दुश्मन की जुबान बंद करने का वजीफा और दुआ कुछ ऐसी परिस्थिति में अमल में लाने वाले प्रयोग है जिनके जरिये आप दुश्मन का मुह बंद कर सकते है. तंत्र के अलग अलग कर्म में स्तम्भन एक ऐसा कर्म है जिसके जरिये आप सामने वाले को रोक सकते है.
आसान भाषा में स्तम्भन का मतलब है बांध देना. जब आप किसी का सामने से मुकाबला नहीं कर सकते है और कोई आपको बेवजह परेशान कर रहा है तो ऐसी स्थिति में इस्लाम में दुश्मन की जुबान बंद करने का वजीफा और दुआ की जा सकती है.
स्तम्भन के कुछ प्रयोग हम पहले की पोस्ट में पढ़ चुके है. आज हम कुछ ऐसे ही प्रयोग के बारे में बात करने वाले है जो आपको अपने दुश्मन से छुटकारा पाने में हेल्प कर सकते है.
किसी की बुरी नजर आपके काम पर लगी है जिसकी वजह से काम चौपट होने लगा है या फिर आपके घर में कुछ बुरा होने लगा है तो ऐसी बुरी नजर को रोकना जरुरी बन जाता है.

ऐसी किसी भी स्थिति से बाहर निकलने के लिए आप दुश्मन का मुह बंद करने की दुआ और वजीफा का प्रयोग कर सकते है.
दुश्मन की जुबान बंद करने का वजीफा और दुआ
छिपे हुए दुश्मन से निपटना आसान नहीं होता है खासकर ऐसे लोग जो सामने से आपके अपने होने का दावा करते है लेकिन पीठ पीछे आपकी बुराई करते है.
कुरान में ऐसे दुश्मन से पीछा छुड़ाने और उनका मुह बंद करने के लिए कई आयते दी हुई है. इन्हें सुराह की दुआ कहा जाता है जिन्हें पूरी नेमत के साथ पढ़ा जाये तो आपके दुश्मन भी आपके मुरीद हो जायेंगे.
अगर आपका दुश्मन आपसे जलन रखता है और हमेशा आपका बुरा करने के बारे में सोचता रहता है तब आप ये आसान मगर प्रभावी दुश्मन की जुबान बंद करने का वजीफा कर सकते है.
इसे पढने के बाद दुश्मन आपके बारे में बुरा सोचना बंद कर देगा. अल्लाह ताला की रहमत से दुश्मन के बोलने की ताकत छीन जाएगी और वो फिर आपके बारे में कुछ भी बुरा नहीं सोच पाएंगे.
इसकी पढ़ाई का तरीका कुछ इस तरह है.
- इसे अमल में लाने के सभी फर्ज नमाजों कों पढ़ना लिए जरूरी होता है. हर नमाज के बाद 41 मर्तबा इसकी सुराह दुआ की आयत को पढ़ें. वह आयत हैः- सुम्मुन बुकमुम उम्युन फाहुम ला यार जी ऊन
- आयत को पढ़ते वक्त अपने दुश्मन का तस्ववुर करें. इसके लिए कोई जरूरी नहीं है कि उसकी को तस्वीर लाएं या उसका नाम लें, बल्कि सिर्फ तस्व्वुर ही काफी है. ( उनके बारे में सिर्फ सोचते रहे )
- उसके बाद अपने ख्यालों में ही उसके ऊपर दम कर दें. इंशाअल्लाह आपके खिलाफ निकलने वाली दुश्मन की जुबान बंद हो जाएगी.
- इस शक्तिशाली अमल का असर तीन दिनों में ही दिखने लगेगा, लेकिन पूरी तरह से दुश्मन की जुबान को रोकने के लिए इसे सात दिनों तक नियमित करें.
सुराह कौसार का वजीफा
कुरान में दुश्मन के हौसलों को पस्त करने के लिए काफी उपाय है. बेहतर होगा की आप किसी मौलाना से मुलाकात करते हुए इनके बारे में जितनी ज्यादा हो सके जानकारी ले ले. ये दुश्मन की जुबान बंद करने का वजीफा और दुआ का प्रयोग कुछ इस तरह किया जा सकता है.
इसे किसी भी रोज शुरू किया जा सकता है. वजीफा शुरू करने से पहले एक पाक-साफ नीम की लकड़ी साथ में रखें.
- सबसे पहले वजू करें और एक जगह पर बैठ जाएं.
- एक पाक-साफ कोरे कागज पर दुश्मन का नाम उसकी मां के नाम के साथ लिखें. उसके बाद 11 मर्तबा अव्वाल दुरूद शरीफ पढ़ें.
- बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहमान के 1000 बार पढ़ने से पहले सुराह कौसुर 11 मर्तबा पढें.
- बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहमान के 100 बार पढ़ने के बाद नीम की लकड़ी पर दम कर दें. इस तरह से इस अमल के दौरान नीम की लकड़ी पर दस बाद दम किया जाना चाहिए.
- आखिर में फिर से 101 मर्तबा दुरूद शरीफ पढ़़ें और नीम की लेकड़़ी पर दम करें.
- दुश्मन का नाम लिखे कागज के साथ नीम की लकड़़ी को लपेट कर उसे किसी धागे से बंध दें. उसके बाद दुश्मन से हिफाजत और परेशानी से छुटकारा के लिए अल्लाह से दुआ करें
- कागज लिपटे नीम की लकड़ी को अलग कहीं ऊंची जगह पर रख दीजिए जहां किसी की आसानी से पहुंच नहीं हो. इसका असर कुछ रोज में दिखेगा.
- इस वजीफे को कोई भी स्त्री या पुरुष कर सकते हैं, लेकिन स्त्री हैज यानी माहवारी की हालत में इसे कतई नहीं करे.
कुरान में दुश्मन की जुबान बंद करने का वजीफा और दुआ के अमल और आयते दी हुई है. अगर आप इनका अभ्यास करे तो जल्दी ही आपको इसके पॉजिटिव रिजल्ट मिलना शुरू हो जाते है.
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शक्तिशाली वजीफा
अगर आप दुश्मन से हर तरह से हिफाजत चाहते है तो आपको कुछ ऐसे ही शक्तिशाली वजीफा के प्रयोग करने चाहिए. ये एक शक्तिशाली और प्रभावी दुश्मन की जुबान बंद करने का वजीफा और दुआ का अमल है.
ये वजीफा खासकर उन औरतो के लिए हेल्पफुल है जिनकी दुश्मन कोई दूसरी औरत है और उनके शौहर को हथियाने के लिए हर रोज नए नए हथकंडे अपनाता है.
अगर आपके शौहर पर किसी औरत की बुरी नजर है तो ये वजीफा अमल में लाना चाहिए. ऐसे किसी दुश्मन से छुटकारा पाने के लिए आपको अमल बा-शरीफ मुकम्मल करना चाहिए.
- सबसे पहले दुश्मन का नाम एक कागज पर उसके वालिद के नाम सूखी हुई खुश्क कलम के साथ लिखें. उसके साथ यह भी लिखें- इलाही बा बरकत सीन कलाम पाक के इन्मे मौवाफिकत कर.
- अव्वाल दुरूद शरीफ को 100 मर्तबा पढ़ें.
- इसके बाद सुराह इखलास को 1000 बार पढ़ें.
- आखिर में एक बार फिर से दुरूद शरीफ को 100 बार पढ़ें.
- उसके बाद नक्श पर दम कर दें.
- अंत में दुश्मन के नाम लिखे कागज को पानी में घोल कर उस दुश्मन को ही पिला दें. इसके लिए किस तरीके से दुश्मन को अपने घर आमंत्रित करें और उसके खाने की आहार के साथ इसी पानी को परोस दें.
इस वजीफा को अमल में लाने के बाद आपका दुश्मन आपके बारे बुरा सोचना छोड़ देगा और अगर उनकी नजर आपके शौहर पर है तो जल्दी ही उनसे छुटकारा मिल जायेगा.
दुश्मन से हिफाजत के वास्ते मुजर्रब अमल
अगर आपका दुश्मन चुगलखोर है और आपके बारे में आपके ही रिश्तेदारों के साथ चुगली करता रहता है तो आपको शक्तिशाली दुश्मन की जुबान बंद करने का वजीफा और दुआ का अमल करना चाहिए.
दुश्मन का मुह बंद करने के लिए मंद रजा जहल आयात-ए-मुबारिका का 7 रोज तक पढने का अमल करे.
इसका अभ्यास आपको हर रोज 1000 बार अँधेरे कमरे में बैठकर करना है. इसमें सुराह बकरह की आयात की पढ़ी जाती है. पूरी नेमत से पढने के बाद आपका दुश्मन आपका बुरा नहीं सोच पायेगा इसलिए इस अमल को यहाँ दिए गए तरीके से पूरा करे.
- हिजरी माह के शुरू के हफ्ते में ही इसे वजीफा को शुरू करें. यानी कि एक तारीख से लेकर सात तारीख तक का समय निर्धारित करें.
- वजू कर लें और फिर दुश्मन का तस्सव्वुर करते हुए जमीन पर दस्तक दें.
- उसके बाद 1000 हजार मर्तबा आयत-ए-करीमा को पढ़ें. वह हैः- वा मिन शर्रइ हासिदिन इघा हदस.
- इस दुश्मन की जुबान बंद करने का वजीफा और दुआ को पढ़ने के बाद अपनी हजद के लिए अल्लाह से दुआ करें.
- इस हर रोज पढ़ें ताकि उसका असर नजर आने लगे.
- यह वजीफा खवातीन भी कर सकती हैं, लेकिन माहवारी के दौरान इसे नहीं करें. इसके बाद पाक होने पर ही इस वजीफे का अमल करने से यह असर करता है. शौहर या धन-संपदा पर बुरी नजर डालने और बुरे अल्फाज निकालने औरत की जुबान इससे बंद हो जाती है.
पूरी नेमत के साथ 7 दिन तक इस दुश्मन की जुबान बंद करने का वजीफा और दुआ के अमल का प्रयोग करने के बाद आप पाएंगे की जो आपकी बुराई और चुगली कर रहे थे वो अब शांत है.
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दुश्मन की जुबान बंदी के लिए एक खास और छोटा सा अमल निष्कर्ष
आपका दुश्मन हमेशा आपका बुरा चाहेगा इसलिए उनका मुह बंद करवाना जरुरी है. चुगली करने वाले आपके ऊपर हमेशा बुरी नजर रखते है जो आपके खुशियों पर नजर लगाना शुरू कर देती है.
किसी की बुरी नजर से बचने दुश्मनी को दूर करने और दुश्मन की जुबान बंद करने का वजीफा और दुआ का अमल करना आपको इससे छुटकारा दिला सकता है.
अगर आपको लगता है की आपके आसपास ऐसे लोग है जो हमेशा पीठ पीछे आपकी बुराई करते है और आपका बुरा चाहते है तो इस अमल को प्रयोग करना चाहिए. यहाँ शेयर किये गए प्रयोग और अमल का पाठ करना आपको ऐसे दुश्मनों से छुटकारा दिला सकता है.
अगर आपके मन में यहाँ शेयर किये दुश्मन की जुबान बंद करने का वजीफा और दुआ के अमल में किसी तरह का सवाल है तो कमेंट कर पूछ सकते है.