किसी भी आदत को मनचाहे तरीके से बदलने के साथ खुद को भविष्य के लिए तैयार करने की अनोखी तकनीक


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Post hypnotic suggestion technique in Hindi. सम्मोहन की अवस्थाए तो हम पढ़ चुके है लेकिन एडवांस में आगे बढ़ने पर हम जिस स्टेज से रु-ब-रु होते है वो है पोस्ट हिप्नोटिज्म की तकनीक यानि सम्मोहन की ऐसी अवस्था जिसमे हम किसी भी व्यक्ति को ऐसे कमांड देते है जो उसके Hypnotism से बाहर आने के बाद काम करती है.

ये स्टेज उस अवस्था में ज्यादा फायदेमंद है जब आप किसी व्यक्ति को सम्मोहन की अवस्था से बाहर बदलना चाहते है.

इसके अलावा इसके सबसे बड़े फायदे में एक है इसका बार बार काम करना यानि सम्मोहित कर सिर्फ एक बार आप दिमाग में आदेश दे की इस कंडीशन में आप ये व्यव्हार करेंगे जब hypnosis तोड़ेंगे और वो नार्मल जिंदगी जीने लगते है तब जैसे ही वो हमारी बताई गई कंडीशन से गुजरते है वो उस आदेश के अनुरूप व्यव्हार करने लगते है जो हम उन्हें देते है.

Self-hypnosis और पोस्ट हिप्नोटिज्म दोनों ही अवस्था में एक बात common है और वो ये की इन अवस्थाओं में जो सुझाव दिए जाते है वो भविष्य में काम आने वाले होते है.

Basic Reason of Unsuccess in Sadhna
Post hypnotic suggestion technique in Hindi

यानि सम्मोहन की दूसरी अवस्थाओं में एक ओर जहा सुझाव और निर्देश उसी वक़्त बदलाव लाते है वही इन अवस्थाओं में सुझाव बाद में किसी खास स्थिति के ऊपर निर्देशित किये जाते है. उदाहरण के लिए

आप एक chain smoker है और एक्सपर्ट आपको hypnotism की post hypnotism अवस्था के द्वारा सही करना चाहते है तो वो उस समय आपको एक खास निर्देश देंगे जो स्थिति से जुड़ा होगा जैसे की आप जब भी स्मोक करने के लिए सिगरेट मुँह को लगाएंगे आपको सिगरेट का स्वाद सही नहीं लगेगा.

फिर वो hypnosis तोड़ दिया जाता है. अब सामान्य जिंदगी में आप जब भी cigarette को मुँह लगाएंगे उसका taste आपको सही नहीं लगता है और आप उसे फेंक देंगे, दूसरी और तीसरी के बाद जितनी भी सिगरेट आप टेस्ट करेंगे सबका स्वाद आपको अजीब लगेगा और धीरे धीरे आप उसे छोड़ देंगे.

How doest Post hypnotic suggestion technique in Hindi work?

Hypnosis sleep के सुझावों के बाद, जैसा कि नाम से पता चलता है, बाद में कृत्रिम निद्रावस्था के बाहर प्रभाव डालने का इरादा है. हम hypnosis session के बाद काम करने वाले suggestion और Post hypnotic suggestion दोनों का उपयोग करते हैं.

सम्मोहन के बाद सम्मोहन सुझाव हमेशा उपयोग करने से पहले लिखा जाना चाहिए.

जाहिर है, हम self hypno करने से पहले एक स्क्रिप्ट में सब कुछ लिख देते हैं – और एक स्क्रिप्ट के भीतर हर शब्द को कई बार चेक और री-चेक किया जाता है.

लेकिन यहां तक ​​कि सम्मोहन चिकित्सक, परामर्श कक्ष में एक-एक करके काम करते समय, किसी भी चिकित्सा के होने से पहले सम्मोहन के बाद के सुझावों को भी लिखना चाहिए.

एक सम्मोहन चिकित्सक के लिए यह एक कार्डिनल पाप है कि वे जैसे-जैसे आगे बढ़ते हैं, बस कुछ बना लेते हैं.

सम्मोहन और पोस्ट हिप्नोटिज्म की तकनीक में अंतर

hypnotism की सभी अवस्थाओं में एक्सपर्ट आपको सीधे निर्देश देते है जो शायद आपके खुद के विचारो के साथ मेल ना खा सके या फिर आपके संस्कारो के बिच टकराव हो इसलिए सम्मोहन टूटने का डर भी रहता है.

Post hypnotic suggestion एक ऐसी तकनीक है जिसमे हम आने वाले भविष्य के लिए या फिर किसी आदत को छुड़ाने के लिए एक कमांड को पहले दिमाग में भरते है और फिर sammohan को तोड़ देते है.

दूसरी और पोस्ट सम्मोहन और आत्मसम्मोहन में हम निर्देशों को स्थिति के साथ जोड़ देते है जिससे की वो एक समय बाद जाग्रत होते है यानि हमारी किसी भी आंतरिक भावनाओ में टकराव नहीं बल्कि स्थिति में बदलाव लाया जाता है. इसे दूसरे शब्दों में कहा जाए तो Post hypnotic suggestion में आपके लिए निर्देशों के मायने बदल दिए जाते है.

Post hypnotic suggestion and Possiblities of suggestion के दौरान सम्मोहन में सुझाव की 5 स्थितियां देखने को मिल सकती है जिनसे हमारे मन में निर्देश पहुंचाए जाते है.

  1. सकारात्मक सुझावों के निर्देश
  2. साफ़ साफ़ भाषा का प्रयोग करना
  3. भावनाओ का समावेश ताकि निर्देश में प्रभाव लाया जा सके.
  4. माध्यम में आपके विचारो और सुझावों के प्रति रूचि पैदा करना.
  5. चेतन मन नकार दे ऐसे सुझाव का प्रयोग न करना.

अगर आप भी इन मानदंड का ख्याल रख कर सुझाव देते है तो वो सफल होंगे.

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Making of posthypnotic suggestion

Post hypnotic suggestion देने से पहले हमें कुछ बातो का ख्याल रखना चाहिए जिसमे सबसे खास है suggestion को पहले से ही लिखकर या रिकॉर्ड कर साफ साफ शब्दों में तैयार करना.

ऐसा करना इसलिए बेहद जरुरी है क्यों की सुझाव हमेशा साफ और बगैर किसी विरोधाभास वाले शब्दों में ही देना चाहिए.

Post hypnotic suggestion में जो निर्देश दिए जाते है वो हमारे hypnosis तोड़ने के बाद स्थिति विशेष पर काम करते है.

दूसरा अगर आप किसी को पोस्ट सम्मोहन के निर्देश देने जा रहे है तो इस बात का खास ख्याल रखे की आपके निर्देश में स्थिति के अंदर ना तो विरोधाभास हो और ना ही इसमें दो राय हो.

मान लीजिये की आपने जिस स्थिति के लिए निर्देश दिए है उसमे अगर same time कुछ अलग बदलाव आ जाये तो आपके सुझाव काम नहीं कर पाएंगे.

इसे हम विरोधाभास की स्थिति के नाम से भी जानते है.

How to Hypnotic trigger work

ये एक खास निर्देश है जो आपको किसी अवस्था में फील होने वाले डर से निकालने में सहायक है जैसे की अगर आपको डर लगता है गाड़ी चलाने से तो उस समय Post hypnotic suggestion में आपको निर्देश दिए जायेंगे की जिस वक़्त आप गाड़ी के स्टीयरिंग को हाथ लगाते है.

उस वक़्त आपके अंदर positivity का संचार होता है और आप अपने शरीर के हर हिस्से में खुद को कॉंफिडेंट महसूस करने लगे है.

कहने का मतलब है स्थिति को देखकर सिर्फ उसी अवस्था के लिए सुझाव देना.

light effect in hypnotic disc

आप खुद को किसी भी स्थिति के लिए बदलाव के लिए तैयार कर सकते है. यहाँ कोई भी कमांड तभी ट्रिगर होती है जब आप किसी Particular condition में आते है.

ये स्थिति उन लोगो के लिए फायदेमंद है जो अपनी कमांड किसी के हाथ में देना नहीं चाहते है लेकिन, Hypnosis के फायदे लेना चाहते है. ऐसी स्थिति में Post hypnotic suggestion के जरिये वे खुद को किसी भी स्थिति के लिए strong बना सकते है.

वे चाहे तो अपने किसी डर के खिलाफ भी इसका प्रयोग कर सकते है. ये 100% safe Hypnosis technique है जो आपको 0 से हीरो बना सकती है.

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11 secret of How to perform successful Post hypnotic suggestion

हम बात कर रहे है एक succesful Post hypnotic suggestion के लिए हमें क्या क्या करना चाहिए ? इसके लिए अगर आप इन खास बातो को समझ ले तो आपके लिए सबकुछ आसान बन जायेगा. आइये जानते है ऐसी ही कुछ खास बातो को.

पोस्ट समोहन- आप रिजल्ट में क्या चाहते है?

Post hypnotism में आपका माध्यम किस तरह के रिजल्ट चाहता है सबसे पहले तो आपको इसे समझना चाहिए.

इसके लिए आप उनकी वर्तमान स्थिति और उनके चाहे गए परिणाम के बिच एक तालमेल बैठना जरुरी है.

यह शुरुआत है आवश्यक निर्देश बनाने की ताकि आपके सुझाव साफ और स्पष्ट हो.

माध्यम में डाले आपके प्रति विश्वास और रूचि

medium को पोस्ट-हिप्नोटिक स्टेट में लाने से पहले आपको खुद की स्थिति पर गौर कर लेना चाहिए.

एक सुझाव तभी कामयाब होगा जब माध्यम और आप दोनों इस स्थिति के लिए चेतन और अवचेतन मन दोनों स्तर पर तैयार हो सके.

इसके लिए आपके मन में इस अभ्यास के लिए आवश्यक रूचि उतनी ही जरुरी है जितना माध्यम के.

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माध्यम की शंकाओ और नकारात्मक विचारो का समाधान

एक सफल हिप्नोटिक प्रैक्टिस के लिए ये आवश्यक है की आपका माध्यम आपके प्रति आश्वस्त हो और उसे ये भी लगे की आप उसे सफलतापूर्वक सम्मोहित कर सकते है तथा वो इसके काबिल है.

अगर माध्यम को लगता है की वो Post hypnotic suggestion के काबिल नहीं है या फिर वो आपके साथ खुद को सेफ महसूस कर नहीं पा रहा है तो सबसे पहले इन समस्या का समाधान जरूर कर ले.

खुद को तैयार कर ले इन A, B, and S के लिए

यहाँ पर इन शब्दों के अलग अलग अर्थ और महत्व है आइये जानते है इन सबका मतलब और इनका महत्व

  • A – attention माध्यम का सारा ध्यान खुद पर केंद्रित करना.
  • B – नकारात्मक संभानाओं को दरकिनार करना यानि ऐसे विचार जो ना से जुड़े है को नकार देना.
  • S – Stimulate the unconscious mind यानि अवचेतन मन से जुड़ना ताकि आप माध्यम के अवचेतन मन से जुड़ कर उसे निर्देश दे सके.

हिप्नोटिक कांटेस्ट को विकिसत करना

माध्यम hypnotize हुआ है या नहीं का पता कैसे लगाया जाए ? हो सकता है वो आपसे सम्मोहित ही नहीं हुआ है.

इसके लिए जब आप उसे hypnosis state में ले जाते है तब निर्देश इस तरह से दिए जाते है की माध्यम का subconscious mind उस पर reaction करता रहता है.

जैसे की आप उसे निर्देश देते है की आपके सामने एक कुंआ दिखाई दे रहा है और आप उसके किनारे पर खड़े है आपको क्या दिखाई दे रहा है ?

अब माध्यम अगर सम्मोहित नहीं हुआ है तो वि सिर्फ कुए के बारे में बताता है लेकिन अगर वो वास्तव में सम्मोहित हो चूका है तो वो ऐसे रियेक्ट करेगा जैसे वो कुए के ऊपर ही है. वो आपको जो बताता है वो सब एक वास्तविक अनुभव से जुड़ा होता है. ये सब Post hypnotic suggestion के सफलतापूर्वक काम करने के लिए जरुरी है.

माध्यम में स्थिति के अनुसार व्यव्हार भरना

मान लीजिये आपका माध्यम आपके द्वारा तनाव पर काबू पाना चाहता है. आप जब उसे निर्देश देंगे तो वो इस तरह से होने चाहिए की माध्यम उन्हें समझ कर उनके अनुसार व्यव्हार कर सके. जैसे की मान लीजिये वो कभी तनाव में या गुस्से में आ जाता है. अब Post hypnotic suggestion / hypnotic-suggestion काम करता है तब उसमे निम्न बदलाव आने चाहिए.

  • अनुभव  – खुद को एक जगह रोक देना सबकुछ थाम कर खुद पर फोकस होना.
  • एक्शन – खुद ही मुस्कुराना और इसी तरह का व्यव्हार करना
  • महसूस करना – खुद में आत्मविश्वास पैदा करना, शांत बनना और उत्साही होना.

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व्यव्हार को ट्रिगर से जोड़ना

व्यव्हार को स्थिति के अनुसार ट्रिगर करना जिसमे हम जिस स्थिति में होते है उसमे क्या बदला हुआ व्यव्हार करना है को समझते है. उदाहरण के तौर पर मान लीजिये की आपको औरतो से बात करने में झिझक महसूस होती है. Post hypnotic suggestion के दौरान आपको दिया जाने वाला सुझाव क्या होगा?

hypnotism myth fact

आप जब भी किसी खूबसूरत औरत को देखेंगे आपके अंदर उत्साह महसूस होने लगेगा और आप खुद को स्माइल करते हुए महसूस करेंगे.

Post hypnotic suggestion की तकनीक में अलग अलग स्थिति पर सुझाव ट्रिगर किये जाते है. ये सभी आपकी मनोस्थिति को टारगेट करते है और आप खुद को अलग अलग स्थिति के लिए तैयार कर पाते है.

Post hypnotic suggestion माध्यम की स्वीकृति प्राप्त करना

सिर्फ सुझाव देना काफी नहीं है माध्यम उन्हें स्वीकार करे ये भी जरुरी है. इसके लिए सुझाव देते समय माध्यम को उसके फायदे अवगत करवाते हुए उनसे पूछे की क्या वो इसे स्वीकारते है.

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इस तरह से वो आपके सुझाव अवचेतन मन के स्तर पर ग्रहण करते है.

जब तक आपका माध्यम खुद मानसिक तौर पर इसके लिए तैयार नहीं होगा ये काम नहीं करेगा.

माध्यम का सुझाव पर काम करना

अभ्यास देते देते आप माध्यम को अन्य सुझाव भी दे सकते है जैसे की जब भी तुम उठोगे तीन बार गहरी साँस लोगे और खुद को उत्साही महसूस करोगे. ये इसलिए आवश्यक है क्यों की आप जान सकते है की माध्यम कितना आपके कण्ट्रोल में है और अभ्यास से उसे दबाव तो महसूस नहीं हो रहा है.

कई बार हम अपने द्वारा दिए गए Post hypnotic suggestion की सफलता को स्टेप पर चेक करने के लिए भी बार बार माध्यम को अलग अलग तरह से सुझाव दे सकते है और चेक कर सकते है की ये कितना सफलतापूर्वक माध्यम पर लागू हो रहा है.

सेल्फ-फीडिंग-सुझाव का लूप

स्थिति को एक दूसरे से जोड़ कर शक्तिशाली हिप्नोटिक सुझाव का निर्माण करना. मान लो आप किसी को सुझाव देते है की वो एक नॉन-स्मोकर है और खुशमिजाज इंसान है. उनके अवचेतन में ये फीड होगा की वो खुशमिजाज नॉन-स्मोकर है.

इसलिए अगर आप उन्हें सुझाव दे की वो खुशमिजाज तो है उनके स्वास्थ्य पर भी इसका अच्छा असर पड़ता है. उदाहरण के लिए

जब भी आप Early morning से पहले उठते है तो आप खुद को ज्यादा उत्साही महसूस करते है जब आप बेड छोड़ देते है. इसका सबसे बड़ा फायदा ये हुआ की अब आप सूर्योदय से पहले ही उठने लगेंगे. ये सब Post hypnotic suggestion का कमाल है की ये लोगो के दिमाग को सोचने समझने के स्तर पर प्रभावित करता है.

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पोस्ट हिप्नोटिज्म की तकनीक सुझाव को लॉक कर भुला देना

सुझावों को अवचेतन मन की गहराई में उतार कर उन्हें सामान्य जीवन में भुला देने से वो और भी ज्यादा पावरफुल बन जाते है. उन्हें किसी खास स्थिति में ही याद आने के लिए माध्यम कहा जाता है बाकि समय माध्यम उन्हें याद नहीं रख पाता है.

अगर आप भी ऊपर बताए गए निर्देशों मानदंडों का सही से पालन कर लेते है तो आप किसी भी व्यक्ति को सफलतापूर्वक पोस्ट-हिप्नोटिक-सुझाव दे सकते है.

Post hypnotic suggestion की इस तकनीक को प्रयोग कर आप अपने कमजोर पहलू पर काबू पा सकते है, खुद को strong बना सकते है और जरुरत पड़ने पर किसी भी तरह की बुरी आदत पर काबू कर सकते है.

ये सब संभव है अगर आप सुझाव की शक्ति को समझ ले. दरअसल Post hypnotic suggestion technique में और कुछ नहीं सुझाव की दीवार खड़ी की जाती है जो हमारे किसी खास आदत या एक्शन पर ट्रिगर होती है.

जब ऐसा होता है तब वो सुझाव काम करता है और हम उस स्थिति पर काबू करते है जिस पर काबू हम करना चाहते है.

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