ओवर एक्टिव मूलाधार चक्र की वजह से लाइफ में आती है ये 9 बड़ी प्रॉब्लम जानिए इसे बैलेंस करने का सही तरीका


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अगर आप कुण्डलिनी और चक्र जागरण की क्रिया से गुजर रहे है तो आपको Overactive root chakra warning signs के बारे में जरुर जानना चाहिए. जब हम मूलाधार चक्र जागरण की क्रिया करते है तब उर्जा के बहाव से चक्र या तो ज्यादा या फिर कम एक्टिव हो सकता है.

चक्र जागरण के दौरान हर चक्र में उर्जा का प्रवाह बैलेंस हो इस बात पर ध्यान देना बेहद जरुरी है. आवश्यकता से अधिक और कम प्रवाह होने की स्थिति में हमें अलग अलग अनुभव हो सकते है.

कुण्डलिनी जागरण के दौरान ज्यादातर साधक ऐसे अनचाहे अनुभव से गुजरते है जो उनके लिए अभ्यास को और भी ज्यादा मुश्किल बना देते है.

इसकी सबसे बड़ी वजह उर्जा का असंतुलित प्रवाह है. ऐसी स्थिति में आपको Overactive root chakra warning signs के बारे में जानकारी होना बहा जरुरी है क्यों की तभी आप अपने अभ्यास में आगे बढ़ सकते है.

चक्र जागरण की क्रिया में मूलाधार चक्र सबसे पहले नंबर पर आता है. इस चक्र का सीधा कनेक्शन फिजिकल वर्ल्ड से है. हम भौतिक संसार में रहते हुए जो क्रिया करते है वो इसी चक्र से जुड़ी हुई है.

Overactive root chakraमूलाधार चक्र के जागरण के बाद हम भौतिक संसार में रहते हुए भी इससे अलग रह सकते है. सीधे शब्द में समझे तो मोह माया से ऊपर उठ सकते है.

जागरण के दौरान अगर इस चक्र में उर्जा का प्रवाह अधिक हो जाए तो इसके कुछ साइड इफ़ेक्ट देखने को मिलते है जिनके बारे में हम इस आर्टिकल में बात करने वाले है.

आइये जानते है क्या होता है जब रूट चक्र में उर्जा प्रवाह जरुरत से ज्यादा हो जाता है और ये ओवर एक्टिव होने लगता है.

Overactive Root Chakra

मेरुदंड के बेस में स्थित सबसे पहला चक्र मूलाधार चक्र है जो Experience Of Safety, Security, And Survival के लिए जिम्मेदार है.

धरती पर हमारा जन्म होता है तब हमारी कुछ बेसिक जरूरते होती है जो हमारे जीवन यापन के लिए जरुरी होती है. हमें क्या करना है और कैसे जीवन में आगे बढ़ना है इन सबका Energetic Blueprint And Primal Knowledge इसी चक्र से जुड़ी होती है.

हमारे फिजिकल और एनर्जी बॉडी को पृथ्वी तत्व से जोड़े रखने का काम मूलाधार चक्र का है. जब तक हम इसे पार नहीं करते है तब तक हम मोह माया में फंसे रहते है और अपनी बेसिक जरूरत से ऊपर नहीं उठ पाते है.

इस चक्र के बैलेंस होने की स्थिति में हम किसी भी भय से मुक्त हो सकते है. हम पहले के आर्टिकल में इस चक्र से जुड़ी बेसिक जानकारी को शेयर कर चुके है. ज्यादातर लोगो को लगता है की मूलाधार चक्र काम वासना से जुड़ा है. असल में ये मोह और माया का एक हिस्सा है.

इस आर्टिकल में हम Causes Of An Overactive Root Chakra और sign and symptom of Overactive Root Chakra के बारे में ही बात करेंगे.

The Causes of an Overactive Root Chakra

सबसे पहले तो आपको ये जान लेना होगा की ओवर एक्टिव चक्र क्या होता है. ओवर एक्टिव का मतलब है आपके चक्र में प्रवाह करने वाली उर्जा असंतुलित है और आवश्यकता से अधिक प्रवाह की वजह से non-harmonic frequency पर vibrate कर रही है.

जब हमारे चक्र संतुलन की अवस्था में होते है तब इनका वाइब्रेशन हमें दूसरो से harmonic frequency पर कनेक्ट करता है. ऐसा ना होने की स्थिति में हम सही अनुभव नहीं कर सकते है.

वैसे तो Overactive root chakra की और भी कई वजह हो सकती है लेकिन हमें अपने आसपास से मिले संस्कार इसमें अहम् रोल निभाते है.

हमारे विचारधारा को घर और परिवार से मिले संस्कार काफी ज्यादा प्रभावित करते है. पृथ्वी तत्व हमें बैलेंस रखता है क्यों की ये किसी भी तरह की उर्जा को बैलेंस कर सकता है.

जब हम हमारे ओरिजिनल हार्मोनी से अलग हो जाते है और बेसिक नीड से ऊपर होकर काम करना शुरू कर देते है तब ये रूट चक्र को ओवर एक्टिव कर सकता है.

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9 Signs Of An Overactive Root Chakra

Overactive root chakra warning signकिसी भी चक्र के असंतुलन होने की सबसे बड़ी वजह हमारा बेसिक नीड से हट कर उन चीजो पर काम करना है जो हमें संतुष्टि नहीं दे सकती है.

मूलाधार चक्र के ओवर एक्टिव होने की सबसे बड़ी वजह हमारा भौतिक जरूरतों में फंसना, ऐसे बिलीफ सिस्टम को ग्रहण करना जो हमें लाइफ में असुरक्षित बनाते है.

चक्र को बैलेंस करने के लिए सबसे पहले आपका उन वजहों की पहचान करना है जो इसे असंतुलन की अवस्था में लाती है. आज सबसे ज्यादा परेशानी हमें इसी चक्र के असंतुलित होने की वजह से फेस करनी पड़ रही है.

यहाँ शेयर किये गए 9 Signs Of An Overactive Root Chakra आपको ऐसी वजहों की पहचान करने में हेल्प करेंगे ताकि आप मूलाधार चक्र में आ रही किसी भी असंतुलन की वजह को दूर कर सके.

You make decisions from a state of fear

शायद आपके लिए इस बात को स्वीकार करना आसान नहीं लेकिन, अगर आप किसी भी निर्णय को डर के साथ लेते है तो इसकी वजह आपके मूलाधार चक्र का असंतुलित होना है.

रूट चक्र के बैलेंस ना होने की वजह से हमारी मानसिकता एक अनजाने भय से घिर जाती है. हम कोई भी निर्णय आत्म विश्वास के साथ नहीं ले पाते है और हमारे मन में अनजाने परिणाम का भय बना रहता है.

Overactive root chakra warning sign / मूलाधार चक्र के ओवर एक्टिव होने की वजह से हम लाइफ में अपनी ज्यादातर एनर्जी को ऐसी चीजो में लगा देते है जो जीवन यापन के लिए जरुरी है. हमारे मन में इस बात की शंका घर कर जाती है की अगर हम ऐसा ना करे तो शायद हम लाइफ में सर्वाइव ही ना कर पाए.

खुद को कम्फर्ट देने के लिए भौतिक सुविधाओ की पूर्ती करना आपके मूलाधार चक्र के ओवर एक्टिव होने की स्थिति दर्शाता है.

इसके पीछे की वजह की पहचान करे और बैलेंस बनाए ताकि आपके निर्णय आपके अंतर की आवाज से निर्धारित हो ना की किसी डर की आशंका के साथ.

You struggle with depression

तनाव एक dense energy state है जहाँ हम hopelessness and sadness से घिरे हुए रहते है. जब हम भौतिक सुख सुविधा में फंस जाते है तब हमारे एक ऐसा बिलीफ घर कर जाता है जो हमें लिमिट कर देता है.

हम अपनी सोच को लिमिट कर लेते है और हमें लगता है की लाइफ में भौतिक सुख सुविधा ही सबकुछ है. ऐसे में हमारा पूरा ध्यान सिर्फ उनकी पूर्ती पर होता है जो हमारे अन्दर जरूरत से ज्यादा तनाव पैदा करता है.

हम भूल जाते है की भौतिक सुख सुविधा हमारा काम आसान तो बना सकती है लेकिन आत्म-संतुष्टि नहीं दे सकती है.

भौतिक सुख सुविधा और material life तक खुद को सिमित करना आपके अन्दर एक गुस्सा पैदा करता है क्यों की हम में से ज्यादातर इस लायक नहीं है की हर तरह सुख सुविधा को खरीद सके.

मूलाधार चक्र के बैलेंस होने की स्थिति में हम spiritual energy से connect होते है और उसके प्रति अवेयर भी जो हमें आत्म-संतुष्टि देता है और हम आगे बढ़ पाते है.

You feel heavy in your body

शरीर में भारीपन का अहसास होना कई बातो पर निर्भर करता है. जब हम overactive root chakra से जूझते है तब हमारी एनर्जी एक चक्र तक सिमित होकर रह जाती है जो की हमें भारीपन का अहसास करवा सकती है.

इस चक्र के असंतुलन से जुड़ी आदतों में अतिभोग और भौतिक वस्तुओं की जमाखोरी शामिल है जो भारीपन की इस भावना में भी योगदान देती है क्योंकि आप लगातार अपने आप को अनावश्यक वस्तुओं से भर रहे हैं या घेर रहे हैं.

अगर आप रूट चक्र के भारीपन का अहसास कर रहे है तो इसी एक वजह आपके state of awareness में Holistic view of body शामिल है.

हमारा शरीर भौतिक और उर्जा शरीर से मिलकर बना है. ऐसे में अगर आप सिर्फ भौतिक बॉडी तक सिमित रहते है तो ये आपके लिए असंतुलन की अवस्था पैदा करता है. उर्जा शरीर की जरूरतों की पहचान कर खुद को इस्ससे आगे ले जाना और दोनों में बैलेंस बनाना आपको संतुलित बना सकता है.

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You may experience tunnel vision or limited focus

लाइफ में कामयाब बने रहने के लिए आपका फोकस होना बेहद जरुरी है. आपके फोकस होने की क्षमता को मूलाधार चक्र प्रभावित करता है इसलिए अगर आप लाइफ में फोकस होने में प्रॉब्लम हो रही है तो इसका मतलब आपका रूट चक्र ओवर एक्टिव है.

Signs of an Overactive Root Chakra में से एक आपके फोकस होने की एबिलिटी है. आप लिमिटेड सोच तक सिमित रह जाते है और multidimensional perspectives का अभाव आपको बेहतर सोचने से रोकता है.

अगर आप फोकस होने के बाद भी सिर्फ बेसिक जरुरत तक ही सोच पा रहे है या फिर खुद को कम्फर्ट देने तक ही सोच पा रहे है तो आपको मूलाधार चक्र को बैलेंस करने की जरुरत है.

Perpetually in state of wanting and feeling unsatisfied

लाइफ में आप कभी भी संतुष्ट नहीं हो सकते है अगर आपके चक्र बैलेंस नहीं है. मूलाधार चक्र के ओवर एक्टिव होने की स्थिति में आप लाइफ में चाहे कितने भी कामयाब हो जाए, आपके पास कितनी भी सुविधा हो लेकिन आप अन्दर से संतुष्टि और ख़ुशी महसूस नहीं कर सकते है.

हमें पता ही नहीं चलता है की असल में हम जो प्राप्त कर रहे है या पाने की कोशिश कर रहे है वो हमारे लिए जरुरी है भी या नहीं. ये सब Overactive root chakra को दर्शाता है.

किसी भी कामयाबी को हासिल करने का जो रोमांच होता है और हमारे काम करने का तरीका है उसमे संतुष्टि हमें तभी मिल सकती है जब मूलाधार चक्र बैलेंस हो.

अगर आपका मन संतुष्ट नहीं है और भटका हुआ महसूस करता है तो ये मूलाधार चक्र में असंतुलन की वजह से है. आप लाइफ में कितना भी कामयाब बन जाए आपके मन में एन्जॉय नहीं होगा और आप हमेशा रास्ते से भटका हुआ महसूस करेंगे.

You are only focused on material objects and outer appearance

आज तकनीक की मदद से हमारे सुख सुविधा में काफी इजाफा हुआ है लेकिन, क्या हो अगर हम पूरा फोकस सिर्फ खुद को सुख सुविधा देने में लगा दे ?

हम भौतिक सुख सुविधा से अपने लिए काम आसान बना सकते है लेकिन ये हमें संतुष्टि भी देगा ये जरुरी नहीं है.

लाइफ में और भी जरुरी चीजे है जो बेशक सुख सुविधा से जुड़ी ना हो लेकिन आपको अन्दर से ख़ुशी दे सकती है. दूसरो की मदद करना, कम में खुश रहना जैसे काम आपको अंदर से ख़ुशी देते है लेकिन जब तक आपका मूलाधार चक्र बैलेंस नहीं होगा आपको इसका अहसास नहीं होगा.

सिर्फ बाहरी दिखावे पर खुद को फोकस रखना आपके Overactive Root Chakra Warning Signs को दर्शाता है. हमारी पूरी लाइफ दिखावे पर सिमित रह जाती है.

You may tend to overindulge or have a habit of hoarding

जब आपका मूलाधार चक्र असंतुलित होता है तब आप भौतिक सुख सुविधा पर ज्यादा फोकस रहते है.

ऐसे में आप कुछ ऐसी आदत भी बना लेते है जो आपको सुरक्षित महसूस करवाती है जैसे की किसी ऐसी आदत को अपनाना जो भौतिक सुख सुविधा से जुड़ी हो और आपको कुछ समय के लिए दूसरो से अलग करती है.

आपकी इन आदतों में Overeating, Shopping And Storage Obsessions शामिल है. खुद को ख़ुशी देने के लिए जरुरत से ज्यादा खरीददारी, खाना पीना और किसी चीज की लत बना लेना ये सब ओवर एक्टिव रूट चक्र को दर्शाते है.

You may be forgetting to appreciate what is

एक और Common Sign Of Root Chakra Overactivity में आपका material security पर ही सिमित होकर रह जाना है. कई बार हम बाहरी दिखावे या फिर दूसरो के पास क्या है ये सब देखने के चक्कर में उन चीजो को इग्नोर कर देते है जो हमारे पास पहले से ही है.

Overactive root chakra के कारण हमारा ध्यान उन चीजो पर रहता है जो दूसरो के पास है या फिर दूसरो के पास देखकर आपके मन में ये सवाल बार बार आता है की काश मेरे पास भी ये हो.

जब आप ऐसा करते है तब कही न कही आप उन चीजो को इग्नोर कर रहे होते है जो आपके पास है लेकिन, दूसरो के पास नहीं. आप बाहरी दिखावे से प्रभावित रहते है और ये आपको अन्दर से खुश नहीं रहने देता है.

इसकी वजह आपके लिमिट फोकस तक सिमित रहना और खुद को सिर्फ भौतिक सुख सुविधा पर ही लिमिटेड बना लेना हो सकता है.

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You take from the earth without conscious consideration

हमारा अस्तित्व पृथ्वी से है और हम अपनी सभी बेसिक जरूरत के लिए धरती पर आश्रित है. Key sign of an overactive root chakra में से आपका पृथ्वी तत्व से जुडाव ना होना है.

जब आप अपनी किसी भी एक्टिविटी को लेकर जागरूक नहीं होते है या फिर जो भी कर रहे है बिना किसी उदेश्य के चलता रहता है.

आपकी जरुरत को पूरा करने के साथ ये धरती को नुकसान नहीं पहुंचा रहा है इस बात का ख्याल रखना जरुरी है. अगर आपकी किसी हरकत की वजह से आपके इको सिस्टम को नुकसान पहुँच रहा है तो ये असंतुलन को दर्शाता है.

How to Rebalance an Overactive Root Chakra

मूलाधार चक्र को फिर से बैलेंस करने के लिए आप कुछ स्टेप को फॉलो कर सकते है. इसमें कुछ मुख्य टिप्स निम्न है.

  • balance Overactive root chakraConscious Movement: आप दिन भर में जो भी गतिविधि कर रहे है उसमे कितने एक्टिव रहते है इस पर गौर करे. कोशिश करे की जब भी आप कुछ कर रहे है अपने आसपास और अपने मूवमेंट को एक्टिव रहते हुए अनुभव करे.
  • Meditation and Breathwork मैडिटेशन का अभ्यास करना आपकी चेतना को संतुलन की अवस्था में बनाए रखता है और आप अनचाहे विचारो से दूर रहते है. आप खुद को अपनी जरूरतों को बेहतर समझ पाते है.
  • Crystals ये एक ऐसे एनर्जी टूल की तरह काम करते है जो आपकी एनर्जी को बैलेंस करता है. आपकी एनर्जी को बैलेंस करना और tune करना इसे चक्र में प्रवाह में आसान बनाता है.

ये कुछ ऐसे टिप्स है जिन्हें आप फॉलो कर सकते है.

How to overcome Overactive root chakra warning signs final conclusion

बॉडी में मुख्य चक्र के बीच जब एनर्जी सही तरह से फ्लो करती है तब हम बैलेंस स्टेट में होते हुए लाइफ में आगे बढ़ते है. जब उर्जा किसी एक चक्र पर फंस कर रह जाती है तब ये हमें कई संकेत देती है.

समय रहते अगर Overactive root chakra warning signs की पहचान कर चक्र को बैलेंस कर लिया जाए तो हमें प्रॉब्लम का सामना नहीं करना पड़ता है.

चूँकि हर चक्र का किसी न किसी तत्व से जुड़ाव है और उसमे असंतुलन उस तत्व से जुड़ी प्रॉब्लम खड़ी करता है इसलिए अगर आप फोकस नहीं रह पा रहे है या फिर पृथ्वी तत्व से अलगाव महसूस कर रहे है तो समझे की आपका मूलाधार चक्र संतुलन में नहीं है.

यहाँ शेयर किये टिप्स को फॉलो कर आप फिर से चक्र को बैलेंस कर सकते है. ज्यादा जानकारी के लिए आप हमारी दूसरी आर्टिकल को पढना ना भूले.

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