शौहर को काबू में करने का वजीफा उन महिलाओं के लिए सबसे अच्छा उपाय है जिनके घर में अक्सर कलेश रहता है. ऐसे में आप अपने शौहर और प्यार के लिए मजबूत रिश्ते की दुआ मांग सकती है.
ऐसी कई वजह होती है जिनकी वजह से पारिवारिक रिश्ते में कलेश होने लगता है. शादी के बाद अगर पत्नी को पति का प्यार न मिले या फिर दबदबा बनाकर रखे तो घर की शांति छीन जाती है.
इस तरह के माहौल में मानसिक तनाव से घिर जाना आम बात है खासकर तब जब शौहर का घर से बाहर अफेयर हो. ऐसी स्थिति में कोई भी महिला खुश नहीं रह सकती है.
इस्लाम में इस तरह के रिश्ते को ख़त्म करने और पति पत्नी के बीच के रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए दुआ की जाती है. अगर आप इस शौहर को काबू में करने का वजीफा को करती है तो आपके शौहर ना सिर्फ आपकी बात सुनना शुरू कर देंगे बल्कि आपके रिश्ते में भी मजबूती आने लगेगी.
शौहर को काबू में करने की दुआ और वजीफा का उपाय पति पत्नी के बीच के रिश्ते को मजबूत करने के लिए है इसलिए इसे किसी गलत उदेश्य से प्रयोग ना करे.
इस्लाम में हर जादू का तोड़ है और ऐसी कोई तकलीफ नहीं जिसका समाधान कुरान पाक ना कर सके. अगर आप सच्चाई के रास्ते पर है तो आप कुरान पाक पर यकीन रखे.
यदि आपके शौहर का दिल किसी और औरत पर आ गया है जिसकी वजह से वो आपके साथ झगड़ा करने लगे है या फिर किसी बुरी लत के चलते वे बाहरी लोगो की ज्यादा सुनते है तो आपको शौहर को काबू में करने की दुआ का प्रयोग करना चाहिए.
शक्तिशाली अमल और दुआ का प्रयोग किसी भी दिन किया जा सकता है और अल्लाह की नमाज ( कुरान पाठ ) के बाद इसका प्रयोग किया जाना चाहिए. आइये अब शौहर को अपना बनाने और काबू करने की दुआ और वजीफा के बारे में.
शौहर को काबू में करने का वजीफा
शौहर को काबू में करने का वजीफा और दुआ आपको अपने शौहर के करीब लाने के लिए की जाती है. इसके प्रयोग के बाद शौहर का झुकाव आपकी तरफ होगा और वे आपको छोड़कर किसी और के बारे में सोचेंगे भी नहीं.
इस्लाम में ऐसे कुछ शक्तिशाली वजीफा है जिनके जरिये आप शौहर को अपने प्यार में झुका सकती है. पति पत्नी के बीच के रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए हम इसे यहाँ शेयर कर रहे है.
शौहर को काबू में करने का तरीका किसी भी दिन से कर सकती है. सुबह अल्लाह की नमाज करने के बाद आप इस दुआ का पाठ कर सकते है. शुरुआत करने से पहले चमेली का तेल अपने पास रख ले और फिर नमाज पढने के बाद द्बारा वुजू करे.
इसके बाद विस्मिल्लाह हीर रेहमनिर रहीम पढ़े. अब आपको 69 बार मरतबा अल लातीफु पढना है.
चमेली के तेल पर फूंक मारे और मन्नत मांगे. इस तेल की मालिश अपने शौहर के सिर पर करे. इस प्रयोग को 3 दिन करे और इसका असर अचूक होगा. इसके असर से आपके शौहर आपको परेशान करना बंद कर देंगे.
शौहर को काबू में करने की दुआ
आप शौहर को काबू में करने की दुआ का पाठ भी कर सकती है. अगर अल्लाह से दुआ की जाए तो बहके हुए पति को वापस रास्ते पर लाया जा सकता है.
शौहर को काबू में करने का वजीफा के लिए आपको सबसे पहले वुजू करना है. उसके बाद तहज्जुद की नमाज पढें और इसे पढ़ने के बाद सजदा करें.
अपने हाथो पर शौहर की तस्वीर रखे और आंखे बंद कर दिल से उन्हें याद करे.
अल्लाह से शौहर की सलामती की दुआ मांगे और 1000 बार दरूध शरीफ पढ़ें. इस दरमियान आप अपने लाइफ में आ रही परेशानियों को दूर करने की मन्नत मांगे. अल्लाह आपकी दुआ जरुर कबूल करेंगे.
अगर आप आपसी रिश्ते की मजबूती के लिए शौहर को काबू में करने का वजीफा और दुआ का पाठ करने के बारे में सोच रही है तो आपको ये प्रयोग करना चाहिए.
शौहर को काबू में करने का अमल करने के पीछे की सबसे बड़ी वजह उनका अफेयर होना है. जब पति का बाहर अफेयर होता है तब घर में कलेश होना आम बात है. इसे अनैतिक रिश्ते को खत्म करने के लिए आप सोने से पहले इस अमल का अपनाएं.
वुजू करने के बाद 11 बार दुरूद शरीफ का जप करे. अब विस्मिल्लाह शरीफ का जाप करें. अपने शौहर को दिल और दिमाग से याद करे और उन्हें स्मरण करते हुए इस अमल का प्रयोग करे.
मन काना मोहम्मद इन अबा आदिन,
मिन रिजालिकुम वाल्ला किन रसूल
अल्लाही वा खातिमान नाबियीना
बी रेहमातिका या अर हमार रहेमेना।
कुरआन पाक की इस आयत का पाठ जितना कर सकती है करे. शौहर को काबू में करने का वजीफा के पाठ के दौरान आपके शौहर आपके दिलो दिमाग में होने चाहिए. इस उपाय को लगातार 11 दिन तक करे. इसका असर शौहर पर होगा और वे आपको सुनना शुरू कर देंगे.
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शौहर को अपना बनाने की ताबीज
अगर आप शौहर को काबू में करने का ताबीज जो की सदियों पुराना रूहानी तरीका है देख रही है तो इसका प्रयोग किया जा सकता है. अगर आपके शौहर आपकी बात नहीं सुन रहे है तो ताबीज के जरिये आप उन्हें अपना बना सकती है.
ताबीज के साथ साथ आपको शौहर को गुलाम बनाने का वजीफा भी पढना होता है. जब आप ऐसा करती है तब आपके शौहर आपकी बात सुनने को मजबूर हो जाते है और आप आसानी से अपनी बाते मनवा सकती है.
शौहर को काबू में करने का वजीफा और दुआ का पाठ करने के साथ साथ ताबीज का प्रयोग आपको ज्यादा फायदे दिलाता है.
सबसे पहले वुजू करे और तीन बार दुरूद शरीफ का पाठ करे. इस पाठ के बाद सुरह बकरा पढ़े. ध्यान रखे पाठ के दौरान आपके दिल और जेहन में आपके शौहर का ख्याल होना चाहिए. इस दौरान अपने अच्छे पल को याद करे और दोबारा 3 बार दुरूद शरीफ का पाठ करे.
ये वजीफा आपको मौलाना जी लेना चाहिए और वे आपकी ताबीज बनाने में हेल्प कर सकते है. इस ताबीज की सफलता कुछ नियम और पाठ पर निर्भर है इसलिए इसे निर्देशन में ही बनाना चाहिए.
गुलाब के फूल
शौहर को काबू में करने का एक आसान अमल गुलाब के साथ किया जा सकता है.
इतवार के दिन माघरिब और इशा के दरम्यां आप गुलाब को कुछ ताजा फूल अपने पास रख लें.
उसके बाद सात मर्तबा पाठ नीचे दिए गए पाठ को पढ़कर उसे शौहर के सिरहाने रख दें. इस अमल को आप लगातार तीन दिनों तक करें। अमल में इसे पढ़ेंः-
अल्लाह हुम्मा तहेसा अलिया अबसारा जालिमतिही वाल मुरिदीीन बिस सु वा अन तस्रिफ कुलु बहुम अन शार्री मा यज मेरु नहु इला खारी ला यमलाका हु गैरिका
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शौहर को काबू में करने का वजीफा कब करे और क्यों
शादी के बाद एक औरत अपने पति से बहुत सी उम्मीदे रखती है. अगर उन्हें पति से प्यार ना मिले तो मानसिक तौर पर परेशान और तनाव में रहना जाहिर सी बात है.
- पति का अपने पत्नी पर दबदबा बनाकर रहने की सोच.
- पति का नशा करना.
- घर से ज्यादा बाहर वक़्त बिताना और बाहर वालो की बातो के प्रभाव में रहना.
- घर से बाहर अफेयर के चलते पत्नी को समय ना देना और लड़ाई झगडा करना.
- किसी बाहरी या तीसरे के द्वारा पति पत्नी के बीच मतभेद पैदा कर देना.
इन सब परिस्थिति में एक पत्नी अपने रिश्ते को बचाने के लिए शौहर को काबू में करने का वजीफा के प्रयोग कर सकती है. अगर आप किसी उलझन में है या फिर सलाह चाहते है तो कमेंट में अपनी समस्या से जुड़े सवाल पूछ सकते है.