hypnotism में आँखों से किसी को hypnotize करने की practice के बारे में अपने कई बार पढ़ा है लेकिन क्या वाकई अभ्यास मात्र से आप किसी को भी सम्मोहित करने में सक्षम हो जाते है. नहीं ! क्यों की शरीर की प्राण ऊर्जा का प्रवाह आँखों के अलावा हाथो के पोरुओ में भी बहती है.
रैकी में हम अपने हाथो में बहने वाली energy को collect करते है और उनसे problem को solve करते है। reiki pass marjin द्वारा हीलिंग करने का सबसे सरल और आसान उपाय आपको अपनी औरा से जुड़ी समस्या से निपटने में help करेगा।
हाथो के पोरुओ से बहने वाली प्राण शक्ति को develop कर उसे powerful magnet में बदल कर जड़ पदार्थ को affect कर सकने की capacity होती है. ये क्रिया स्पर्श द्वारा की जाती है. इसके द्वारा किसी प्राणी को भी हम successful hypnotism कर कर सकते है.
सम्मोहन के क्षेत्र में इसे “पास क्रिया” या “reiki pass marjin” या फिर spiritual में “रैकी” से जाना जाता है।
डॉ. मेस्मेर और आकर्षण का सिद्धान्त. Dr. मेस्मेर अनुसार हर इंसान के अंदर दूसरों को अपने हाथो द्वारा प्रभावित करने की क्षमता है. इसलिए हर प्रसिद्ध व्यक्ति BODY ऑफ़ LANGUAGE को ध्यान में रखकर दूसरे लोगो से लोगो पर ध्यान दे तो वो दूसरों से बातचीत के दौरान अपने हाथो ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करते है.
ये वो दूसरों को प्रभावित करने के लिए और आकर्षण में बांधे रखने के लिए करते है. इसे भारतीय सस्कृति में शक्तिपात कहते है. इसके अभ्यास के लिए जरुरी है पहले जड़ पदार्थो पर अभ्यास किया जाये फिर सजीव / जीवित प्राणी पर किया जाये।
प्राचीन काल से यह शक्ति हर इंसान में मौजूद थी आज भी है. लेकिन जिसने अभ्यास द्वारा बढ़ा लिया उसने इस शक्ति को जाना है.
इसका स्पर्श दिल को सुकून देने वाला होता है.बिल्कुल वैसा ही जैसा आपके बुजुर्ग देते वक़्त आपके सिर पर हाथ फेरे तब उसका अहसास कीजिये. ये अहसास ही हमें reiki pass margin के दौरान होता है.
जैसे ऊर्जा का प्रवाह एक सिरे से दूसरे सिरे में हो रहा हो. इसीलिए प्राचीन काल में जब कोई ऋषि हमें उसकी कामना पूरी होती है.
पूरा करती थी हमारी प्राण ऊर्जा। इसलिए बच्चों को बुजुर्गो पैर लगना उनसे आशीर्वाद लेने जैसे संस्कार दे. क्यों की ये की ये प्राण शक्ति बीमारी, stress, और problem को solve कर सकती है।
reiki pass marjin
अपने सामने किसी को माध्यम बना कर कुर्सी पर बैठा दे या फिर चित लेटा दे. उसके सामने खड़ा होकर अपने दोनों हाथ फैला ले इसके बाद दोनों हाथो के पोरुओ को माध्यम पर फोकस कर दे.
इस वक़्त आपकी खुद की आँखे बंद कर ले ( सिर्फ कुछ देर के लिए क्यों की ये आपको अपनी प्राण शक्ति को हाथ के पोरुओ पर फोकस करने में मदद करेगी.)
कुछ देर तक ऐसे ही मन में भावना दे की आपके हाथो से शक्ति निकल कर माध्यम में समा रही है. कुछ देर तक इस thought को मन में repeat पर आप पाएंगे की आपके हाथ के पोरुओ में सच में चुंबकीय शक्ति ( प्राण ऊर्जा का विकसित रूप ) प्रवाहित होने लगी है.
ये भावना दोहराते दोहराते शक्ति का प्रवाह आपके पुरे शरीर में होने लगता है. खासतौर पर आपकी आँखे और हाथ के पोरुओ में magnetic power flow करने लगती है।
इसके बाद आप मन में भावना दे की आपके हाथ के पोरुओ से निकल कर चुंबकीय शक्ति माध्यम के शरीर में प्रवेश कर रही है. दोहराते रहने पर आप पाएंगे की आपके शरीर में ऊर्जा का प्रवाह काम होता जा रहा है और माध्यम का शरीर उस शक्ति को ग्रहण करता जा रहाहै।
पास मार्जन में
जब ये शक्ति माध्यम के शरीर में प्रवेश करती है तो उसे अपने अंदर ऊर्जा का प्रवाह होता हुआ महसूस होता है। सामान्य स्तर पर ( बुजुर्गो से आशीर्वाद लेते वक़्त ) ये ठंडे मगर सुकून देने वाले अहसास की तरह होता है.
रैकी के दौरान इसका प्रवाह ज्यादा होने की वजह से वो ऊर्जा के प्रवाह को साफ महसूस कर सकता है उस वक़्त उसे उष्ण अहसास होता है इसके अलावा कम्पन भी महसूस किया जा सकता है।
जब ऊर्जा स्थानांतरण पूर्ण हो जाता है तब जो ऊर्जा को भेजता है उसे अपना शरीर हल्का महसूस होता है और जिसे ऊर्जा मिलती है कुछ देर दबाव महसूस करता है. ये के दौरान उसके चेतन मन के दबने के कारन होता है. ( किसी भी आध्यात्मिक क्रिया में चेतन मन कुछ देर के लिए दब जाता है और subconscious mind activate हो जाता है इस वजह से हम कुछ देर तक शरीर में चेतना में लौट नहीं पते है.
कुछ देर बाद चेतना लौट आती है और दोनों ही सामान्य हो जाते है.यही कार्य mesmerism में होता है उसमे इस ऊर्जा का प्रवाह उच्च स्तर पर कर माध्यम की चेतन को लुप्त कर देते है और अवचेतन मन ज्यादा से सक्रिय हो जाता है।
इसी प्रकार सम्मोहन करने वाला माध्यम पर आँखों और हाथो का प्रयोग करता है अगर आपने reiki pass marjin का अभ्यास किया है तो आप आसानी से उच्च कोटि के सम्मोहनकर्ता बन सकते है. क्यों की आँखों से सम्मोहित करने के साथ साथ हाथो से सामने वाले पर प्रभाव डाल कर आप उसे आसानी से सम्मोहन के दायरे में ला सकते है।
पास मार्जन में ध्यान रखे
वैसे तो reiki pass margin में स्पर्श देते वक़्त 3 से 4 इंच की दुरी रखी जाती है कुछ अभ्यास में ये दुरी घटा कर 1 से 2 इंच कर दी जाती है क्यों की ऊर्जा प्रवाह ज्यादा करना पड़ता है. कही कही स्पर्श करते हुए भी रैकी की जाती है जो जल्दी फायदा देने वाली होती है।
- स्पर्श हमेशा ऊपर से निचे की देना चाहिए तथा ऊपर एते वक़्त मुट्ठी बंद कर लेनी चाहिए क्यों की उल्टा पास करने पर वही ऊर्जा उतर जाती है। ज्यादा जानने के लिए देखे मेस्मेरिज्म में पास क्रिया
- पुरुष को स्पर्श देने की क्रिया पुरुष के दाई और तथा स्त्री के बायीं और से शुरू की जाती है. पर किसी अंग पर विशेष प्रभाव डालने के लिए उसे स्पर्श भी किया जाता है ( बीमारी में )
- एक पास देने में 3 से 5 मिनट का वक़्त लगता है इसे जरुरत के अनुसार कम ज्यादा भी कर सकते है.
- एक दिन में 3 से ज्यादा बार reiki pass marjin नहीं करना चाहिए।
- स्पर्श देने के बाद अपने हाथो को अवश्य ठन्डे पानी से धो ले।
त्राटक से आँखों की शक्ति को बढ़ा लेते है लेकिन हाथो की शक्ति को नियंत्रित करने और उसे बढ़ाने के लिए हमें कुछ विशेष अभ्यास की आवश्यक्ता होती है जिनके बारे में ज्यादा जानने के लिए हाथो में आकर्षण शक्ति कैसे बढ़ाये की पोस्ट देखे।
आज की पोस्ट reiki pass marjin आपको कैसी लगी कृपया अपने कमेंट के माध्यम से बताये। जो पोस्ट आपको अच्छी लगे उसे शेयर जरूर करे जिससे आपके दोस्तों को भी फायदा मिले।
Read : Hatha yoga breathing techniques को पसंद किये जाने के पीछे की Top 5 reason