नमस्कार दोस्तों आज में किसी तरह के टॉपिक पर बात नहीं करने वाला. आज में एक नयी कड़ी शुरू करने वाला हूँ जो की मेरी आपकी हम सबकी लाइफ से जुड़ी है. क्या लाइफ में सबकुछ करते हुए भी साधना को सफलतापूर्वक किया जा सकता है ?
ऐसी कई गलत धारणा साधनाओ को लेकर बनी हुई है जिन्हें हमें सही तरह से समझना जरुरी बन गया है.
युवा पीढ़ी को त्राटक के लिए प्रेरित करना मेरा पहला उदेश्य है लेकिन उनके मन में इसे लेकर उलझन बनी रहती है क्यों की इस उम्र में विपरीत सेक्स यानि लड़के लडकियों का आकर्षण सबसे ज्यादा देखने को मिलता है. क्या ये करते हुए त्राटक में सफलता पायी जा सकती है.
आज मै बात करने वाला हूँ tratak ke vastvik anubhav की जिसमे आप मेरे बारे में सबकुछ जान सकते है.
आज में आपको मेरी लाइफ और त्राटक के मेरे सफ़र के बारे में बताने जा रहा हूँ.
इसकी वजह आपके मन में उठने वाला एक सवाल है sachhiprerna पर त्राटक के बारे में जो शेयर किया गया है क्या वो 100% सही है.
मेरी उम्र इतनी कम है फिर भी में त्राटक, वशीकरण के बारे में इतना सब कैसे जानता हूँ ? ऐसे सवाल की आज हम बात करने वाले है साथ ही एक आपको पता चलेगा की क्या मै वास्तव मे वो हूँ जो आप सोचते है ? चलिए जानते है tratak ke vastvik anubhav और मेरी लाइफ से जुड़ी कुछ बातो को.
मेरे बारे में लोगो के मन में उठते सवाल और उनकी वजह. मै जानता हूँ की यहाँ ब्लॉग पर जो जानकारी मैंने शेयर की है उसे लेकर कई लोगो के मन में सवाल उठते है. इसलिए काफी समय में मुझे कुछ लोगो के ई-मेल भी मिले जिसमे सबसे ज्यादा पूछी गयी दो ही बाते थी.
पहली में उम्र महज 24-25 साल है लेकिन में अपने ब्लॉग पर जो शेयर कर रहा हूँ उसकी इतनी जानकारी मुझे कैसे हो सकती है ?
ब्लॉग पर त्राटक और वशीकरण से जुड़ी ढेर सारी जानकारी शेयर की गयी है आखिर मै इन सबके बारे में इतना डिटेल से कैसे जानता हूँ ?
आपके इन्ही सवाल को लेकर मैंने आज की ये पोस्ट tratak ke vastvik anubhav लिखने का मन बनाया है ताकि मै आपके हर सवाल का जवाब दे सकू. तो चलिए शुरू करते है मेरे बचपन से लेकर त्राटक और वशीकरण की दुनिया के सफ़र की.
मेरा बचपन और tratak ke vastvik anubhav
मेरा बचपन एक छोटे से गाँव में गुजरा है. वो गाँव जहा पहले भी वो हर सुविधा थी जो एक गाँव के हिसाब से होनी चाहिए और आज तो ये एक स्मार्ट गाँव भी बन चूका है. मै आपको ले चलता हूँ अपने बचपन की ओर जहाँ से ये सब शुरू हुआ था.
जब मै छोटा था तब मेरे दादा जी एक धार्मिक प्रकृति के इन्सान थे. जब में सुबह सुबह उन्हें पूजा पाठ में बैठा हुआ देखता तो मुझे बेहद अच्छा लगता.
धीरे धीरे मेने उनके पास बैठना शुरू किया और फिर हर रोज सुबह में उनके साथ ही उठ जाता था.
सुबह सुबह उठ कर जब मै पूजा पाठ में उनके पास बैठता तो पाता की वो सिर्फ पूजा ही नहीं करते थे बल्कि मंत्र जाप, तंत्र प्रयोग पूजा, दुर्गा कवच का पाठ भी करते थे.
मैंने जब ये सब जानने की कोशिश की तो उन्होंने मुझे माला का जाप कैसे करते है ये सिखाया और साथ ही हनुमान सुरक्षा कवच का मंत्र भी दिया जो देह रक्षा का सबसे अच्छा मंत्र था.
अब मै सुबह उठ कर माला का जाप करता और दोनों टाइम विधि के अनुसार हनुमान सुरक्षा कवच का जाप करता.
एक बात और थी मुझे भी बचपन से ही भूत प्रेतों की दुनिया को देखने की बड़ी उत्सुकता रहती थी, मैंने कई बार उनसे पुछा भी तो दादा जी ने कुछ नहीं बताया.
बचपन और मेरी शरारते
में भी बचपन में शरारती था और ढेर सारी शरारते करता था. लेकिन कई बार मेरी शरारते दुसरो पर भारी पड़ जाती थी जैसे की बाधित जगह पर जाना. में अपने दोस्तों और छोटे भाई के साथ हमेशा ऐसी जगह पर जाता था जहा लोग कहते थे की भूत रहते है.
कई बार ऐसी जगह जाने की कोशिश में मेरे दोस्त यहाँ तक की छोटा भाई बीमार भी पड़ जाते थे.
लेकिन मुझे कुछ नहीं होता था. शायद ही ऐसी कोई जगह थी जहा में ना गया हो लेकिन मुझे आज तक कुछ नहीं हुआ सिवाय एक बार शरीर से बाहर विचरण के अनुभव के, इस अनुभव में मैंने आत्माओ को महसूस किया था.
जब मै अपने दादा जी इस बारे में बात करता तो वो भी कुछ नहीं बताते.
हालाँकि दिन भर वो मुझे ऐसे कई रहस्य से जुड़ी बाते बताते जो मुझे उस समय दादा दादी की कहानियो के जैसी लगती थी और में भी उन्हें गौर से सुनता था. अब तक में tratak ke vastvik anubhav के लिए तैयार नहीं था.
मेरी शिक्षा और त्राटक के क्षेत्र में कदम
जब मै 10 वी class में था था तब से में त्राटक करता आ रहा हूँ. बिंदु त्राटक, शक्ति चक्र बोर्ड पर त्राटक यहाँ तक की दर्पण और कैंडल त्राटक भी मै कर चूका हूँ.
इन सभी त्राटक में मैंने पूर्णता पायी या नहीं ये कहना मुश्किल है क्यों की ये सब निर्भर करता है की हम क्या सोचकर त्राटक करते है.
उदाहरण के लिए जब मैंने त्राटक किया उस वक़्त मेरी इच्छा थी की मै पढाई में अच्छा बनू, लडकियों से सही तरह से बात कर सकू, खुद को आकर्षक व्यक्तित्व में बदल सकू और सबसे बड़ी बात बोल्ड बनू.
जब मैंने शुरू शुरू में त्राटक किया तब मुझे ये सब बेहद जल्दी जल्दी अनुभव हो गए थे.
इसकी वजह थी त्राटक के साथ किये गए मेरे कुछ खास अभ्यास. मै पढाई में अब सबसे उपर ( अपनी class में और दुसरो की नजर में ) था, सभी लडकिया अब बाते करती थी. लेकिन जब सब कुछ अच्छा ही चलता रहता है तो आपको सही सबक नहीं मिल पाते है.
यही मेरे साथ हुआ. मुझे उस वक़्त ये पता नहीं था की त्राटक करने से हमारे अन्दर मनचाहे बदलाव ही नहीं कुछ और बदलाव भी देखने को मिलते है. यही मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी गलती थी.
tratak ke vastvik anubhav – अभ्यास और मेरा गुस्सा बढ़ जाना
त्राटक करने वाले कई साधक की ये समस्या देखने को मिलती है जिसकी वजह होती है त्राटक से शरीर में गर्मी का बढना.
हमारे शरीर में प्राण उर्जा प्रवाहित होती है. त्राटक के दौरान हमारी सांसो की प्रकिया शिथिल हो जाती है जिसकी वजह से इसकी मात्रा बढ़ने लगती है साथ ही त्राटक से हमारे अन्दर शांति बढ़ जाती है.
हमारा बोलना कम हो जाता है और कोई हमसे बोले तो हमें झुंझलाहट होने लगती है. ये समस्या अक्सर बनती है जिसे सिर्फ अभ्यास को और आगे बढाकर ही दूर किया जा सकता है.
मेरी लाइफ की बात करे तो मुझे भी इस समस्या से काफी समय तक परेशानी हुई थी. जब मै स्कूल में था तब से में बहुत ही आकर्षक व्यक्तित्व वाला था. इस वजह से मेरी सबसे बुरी आदत थी लडकियों का मजाक बनाने की.
में उन्हें purpose करता था और कोई मुझे इंकार नही कर पाती थी. लेकिन ये सब ज्यादा नहीं चलता था हर 10 वे दिन में गुस्सा कर उनसे पीछा छुड़ा लेता था और नयी लड़की को purpose कर देता था. ( इसे गलत ना समझे मेरा उदेश्य सिर्फ युवा पीढ़ी को ये बताना है की जो आपके साथ हो रहा है वो मेरे साथ हो चूका है इसे लेकर साधना को कमजोर ना होने दे )
ना जाने कितनी ही लडकियों को मैंने रुलाया था जिसका मुझे आज भी अफ़सोस है. मुझे भी true love हुआ था और बाद में मैंने ये सब छोड़ भी दिया.
इस लिए अगर आप एक युवा है और इन सब को लेकर परेशान रहते है तो dont worry आप दोनों को समय दे लकिन किसी को भी एक दुसरे पर हावी ना होने दे.
त्राटक के साइड इफ़ेक्ट और मेरी जिंदगी बदलना
कौन कहता है की त्राटक हमें शक्तिशाली नहीं बना सकता ? महज 1 साल में ही मेरे अन्दर शरीर और मन को विचार मात्र से कण्ट्रोल करने की अद्भुत क्षमता और सम्मोहन की शक्ति बनने लगी थी.
bindu त्राटक के बाद मैंने सबसे ज्यादा अभ्यास शक्ति चक्र त्राटक पर किया है.
यही वजह थी की मै अपने अन्दर आने वाले बदलाव को जल्दी से समझ नहीं पा रहा था. आप tratak ke vastvik anubhav को त्राटक की पोस्ट में पढ़ सकते है.
जब मै 11 class में था तब हमसे जूनियर एक लड़की थी. बहुत सारे लड़के थे जो उससे फ्रेंडशिप करना चाहते थे लेकिन कोई कह नहीं पा रहा था. हमारे ग्रुप में शर्त लगी की जो भी उस लड़की को अपने प्यार में फंसा लेगा सब उसे अपना बॉस मान लेंगे, में भी उस ग्रुप का हिस्सा था और जोश जोश में मेने वो चैलेंज ले लिया.
अगले दिन दोपहर में मेने उसे बुलाकर बोल भी दिया और हाँ भी करवा ली. में अच्छी तरह जानता था की उनमे से कोई भी बोल नहीं सकता क्यों की हिम्मत ही नहीं थी.
आकर्षण और इसका प्रभाव. मुझे नहीं पता था की जो में कर रहा हूँ वो मै नहीं बल्कि त्राटक करने से बढ़ने वाला गुस्सा करवा रहा है. अक्सर हम त्राटक करने के बाद गुस्सा बढ़ने या मन चिडचिडा होने की problem से गुजरते है जो की हमारे आन्तरिक होने का एक बदलाव होता है.
सही गाइड ना होने की वजह से मै कब क्या कर रहा था मै खुद समझ नहीं पाता था बस कर देता. बाद में बैठ कर सोचता की ऐया आखिर मैंने क्यों किया.
खैर कुछ समय बाद ही जब हमारे प्रैक्टिकल चल रहे थे वही लड़की मुझे उस वक्त बुलाने लगी जब मै अपने दोस्तों के साथ ग्रुप में खड़ा था. काफी दिन से मैंने उससे बात नहीं की थी इसलिए वो परेशान थी. अचानक वो मेरे पास आई और 5 लडको के सामने मेरे कंधे से कन्धा मारती हुई चली गयी.
मेरे सारे दोस्त तो जैसे पागल ही गए थे. ज्यादातर लोग इसे लेकर परेशान रहते है लेकिन मेरे tratak ke vastvik anubhav में सबकुछ नार्मल था.
मेरी सबसे बड़ी गलती
शक्ति चक्र पर त्राटक करते हुए मेने महसूस किया की मुझमे एकाग्रता बहुत ज्यादा बढ़ गयी है. शक्ति चक्र बोर्ड पर त्राटक करने से सम्मोहन किया जा सकता है. ऐसा संभव है और में इस काबिल बन चूका था.
सम्मोहन शक्ति को देखने के लिए मैंने कई प्रयोग किये जो सफल रहे. सभी की नजर में मै सबसे अलग ही था. इसी अहम के चलते मैंने सम्मोहन शक्ति को चेक करने की सोची. सम्मोहन का प्रयोग एक लड़की पर करने की कोशिश की.
मेरा सम्मोहन उस लड़की पर सिर्फ 5 मिनट तक असरदार रहा बाद में ध्यान बंट गया क्यों की खाली पीरियड ख़त्म हो चूका था.
उस लड़की को पता चल गया और उसने मुझे इसके लिए बहुत कुछ सुना भी दिया. यही वो वक़्त था जब मै पहली बार संभला था. 2 महीने लगे थे उस पश्चाताप से बाहर निकलने में.
मैंने उसके बाद काफी बार कोशिश की दोबारा वही सब अभ्यास करने की लेकिन सफल नहीं हो पाया. क्यों की हर अभ्यास एक संकल्प पर काम करता है अगर आप संकल्प और संस्कार से परे होकर साधना का प्रयोग करते है तो कभी भी सफल नहीं हो सकते.
tratak ke vastvik anubhav ना होने की वजह एक कमजोर संकल्प भी हो सकता है.
ये मेरी अंतिम भूल थी जिसकी वजह से मैंने सबकुछ गवा दिया था. ये सब बताने का उदेश्य किसी को गलत मेसेज देना नहीं है बल्कि सबको ये बताने का है की अगर आप सही है तो कुछ भी असंभव नहीं. शायद मेरे दादा जी का आशीवाद था जो मै ये सब अनुभव कर पाया.
tratak ke vastvik anubhav और सबक
आप में से ज्यादातर लोग जो त्राटक के बारे में जानते है, करना चाहते है या फिर सम्मोहन सीखना चाहते है उन सभी को मेरा यही सन्देश है की आप जो भी अभ्यास करो कल्याण की भावना से करो. ऐसा नहीं की इतना सब होने के बाद मैंने अभ्यास छोड़ दिया.
मेरी साधना आज भी चालू है. फर्क सिर्फ इतना है की उस वक़्त में ये सब सत्यता को परखने, शक्ति अर्जन के उदेश्य से कर रहा था आज खुद के कल्याण के लिए.
अगर आप युवा पीढ़ी से है तो आपके मन में ऐसे कई सवाल चलते है जो साधना और पर्सनल लाइफ से जुड़े है. इन सब को लेकर मन में उलझन ना रखे. आप अपनी personal life को पूरा enjoy कर सकते है में कर चूका हूँ.
आज बहुत कम समय में मेरा इन सबसे मन उब चूका है और साधना में लग गया है. tratak ke vastvik anubhav से मैंने जो सीखा है उसे आप अपने लाइफ में समझ लो तो अनुभव हमेशा सही मिलेंगे.
ब्लॉग पर आप त्राटक की पोस्ट में मेरे किये गए त्राटक अभ्यास और अनुभव की पोस्ट पढ़ सकते है. ब्लॉग पर ऑनलाइन त्राटक course के लिए भी आप संपर्क कर सकते है.
त्राटक वशीकरण और सम्मोहन की ये महत्वपूर्ण पोस्ट भी देखे.
Read : कनक परी वशीकरण सिद्धि साधना एक सरल और कम समय की साधना
त्राटक और मेरा सफ़र – अंतिम शब्द
दोस्तों मेरे बारे में बताने को और कुछ नहीं है. सब कुछ निर्भर करता है आपकी सोच पर. समझना चाहो तो खुली किताब ना चाहो तो उलझन से भरी personality. अगली पोस्ट में हम बात करेंगे की में वशीकरण, फ्रॉड वशीकरण बाबा के बारे में इतनी जानकारी कैसे रखता हूँ.
अगर आपको ये पोस्ट पसंद आई हो, आपकी त्राटक को लेकर कुछ भी उलझन हो तो कमेंट के माध्यम से शेयर करे सही गाइड मिलेगा. tratak ke vastvik anubhav की ये पोस्ट आपको कैसी लगी हमें जरुर बताये.
निवेदन : इस पोस्ट का उदेश्य किसी तरह का गलत मेसेज देना नहीं है. अगर आप युवा पीढ़ी से है तो आपके मन में कई सवाल उठते है जो की इस उम्र के enjoy और साधना से जुड़े है. इसे एक सकारातमक नजरिये से समझने की कोशिश करे और आगे बढे.