बड़े निर्णय लेते समय decision making process को follow क्यों करना चाहिए – Tips of success


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हम दिन भर में हजारो बातो पर विचार करते है लेकिन कुछ ही बाते ऐसी होती है जिन पर हम कोई निर्णय लेते है.

ऐसी कई बाते है जो आपको निर्णय लेने की प्रक्रिया के दौरान याद रखनी चाहिए क्यों की अक्सर बिना सोचे समझे लिए गए निर्णय नुकसान देते है बिना किसी फायदे के.

महत्वपूर्ण फैसले को अमल में लाने से पहले हमें कुछ ऐसे जरुरी decision making process को follow करना चाहिए जो इसकी प्रक्रिया को आसान बनाती है.

decision making process

इसकी आवश्यकता इसलिए है क्यों की ज्यादातर लोग किसी निर्णय तक पहुँच नहीं पाते है. या तो वो इसे लेने में हिचकिचाहट महसूस करते है या फिर बिना सोचे समझे जल्दबाजी में निर्णय ले लेते है जिसकी वजह से डिसिशन लेना उनके लिए गलत साबित होता है.

अगर आप उन लोगो में से है तो आपको इसके लिए decision making tools की सहायता लेनी चाहिए. ये एक 10 स्टेप से जुडी महत्वपूर्ण प्रोसेस है जो आपके काम को आसान बना देती है.

what is decision making process in Hindi

अगर बात करे सरल शब्दों में तो decision making process एक step by step guide है जो किसी भी निर्णय को पूरा करने में हमारी मदद करता है. हम दिनभर में हजारो विचार करते है और उनमे से कुछ को लेकर decision रखते है लेकिन उन्हें पूरा नहीं कर पाते है.

अगर पूरा करने के लिए जल्दबाजी में निर्णय ले भी ले तो नुकसान होता है. ऐसे में ये एक गाइड है जो आपको हेल्प करेगा एक सही निर्णय कैसे ले इस बारे में समझने में और आगे बढ़ने में.

इन सभी स्टेप्स को हम decision making tools के नाम से भी जानते है क्यों की ये महत्वपूर्ण पॉइंट है जो किसी भी निर्णय को लेने की प्रोसेस को आसान बना देते है.

किसी भी निर्णय को लेने के लिए हम खुद को तैयार नहीं कर पाते है. आइये जानते है वो 10 steps जिनकी मदद से आप किसी भी निर्णय को आसानी से ले पाएंगे.

गलत निर्णय भी हो सकते है

ज्यादातर लोग किसी भी बात के सिरे तक सिर्फ इसलिए नहीं पहुँच पाते है क्यों की उन्हें इस बात का डर रहता है की अगर उनका निर्णय गलत हो गया तो ?

ये तो वही बात है ना की fail होने के डर से कभी exam ही ना दे पाना. कई बार ऐसा हो सकता है की हमारा निर्णय गलत हो लेकिन इसका मतलब ये नहीं की हम कदम ही ना उठाए.

हम जो निर्णय लेते है वो गलत भी हो सकते है सिर्फ इसलिए क्यों की हम अपना 100% उसमे नहीं दे पाते है या फिर हम कुछ भूल जाते है लेकिन बगैर किसी निर्णय के हम आगे नहीं बढ़ सकते है. अगर आप निरी लेना शुरू कर देते है तो आगे चलकर इसमें कामयाब भी बनेंगे.

रिकॉर्ड करे अपने निर्णय को

हम दिन भर में कितने ही decision लेते है लेकिन उनमे से 90% को पूरा ही नहीं कर पाते है क्यों की हम सोचते तो बहुत है लेकिन इसे पूरा करने के लिए जरुरी कदम नहीं उठाते है. ऐसी स्थिति में अगर आप चाहते है की आप जो निर्णय ले उसे पूरा कर पाए तो उन्हें एक जगह रिकॉर्ड करना शुरू कर दे.

आप चाहे तो एक to do या फिर डायरी लिखना शुरू कर सकते है. To do में हम अपने decision को नोट कर सकते है और डायरी में जो निर्णय पूरा हो जाए उन्हें. ऐसा करना हमें self-confidence से भर देता है. धीरे धीरे आप पाएंगे की आपने ऐसे कई excellent decisions को पूरा भी किया है.

ऐसा करने हमारे अन्दर balanced perspective जैसा बदलाव लाता है और हम खुद को balanced रख पाते है. जो लोग overthinking or unwanted thought का शिकार रहते है उन्हें ऐसा करना चाहिए क्यों की इससे उन्हें 100% मदद मिलेगी.

किसी भी निर्णय को पूरा करने के लिए तय करे time

किसी भी decision को लेते समय दो चीजे important होती है little time and mental energy इनके बगैर आप इसमें success नहीं हो सकते है. हम निर्णय लेते तो है लेकिन उसे serious नहीं लेते है जिसकी वजह है हमारा दिनभर के कामो में बेहद ज्यादा busy हो जाना.

हम दिनभर विचारो में फंसे काम करते रहते है जब तक की हमारा सर तकिये से न टकराने लगे यानि नींद ना आने लगे. बाहरी दुनिया में घूमते रहने से आप बड़े निर्णय नहीं ले सकते है जब तक की आप खुद से नहीं मिल लेते आप इस कामयाबी तक नहीं पहुँच पाएंगे.

खुद के लिए टाइम निकाले, सभी बाहरी चीजो और माध्यम को कुछ समय के लिए छोड़ दे और आराम से बैठ कर उस बारे में सोचे जो आपने प्लान किया है. ये आपको 100% निर्णय लेने में मदद करेगा.

उन सभी कार्य को लिखे जो आपने प्लान किये है

एक बड़ा सा कागज ले और इसके सबसे ऊपर के भाग पर उन कार्यो को लिखे जो आपने प्लान किये है.

देखने में ये आसान है लेकिन रोजाना इसे देखने से ये आपके अवचेतन मन पर असर डालता है.

decision making process में सबसे पहली स्टेप इसे माना जाता है क्यों की ऐसा कर हम अपने विचारो को एक ऐसी जगह देते है जहाँ से हम लागू करने से जुड़े महत्वपूर्ण निर्णय ले सकते है.

फायदे और नुकसान

हर बड़े कदम के अपने फायदे और नुकसान होते है. कोई भी बड़ा निर्णय लेने से पहले हमें उससे जुड़े फायदे और नुकसान जान लेने चाहिए.

अगर किसी कार्य को पूरा करने के लिए सही प्लानिंग की जाए और स्टेप्स में क्या फायदे नुकसान हो सकते है इनका पहले ही अनुमान लगा लिया जाए तो कोई भी निर्णय कितना सही रहेगा इसका आकलन करना बेहद आसान हो जाता है.

Decision making process से जुडी रिसर्च

किसी भी कार्य को पूरा करने के लिए सिर्फ सोचना काफी नहीं है. जब हमें पता होता है की हमें क्या करना है तो उसके बाद बारी आती है उस कार्य को लेकर जरुरी रिसर्च करने की. हम जो भी काम करना चाहते है उससे जुडी आवश्यक जानकारी और क्या क्या उसमे जोड़ा जा सकता है जैसी बाते हमें इससे जुड़े अहम् फैसले लेने के लिए तैयार करती है.

आपका गोल क्या है ?

हमें इस बात को भूलना नहीं चाहिए की जो निर्णय हम ले रहे है वो short term है या फिर long term goal है क्यों की, जो भी निर्णय लेते है वो हमारे लाइफ के ऊपर भी अपना असर डालते है. अगर इन्हें आपकी लाइफ से जोड़ दिया जाए तो आप उन निर्णय को भी आसानी से हैंडल कर सकते है जो बेहद मुश्किल लगते है.

जो भी निर्णय हमारे द्वारा लिया जाता है वो हमारी लाइफ को किस मायने में प्रभावित कर रहा है या करेगा इस बात का भी हमें पता होना चाहिए.

हम आज जो निर्णय ले रहे है उसका हम पर क्या असर पड़ेगा और कम समय के अलावा आगे चलकर उसका क्या प्रभाव पड़ेगा ये सब हमें पता होना चाहिए.

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अपने निर्णय को आवाज दे

हमें अपने निर्णय से जुड़े सभी पक्ष को दुसरे लोगो के सामने रखना चाहिए. जिन लोगो पर आप विश्वास करते है उनके साथ बाते शेयर करे ना की वो जो आपको हमेशा demotivate करने की सोचते रहे हो.

ये एक महत्वपूर्ण decision making process का पॉइंट है जो हमें दुसरो से न सिर्फ जोड़ता है बल्कि समझने में भी मदद करता है.

ऐसा करना सिर्फ इसलिए नहीं है की वो आपके बारे में जानेंगे या आपके निर्णय को सहमती देकर मनोबल मजबूत करेंगे बल्कि, इससे वो आपको समझने का प्रयास करेंगे और आपको सपोर्ट करेंगे.

बिना सोचे समझे न ले निर्णय

अगर आप भी उन लोगो में है जो बगैर कुछ समझे कोई भी निर्णय ले लेते है तो ऊपर शेयर की गई 8 पॉइंट को फॉलो करे.

आप पाएंगे की आप बदला रहे है और धीरे धीरे आप किसी भी निर्णय को लेने से पहले ना सिर्फ इसके बारे सोचते है बल्कि खुद को इसके लिए तैयार भी करते है.

बिना सोचे समझे निर्णय लेना अक्सर खतरनाक साबित होता है फिर चाहे वो किसी भी फील्ड से क्यों न लिया जाए.

जल्दबाजी करने की बजाय पहले अच्छे से स्टडी करना और फिर एक निर्णय पर पहुँचाना हमें कामयाब बनाता है.

10. अभ्यास करना शुरू कर दे

अभी तक हम सिर्फ खुद को शारीरिक और मानसिक रूप से किसी निर्णय के लिए तैयार कर रहे थे. अब वक़्त है की कुछ किया जाए इसलिए शुरू में छोटे स्तर से शुरुआत करे और आगे चलकर बड़े निर्णय ले. कोई भी निर्णय अचानक से नहीं लिया जाता है शुरुआत हमेशा छोटे स्तर पर की जानी चाहिए और आगे बढ़ना चाहिए.

ऐसा करना ना सिर्फ हमें confidence से भरता है बल्कि हमारे द्वारा लिए गए निर्णय को पूरा करने में मदद भी मिलती है.

Decision making process – अंतिम शब्द

दोस्तों अगर किसी भी कार्य को एक सही प्लानिंग के साथ आगे बढाया जाए तो वो जरुर कामयाब होता है.

हम अक्सर पहले समय रहते कदम नहीं उठाते है और बाद में जब समय निकल जाता है तब अचानक से बिना सोचे समझे निर्णय ले लेते है.

ऐसा करने से हमें अक्सर नुकसान ही उठाना पड़ता है जिसकी वजह से आगे चलकर किसी भी बड़े निर्णय को लेने से हम घबराने लगते है.

Decision making process हमें हर उस समस्या से बचाता है जो हमें आगे बढ़ने से रोकती है.

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