दर्पण त्राटक के बारे में तो हम सभी पढ़ ही चुके है. आज बात करने वाले है एक सामान्य से दर्पण के जरिये हम खुद को कैसे मनचाहे स्वरूप में ढाल सकते है. The Mirror Technique Building Self-Confidence with One Powerful tricks यानि एक ऐसी तरकीब जिसके जरिये हम आत्मविश्वास को कई गुना बढ़ा सकते है.
आइये जानते है की Building Self-Confidence with The Mirror Technique वास्तव में काम कैसे करती है और daily life में हम इसका benefit उठा सकते है.
mirror exercise for self ester in Hindi की आज की पोस्ट में हम how to build self confidence with mirror technique के बारे में जानने वाले है. आइये जानते है mirror technique for self confidence के बारे में और भी ज्यादा डिटेल से.
क्या आप जानना चाहते है की आखिर एक superstar इतनी अच्छी acting कैसे कर लेता है. क्या ये possible है की हम जिसके बारे में सोचे उसकी तरह behave करना शुरू कर दे. कुछ स्टार ने एक secret reveal किया है की वो किसी भी मुश्किल performance से पहले कुछ समय आईने के सामने खुद को ready करते है.

आज की पोस्ट में हम जानने वाले है की आखिर हम इस tricks को कैसे अपने daily life में use में ला सकते है. कई सारे ऐसे रोल होते है जिनसे एक इन्सान nervous feel करने लगता है. इस कंडीशन पर काबू पाने के लिए वो अक्सर इस तरह की technique का प्रयोग करता है.
बड़े बड़े दर्पण का इस्तेमाल खास जगहों पर होने की वजह.
अगर आपने कभी गौर किया हो तो पाया होगा की public place, auditorium, gym, dance class इन सब जगह पर कांच के बड़े बड़े दर्पण लगे होते है. इन mirror को ऐसी जगह पर लगाने की वजह कुछ और नहीं बल्कि आपके अन्दर self-confidence को बढ़ाने के लिए लगाए जाते है.
जब आप उसमे देखते हुए practice करते है तो आपके अन्दर आत्मविश्वास पैदा होता है. बड़े बड़े stage performance का सामना करने वाले superstar इसी तरह खुद को motivate करते है.
what is mirror technique for self confidence
जिन लोगो में आत्मविश्वास की कमी होते है वो लोग अक्सर public place में खुद को अकेला महसूस करते है. ऐसे लोगो के लिए जो खुद को हीन भावना से देखते है उनके लिए mirror technique for self confidence सबसे best practice है.
इससे वो ना सिर्फ खुद का confidence बढ़ा सकते है बल्कि खुद को बुलंदियों तक ले जा सकते है. मेरा खुद का मानना है की personal development के लिए आईने के सामने अभ्यास करना अच्छी कोशिश है.
mirror technique for self confidence के जरिये हम खुद के अन्दर खुद को लेकर ही self love or self care पैदा करते है. न सिर्फ खुद बल्कि दुसरो के साथ भी अच्छे रिश्ते कायम करने में अहम् रोल निभाते है.
दैनिक जीवन में सिर्फ कुछ देर आईने के सामने खुद को देखने और मनचाहे स्वरूप की भावना देने से आप कुछ ही दिनों में खुद में उस बदलाव को महसूस करने लगते है.
दर्पण त्राटक से तीव्र सम्मोहन किया जा सकता है ठीक वैसे ही हम दर्पण के सामने कुछ देर खड़े रहकर जब भावना देते है तो वो सीधे subconscious mind द्वारा ग्रहण कर ली जाती है और daily life में हमें change दिखने लगते है.
दर्पण के सामने खड़े रहने में comfort feel ना करना
कुछ लोगो का कहना है की वो आईने के सामने खड़े होने पर खुद को uncomfortable / embarrassed or emotional feel करने लगते है. ऐसा उनके साथ इस वजह से होता है क्यों की वो खुद को हीन भावना से देखने लगते है.
जब आईने में वो खुद को देखते है तो उन्हें नजर आता है थका हुआ एक ऐसा चेहरा जिसमे कुछ कर दिखाने की इच्छा ही नहीं बची है. जब तक आप negative thoughts से घीरे रहते है आप खुद को बेहतर महसूस नहीं कर सकते.
वास्तव में आइना हमें वर्तमान की सच्चाई दिखाता है हम जैसा सोचते है वैसे जी आईने में हमारा reflection बनता है.
इसी सोच के साथ mirror technique for self confidence improvement in Hindi को लेकर एक ऐसी practice को बढ़ावा दिया गया जो हमारे अन्दर positive energy and vibration को बढ़ावा देती है. कुछ लोग इसे दर्पण द्वारा व्यक्तित्व विकास को बढ़ाने की आसान तरकीब के नाम से जानते है.
इसका काम आपके अन्दर जो सोच रहे है उसे बढ़ाना है और एक temporary hypnotism पैदा करना है.
how to practice mirror technique for self confidence without any master skill
दर्पण त्राटक एक आसान अभ्यास है ठीक वैसे ही normally कुछ देर के लिए आपको दर्पण में खुद को देखना है और भावना देनी है जो भी बदलाव आप खुद में चाहते है. इसका अभ्यास करने से पहले आपको इसके बारे में कुछ बेसिक जान लेना चाहिए जैसे की;
- खुद के लिए उन भावनाओ का चुनाव करो जो आपके ऊपर फिट बैठे.
- हर रोज कम से कम 5 मिनट इस अभ्यास को देना होगा.
- जब भी इस अभ्यास को करे एकांत में करे ताकि कोई और आपको परेशान न कर सके.
- खुद को भावनाओ में बह जाने दो लेकिन उन्ही भावनाओ में जो बदलाव आप खुद में चाहते है.
- इन सबका का एक रिकॉर्ड जरुर रखे जहाँ आप अपने experience record कर सके.
जब आप इन सभी बातो को अच्छे से समझ ले तब mirror technique for self confidence का अभ्यास करना शुरू करे. इसके लिए निम्न स्टेप में खुद को बदले
खुद से commitment करना
कोई भी अभ्यास तभी सही तरीके से अपना प्रभाव दिखा पायेगा जब आप उसके प्रति dedicated हो.
खुद से एक commitment करे की हर रोज में 5-10 मिनट आप इस अभ्यास को देंगे. इस तरह से न सिर्फ सोचे बल्कि वक़्त भी दे ताकि आपको उसका सही रिजल्ट मिल सके.
mirror technique for self confidence के लिए खुद से commitment करना इसका first step है. जब आप खुद को इसके लिए पूरी तरह से तैयार कर लेते है तभी इसकी शुरुआत करनी चाहिए क्यों की अगर आप इसमें continuity नहीं दे पाते है तो आपका अभ्यास किसी काम का नहीं रह जाता है.
इसलिए शुरू से ही सबकुछ प्लान कर ले की आपको कितना समय देना है और क्या विचार देने है जैसी जरुरी सभी बाते जो आपके अभ्यास का जरुरी हिस्सा है.
दिन के सबसे सही समय पर ही करे अभ्यास
जरुरी नहीं की आप इसे सुबह उठते ही करो या सोते समय करो, ये एक ऐसा अभ्यास है जिसे हम कभी भी कर सकते है लेकिन ध्यान देने वाली बात ये है की वो समय फिर हर रोज के लिए एक जैसा ही रहना चाहिए.
कुछ लोग जो अपने workplace पर large mirror set करवा कर रखते है उस पर भी अभ्यास करते है. अगर आप चाहे तो दिन के कुछ ऐसे समय भी अभ्यास कर सकते है जब आपको कोई एकांत मिल जाता है.
ये समय कोई भी हो सकता है जैसे की bathroom, washroom, after lunch break, evening games etc.
ऐसे ढेरो alternate time है जब आप इसे आसानी से कर सकते है. जरुरी नहीं की आपके पास हरदम एक बड़ा सा मिरर हो आप अपने mobile camera का भी इस्तेमाल कर सकते है.
खुद के लिए सही भावनाओ का चुनाव करे
भावनाए सबसे शक्तिशाली हथियार की तरह इस्तेमाल की जा सकती है खासकर तब जब आप खुद से लड़ रहे हो. जब हमारे मस्तिष्क में हजारो विचार चल रहे होते है खासतौर से अनचाहे विचार जो हमें हरदम परेशान करते रहते है.
इन सबसे बचने के लिए mirror technique for self confidence का अभ्यास वाकई कारगर उपाय साबित होता है. इस technique में हम affirmation का use कर खुद को strong बना सकते है और अनचाहे विचारो से बच सकते है.
negative से positive बनने के लिए सही भावनाए चुनना हमारे लिए बेहद जरुरी होता है क्यों की जैसी हमारी affirmation होगी वैसा ही हमारा nature बनेगा.
इसके लिए आपको ध्यान देना होगा की आपकी जो भी affirmation हो positive हो. for example :
में हर रोज खुबसूरत बनता जा रहा हूँ.
और
में अब बदसूरत नहीं हूँ में बदल रहा हूँ.
इस तरह के example से आप क्या समझते है ? वो बने जो हम चाहते है या उसे छोड़े जो हम नहीं चाहते है. पहला विकल्प सही रहता है. कुछ ऐसी ही भावना आप प्रयोग में ला सकते है जैसे की
- में अब लोगो से प्यार करने लगा हूँ.
- में दुसरो का ख्याल रखने लगा हूँ.
- में अब समझ गया हूँ की तुम मेरी कितनी परवाह करते हो.
- में प्यार करने के काबिल / लायक हूँ.
- मुझे खुद पर पूरा भरोसा है.
ऐसी भावनाए आपको आगे बढ़ने में मदद करेगी और जब आप ऐसा कर लेते है तो आप पाएंगे की अब आप खुद को नए स्वरूप में महसूस करने लगे है. एक positive energy आपके अन्दर बनने लगी है.
हर रोज दोहराए इन भावनाओ को
हर रोज mirror technique for self confidence का अभ्यास करने के बाद आप इन affirmation को अपने daily life schedule में भी आजमा सकते है.
जब भी आपको लगे की आप कमजोर है खुद को धीरे धीरे spontaneous या loud voice के साथ दोहराए की आप स्ट्रोंग है. कुछ देर बाद ही आप खुद में बदलाव महसूस करने लगेंगे.
जब भी आप आइने के सामने होते है दिन में कभी भी अपनी आँखों में देखते हुए खुद को वाही भावना दे जो बदलाव आप खुद में चाहते है.
कुछ समय बाद ही एक self-hypnotism आप खुद में महसूस करने लगेंगे. ये और कुछ नहीं बल्कि आपकी भावनाओ से बनी positive energy ही है जो आपको strong बनने में मदद करती है.
किसी भी तरह की हीन भावना को बदलना सीखे
कई बार ऐसा होता है की हमारे मन में कुछ ऐसी बाते होती है जो लम्बे समय से दबे रहने की वजह से बाहर तो नहीं निकलती है लेकिन कभी न कभी हमारे मन में उभरती जरुर है.
लम्बे समय से किसी एक भावना को मन में दबाए रखने की वजह से हम खुद को कभी कभी embrace महसूस करने लगते है. ऐसे वक़्त में रो लेना या किसी के सहारे की जरुरत महसूस होना आपके कमजोरी की निशानी नहीं है.
लम्बे समय से रो लेना एक therapy की तरह काम में आ रहा है. आपके मन में कोई ऐसी बात दबी हुई है जिसे आप रोकर खुद को हल्का कर सकते है तो ऐसा करना सही है.
ऐसा होना आपके बचपन की निशानी है न की कमजोरी की इसलिए मन में दबे ऐसे emotion को और ज्यादा न दबाए, उन्हें बाहर निकल जाने दीजिये इससे आपके सभी शिकवे दूर हो जायेंगे और खुद को आप strong महसूस करने लगेंगे.
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mirror technique for self confidence के अनुभव को रिकॉर्ड करना न भूले
अनुभव को रिकॉर्ड करना आपके लिए बेहद जरुरी है. अपने अनुभव को रिकॉर्ड करना और बाद में कमजोर पल में उन्हें सुनकर देखकर खुद को motivate करना आपको आगे ले जाता है. अपनी उन achievement को रिकॉर्ड करे जिन्हें आपने खुद से लड़कर हासिल की है.
इससे आपको आगे बढ़ने में हेल्प मिलेगी और आप हर रोज strong बनते जायेंगे. mirror technique for self confidence – मेरे अपने विचार
दोस्तों आज हमने personal development के लिए mirror technique for self confidence के आसान से अभ्यास के बारे में जो बात की है उसमे और सबसे शुरुआती सम्मोहन स्तर में कोई फर्क नहीं है. दोनों में ही भावनाए आपके मस्तिष्क के अवचेतन हिस्से पर अपनी पकड़ बनाती है और आपको strong बनाती है.
ऐसा कोई बदलाव शायद ही होगा जो आप सिर्फ दैनिक जीवन के 5 से 10 मिनट रोज देकर महीने भर में ना पा सके. अगर आपको लगता है की इससे बढ़कर भी कोई self confidence को बढाने वाली technique है तो हमें जरुर बताए.
Sir ye tarika bahut achha he mein ise try kar raha hu or mujhe kafi achha result mila hai..