क्या आपने कभी सुना है की कोई मर कर जिन्दा हो गया है. वास्तव में स्वर्ग और नरक जैसी कोई जगह भी है क्या ? मर कर जिन्दा होने का अनुभव जिसे Near death experiences कहा जाता है ऐसा क्यों होता है ? इसके possible cause, symptom and journey क्या है और कैसे अनुभव किये जाते है.
क्या इसका कोई लाभ भी है या फिर सिर्फ हमें डराने या हमारे सोच में बदलाव लाने के उदेश्य से हम इस तरह का अनुभव करते है. देखा जाए तो ये भी एक तरह की मौत का सफ़र है. इससे वापस लौट आने का उदेश्य हमारे अन्दर कुछ बदलाव लाना है.
जब हम किसी तरह के बदलाव जैसे की अचानक oxygen की कमी हो जाना, खास तरह के केमिकल का बदलाव या फिर मनोदशा में कुछ बदलाव आते है तब हम इसका अनुभव करते है.
कुछ लोग जब ज्यादा तनाव से भर जाते है तब इसका अनुभव करते है. ऐसे कई केस दुनियाभर से लिए गए है जिनके अनुदार लोग इस अनुभव करते है और बाद में उनके अन्दर असाधारण बदलाव महसूस किये जाते है.
जिन लोगो ने इसका अनुभव किया है उनके अन्दर आने वाले बदलाव और आध्यत्मिक प्रवृति में रुझान को देखे तो लगता है की उन्होंने कुछ तो ऐसा अनुभव किया होगा जिसकी वजह से वो इतना बदल गए है.
इस पोस्ट में स्वर्ग और नरक के बारे में भी जिक्र किया गया है जिसके बारे में आप जान सकते है की आखिर क्यों लोग स्वर्ग और नरक का जिक्र करते है.
इस पोस्ट में हम निम्न बाते जानने वाले है
What is Near Death Experiences?
ये एक ऐसा अनुभव है जिसमे एक व्यक्ति की आत्मा उसका शरीर छोड़ देती है. जो व्यक्ति clinically dead proved हो चूका हो या फिर जिसकी heartbeat and breathing stopped हो चुकी हो और फिर अचानक वो जिन्दा हो जाए तो ऐसे केस को near death experience का नाम दिया जाता है.
ऐसे अनुभव जिसमे दुनिया की नजर में मरने के बाद एक व्यक्ति वापस लौट आये.
ऐसा माना जाता है की मौत के निकट के इस अहसास के दौरान एक व्यक्ति कुछ ऐसे अनुभव करता है जो उसकी जिंदगी में बदलाव ला देते है.
उदाहरण के तौर पर spiritual point of view में बदलाव आना. मरने के अनुभव के दौरान एक व्यक्ति की आत्मा टाइम और स्पेस में ट्रेवल करती है, कुछ ऐसे अनुभव करती है जो उसके नजरिये में बदलाव ला देते है.
ऐसे अनुभव ज्यादातर उन लोगो के साथ देखे जा चुके है जो अचानक किसी हादसे में दुनिया की नजर में मर जाते है लेकिन कुछ समय बाद ही वापस जिन्दा हो जाते है और बाद में वो अपने अनुभव शेयर करते है.
What happens during a near death experiences?
अलग अलग धर्म में लोगो द्वारा अलग अलग what actually happen during near death experience को लेकर अलग अलग बाते शेयर की जा चुकी है और जा रही है.
International Association for Near-Death Studies के अनुसार जो हमारी मान्यताए है हमें उसी प्रकार के अनुभव होते है. जैसे की हिन्दू में यमराज को देखने के अनुभव शेयर कर रहे है तो ईसाई धर्म में एंजेल को देखने का तर्क दिया रहा है.
सबसे ख़ास बात जो लोगो द्वारा शेयर की जा रही है वो है की जैसे ही उन्हें near death experience होता है उनकी आँखे बंद हो जाती है.
इसके बाद एक सुरंग में चलते रहने और बाद में a welcoming white light and a replay of memories experience होने लगता है.
ये अनुभव सबमे कॉमन होता है इसके बाद किसी को यमराज दीखते है तो किसी को एंजेल जो उसे spiritual enlightenment experience करवाते है. कुछ देर ऐसा चलने के बाद अचानक ही लगातार गिरने का अहसास होने लगता है.
इसे थोडा डिटेल में जान लेते है. अनुभव के आधार पर हम कुछ खास experience explain कर रहे है.
Near death experience and leaving body
जिन लोगो ने भी NDE का अनुभव किया है उन्होंने सबसे पहले अपने शरीर को छोड़ने की बात की है. उनके अनुसार उन्होंने अनुभव किया की
अचानक ही मेरी चेतना ने शरीर को छोड़ दिया है. में अपने शरीर से बाहर हवा में उड़ता हुआ खुद को महसूस कर रहा था. डॉक्टर मेरे बॉडी को बाहर गाड़ी में डाल रहे थे और में खुद को बुरी तरह से भयभीत महसूस कर रहा था की जब में सही हूँ तो डॉक्टर ऐसा कैसे कर रहे है. फिर अचानक एक तेज वाइब्रेशन होने लगा और में अपने बॉडी में वापस.
ये अनुभव एक मरीज का था जो हार्ट अटैक की वजह से अस्तपताल में भर्ती था.
travelling through a tunnel
शरीर को छोड़ने के बाद आत्मा को एक गहरी सुरंग में चलने के जैसा अनुभव करना NDE का next steps है. इसमें हमें हमारे शरीर का किसी सुरंग में चलने जैसा अनुभव होता है जिसके आरपार कुछ दिखाई नहीं देता है.
ये अनुभव वैसा ही है जैसे की एक spiral hypnotic board में खुद को घूमते हुए महसूस करना.
सुनने में ये अनुभव डरावना लग सकता है लेकिन लोग बताते है की इस दौरान उन्हें कुछ भी डर का अहसास नहीं हुआ. उन्होंने इसे शांति से अनुभव किया और उनके लिए ये सबकुछ बिलकुल नया जैसा था.
Perceiving Changes in Time and Space
एक सवाल जो हम सबके मन में आता है क्या उन लोगो के लिए समय रुक जाता है जो near death experiences से गुजरते है ? नहीं ! शरीर से बाहर होने के बाद भी वो time and space experience को हमारी तरह ही अनुभव करते है. उनके लिए भी टाइम वैसे ही रहता है जैसा की किसी भी सामान्य इन्सान के लिए. एक मशहूर व्यक्ति जिन्होंने इसका अनुभव किया है लिखते है;
“Space and time are illusions that hold us to the physical realm; in the spirit realm, all is present simultaneously,” said Beverly Brodsky (who had an NDE after a motorcycle accident)
इस भौतिक जगत में हम quantum physics की वजह से time and space experience करते है. जब की there is no illusion in spiritual world related to space and time. आध्यात्मिक जगत में कोई बाधा नहीं है.
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Encountering a Light of Love and meet angles
अँधेरे से भरी सुरंग पार करते ही हम एक powerful spiritual being से मिलते है जो God or angels होती है. उसकी उपस्थिति में एक brilliant light का अहसास होता है जो इतनी चमकदार होती है की इसके आरपार कुछ भी देखना संभव नहीं.
सबसे हैरान कर देने वाली बात ये है की इतनी तेज रौशनी होने के बावजूद वो हमारी आँखों को चुभती नहीं है बल्कि एक शांति का अहसास करवाती है.
हमारा मन बिलकुल शांत हो जाता है और हम spirituality experience करते है.
इसके बाद आता है आत्माओ को देखने का वो खास पल जिसे कुछ astral travel experience के दौरान भी अनुभव करते है.
तेज रौशनी के साथ ही दिखाई देती है वो आत्माए जो हमारे पूर्वज या रिश्तेदार हो सकते है या फिर जिनसे हम कभी मिले हो. कुछ लोगो को इस दौरान एंजेल से मुलाकात का अनुभव होता है.
ये पूरा near death experiences आपको एक यात्रा की तरह अनुभव होता है मतलब लगातार आगे बढ़ते रहना. इसमें ऐसा कुछ नहीं है की हम कही फंस गए हो या किसी ने हमें पकड़ लिया हो. शायद इस पुरे अनुभव के पीछे हमारा spiritual enlightenment से related कोई उदेश्य रहा हो.
एक एक कर पुरानी जिंदगी को जीना
अनुभव की कड़ी में आगे बढ़ते रहने पर हम अनुभव करते है अपनी बीती जिंदगी को. एक एक कर पुराने समय की यादे किसी फिल्म की तरह हमारे सामने दिखाई देती है और हम इस बात को समझ जाते है की
How their choices affected themselves and other people
हम सोचते है की पुराने समय में अगर वापस जाने का मौका मिले तो हम सबसे पहले अपनी गलतियां सुधरेंगे.
लेकिन, इस अनुभव में हमें अहसास होता है की हमारे द्वारा की गई गलतियाँ किस तरह लोगो को और हमें प्रभावित करती है और किस तरह का बदलाव लाती है. अगर हम ऐसा नही करते तो शायद दुनिया में कुछ और ही होते.
ये अनुभव हमें बताता की है जो होता है भले के लिए होता है. ऐसा कोई बदलाव नहीं जो आगे चलकर हमें आगे बढ़ने में हेल्प न कर सके. सही गलत सिर्फ हमारी सोच है और कुछ नहीं.
स्वर्ग और नरक दोनों ही अनुभव हो सकते है
सबकुछ इतना खुबसूरत नहीं है. स्वर्ग और नरक हमारी कल्पना में ही नहीं है बल्कि हकीकत में है. हमारे किये गए कर्म ही निर्धारित करते है की मरने के बाद हमें क्या मिलेगा. अगर इतने सारे near death experiences आपके लिए रोमाचक है तो बता दे की कुछ लोगो को इस दौरान नरक का अनुभव भी होता है.
फर्क सिर्फ इतना है की वो लोग इस दौरान अपने life में किये जा रहे पाप को देखकर भयभीत होते है.
हम जो भी गलत कार्य करते है उसके आधार पर ही हमारे अनुभव होते है. शायद एक वजह ये भी हो की इस अनुभव का सबसे बड़ा कारण हमें सही दिशा दिखाना हो. जो लोग भटक जाते है उन्हें सही राह दिखाने के लिए इस तरह का अनुभव करवाया जाता हो.
ऐसा इसलिए कहा जा सकता है क्यों की यह भी देखा गया है की जो लोग पहले बुरे थे, गलत काम करते थे इस अनुभव के बाद सुधर जाते है और जींदगी में सकारात्मक बदलाव लाते है.
Sensing Sights, Sounds, Smells, Textures, and Tastes Vividly
हमारे भौतिक शरीर के अचेत रहने के बावजूद हम इस अवस्था में हर तरह के कलर, स्मेल, और दृश्य के साथ साथ आवाज को अनुभव करते है. जिस तरह से भौतिक दुनिया में रहते हुए हम इन्द्रियों के माध्यम से सभी चीजो का अनुभव करते है NDE में हम उन सभी चीजो को वैसे ही अनुभव करते है जैसे की जिन्दा रहते हुए करते है.
जो लोग मर कर वापस इस दुनिया में आते है वो अपना अनुभव शेयर करते हुए वहां के दृश्य को, उस म्यूजिक को जो उन्हें शांति प्रदान कर रहा होता है के बारे में विस्तार से लोगो को बताते है.
मौत के नजदीक होने के अनुभव का संभावित कारण
एक अहम सवाल What causes near death experiences? बहुत सारी ऐसी वजह सामने आती है जिसकी वजह से हम near death experiences करते है. ये वजह वैज्ञानिक प्रमाणिक है इसलिए इसे संक्षेप में समझा जा सकता है.
- Loss of blood flow
- Chemical released – कुछ ऐसे बदलाव जिनसे हम अवचेतना में जीने लगते है.
- types of REM (rapid eye movement) : एक तरह का Out of body experience.
- memory is triggered – जैसे की सम्मोहन में हम किसी को उसकी पुरानी यादे जीने के लिए प्रेरित करते है.
ये एक ऐसी अवस्था है जिसमे माध्यम कुछ समय के लिए इस काल से हटकर अपनी यादो में जीने लगता है. वो जो भी अनुभव करता है वो उसकी पुरानी यादे होती है. आपने शायद सुना भी होगा की जब हम मरते है तब दिमाग 7 मिनट के लिए जिन्दा रहता है और इस दौरान वो हमें पुरानी यादे दिखाता है.
यही वजह है की कुछ लोगो के चेहरे पर मरते समय शुकून देखा जा सकता है.
जब हमारे शरीर में खून का प्रवाह कम हो जाता है या फिर सांसो की गति धीमी पड़ जाती है ( जैसे किसी हादसे में ) तो उस समय हमारा दिमाग कुछ समय के लिए अस्थाई तौर पर काम करना बंद कर देता है.
इस दौरान हम पुरानी यादो को शरीर से बाहर निकलने (near death experiences) का अनुभव करते है.
What is a near death experiences psychology?
अगर हम बात करे psychology behind near death experiences की तो काफी सारी बाते clear होती है. ऐसी काफी complex theory है जिन्हें समझ पाना हमारे लिए काफी मुश्किल है क्यों की ये काफ़िर बारीक़ भौतिक और न्यूरोलॉजी विज्ञान से जुड़ी है. अगर आप आसान भाषा में इसे समझना चाहते है तो इसे इस तरह समझे.
जब हमारे शरीर में किसी वजह से oxygen supply में कमी आ जाती है तब हम hallucinations experience करने लगते है. इस अवस्था में हम ऊपर बताये गए अनुभव करते है जिनमे कुछ समय के लिए हम अपने आसपास की गतिविधि को conscious रहते हुए देखते है.
इस अवस्था में हमारा physical body एक जगह पर रहता है और soul body उसे भी महसूस कर सकती है.
NDE यानि near death experiences जो की और कुछ नहीं एक कुछ specific reason की वजह से अनचाहे अनुभव की स्थिति को दर्शाता है. जो लोग इसका अनुभव करते है और बाद में spiritual बन जाते है वो और कुछ नहीं उनके अपने faith है.
सामान्यत: इस अवस्था में आने के बाद हमें अहसास होता है की भागदौड़ भरी इस जिंदगी में शुकून के दो पल कमाना ही काफी है.
यह एक विचार काफी है हमारी सोच को बदलने और दुनिया में रहते हुए अपने कर्म का निर्वाह करते हुए आध्यात्मिक बने रहने के लिए.
क्या इससे हमें कुछ सीखने को मिलता है ? बिलकुल ! चलिए बात करते है top 5 powerful lesson we learn from near death experiences के बारे में और जानते है की आखिर ऐसा क्या है जो हमें सीख देता है.
1. स्वर्ग वास्तव में क्या है ?
जब भी कोई व्यक्ति मौत के नजदीक होने की यात्रा का अनुभव करता है और वापस इस दुनिया में आता है वो आध्यात्मिक क्यों बन जाता है ? आखिर क्यों उसकी आस्था इश्वर में बढ़ जाती है ? वजह साफ है उसने इश्वर को महसूस किया है.
जिस सफ़ेद चमकदार रौशनी को वो अनुभव करते है वो और कुछ नहीं हमारा spiritual enlightment है.
इस पूरी प्रक्रिया में हम खुद को समझते है. स्वर्ग सिर्फ कल्पना नहीं है हकीकत है और उसे अगर इस भौतिक दुनिया में अनुभव करना है तो हमें उसके लायक बनना पड़ेगा. यही विचार उन लोगो के मन में आध्यात्मिकता को जगाता है जो near death experiences करते है.
2. हमारा हक़ आने वाले एक पल पर भी नहीं है
सुनने में ये बात जितनी छोटी और आसान लगती है इसका मतलब उतना ही गहरा है. हम इतना कमाते है, भागदौड़ करते है और अंत में क्या होता है ?
जब हमें near death experiences का अहसास होता है तब पता चलता है की जिन भविष्य के पल को एन्जॉय करने के लिए हम आज के वर्तमान को इग्नोर करते आ रहे है उस पर भी हमारा कोई हक़ नहीं है.
ये पॉइंट हमें सिखाता है की आने वाले कल की फ़िक्र करना छोड़ दो, जो बीत चूका है उसे भूल जाओ और वर्तमान में रहते हुए अपने कर्मो का निर्वाह करो और उसे जीयो.
जिंदगी खुबसूरत बन जाएगी. यही वजह है की इसका अनुभव करने वाले लोगो में इतना ज्यादा बदलाव आ जाता है और वो अपने वर्तमान को जीना शुरू कर देते है.
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3. इश्वर हमेशा हमारे साथ ही है
जिंदगी में हम आये है तो हम सबका कोई न कोई उदेश्य जरुर है. जिन लोगो को लगता है की हम अकेले है और हमें पाप कर्म करते हुए कोई नहीं देख रहा है हमें इस दौरान ही अहसास होता है की इश्वर हर जगह देख रहा है. हमें पता चलता है की जो भी हम कर रहे है इश्वर सब जानते है.
“God is everywhere” इस बात को पहले भी साबित किया जा चूका है और समय समय पर आज भी किया जा रहा है.
जो लोग शिकायत करते रहते है की भगवान क्यों उनकी नहीं सुन रहे है या फिर उन्हें ही इतना दुःख क्यों झेलना पड़ रहा है उन्हें इसका अहसास near death experiences के दौरान होता है.
इस दौरान वो जान पाते है की इश्वर हमेशा उनके साथ ही थे. जो लोग विपरीत हालात में भी अपने भगवान को अपने पास महसूस करते है वही लोग बुरे समय को भी अच्छे से निभा पाते है.
4. हर किसी की जिंदगी का अपना एक उदेश्य है
क्या आप जानते है आपकी जिंदगी का उदेश्य क्या है ? हम में से ज्यादातर लोगो को इसका अहसास नहीं होता है की उनका वास्तविक उदेश्य क्या है. वास्तविक उदेश्य का मतलब है जो उन्हें आगे ले जाए.
पढ़ाई करना एक अच्छी जॉब पाने के लिए और फिर जॉब करना अच्छे घर के निर्वाह के लिए क्या यही वास्तविक उदेश्य है जो आपको दुसरो से अलग बनाता है ? नहीं अगर आप ऐसा करते है तो आप में और उन लोगो में क्या फर्क जो हर रोज ऐसा ही कर रहे है.
जिंदगी का वास्तविक उदेश्य ही आपको ओरो से अलग बनाता है. जब आप समझ जाते है की आपका वास्तविक उदेश्य क्या है तभी आपको अहसास होता है और आप जिंदगी में कड़ी मेहनत के बाद सफलता को अपने बलबूते पर हासिल करते है. उदाहरण के लिए आपका Passion खुद को पहचानना.
गौतम बुद्ध चाहते तो एक राजा की तरह जीवन बिता सकते थे लेकिन उन्होंने 3 दोषों के निवारण का पथ ( जिनकी वजह से वो विचलित हुए ) चुना. उन्हें जीवन के बाद मौत यानि life after death समझ आ चुकी थी. क्या इस दौरान उन्होंने कभी कोशिश की खुद को बीमारी, मौत और बुढापे से बचाने की ?
नहीं क्यों की उन्होंने खुद का आत्ममंथन किया था. हम सोचते है की काश मेरे पास सुपर पावर्स होती तो में लोगो की सभी प्रॉब्लम को दूर कर देता. लेकिन जब आपको spiritual enlightenment होता है तब आपके point of view में बदलाव आते है और आप कभी भी law of nature के काम में दखल नहीं देते है.
5. जिंदगी के हर मोड़ पर संघर्ष है
top 5 powerful lesson we learn from near death experiences में से एक इस बात का अहसास हो जाना की life में हर पल एक नया संघर्ष है.
ऐसी कोई चीज नहीं है जो बिना संघर्ष किये हम हासिल कर सके. बुरा वक़्त कुछ अच्छी सीख भी लाता है. हम समझते है की life easy है लेकिन यहाँ कुछ भी बिना कोशिश किये नहीं मिलता है.
NDE के एक अनुभव के दौरान एक व्यक्ति अपने विचार शेयर करता है. इस अनुभव से पहले वो इश्वर से हमेशा शिकायत करता रहता था. एक दिन उसने मौत का अनुभव किया और life after death को कुछ पल के लिए महसूस किया.
इस दौरान एक एंजेल उससे मिलने आया.
उसने उससे कहा की बताओ तुम्हे क्या सहायता चाहिए मुझे बोलो. अगर तुम जिन्दा होना चाहते हो तो में ऐसा कर सकता हूँ लेकिन, ध्यान रहे जीवन आसान नहीं है.
हर पग पर तुम्हे संघर्ष करना होगा और तुम इससे बच नहीं सकते. लेकिन तुम चाहो तो इस अपूर्व शांति को हरपल यही रहकर अनुभव कर सकते हो.
उस व्यक्ति ने कुछ देर सोचा और पाया की उसे वापस जीना चाहिए. क्यों ? उसका परिवार इस दुनिया में उसके भरोसे है, उसके दोस्त है जो उसकी परवाह करते है. इस दौरान ही उसने अनुभव किया की इश्वर हमेशा उसके साथ थे फिर चाहे वो किसी रूप में क्यों न थे.
सोच समझ कर उस व्यक्ति ने वापस जीवन की याचना की और इश्वर ने उसे एक मौका और दे दिया.
ये अनुभव हमें बताता है की जीवन में संघर्ष होने के बावजूद ये कितना खुबसूरत है.
Amazing Benefit and after effect
ऐसे कई बदलाव है जिन्हें हम after near death experiences अनुभव करते है. इनमे से कुछ खास यहाँ शेयर किये जा रहे है.
- point of view में बदलाव जिसकी वजह से हम हमेशा positive बने रहते है.
- जिंदगी में संघर्ष होने के बावजूद ये बेहद खुबसूरत है.
- किसी भी तरह का इर्ष्या भाव न रहना और शांत महसूस करना.
- जिंदगी से किसी तरह की शिकायत न रह जाना.
इसके अलावा सबके साथ एक जैसा व्यवहार, किसी से भी नफरत न करना, सबके साथ सौम्य बने रहना जैसे इफ़ेक्ट देखे जा सकते है.
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positive review of near death experiences – my own thought
हमें अक्सर लगता है की हमारी life बेकार है, हम कुछ खास नहीं कर सकते है या फिर किसी से कमतर है. लेकिन जब हमें near death experiences का अनुभव होता है तब पता चलता है की जिंदगी बेहद खुबसूरत है और इसे सही मायने में कैसे जी सकते है.
ऐसे कई life changing lesson है जो बेहद कम समय में हम सीख पाते है. ये सब बिलकुल वैसे ही है जैसे की कुछ ही समय में life को नए नजरिये से जीना.
आप में से कुछ लोग शायद confuse हो रहे होंगे. अगर हमें near death experiences के दौरान ऐसा अनुभव होता है तो फिर out of body travel and astral travel experience वास्तव में क्या है ?
सवाल लाजमी है क्यों की ये सभी अनुभव मिलते जुलते से लगते है.
अगर आप इस बारे में और ज्यादा जानकारी चाहते है तो कमेंट करे हम next पोस्ट में इन तीनो अनुभव के बिच फर्क को डिटेल से आप लोगो के साथ शेयर करेंगे.