indian ghost story hindi हम सभी अपने दादी नानी से बचपन में ऐसी कई ghost story in hindi सुनते आ रहे है। लेकिन भूत प्रेत को लेकर हम क्या सिर्फ कहानियो तक सिमटे हुए है। या फिर हमने अपनी लाइफ में कभी न कभी इनका हकीकत में सामना भी किया है।
आज में आपको मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी paranormal activity hindi में बताने जा रहा हूँ। ये उन घटनाओ में से है जिन्हे में से है जो अब तक हम अपने बुजुर्गो से सुनते आए है लेकिन अब तक सुलझा नहीं पाया हूँ।
India उन देशो में से एक है जहा आज भी विज्ञान के साथ साथ आध्यात्म भी प्रचलन में है इसके अलावा South africa भी अभी तक Black magic and tantra mantra के लिए famous है।
हम चाहे लाख paranormal activity hindi में विश्वास न करे लेकिन कभी न कभी किसी मोड़ पर हम ऐसी घटनाओ से रूबरू होते है जो हमारे लिए एक मैजिक या पारलौकिक घटना होती है।
पारलौकिक इसलिए क्यों की ये सिर्फ भूत-प्रेतों तक नहीं सिमटी हुई है। चलिए जानते है कुछ ऐसी ही घटनाओ के बारे में जो हो सकता है आपकी लाइफ का भी एक हिस्सा रह चुकी हो।
paranormal activity hindi
अक्सर बचपन में हम बड़ो से जो भी सुनते थे उसे एक curiousity ढूंढने लगते थे। दो तरह के लोग होते है खासतौर से बच्चे।
पहले वो जिन्हे कुछ भी कह दो तो उसे सीधे ही एक्सेप्ट कर लेते थे और दूसरे वो जो सुनने के बाद उसके पीछे की वजह को जानने की कोशिश करते थे।
इसी चक्कर में वो या तो अपने डर पर काबू पा लेते थे या फिर उन्हें इस बात का अहसास हो जाता था की यहां कुछ ना कुछ अनोखा है।
नमस्कार दोस्तों में कुमार आज आपको अपनी लाइफ की कुछ ऐसी real paranormal activity hindi बताने जा रहा हूँ जो अब तक सुलझी नहीं है।
कई लोगो से मिलने के बाद भी अब तक उन रहस्यमयी घटनाओ के पीछे की वजह नहीं जान पाया। हो सकता है ऐसी घटनाए आपके साथ भी घटी हो जैसे की किसी के होने का अहसास ऐसी सुनसान जगह होना जहा पर कोई आना पसंद नहीं करता।
ऐसी कई घटनाए है जो पारलौकिक है। चालिये बात करते है real life ki sachhi ghost story hindi me
1.) माता की पालकी – paranormal activity hindi
क्या आपने इसके बारे में सुना है। रात को सोने के बाद mata ki palki हमारे घरो के ऊपर से गुजरती है और इस दौरान हमें घरो से बाहर नहीं घूमना चाहिए और अगर हम इसे देख लेते है तो हम शारीरिक विकार के शिकार हो सकते है यानि शरीर का कोई हिस्सा ख़राब हो सकता है।
बचपन में माता की पालकी की कहानिया सुनाई जाती थी की रात को माता ( लोकल गावो की ) घरो के ऊपर से अपनी पालकी में हवा में गुजरती है और इस दौरान हमें उन्हें देखना नहीं चाहिए।
एक दिन जब में अपने खेत में था तब माँ कुछ दुरी पर काम कर रही थी।
उस वक़्त मेरे पास कोई नहीं था। अचानक मेरे देखते ही देखते मुझसे लगभग 50 मीटर की दुरी पर एक पेड़ के पास से हवा में एक पालकी जैसी वस्तु हवा में चलती दिखी। ये पालकी बच्चो के पालने जैसी ही थी।
लगभग 100 मीटर की दुरी पर हवा में चलते चलते अचानक ही वो गायब हो गई। उस दौरान में किसी आकर्षण में बंधा हुआ उसे देख रहा ना किसी भय का अनुभव ना ही अकेले होने का अहसास।
किसी और को अहसास भी नहीं हुआ
जब वो पालकी गायब हो गई तब कुछ देर बाद ही माँ आ गई मेने उनसे पूछा क्या उन्होंने भी उसे देखा तो कहा ऐसा कुछ उन्हें नहीं दिखा। में हैरान था की ऐसा सिर्फ मुझे ही क्यों दिखाई दिया। साथ ही अगर दिखाई दिया तो कुछ हुआ क्यों नहीं !
इसके बारे में मेने कई जगह से पता किया लेकिन कोई भी ऐसा जवाब नहीं मिला जो मुझे संतुष्ट कर सके। लेकिन वो घटना हमेशा मेरे दिमाग में रही।
मुझे बताया गया था की माता की पालकी देखने वाला शारीरिक विकार से ग्रसित हो सकता है। ऐसा मेरे एक रिश्तेदार के साथ हुआ भी है उनके साथ ही नहीं कई अलग अलग जगह जैसे मौसी और ननिहाल जैसी जगह पर। बाहर सोते हुए हुए माता की पालकी उनके ऊपर से गुजरी और उनके शरीर में विकार आया जो की बहुत कम प्रभावी था।
लेकिन ऐसा क्यों होता है और मेरे साथ ऐसा क्यों नहीं हुआ अभी तक समझ नहीं सका।
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2.) दिए का हवा में चलना
ये वो घटना है जिसमे 90% अन्धविश्वास है लेकिन ऐसा हकीकत में भी होता है। गावो में आज भी मानना है की दिन ढलने के बाद अमावस्या या ऐसी रात को जिसमे कुछ ग्रहण लगता है की शाम को जब अँधेरा गहराने लगता है हवा में एक दिए की रौशनी दिखाई देती है जो गांव के बाहरी हिस्से के सबसे पुराने पेड़ तक चलती है।
जब वहा जाकर देखते है तब एक दिया दीखता भी है लेकिन और कोई वहा नहीं होता है।
paranormal activity hindi में ये एक रहस्य ही है की ऐसा कौन करता है और क्यों करता है।
हालाँकि ये घटना आज के समय में देखने को नहीं मिलती है लेकिन अगर बात करे आज से 15 साल पहले यानि 2000 के समय की तो ऐसा कई जगह होता था। जहा पर दिए को हवा में चलता हुआ देखा गया लेकिन लोगो ने इसके पीछे की वजह को जानने की कोशिश नहीं की।
दिए के पीछे की खास पूजा
उस समय हम लोग खेलने के लिए गांव के बाहर के सबसे बड़े टिल्ले पर जाते थे वहा से हम दूर तक देख लेते थे जिससे की हमारा टाइम अच्छे से बीत जाता था। एक शाम खेलते खेलते जब अँधेरा गहराने लगा और खेत से लोग घर लौटने लगे हम लोगो ने हवा में एक दिए को चलते हुए देखा।
उस वक़्त ज्यादातर लोग बीड़ी पीते हुए रास्ता तय करते थे इसलिए एक बार हमें भी ऐसा ही लगा कोई धूम्रपान कर रहा होगा। तभी एक लड़का बोला वो डायन जा रही है पूजा करने वहा मत चले जाना।
मेरे कुछ दोस्तों ने जोर दिया की आज तो देख ही लेते है डायन कैसे पूजा करती है।
हो सकता है कुछ मिठाई मिल जाए। मिठाई का नाम सुनते ही कुछ लड़के तैयार हो गए। उस पुराने पेड़ के पास पहुंच कर देखा तो हमे कुछ अजीब से निशान और मिठाई के साथ एक कांच भी वहा मिला। मेने वो मिठाई नहीं खाई लेकिन कुछ लड़के मिठाई को खा गए।
क्या था वो अन्धविश्वास या हकीकत
दूसरे दिन पता चला की उन लड़को को तेज बुखार है और उनके शरीर से दुर्गन्ध आने लगी है तो में उनके पास गया उस वक़्त तक घर वालो को पता नहीं था की इसके पीछे की paranormal activity hindi क्या थी।
जब मेने उन्हें बताया तो उसी वक़्त पंडित जी को घर बुला कर लड़को को दिखाया। उन्होंने वही पूजा सामग्री उन लड़को के हाथो उस पेड़ पर रखवाई शाम तक वो लड़के सही भी हो गए।
हालाँकि आज ऐसा कुछ देखने को नहीं मिलता लेकिन गांव के पुराने जोहड़ के पास ऐसी घटना देखी जा सकती है।
वो डायने तो आज नहीं रही लेकिन उनकी जगह कुछ ऐसे लोगो ने ली है जो अपने स्वार्थ के लिए शैतानो की पूजा करने में लगे है। वो घटना आज तक एक रहस्य से भरी paranormal activity hindi ही है और आज कल देखने को नहीं मिलती।
3.) हमजाद साधना का वो अनुभव
ये paranormal activity hindi ज्यादा पुरानी नहीं है। त्राटक साधना के दौरान मुझे हमजाद साधना के बारे में जानने को मिला क्यों की यही वो वक़्त था जब तारानगर में जाने के दौरान मुझे उन लोगो से मिलना हुआ जो जिन्नात की चपेट में आये थे।
मेने उस मौलाना से मुलाकात भी की तो उन्होंने मुझे त्राटक के दौरान हमजाद का अनुभव करने का कहा। में उस वक़्त Shakti chakra tratak के बाद darpan tratak sadhna ही कर रहा था लेकिन सुबह के समय।
मौलाना के कहे अनुसार मेने रात को 11:30 के बाद दर्पण त्राटक करना शुरू कर दिया।
शुरू के कुछ दिन सब सही चल रहा था लेकिन ४-5 दिन बाद त्राटक के अभ्यास के दौरान में बिलकुल शून्य हो गया। अचानक जैसे सबकुछ बदल सा गया और मेरे पीछे कुछ दिखाई नहीं दिया जो मेरे रूम में उस वक़्त था।
में जैसे एक शून्य में आ गया था। मेरे पीछे जैसे कोई मुझे लगातार घूर रहा है और मेरे पीछे देखने का ही इंतजार कर रहा है ऐसा लगने लग गया था अहसास ही नहीं रहा की जो घटना घट रही रही है वो त्राटक का हिस्सा है मुझे ये सब असल में होता हुआ अनुभव हो रहा था।
दर्पण त्राटक या फिर हमजाद की साधना
मुझे ऐसा लग रहा था जैसे में ही मेरे पीछे खड़ा हूँ और खुद को नफरत की नजर से देख रहा हूँ।
अचानक से वो सब गायब हो गया। अभ्यास ख़त्म होने के बाद में सो गया था लेकिन बार बार ऐसा लग रहा था जैसे मेरे सामने की दीवार पर ही कोई मुझे बार बार देख रहा है। कुछ देर तो ऐसा लगता रहा फिर अचानक से आँख लग गई।
दूसरे दिन मौलाना से मुलाकात करने के बाद जब मेने उन्हें सारी बाते बताई तो उन्होंने कहा की अब दर्पण त्राटक मत करना।
अगर तुमने इसे जारी रखा तो हमजाद चैतन्य हो जायेगा। इसे तुम 28 साल की उम्र के बाद आसानी से कर पाओगे तब तक कुछ गुप्त अभ्यास करो जिससे तुम्हारा मन और शरीर इसके काबिल बन जायेगा।
उन अभ्यास में पता नहीं क्या जादू था की मेरा मन निर्मल रहने लगा साथ ही जीवन में जैसे सब सही होने लगा हो। आज भी उन अभ्यास से में खुद को समय समय पर future planning के समय काम में लेता हूँ। लेकिन दर्पण त्राटक की उस रात का वो अनुभव मेरे लिए किसी paranormal activity hindi से कम नहीं था।
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4.) हर रात को सुनाई देती थी मुझे वो आवाज
मेरी पीछे की कुछ पोस्ट में मेने शरीर से बाहर विचरण यानि Out of body experience hindi का जिक्र किया है। ये घटना उसी अनुभव से जुड़ी है जिसका मेरे पास कोई जवाब नहीं है। बात तब की है जब में 8 साल का था.
उस समय में दादा जी के साथ हनुमान बीज मंत्र का अभ्यास करता था। ये मंत्र आपको एक तरह से सुरक्षा कवच प्रदान करता है जिससे रात्रि की सभी साधनाए आसानी से की जा सकती है।
आत्माओ का वजूद – paranormal activity hindi
उन दिनों मुझे हर रात को 2 से 3 बजे के दौरान किसी के रोने की आवाज सुनाई देती थी। मुझे कोई बीमारी नहीं थी लेकिन में हमेशा नींद में ही घर के दरवाजे तक पहुँच जाता था कैसे पता नहीं ! लेकिन एक दिन मुझे वो अनुभव हुआ जो किसी को भी भूत प्रेतों पर विश्वास करने को मजबूर कर दे।
paranormal activity hindi की इस कड़ी में ये घटना आत्माओ से जुडी है।
उस रात को आसमान बिलकुल साफ था और में जैसे घर से बाहर निकल चूका था। अचानक मुझे गली के दूसरे छोर से एक लबादे में कोई चलता हुआ दिखाई दिया। कुत्ते लगातार उस व्यक्ति पर भौंक रहे थे। वो व्यक्ति मेरे नजदीक से गुजरा शांत लेकिन जाना पहचाना।
मेने उसे पहचान लिया था वो व्यक्ति कुछ ही दिन पहले मरा था। उस रात के बाद मुझे कभी ऐसा अनुभव दोबारा नहीं हुआ। लेकिन ये घटना भी अभी तक रहस्य है की सिर्फ मेरे साथ ही ऐसा क्यों हुआ ?
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5.) वो सुनसान जगह
गांव से बाहर निकलते ही एक चौराहा दिखाई देता है। उस चौराहे पर गांव वाले कई पारलौकिक क्रिया करते है जैसे टोना-टोटका, देवताओ का उतारा चढ़ाना या फिर किसी और तरह की पूजा।
आपने अगर छलावा के बारे नहीं सुना है तो बता देना चाहूंगा की ये घटना अक्सर ऐसी जगह होती है जो बिलकुल सुनसान हो और एक्सीडेंट से भरी हो।
ऐसी जगह पर हमें कभी कभी ऐसा अनुभव होता है की जैसे कोई है और इसी दौरान हमारा बैलेंस खो जाता है जिसकी वजह से हम या तो घायल हो जाते है या फिर…….
उस दिन दोपहर को मेरे भुआ का लड़का वापस अपने गांव जा रहा था। कुछ देर बाद उसका फोन आया की वो बाइक से गिर चूका है और उसे बहुत ज्यादा चोट लग चुकी है।
हम गांव से बाहर वाले चौराहे की तरफ गए जहा मेरा भाई गिरा हुआ था। उसने बताया की वो बाइक पर जा रहा था की अचानक से उसके सामने से कुछ गुजरा। ये देख कर उसने अचानक से ब्रेक लगाए जिसकी वजह से वो बैलेंस खो कर गिर पड़ा।
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paranormal activity hindi – छलावा क्या है ?
उस घटना के बाद मुझे विश्वास हो गया की छलावा आज भी होता है। ये एक paranormal activity hindi है जिसमे हमें सुनसान जगह पर अचानक किसी के होने का अहसास होता है। पारलौकिक घटनाओ को नकारने वाले लोग इसे किसी जानवर का हवाला दे कर झुठलाने की कोशिश करते है।
लेकिन हकीकत तो ये है की ऐसी जगह पर होने वाले एक्सीडेंट की वजह वही पर भटकती हुई कुछ रूहे होती है।
ये छलावे का रूप लेती है। ये एक नेगेटिव एनर्जी होती है जो लोगो के एक्सीडेंट की जिम्मेदार होती है।
विश्वास ना हो तो कभी भी ऐसी जगहों पर जा कर खुद अनुभव कर सकते है। इस जगह का वातावरण आपको पारलौकिक शक्ति के होने का अहसास करवा देता है। राजस्थान, महाराष्ट्र और ऐसी कई जगह है जो इस छलावे के रूप में लोगो की जान लेती है। ये किस्सा भी पूरी तरह से साबित नहीं हो सका।
क्या है paranormal activity hindi का हकीकत ?
दोस्तों हम सब की जिंदगी ऐसी घटनाओ से भरी हो सकती है। फर्क सिर्फ इतना है की कुछ लोग इन्हे समझने का प्रयास करते है तो कुछ इसे वहम समझ कर दिल को समझा लेते है और भूल जाते है। लेकिन हकीकत में paranormal activity hindi उतनी ही सच्ची है जितना विज्ञान।
आप इन घटनाओ को लेकर क्या सोचते है हमें जरूर बताये।