके health and relationships में नुकसान पहुंचा सकता है. आइये जानते है Best healthy way to deal with anger or How to release anger के बारे में.
Dealing with repressed anger
सबसे पहले आपको repressed anger के बारे में जान लेना चाहिए. इस तरह के anger की स्थिति unconsciously avoided, denied, or pushed down की वजह से बनती है.
कई बार ऐसी स्थिति बनती है की आपको गुस्सा आता है लेकिन आप इसे किसी पर उतार नहीं पाते है जैसे की ऑफिस में आपका बॉस. इसकी वजह से आप कई mental health symptoms से गुजर सकते है जैसे की anxiety and depression.
सही समय पर इसका solution ना निकाल पाने की स्थिति में ये Self-Sabotaging Tendencies, Poor Self-Esteem, Physical Pains, And Relationship Problems में बदल जाता है.
इसके solution के लिए therapy दी जाती है जहाँ आप अपने गुस्से को जाहिर कर सकते है.
दबा हुआ गुस्सा हमेशा एक आम गुस्से से अलग और ज्यादा खतरनाक होता है क्यों की इसमें व्यक्ति अपने इमोशन को खुलकर बाहर नहीं निकाल पाता है और कई बार ऐसी स्थिति बन जाती है की वो खुद को कण्ट्रोल नहीं कर पाते है.
आम गुस्से के मुकाबले दबा हुआ गुस्सा ज्यादा नुकसान पहुंचाता है क्यों की इसके प्रभाव की सीमा नियंत्रण से बाहर होती है. आम गुस्से में एक सीमा होता है और वो सिर्फ किसी एक target पर फोकस होता है लेकिन इसमें ऐसा कुछ नहीं होता है.
ये आपके health and relationship पर bad impact डालता है जिसकी वजह से आपको इस स्थिति में ज्यादा सचेत रहने की आवश्यकता है. आइये Dealing with repressed anger से पहले जानते है इसकी वजह के बारे में.
Causes & Triggers of Repressed Anger
अगर बात करे दबे हुए गुस्से की सबसे बड़ी वजह की तो traumatic experiences in childhood trauma इसकी सबसे बड़ी वजह है. इस स्थिति से गुजरने के बाद लोग खुद को confused, sad, or ashamed feel करने लगते है.
उनके साथ जो हुआ उसका जिम्मेदार खुद को मानते हुए वे जाने अनजाने गुस्से को बढ़ावा देने लगते है जो की समय के साथ बढ़ता जाता है और psychological effect डालना शुरू कर देता है.
बचपन में मिले माहौल का सबसे बड़ा इफ़ेक्ट देखने को मिलता है जिसकी वजह से बड़े होने पर वो यादे एक तरह के traumatic experience की तरह मन में बस जाती है. इसकी कुछ सबसे बड़ी वजह आप निचे देख सकते है.
- बचपन में आपको अपने गुस्से को दबाने के लिए फ़ोर्स करना.
- खुद को perfectionistic or neurotic tendencies से जोड़ना जिसमे गुस्सा एक negative point है और उसे ignore करना सिखाया जाना.
- Mental health condition like depression, anxiety, or PTSD से जूझना.
- गुस्सा जाहिर करने की बजाय mood-altering substances जैसे की नशे का सेवन करना.
- Chronic trauma से गुजरना.
- Traumatic brain injuries से गुजरना.
- अपने emotion को हमेशा कण्ट्रोल करने की कोशिश करना.
- दूसरो की ख़ुशी के लिए खुद को परेशानी में डालना.
- Limited emotional intelligence होना.
- जरुरत से ज्यादा शर्मीला होना.
- Impulse control and emotion regulation जैसी स्थिति से Struggle करना.
ये कुछ ऐसी वजह है जो आगे चलकर repressed anger की वजह बनती है. सही समय पर Dealing with repressed anger जैसी quality को develop करना आपको गुस्से को बेहतर एक्सप्रेस करने में मदद करेगा.
दबे हुए गुस्से की पहचान कैसे करे ?
इसकी पहचान करने के कई तरीके है क्यों की ये व्यक्ति के feel, think, and behave में झलकता है. ज्यादातर लोग Repressed anger को तब तक नोटिस नहीं करते है जब तक की ये एक extreme levels पर न पहुँच जाए या फिर कोई बड़ा नुकसान ना हो.
आपके दिल की धडकन बढ़ना इसका एक शुरुआती लक्षण है जिसकी आप पहचान कर सकते है.
ऐसे लोग defensive mechanism का इस्तेमाल करते है जिसकी वजह से वे अपने गुस्से को जायज करार देने की कोशिश करते है. ऐसी स्थिति में इसे accept करना और भी ज्यादा मुश्किल हो जाता है. इसकी पहचान के कई और भी तरीके है जैसे की
- लोग अपने गुस्से को जाहिर नहीं करते है लेकिन अन्दर ही अन्दर बेहद दुखी और अशांत होते है.
- दूसरो को बुरा कहने की फितरत या फिर एक झूठा Attitude develop करना.
- किसी बात को या गलती को accept करने में खुद को comfortable feel ना करना.
- हमेशा difficult emotions से बचने की कोशिश करना.
- जब इन्हें अहसास करवाया जाता है की ये गुस्सा कर रहे है ये defensive बन जाते है.
- आपकी लाइफ की कई चीजो को कण्ट्रोल करने की जरुरत महसूस करना.
- Chronic muscle tension or headaches को experience करना.
- अगर कोई intimate emotions शेयर करता है तो खुद को असहज महसूस करना.
- जब उदास हो तो खुद को लोगो से दूर कर लेना.
- ज्यादातर खुद को negative or self-critical thoughts से घिरा हुआ पाना.
- जब भी गुस्सा होते है उसके बाद खुद को guilty, ashamed or bad feel करने लगते है.
ऐसे कई लक्षण है जिनकी पहचान कर आप आसानी से ये पता लगा सकते है की आप anger से गुजर रहे है या फिर repressed anger से. ऐसी स्थिति में positive Dealing with repressed anger आपके लिए कितनी जरुरी है इसका अंदाजा आप खुद लगा सकते है.
Negative Effects of Repressed Anger
आम गुस्से की तुलना में दबा हुआ गुस्सा ज्यादा खतरनाक होता है और इसके नुकसान भी इतने ज्यादा होते है की इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है.
इसका सबसे ज्यादा असर आपके physical and mental health पर देखने को मिलता है जिसकी वजह से overall life quality and function पर bad impact साफ देखे जा सकते है.
अपने आप में गुस्सा कभी खतरनाक नहीं होता है लेकिन जब इसे सही से एक्सप्रेस नहीं किया जाता है तो ये कई दूसरे फंक्शन को affect करता है जिसकी वजह से negative effect देखे जा सकते है जैसे की.
- High blood pressure
- Chronic stress तनाव
- Heart problems दिल से जुड़ी बीमारियाँ
- Insomnia सही नींद ना ले पाना
- Higher risk for chronic illnesses
- Lowered self-esteem आत्मविश्वास की कमी
- Anxiety, depression, and other mental health conditions
- Higher risk for addictions किसी भी लत के बढ़ते हुए चांस
- Impulsivity and self-destructive behaviors
- Less open and honest communication
- Poorer relationships दूसरो के साथ रिश्ते बनाए रखने में मुश्किल का सामना करना
- Difficulty concentrating
- Impaired work performance कार्यशैली में ख़राब परफॉरमेंस
- Numbness or apathy
ऐसे ही कई negative effect है जिन्हें आप देख सकते है.
8 Ways To Deal With Repressed Anger
Dealing with repressed anger में ऐसे कई healthy ways to express anger है जिन्हें आप अपने इमोशन और मोमेंट के साथ जाहिर कर सकते है. आप कैसा feel कर रहे है और सोच रहे है इसे दूसरो के बीच जाहिर करने के लिए ये एक बेहतर तरीका है.
Assertive communication भी एक ऐसा तरीका है जिसमे आप अपने इमोशन को बेहतर जाहिर कर पाते है. सही तरीके से जाहिर किया गया गुस्सा आपके relationship को ख़राब होने से बचाता है और आपकी feeling को भी जाहिर करता है.
ऐसे तरीको में आप self-aware होते है जिसकी वजह से आप सिर्फ अपने इमोशन को डिलीवर करते है.
इसका सबसे बड़ा इफ़ेक्ट होता है आपके relationship पर और बगैर किसी मतभेद के आप दूसरो से अपनी बात एक्सप्रेस कर पाते है.
गुस्सा होने की वजह की पहचान करे
किसी भी दूसरे इमोशन की तरह गुस्से की भी एक वजह होती है. अगर आपको गुस्सा आ रहा है तो इसका मतलब है की आप किसी न किसी प्रॉब्लम से गुजरे है आपको बस उस प्रॉब्लम की पहचान करना है जिसकी वजह से आपके अन्दर गुस्सा बन रहा है.
आपके अन्दर का गुस्सा आपके अन्दर क्या चल रहा है, क्या आप चाहते है और इसका क्या समाधान हो सकता है इन सबके बारे में जरुरी जानकारी दे सकता है.
जब भी आपको गुस्सा आने लगे आपको सिर्फ खुद से कुछ सवाल करने है जैसे की
- आपको कैसे महसूस हुआ की आप गुस्सा है ? किस तरह के बदलाव, आपकी सोच, bodily sensations और आपकी प्रतिक्रिया ये सब किस तरह से बदल रही है.
- आपको ऐसी किस बात ने असहज किया जिसकी वजह से गुस्सा आया.
- किस स्थिति में आपने खुद को उदास, असहज और गुस्से में पाया.
- आपको सबसे ज्यादा परेशान किस बात ने किया.
- आपका गुस्सा आपको क्या बताना चाहता है जैसे की आपको क्या चाहिए, या फिर आप किस बात की सबसे ज्यादा परवाह करते है जो नहीं हुआ.
इन सब सवालों की पहचान करेंगे तो आपको गुस्से की असली वजह तक पहुँचने में मदद मिलेगी. ऐसा करना आपको Dealing with repressed anger में हेल्प करेगा और आप स्थिति को बेहतर संभाल पाएंगे.
Track Anger in Your Body
गुस्से की वजह से आपके किस बॉडी पार्ट में सबसे ज्यादा असर पड़ता है इसकी पहचान करना बेहद जरुरी है.
किसी भी तनाव की स्थिति के दौरान आपके अन्दर sensations, tension and changes किस तरह बदल रहे है इसकी पहचान करने की कोशिश करे. कुछ common बदलाव जो आप अपने बॉडी में महसूस कर सकते है जैसे की
- सीने में तनाव
- Muscle soreness
- थकान
- दिल की धड़कन का बढ़ना
- पेट में गुडगुड का अहसास
- Headache or migraine
- Blood pressure बढ़ जाना
- Muscle tension
इन सभी तरह के बदलाव को नोटिस कर आप अपने इमोशन को आसानी से ट्रैक कर सकते है.
इसके साथ ही potential triggers की पहचान करना भी आसान हो जाता है जिसकी वजह से आपको गुस्सा आ रहा है. जितनी जल्दी आप इसकी पहचान करते है उतना ही जल्दी आप इसे न सिर्फ ट्रैक कर सकते है बल्कि कण्ट्रोल भी कर सकते है.
Start Journaling
डायरी लिखना आपको अपने thoughts and feelings के करीब रखता है और आप उन्हें बेहतर समझ पाते है.
लिखना आपके emotional expression के लिए एक बेहतर exercise है. जो लोग अपने emotion को दबाते है उन्हें अक्सर अपने inner thoughts and feelings से struggle करते हुए देखा जा सकता है. Journaling आपको self-aware बनने में मदद करती है.
अगर आप Dealing with repressed anger के लिए alternative देख रहे है तो ये सबसे best option है.
इसका आपके Well Being पर अच्छा असर देखने को मिल सकता है साथ Depression And Anxiety Symptoms को दूर रखने में भी मदद मिलती है. आपको इसके लिए एक routine बनाना होगा. हर रोज रात को सोने से पहले या किसी एक फिक्स समय पर लिखने की आदत डालना होगा.
आपको अपने अन्दर से क्या feeling आ रही है सिर्फ उन्हें लिखना चाहिए न की इसके बारे में overthinking करने की जरुरत है.
Interrupt Angry Thoughts
कई बार ऐसा होता है की एक काम के बिगड़ने के बाद हम खुद को स्थिर नहीं रख पाते है और इसकी वजह से जो भी काम करते है वो सब बिगड़ते जाते है.
देखा जाए तो हमारे गुस्से की वजह से सीरीज में जो भी काम हम करने की कोशिश करते है उस पर उसका असर पड़ता है और ये हमारे गुस्से को और भी ज्यादा बिगाड़ता जाता है.
ऐसा इसलिए क्यों की आप पहली बार काम बिगड़ने के बाद से ही अपने अन्दर गुस्से को साथ लेकर चल रहे थे.
होना ये चाहिए की जब भी आपका कोई एक काम बिगड़ जाए और आपके मन में खुद को लेकर stupid, worthless, or unlovable जैसे ख्याल आने लगे आपको उन्हें वही रोककर दूसरे काम में involve होना चाहिए. आपके Thoughts का आपके Emotion पर एक अहम् प्रभाव देखने को मिलता है.
जितना ज्यादा आप Negative Thoughts को दोहराते है उतना ही आपका गुस्सा बढ़ता जाता है.
जब भी आपके साथ ऐसा हो आपको सिर्फ खुद को एक पॉज देना है और फिर से शुरुआत करनी है.
आप देखेंगे की अब आपके गुस्से की वजह से आपका काम बिगड़ नही रहा है बल्कि अब आप स्थिर होकर काम कर पा रहे है. Dealing with repressed anger की सबसे पहली शर्त है आपको ब्रेक लेना आना चाहिए.
Find a Physical Outlet for Your Anger
आपका गुस्सा एक तरह से High-Energy Emotion है जो आपकी बॉडी में धीरे धीरे स्टोर होता रहता है जब तक की आप Dealing With Repressed Anger सीख जाते है. अगर आप अपने emotion को regulate करना चाहते है तो आपको How To Release Anger through a Body Part के बारे में मालूम होना चाहिए.
अगर आपको गुस्सा आ रहा है तो Exercise and Physical Workout करके देखे आप खुद को जल्दी ही गुस्से से बाहर पाएंगे.
अपने Repressed Anger को बेहतर तरीके से डील करने के लिए कुछ एक्टिविटी है जिन्हें आप कर सकते है जैसे की
- Sports
- Doing push-ups or sit ups
- Lifting weights
- Cardiovascular workouts like running, biking or jogging
ये सब Physical workout आपके brain की केमिस्ट्री को सही करने में मदद करते है जिसकी वजह से आप खुद को ज्यादा रिलैक्स महसूस करते है.
Practice Meditation
गुस्से की सबसे बड़ी वजह है आपका खुद को वर्तमान में ना रख पाना. इसके समाधान के लिए सबसे बेहतर तरीका Mindfulness है. ऐसा ध्यान जो आपको सिर्फ वर्तमान में रखता है आपको अपने गुस्से को पहचानने में मदद करता है.
Unwanted intrusive Thoughts जिनकी वजह से आप बेहद जल्दी खुद को परेशान महसूस करने लगते है ये उन्हें रोकता है. ये Dealing with repressed anger में अहम् role निभाता है.
Mindfulness and Meditation की practice करना आपके Stress को reduce करता है, Mood को boost करता है और ज्यादा से ज्यादा रिलैक्स रहने में मदद करता है.
ऐसे लोग Higher Cognitive Performance, Improved Empathy Levels And Make Better Decisions जैसी quality वाले होते है फिर चाहे वो Upset or angry ही क्यों ना हो.
ज्यादातर लोगो को लगता है की इस practice के लिए उन्हें अपने रूटीन में बदलाव करना पड़ेगा लेकिन ऐसा नहीं है.
आप जब चाहे कुछ देर के लिए आंखे बंद कर खुद को सिर्फ अपने आसपास हो रही घटनाओ पर फोकस रख सकते है. वर्तमान में जो भी आपके आसपास हो रहा है उसे महसूस करे यहाँ तक की बारीक़ से बारीक़ घटना को भी महसूस करने की कोशिश करे जैसे की सुई की टिकटिक.
ऐसा करना आपको Dealing with repressed anger में मदद करेगा.
Use I-Statements
कई बार ऐसा होता है की हमारा दबा हुआ गुस्सा Passive Or Passive-Aggressive Communication यानि छिपे हुए टोन में बाहर आता है. ऐसे में आप खुद को बेहतर तरीके से एक्सप्रेस नहीं कर पाते है.
यहाँ पर I-Statements का इस्तेमाल करना आपकी हेल्प करता है और आपको क्या चाहिए या आप कैसा महसूस कर रहे है इसे दूसरो को समझाने में मदद करता है.
दूसरो को बगैर किसी नुकसान पहुंचाए ये आपके स्टेटमेंट को बेहतर तरीके से दूसरो को भेजने में मदद करता है.
बगैर किसी दोष के ये दूसरो को बताता है की उन्होंने ऐसा क्या किया जिसकी वजह से आप इस तरह से feel कर रहे है. एक उदाहरण के लिए
I feel ____ when you ____ and I would like _______
ये स्टेटमेंट उन्हें समझने में मदद करता है की जब वो कुछ करते है तो आप कैसा feel करते है और फिर आप क्या चाहते है. इससे आप बिना किसी और की feeling को नुकसान पहुंचाए अपनी बात को बेहतर रख पाते है और उन्हें बेहतर समझ आता है की आप कैसा महसूस कर रहे है.
ऐसी स्थिति में आपके लिए Dealing with repressed anger और आसान हो जाता है.
जब आप दूसरो को You की जगह I statement पर फोकस रखते हुए कुछ एक्सप्रेस करते है तो ये उन्हें किसी भी तरह के blame से दूर रखता है. इसकी वजह से उन्हें एक मौका मिलता है की वो एक Reasonable Opportunity को कैसे इस्तेमाल करते है.
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Feel Your Feelings
ज्यादातर लोग अपने Dealing With Repressed Anger से दूर भागते है और ऐसे तरीके का चुनाव करते है जो गुस्से को एक्सप्रेस करने की बजाय उसे अवॉयड करता है वो भी सिर्फ कुछ समय के लिए.
ऐसी स्थिति में आप खुद से भागते है जो की धीरे धीरे आपके दबे हुए गुस्से को और भी ज्यादा हवा देता है और धीरे गुस्से का सामना करने की बजाय आप खुद को उससे छिपाने की कोशिश करते है.
हो सकता है की कुछ इमोशन आपके लिए असहज कर देने वाले हो लेकिन उनका सामना करना आपको काफी सारे फायदे दे सकता है.
इससे आप न सिर्फ खुद को किसी तरह की बुरी लत से दूर रख पाएंगे बल्कि अपने इमोशन को बेहतर तरीके से डील कर पाएंगे. आपको उन्हें कण्ट्रोल करने की जरुरत नहीं है बल्कि सही तरीके से एक्सप्रेस करना है.
जितना ज्यादा बेहतर तरीके से आप उन्हें एक्सप्रेस करते है उतना ही आपको उन्हें कण्ट्रोल करने की कम से कम जरुरत पड़ेगी.
Treatment for Repressed Anger
किसी भी तरह के Positive Change के लिए सतर्कता सबसे पहला स्टेप है जो आप ले सकते है.
जब आप Struggle With Repressed Anger से जूझ रहे होते है तो आपको एक Professional Help लेनी चाहिए.
इसके लिए Complex Emotion को समझे, Healthier Ways To Cope की तलाश करना, Ability To Express Anger जैसे Quality को develop करना आना चाहिए.
अपने जीवन शैली में करे बदलाव
सिर्फ किसी बाहरी मदद से आप Dealing With Repressed Anger को पूरी तरह से solve कर सकते है जब तक की आपकी खुद की लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव ना किया जाए. आपको इसके लिए Better Self-Care आना चाहिए.
ऐसा करना आपके Symptoms Of Repressed Anger को improve करता है. आपका स्ट्रेस दूर होता है साथ ही आप अपने Emotional Need को बेहतर समझ पाते है.
सबसे ज्यादा जरुरी है आपका अपने खान पान को समझना और बेहतर नींद लेना जिसमे 7-9 घंटे की नींद शामिल है.
आपको कहाँ ब्रेक लेना है और work-life balance को बनाए रखना है इसके बारे में बेहतर समझ होनी चाहिए. आपके साथ जिन लोगो का है Emotional Connection ऐसे लोगो से जुड़े रहना चाहिए.
Why Dealing With Repressed Anger become necessary final conclusion
हम सब जानते है की Repressed Anger वो दबा हुआ गुस्सा है जो Push Down, Ignore, Or Avoid और ज्यादातर Unconscious होता है. ये आपके मन की दबी हुई भड़ास होती है जो ऐसे वक़्त पर बाहर निकलती है जब आपका खुद पर कण्ट्रोल नहीं होता है.
गुस्सा चाहे किसी भी तरह का हो उसे जरुरत से ज्यादा दबाना हमेशा खतरनाक होता है फिर चाहे वो Physical, Emotional, Mental, Relationship किसी को भी लेकर हो.
अपने इमोशन को बेहतर तरीके से एक्सप्रेस करना आपको Dealing with repressed anger में हेल्प कर सकता है. अगर आप अपने Overall Quality of life को better बनाना चाहते है तो आपको अपने इमोशन को सही तरीके से दूसरो के सामने जाहिर करना आना चाहिए.
गुस्से को भी अगर सही तरह से जाहिर किया जाए तो ये आपके लिए फायदे का काम कर सकता है.
हम में से ज्यादातर लोग जो प्राइवेट सेक्टर में जॉब करते है इस दबे हुए गुस्से से अक्सर परेशान रहते है. हमें मालूम होना चाहिए की ऑफिस की टेंशन को घर पर ले जाना कितना खतरनाक हो सकता है और इसका relationship पर क्या असर पड़ेगा.
उम्मीद है अब आप अपने इमोशन को बेहतर तरीके से डील करना सीख गए होंगे और विकल्प का चुनाव कर अपने लाइफस्टाइल को बेहतर बनाने की कोशिश करेंगे.