अगर आप Real life ghost stories पढ़ने के शौकीन है तो आपको आज की ये 3 कहानियाँ बेहद पसंद आएगी। दोस्तो लाइफ मे ऐसी बहुत सी घटनाए ऐसी होती है जिन्हे वक़्त बीत जाने के बाद भी सुलझाया नहीं जा सका है।
क्या भूत प्रेत या आत्माए भी अपने कातिल को सजा दिला सकती है ? हमने पहले कुछ famous horror stories from real life के बारे मे काफी कुछ शेर किया था।
आज मनोरंजन के तौर पर कुछ कहानियाँ यहा शेयर की जा रही है जो Urban myth के तौर पर आज भी सुनाई जाती है।
अगर आपका interest ghost stories मे है तो आप इनमे से कुछ कहानी को पढ़ सकते है। इनमे कितनी हकीकत है ये तो हम नहीं जानते बस आज भी ऐसा होता है इसी आधार पर कुछ कहानी शेयर कर रहे है।
Ghost Stories Hindi राज खोलता भूत
इंग्लेंड की सरकार अपने बड़े अपराधियों को सजा देने के लिए आस्ट्रेलिया भेज दिया करती थी. उस वक्त आस्ट्रेलिया में केवल थोड़े से आदिवासी ही रहा करते थे. वहा इन अपराधियों को रोजगार करने और बसने की पूरी आजादी थी. एक बार इंग्लेंड से एक बड़े अपराधी ‘फिशर’ को आस्ट्रेलिया भेजा गया.
इस स्थान पर आने के बाद वह एक अच्छा और महेनती इन्सान बन गया. इंग्लेण्ड सरकार ने उसे खेती करने की छुट दे दी, उसने अपना काम काफी बढ़ा लिया और अपनी अनुपस्थिति में देखरेख करने के लिए एक और अपराधी साथी जार्ज को मिला लिया.
एक बार फिशर किसी काम से आस्ट्रेलिया के बाहर गया, कई दिन बाद एक व्यक्ति मिशेल ने जार्ज से आकर उसका पता पूछा. जार्ज ने कहा,
’आने का पता नही है. शायद दो दिन बाद आ जाये.’
तीसरे दिन मिशेल फिर आया. इसी तरह उसने कई चक्कर काटने पर जार्ज ने गुस्से से कहा, उन्होंने तो आस्ट्रेलिया छोड़ दिया है. मिशेल को बड़ा गुस्सा आया, उसने जो धन फिशर को दिया था, वह डूबता नजर आया.
फिशर की आत्मा से मुलाक़ात
इस बात को पांच महीने गुजर गये. एक दिन मिशेल , फिशर के खेत के पास से गुजरा. उसने देखा फिशर दूर बेठा कुछ कर रहा है.
उसने फिशर को आवाज लगाई और अपने पैसों की याद दिलाई. लेकिन फिशर ने कुछ नही सुना, वह वैसे ही काम करता रहा. मिशेल जैसे ही उसके पास पहुंचा, फिशर वहा से गायब हो गया.
इस पर मिशेल बोला ‘‘में अपने पैसे लेकर छोडूंगा’’
उसने फिशर को चारो तरफ ढूंढा लेकिन वह नही मिला. उसने फिशर के खिलाफ थाने में रिपोर्ट लिखवाई. पुलिस अदिकारी ने एक हवालदार को फिशर को बुलाने भेजा. हवलदार ने उसकी खोज की और जार्ज से पूछा. जार्ज ने कहा फिशर इंग्लेंड चला गया है. तभी हवलदार की नजर एक आदिवासी केथ पर पड़ी.
केथ खोये व्यक्तियों को धुंडने में माहिर था .केथ ने खेत के पास एक झुपड़ी को देखकर कहा
यहाँ किसी का खून हुआ है
हवलदार ने वहा खुदाई कराई तो वहा फिशर का सव मिला. इसी जगह पर मिशेल ने उसे बेठे देखा था. पुलिस ने सख्त करवाई करते हुए जार्ज से पूछा तो उसने अपना जुर्म कबूल लिया. उसी ने फिशर की हत्या कर दी थी और उसके खेतो को हड़प लिया था. जार्ज पर हत्या का मुकदमा चलाया गया.
केथ और मिशेल ने गवाही दी और सरकार ने उसे मृत्यु दंड दिया. मिशेल यह बात समझ चुकी थी की फिशर ने भूत के रूप में दिख कर अपने हत्यारे का राज खोल दिया था.
दहशत का साया
ये ghost stories बेहद खास urban myth पर based है। ब्रिटिश राज भारत पर राज करने वाली ईस्ट इण्डिया कम्पनी के लार्ड क्लाइव ने अनगिनत भारतीय नागरिको को जुल्म का शिकार बनया. उसने भारतीयों पर अनगिनत जुल्म किये. कइयो को बिना जुल्म के ही फांसी लगा दी. जब ब्रिटिश राज आया तो ब्रिटिश सरकार ने उसे एक रियासत दे दी.
भारत से असीम सम्पदा लेकर वह इंग्लेंड पहुंचा तो उसके रिश्तेदार भी उसके पास नही आते थे, जबकि उसके पास असीम दौलत थी. एक दिन उसे लगा उसके आसपास वे सभी लोग खड़े है जिनको उसने प्रताड़ित किया था. वे सभी उसको मारना चाहते है.
अगले दिन से वह एक बन्दूक साथ रखता था और दिखने वाली हर छाया पर बन्दूक से गोली चलाता था. वह उन्हें डराता, धमकाता था. गोली भूतो को तो नही लगती, बल्कि वह सड़क से गुजर रहे वाहनों से टकराती थी. क्लाइव को बहुत समझाया गया, मगर वह ऐसे ही डरता रहा.
सड़क पर बोर्ड लगा दिया गया, ‘गोली से सावधान होकर गुजरे’.
इसी दहशत के चलते एक दिन क्लाइव ने खुद को गोली मर ली. लेकिन गोली चलाने का यह सिलसिला आज तक चल रहा है. लोग यह मानते है कि क्लाइव मरने के बाद भी दहशत में जी रहा था.
नन का भूत
रोम के परसिद्ध गिरजाघर में एक नन की आत्मा काफी समय से भटक रही थी. यह नन कभी इस गिरजाघर की प्रमुख नन रह चुकी है. यह भूत चर्च के आसपास कभी भूत-घोड़ो पर, कभी बग्घियो में नजर आता है. इस चर्च के एक प्रमुख पादरी ने सर्वप्रथम इस भूत को देखा.
फादर गिल चर्च के पास बने काटेज में रहते थे. एक शाम उन्होंने ने खिड़की पर उलटी लटकी औरत की छाया को देखा. वे काफी भयभीत हुए. उनके अलावा कॉटेज में रहने वाले अन्य लोगो को भी इस छाया के दिखने का प्रमाण मिले है.
वहाँ काम करने वाली एक कर्मचारी तो काटेज छोड़कर ही भाग गई, क्योकि उसे अजीब-अजीब आवाजे और पैरो की आवाज सुनाई देती थी.
गिल की पत्नी ने नन की आत्मा को लॉन में टहलते देखा था. और अनेको बार अपने शयनकक्ष में हवा में घूमती परछाइया देखी थी. उन्होंने काटेज के बाहर बग्धी और बिना सिर वाले घोड़े को घूमते देखा.
पादरी गिल ने वह गिरजाघर छोड़कर अन्य दूसरी जगह जाने का फेसला किया. इसके स्थान पर नये पादरी स्मिथ ने पादरी पद सम्भाला.
पादरी स्मिथ को भी नन के आंतक का शिकार होना पड़ा. दीवारो व शिशो पर खून की धाराये बहने लगी. पादरी स्मिथ ने इससे छुटकारा पाने के लिए भूतो को खोजने में सिद्धहस्त ‘ब्राइस’ नाम के व्यक्ति को बुलाया. ब्राइस ने बड़ी बारीकी से छानबीन शुरु की.
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नए पादरी को स्थापित करना
एक दिन ब्राइस के ऊपर एक जली हुई मोमबती गिरी, उसके कपड़ो में आग लग गई. इसके बाद ब्राइस ने माना कि नन का भूत वास्तव में काटेज और चर्च के आसपास मोजूद है. आत्मा के आंतक से पादरी गिल बहुत परेशान थे. वे भी काटेज छोड़कर चले गये.
उनके बाद फादर एलबर्ट आ गये. वे अपने परिवार के साथ वहा रहने लगे. एक दिन उनकी पत्नी ने देखा, उनका बिस्तर जमीन से बहुत ऊंचाई पर है. इसके अलावा एक अदृश्य हाथ दीवार पर खून से कुछ लिख रहा है.
एक बार उनकी मेज पर एक शराब की बोतल मिली, जो खुद-ब-खुद एक गिलास में शराब भरने लगी. और श्रीमती एलबर्ट के पास आकर टूट गई, कांच उन्हें लगते-लगते बचा. ब्राइस ने जिज्ञासावश पुनः काटेज में रहने का फेसला किया.
वह नन के बारे में और अधिक जानकारी चाहता था. एक दिन नन का भूत ब्राइस के सामने प्रकट हुआ और उसे बताया की पीछे के श्मशान में उसका शव बिना किसी दाह-संस्कार के दफना दिया गया था, इसलिए उसे आज भी चेन नही मिला. साथ ही उसने यह भी बताया की कुछ दिनों बाद इस गिरजाघर में आग लग जाएगी.
और सचमुच कुछ दिन बाद गिरजाघर में आग लग गई. ब्राइस ने पीछे के कब्रिस्तान में नन की कब्र को खुदवाया तो एक युवती का कंकाल मिला. उसने उसे निकालकर उसका यथोचित दाह-संस्कार करा दिया. लेकिन आज भी उस नन का भूत उस गिरजाघर के आसपास दिखाई देता है हाँ अब वह किसी को परेशान नही करता है।
उम्मीद करता हूँ ये Ghost Stories and urban myth आपको पसंद आयी होगी।