दुनिया के सबसे शक्तिशाली वशीकरण के लिए हमजाद का अमल एक आसान मगर 100% Working Upay


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हमजाद को हाजिर करने का अमल और वशीकरण के लिए हमजाद की साधना का आसान उपाय आज हम शेयर करने जा रहे है. हमजाद एक फारसी शब्द है जिसका मतलब है साथ में पैदा होने वाला. हमारे जन्म के साथ ही परछाई हमारा हिस्सा रही है. वशीकरण के लिए हमजाद का अमल ऐसा ही एक आसान मगर 100% working अभ्यास है.

जब हम मन को एकाग्र करते है तब कुछ अभ्यास के जरिये अपने परछाई को सिद्ध कर सकते है. आप चाहे तो हमजाद की साधना का आसान अमल जो आप घर बैठे भी कर सकते है आपको यहाँ ब्लॉग पर मिल जायेगा.

हमजाद या फिर छाया पुरुष या फिर विराट रूप दर्शन की साधना ये सब एक ही शक्ति को जाग्रत करते है. वशीकरण के लिए हमजाद का अमल भी अवचेतन मन शक्तियों का एक भाग है.

आपके मन की असीम शक्तियों का कोई अंत नहीं है. जितना ज्यादा आपका अंतर्मन यानि अवचेतन मन मजबूत होगा आपकी अपनी शक्तियों पर पकड़ उतनी ही मजबूत होगी.

वशीकरण के लिए हमजाद का अमल

अगर हमजाद को आसान शब्दों में समझे तो आपकी खुद की परछाई को सिद्ध करना और फिर उसके जरिये मनचाहे काम करवाना हमजाद साधना का हिस्सा है. एक बार हमजाद सिद्ध हो जाने के बाद ये आपके साथ ही बना रहता है.

हमारा शरीर 8 मुख्य अलग अलग शरीर से मिलकर बना हुआ है जिसमे चौथे नंबर पर मानस शरीर आता है. ये वो हिस्सा है जहाँ हमारी सभी मानसिक शक्तियां काम करती है. शरीर से बाहर विचरण यानि एस्ट्रल ट्रेवल यही शरीर करता है.

आइये जानते है हमजाद का अमल और हमजाद के अलग अलग प्रकार के बारे में.

वशीकरण के लिए हमजाद का अमल

आपने वशीकरण के उपाय और अमल के बारे में पहले ही काफी कुछ पढ़ लिया है. हम छाया पुरुष के बारे में भी बात कर चुके है और विराट रूप दर्शन की साधना के बारे में भी क्यों की ये सभी आपके अंतर्मन की शक्तियों का ही एक हिस्सा है.

इन साधना में सिद्धि के बाद आप अपने सामने वाले व्यक्ति के भूत भविष्य को जान सकते है, अपनी मौत के समय की गणना ( अनुमान ) लगा सकते है और तंत्र मंत्र की काट के साथ साथ वशीकरण और दूसरे तांत्रिक क्रियाओ में भी हमजाद का प्रयोग कर सकते है.

हमजाद वास्तव में हमारे मन की असीम शक्ति में से एक है जिसे कठोर अभ्यास के बाद हासिल किया जा सकता है. वशीकरण के लिए हमजाद का अमल सिद्ध होने के बाद किसी के भी मन की बात को जानना आपके लिए आसान हो जाता है.

आमतौर पर हमजाद को शैतानी शक्ति माना जाता है लेकिन, हमजाद का प्रयोग अच्छे और बुरे दोनों तरह के कामो में किया जा सकता है. ये साधक की मानसिक स्थिति पर निर्भर करता है की वो किस तरह के हमजाद की सिद्धि और प्रयोग कर रहा है.

हमजाद की साधना के अमल से पहले आपको एक बात पर ध्यान देना चाहिए की आपकी मानसिक स्थिति स्थिर हो और अच्छे विचारो से भरी हो. अगर आप बुरे विचारो के साथ साधना की शुरुआत करते है तो ये आपके लिए शैतानी हमजाद का निर्माण करता है.

वशीकरण के लिए हमजाद का अमल बेहद आसान है और अगर आपका इरादा नेक है तो आपको जल्दी सफलता भी मिल सकती है.

हमजाद का अमल करने के पीछे की सबसे बड़ी वजह

वैसे तो हमजाद की साधना को Power, Money and Wealth के लिए किया जाता है लेकिन, इसके और भी कई प्रयोग है. हमजाद दुनिया की सबसे शक्तिशाली साधनाओ में से एक है और जो साधक हमजाद को सिद्ध कर लेता है वो असंभव को संभव बना सकता है.

कुछ साधक / मौलाना हमजाद के जरिये वशीकरण, शत्रु के प्रभाव जैसे की स्तम्भन, मारण या फिर किया कराया को दूर करने और तंत्र मंत्र की काट करने के साथ साथ किसी के भी मन की बात को जानने का काम करते है.

इसके लिए कही कही पर मुवक्किल के अमल की साधना का भी जिक्र मिलता है.

ऐसा माना जाता है की हमजाद की सिद्धि के बाद दुनिया भर की उपरी ताकतों से छुटकारा पाया जा सकता है. हमजाद का अमल बेहद शक्तिशाली होता है और एक बार सिद्ध करने के बाद हमजाद हमेशा आपके आसपास आपकी रक्षा करता है.

अगर आप वशीकरण के लिए हमजाद का अमल का अभ्यास पूरा कर लेते है तो आप अलौकिक शक्तियों को समझ सकते है और उन पर काबू पा सकते है. ये सब तभी सम्भव है जब आप एकांत में रहते हुए पूरे नियम के साथ अपने हमजाद यानि परछाई को सिद्ध कर ले.

Shadow Work Exercise

हमजाद और कुछ नहीं हमारे विचारो से उत्पन एक शक्ति है. जब हम एकांत में शांत होकर अपनी उर्जा को एक जगह एकत्रित कर साकार रूप देते है तो वो हमजाद का रूप लेती है.

अभ्यास के बाद ये उर्जा एक साकार रूप लेती है और एक जिन्दा व्यक्ति की तरह आपसे बात करना शुरू कर देती है. वशीकरण के लिए हमजाद का अमल आप कभी भी कर सकते है और ये 90 दिन तक किया जाना चाहिए.

हमजाद की साधना का अमल आप 41 दिन, 60 दिन या 90 दिन का संकल्प लेकर करे. याद रखे जितना ज्यादा समय आप इस साधना में देते है उतना ही शक्तिशाली आपका छाया पुरुष यानि हमजाद बनता जाता है.

हमजाद  को सिद्ध करने के कई तरीके है लेकिन सबसे ज्यादा प्रभावशाली उपाय की बात करे तो लैंप ( मोमबत्ती या दीपक ) या फिर दर्पण पर किया जाने वाला उपाय सबसे ज्यादा शक्तिशाली है.

वशीकरण के लिए हमजाद का अमल से पहले हमजाद के प्रकार के बारे में जान लेना बेहद जरुरी है.

नुरानि हमजाद

नुरानि को कुरआन की आयत से किया जाता है, जिसका मकसद सभी कायनात के इंसानी भलाई के लिए होने चहिए. इसका अमल इस प्रकार किया जाना चाहिए. नुरानी हमजात के अमल की दुआ के वास्ते पढ़े जाने का आयत है

लाइलाहा इल्ला अनता सुबहानका इन्नि कुंतु मिन्ज जावाल्लिन

इसे एकांत कमरे या घर में चार माह तक 777 बार कर हर दिन पुरे जलालि जमालि को साथ पढ़ना चाहिए. इसके पहले और आखिर में दरुद इब्राहिम अवश्य पढ़ें. इससे जीवन का हर मकसद पूरा हो जाएगा.

चालीस दिनों तक कुरआन की आयत लाकुन्ना हुआल्लाहु रब्बि नला उसरीकु बिरब्बि अहद को प्रतिदिन 1307 बार पढ़ने के बाद मन में इंसानी शक्ल एक प्रतिछाया उभरेगा. उससे अपने हर नामुमकिन काम करवाने का तरीका मालूम  किया जा सकता है.

इस वशीकरण के लिए हमजाद का अमल को आप बिना किसी परेशानी के कर सकते है.

नीचे दिए गए कुरआन की आयत को नब्बे दिनों तक प्रतिदिन 303 बार पढें. इसके पूर्ण होते-होते आप एक विशेष आकृति और चेहरे-मोहरे वाले इंसानी शक्ल को अपने आस-पास महसूस करेंगे.

जब भी एकांत में आँखे बंद कर किसी समस्या के समाधान तलाशेंगे और उसे याद करेंग वह हाजिर होगा और पलक झपकते ही कोई न कोई रास्ता अवश्य दिखा देगा. आयत हैः-

वहुआ अलाकुल्लि सौइन कदिर

कुरआन में दी गई आयतों में बिलमिल्लाहिर रहमान निर रहिम के पूरे एस साल तक प्रति दिन 786 बार पढ़ने से नुरानी हमजात की शक्ति हासिल की जा सकती है.

उससे मन में हमेशा के लिए बस जाने वाला अद्भुत इंसानी शक्ल अपको हर मुसीबतों में मार्गदर्शन करेगा.

Read : क्या वाकई हमजाद की साधना का अभ्यास करना सेफ है ? कुछ सावधानियां और खतरे जिन्हें जान लेना चाहिए

सिफलि हमजाद

इसे हमजाद को शैतानी या बुराई हमजात की छाया के रूप में जाना जाता है, क्योंकि यह इन्हीं नकारात्मक शक्तियों का जिम्मेदार होता है. वशीकरण के लिए हमजाद का अमल करते समय सिफलि हमजाद को सिद्ध किया जा सकता है. ये ज्यादा शक्तिशाली उपाय है.

इससे अगर बुराई या शैतानी काम किया जाता है, तो इसकी मदद से बुरे से बुरे शत्रु के नकारात्मक प्रभाव को हमेशा के लिए खत्म किया सकता है.

बताते हैं कि इसे इस्तेमाल करने वाले पर भी उतना ही खतरा बना रहता है, जितना कि प्रयोग किए जाने वाले पर. हार-जीत में बहुत ही बारीक फर्क होता है.

इस कारण इसका इस्तेमाल बहुत ही समझदारी के साथ किया जाना चाहिए. बदला लेने की भावना से तो बिल्कुल भी नहीं.

उमुमि हमजाद

वशीकरण के लिए हमजाद का अमल कई अलग अलग तरीको से किया जा सकता है जिसमे ये एक है.

इस हमजाद को सामान्य तौर पर किसी छोटी से धातु की वस्तु जैसे सुई के रूप में हासिल किया जा सकता है.

यह एक तरह से साधना से सिद्ध किया हुआ होता है, जिसका प्रयोग दूर बैठे व्यक्ति पर बहुत ही सावधानी से एक औजार के तौर पर किया जा सकता है. इसका इस्तेमाल सामान्तः काला जादू को खत्म करने के लिए किया जाता है.

अगर आप तंत्र समस्या के समाधान के लिए हमजाद का प्रयोग देख रहे है तो इसका ख्याल करते हुए अमल को करे.

Read : 3 सबसे आसान त्राटक द्वारा छाया पुरुष साधना या हमजाद साधना के अभ्यास जिन्हें बिना गुरु के भी किया जा सकता है

जंतर-मंतर और खवातिन हमजात

जंतर-मंतर हमजात का अर्थ टोने-टोटके लिए उपयोग में लाए जाने वाले शाबर मंत्रों से है. ये  उच्चारण में आसान और मारक प्रहार करते हैं. विभिन्न कार्यों में इसका अधिकतर इस्तेमाल वशीकरण के लिए किया जाता है.

इसे मुस्लिम और हिंदू समाज, दोनों में किया जाता है. इसके अतिरिक्त खवातिन हमजात में मन की आंतरिक  ऊर्जा एक खवातिन अर्थात औरत के रूप में हासिल की जाती है.

एक ऐसी औरत जो नीडर हो, रूप-सौंदर्य में मोहक हो, हर मुसीबतों से टकरा जाए और और जरूरत पड़ने पर सही राह भी दिखा दे. इसके इस्तेमाल से वशीकरण का जादू चलाकर इच्छित मनोकामना पूरी की जा सकता है.

सबसे आसान और प्रभावशाली वशीकरण के लिए हमजाद का अमल

दर्पण दूसरी दुनिया से जुड़ने के लिए सबसे शक्तिशाली माध्यम में से एक है. आप इसके जरिये आत्मा से भी बात कर सकते है. लैंप पर किया जाने वाला अभ्यास भी वशीकरण के लिए हमजाद का अमल का हिस्सा है लेकिन आपको अपनी स्थिति और सामर्थ्य के अनुसार ही इसका चयन करना चाहिए.

वशीकरण के लिए हमजाद का अमल का आईने पर किया जाने वाला अभ्यास : इस अभ्यास के लिए एक सिंपल दर्पण ले जो आपके हाइट के बराबर हो. जिस कमरे में दर्पण लगा हो उसका कलर सफ़ेद या आसमानी होना चाहिए.

इस कमरे में रात के 10 बजे के बाद साफ और सफ़ेद कपड़े में दर्पण के सामने एक आसन लगाकर बैठ जाए. आसन ऊनि या कम्बल का हो ताकि आपकी उर्जा आपके साथ बनी रहे. वशीकरण के लिए हमजाद का अमल करना चाहते है ये एक आसान उपाय है.

दर्पण को उत्तर दिशा में लगाए और इसके सामने बैठ जाए और बार बार भावना दे की आपकी उर्जा निकलकर एक परछाई का निर्माण कर रही है. ये अभ्यास आप जितनी देर कर सकते है करे. कम से कम 45 minute से लेकर 3 घंटे तक अभ्यास किया जा सकता है.

shadow person ritual safe guide

लगातार 3 दिन अभ्यास करने के बाद आप एक अलौकिक शक्ति को अपने आसपास महसूस करना शुरू कर देंगे.

अभ्यास में 15 दिन बाद आपको परछाई का बनना महसूस होने लगेगा और धीरे धीरे ये एक रूप लेना शुरू कर देगी. ये आप पर निर्भर करता है की आप इसे अच्छे काम के लिए बना रहे है या फिर बुरे काम के लिए.

वशीकरण के लिए हमजाद का अमल लैंप पर करने के लिए उसी कमरे में आपको एक स्टैंड पर लैंप को लगाना होगा ताकि बैठने पर आपके कद की परछाई आपके समानांतर बन सके.

लैंप की तरफ पीठ कर बैठ जाए और अपने परछाई पर भावना दे की वो एक रूप ले रही है.

देखा जाए तो ये त्राटक साधना का ही एक हिस्सा है जो आपके छाया पुरुष को जाग्रत करता है. मुस्लिम समाज में इसे हमजाद तो हिन्दू धर्म में इसे छाया पुरुष कहते है. वशीकरण के लिए हमजाद का अमल के दौरान आपको एक बात का ध्यान रखना है की आपकी भावना साफ और सही दिशा में हो ताकि हमजाद का निर्माण उसी अनुरूप हो.

आपके विचारो में आया दोष आपके हमजाद को प्रभावित करता है इसलिए इसका खास ख्याल रखे.

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