How to deal negative people ? are they always negative or we too much positive ? आपने सुना होगा “Dont judge a book by its cover” सिर्फ जो दिखता है उस पर विश्वास कर किसी को judge करने से आप ही negativity को अपनी और attract करते है.
आज हम बात करने वाले है things you should remember before judge people positive or negative यानि अगर किसी को judge करना है की वो सही है या गलत तो किन किन बातो का ध्यान रखना चाहिए ?
कई बार आँखों देखा और सुना भी सही नहीं होता है क्यों की हम उस घटना को अपने नजरिये से देखते है सिर्फ एक सिमित सोच के साथ जिसकी वजह से हमें लगता है की ये गलत है.
आपने देखा होगा कई हालात में आप किसी को negative or wrong judge कर देते है लेकिन बाद में पता चलता है की वो आपकी misunderstanding थी. हम दुनिया को अपने नजरिये से देखते है एक limited thinking और attitude के साथ यानि जो हम करे वही सही है. ऐसा करने से पहले आपको अपनी सोच का दायरा बढ़ा लेना चाहिए.
आइये बात करते है ऐसे top tips to remember while judge a person right a wrong यानि किसी को गलत या सही करार देने से पहले हमें किन किन बातो का ध्यान रखना चाहिए.
How to Deal Negative People
ज्यादातर लोग सिर्फ इसीलिए परेशान हो जाते है क्यों की उन्हें लगता है सिर्फ वही सही बाकि जो कर रहे है वो गलत है. हम सबको लगता है की हम जो करते है वह सही है और इसी आधार पर हम कई बार लोगो को judge कर देते है.
ऐसा करते टाइम हम सिर्फ अपनी limited thinking का सहारा लेते है जबकि ऐसी condition में deal negative people के लिए आपको कुछ parameter का ध्यान रखना चाहिए.
यहाँ parameter का मतलब सिर्फ इतना है की आप लोगो को right और wrong judge करने से पहले अपनी सोच के दायरे को जरुर बढाए.
आप सही है लेकिन दुसरे गलत है आपको ऐसा क्यों लगता है इसके दोनों पहलू के बारे में जरुर सोचे. आइये बात करते है की जब भी किसी को judge करना पड़े तो हमें किन किन बातो का ध्यान रखना चाहिए.
दुसरे लोग अपने ही तरीके से काम करते है – क्यों ?
अगर हर कोई एक ही तरीके से, एक ही काम करता रहे तो कैसा लगेगा. कई बार हम इस वजह से भी परेशान हो जाते है क्यों की दुसरे लोग हमारे तरीके से नहीं अपने तरीके से काम करते है. किसी और के जूत्ते में आपके पैर पूरी तरह फिट नहीं हो सकते है तो आप उन के नजरिये को समझ कैसे सकते है ?
दुसरे लोग आपसे अलग behave करते है क्यों की उन्होंने आपसे different experience किया है और उनकी उम्र भी अलग अलग है कोई जवान कोई child है तो कोई बुजुर्ग. सभी अपने तरीके से काम करते है इसलिए उन्हें समझने की कोशिश जरुर करे उनके नजरिये को समझकर.
इस बात को बहुत ज्यादा सोचने लगना की दुसरे लोग क्या करते है और सबसे बड़ा सवाल ऐसा क्यों करता है आपको negativity की ओर ले जा सकता है. अगर आप इन आधार पर ही दुसरे लोगो को judge करने लगे तो ये जरुर समझ ले की आपके सोच के मायने क्या है, आप क्या सोचते है और वैसा ही क्यों सोचते है ? इन सभी बातो को एक open wide think attitude के सोचे की क्या वाकई वो negative people है ?
अगर आप इस point या tips को ध्यान में रखकर judge करेंगे तो आप पाएंगे की अब आप deal negative people बेहतर तरीके से कर पा रहे है.
हर स्थिति में आपके पास एक option होता है
ज्यादातर लोग दुसरो की rudeness and negativity पर उन्हें quick response में कुछ ऐसा कह देते है जो उन्हें सही लगता है लेकिन बाद में हकीकत का पता चलने पर उन्हें ही पछतावा होता है. कोई किसी condition में क्यों है जाने बगैर उसे उसी टाइम judge कर देना हमेशा सही नहीं रहता है.
हम सभी के पास उस टाइम 2 option होते है पहला उस स्थिति को उसी टाइम पर judge करना या फिर उसे भूल कर दुसरे काम में लग जाना. ये एक अच्छा आईडिया है क्यों की इससे आपको अपनी सोच और नजरिये का पता चलता है. लेकिन हमेशा ये सोचना की दुसरो की condition को कैसे judge किया जा रहा है सही नहीं होता है.
उदाहरण के लिए एक quote है “Dont judge a book by its cover” इस पर youtube पर आपको कई विडियो भी मिल जाएंगे जिसका message सिर्फ इतना ही होता है की जरुरी नहीं जो आप सोचे वही सही हो. दुसरे लोगो को भी हमें समझना चाहिए.
किसी स्थिति से उभरने के लिए उसे याद करना नहीं भूलना बेहतर रहता है. लेकिन हमेशा ऐसा नहीं होता है और हम एक छोटी सी बात से बहुत ज्यादा परेशान हो जाते है जो की “राई का पहाड़ बनाने” जैसा है. हमेशा अपने नजरिये से लोगो को judge ना करे उनके नजरिये को भी समझने की कोशिश करे की आखिर उन्होंने ये क्या सोचकर किया है.
deal negative people – सभी अपने विकल्प के चुनाव के लिए फ्री है
“इच्छा की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता” हर किसी का अपना अधिकार होता है. आपका है तो बेशक दुसरो के लिए भी होगा. ऐसे में ये सोचना की “आपका आईडिया ही सबसे बेस्ट है दुसरो का नहीं” आपकी smartness नहीं mental enslavement का प्रतिक है. सभी अपने विकल्प के चुनाव के लिए फ्री है और आप किसी पर अपनी पसंद थोप नहीं सकते है बिलकुल वैसे ही जैसे की आपको ये पसंद ना होना की कोई आपको किसी बात पर टोके.
हर कोई अपने emotion को freely जाहिर कर सकता है. अगर आप गुस्से में है तो उसे जाहिर करे, खुश है तो लोगो के साथ उसे बांटे, दुखी है तो रो सकते है क्यों की अपने emotion को आप बिना किसी रोकटोक के अभिव्यक्त कर सकते है. अगर आपको ऐसा लगता है तो आपको ये भी accept करना होगा की दुसरो को भी वही आजादी है.
deal negative people – हर कोई पूरी तरह negative नही होता है
क्या आपको लगता है की आपके आसपास कोई ऐसा है जिसे आप पूरी तरह negative person मान सकते है ? हर इन्सान में कुछ कमिया और अच्छाई होती है. completely good or bad from nature आपको मिले ऐसा possible नहीं है. क्यों की 100% pure कोई नहीं है.
हमारे आसपास ऐसे कई लोग है जो हमें कई बार गलत ठहराते है लेकिन हमारी strength का example भी लोगो को recommended करते है. लोग सिर्फ अच्छाई को देखते है और बुराई को ignore करते है इसलिए किसी को पूरी तरह negative और positive मान लेना सही नहीं है.
जब हमारे साथ कुछ अच्छा होता है तो हमें अपने आसपास के सभी लोग positive दिखने लगते है इसके उल्ट जब कुछ negative होता है तो आसपास हो रहा सबकुछ हमें negative ही लगता है.
हम जैसा अन्दर से feel करते है बाहर से लोग हमें वैसे ही दिखाई देते है
सुनने में थोडा अजीब लगेगा लेकिन दुसरे लोग हमें कैसे लगते है ये हमारी सोच की ही एक उपज है. हम जैसा सोचते है आसपास के लोग हमें वैसे ही लगने लगते है क्यों की हमारी सोच का दायरा बहुत सिमित रहता है.
उदाहरण के लिए आप किसी से बात कर रहे है और इतने में आपका पडौसी आपके पास से गुजरता है तो आपके साथी आपसे कहते है की “बचकर रहना इससे ये बहुत बड़ा फ्रॉड बंदा है”
हो सकता है किसी बात को लेकर आपके साथी की आपके पडौसी से झड़प हुई हो लेकिन वो वैसा ही है ये तो जरुरी नहीं. इसके बाद आप जब भी अपने पडौसी के आसपास से गुजरते है तो आपको सिर्फ वो एक बात याद आयेगी और कुछ नहीं और ये काफी है आपको ये judge करने में की आपका पडौसी एक negative person है.
किसी चीज को लेकर हमारा experience कैसा रहता है ये हमारे माहौल पर भी depend करता है. किसी चीज का Review एक अच्छी बात है लेकिन ऐसा सबके साथ होगा जरुरी नहीं क्यों की अलग अलग लोगो की different nature के according उन्हें experience होता है और जब वो दुसरो के साथ इसे शेयर करते है तो दुसरे लोग भी इसे same नजरिये से देखने लगते है, जो हमेशा सही नहीं रहता है.
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How to deal with negative people – remember it
किसी दुसरे को उसके behave और thinking को लेकर judge करने से पहले आपको ये जान लेना चाहिए की “आपके खुद के नजरिये उस स्थिति को लेकर क्या है ?” अगर आप ये जान लेते है तो आप अपने thinking को limited कर इससे बच सकते है.
ये जान लेना की ऐसी क्या वजह है जो आप negativity की और attract हुए है आपको इससे बचा सकता है.
किसी भी other person को judge करने से पहले आपको ये पता होना चाहिए की “क्या वाकई वो गलत है ?”
कई बार हम लोगो को गलत मान तो लेते है लेकिन वो सिर्फ हमारी limited thinking का नतीजा होता है इसलिए before judge any person right or wrong you should think about these above points. हमेशा परिस्थिति पर तुरंत निर्णय लेने से नुकसान भी होता है.
इसलिए “Dont judge a book by its cover” जो हुआ है उसकी सही वजह को खोजे और किसी भी निर्णय पर पहुँचने से पहले हर पहलू के बारे में सोच ले.
deal negative people – final thoughts
दोस्तों हालात कई बार ऐसे बन जाते है की हम quick action ले लेते है लेकिन बाद में हमें पछतावा होता है की हमने इतना जल्दी ऐसा action क्यों ले लिया. हम बहुत बार देखते है “dont judge a book by its cover in hindi” लेकिन असल जिंदगी में इसे अमल में नहीं लाते है.
किसी भी हालात में deal negative people से पहले आपको ये tips ध्यान में रखने चाहिए. किसी को judge करने से पहले किन बातो का ध्यान रखना चाहिए ये सब आपको इन Top 5 tips you should remember while judge people right or wrong पढने को मिली है.
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