Spiritual alchemy एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमे Spiritual transformation होता है. व्यक्ति के अन्दर हो रहे बदलाव आध्यात्मिक स्तर पर होते है ना की भौतिक रूप से. ये एक ancient philosophy है जैसे किसी मेटल को सोने में बदलना.
जब एक धातु को सोने में बदला जाता है तो वो अपने Highest form में पहुँच जाती है यानि एक तरह से spiritual enlightenment की अवस्था. इस आर्टिकल में हम How to practice spiritual alchemy के बारे में बात करने वाले है.
अगर बात करे alchemy की तो ये एक विज्ञान है जहाँ लेड को सोने में बदला जाता था. यहाँ लेड को भौतिक रूप से सामान्य और सोने को आध्यात्मिक रूप से जाग्रत का संकेत माना जाता है. जब हम transformation process से गुजरते है तब काफी सारे बदलाव देखने को मिलते है.
एक गुण को अपने सबसे उच्च स्तर तक पहुंचना इस विज्ञान का उदेश्य है. जब हम बात करते है spiritual alchemy की तो हम अपने spiritual self को फ्री कर रहे है.

ये पूरी process हमारे बाह्य से अंतर में जाने की क्रिया है और इसे 7 स्टेज में पूरा किया जाता है. हम आमतौर पर fears, personal beliefs, self-loathing जैसे मुद्दों में उलझे हुए रहते है जिसकी वजह से आगे नहीं बढ़ पाते है.
आमतौर पर हम इनसे दूर भागने की कोशिश करते है या फिर छिपाने की कोशिश करते है लेकिन आध्यात्मिक बदलाव की क्रिया में हम इनका सामना करते है.
Soulful awareness को सबसे उच्च स्तर की स्टेज माना जाता है. इन सभी प्रक्रिया से गुजरना हमारे अन्दर की personality restructure पर काम करता है जिसके अलावा various levels of attachment, avoidance, and identification पर भी हम खुद में आध्यात्मिक स्तर पर बदलाव लाते है.
उन दिनों famous psychiatrist C. G. Jung को इसका पूरा श्रेय जाता है जिन्होंने rich symbolism of alchemy से हमारा परिचय करवाया.
हम उन चीजो का सामना करते है जो हमें हमारा ही दुश्मन बना देती है साथ ही अपने spiritual self यानि reflection को ज्यादा से ज्यादा साफ़ बनाना हमारा उदेश्य बन जाता है. आइये अब जानते है 7 stages of spiritual alchemy के बारे में.
What is spiritual alchemy?
इसे हम चाहे विज्ञान माने या फिर spiritual psychology लेकिन एक बात common है और वो है transformation और ये बदलाव हर स्तर पर देखने को मिलता है. जिस तरह physical alchemy में किसी matter की properties में बदलाव किये जाते है उसी तरह इसमें हम आध्यात्मिक सेल्फ में बदलाव लाते है.
Alchemy एक विज्ञान है जहाँ एक मेटर के गुण में बदलाव कर उसके सरंचना में बदलाव किया जाता है. यहाँ पर ये गुण हमारे अंतर के है जिन्हें अलग अलग स्तर पर सही किया जाता है और spiritual self उच्चतम स्तर पर बेहतर बनाया जाता है.
ये प्रक्रिया हमें हमारे core wounds, core beliefs, soul loss, and other self-destructive personality को heal करते हुए उनसे फ्री करती है. ध्यान दे यहाँ हम इन्हें छिपाते नहीं है और ना ही इनसे दूर भागते है बल्कि इन्हें समझते हुए इनका सामना करते है.
Pure being or soulful awareness जैसी अवस्था हमारे अन्दर पहले से ही है. फर्क सिर्फ इतना है की वर्तमान में हम अपने दुःख और तकलीफ से खुद को इतना दूर कर लेते है की इस अवस्था से खुद को दूर कर लेते है. ये प्रक्रिया हमारे personality को दोबारा पुनर्निर्मित करती है.
जब हम अंतर में उतरना शुरू करते है तब हम अहसास करते है की किस तरह हम खुद के ही दुश्मन बनते जा रहे है. इन सब प्रक्रिया से खुद को पहचानने की क्रिया में हम 7 stages of spiritual alchemy से गुजरते है.
How to practice spiritual alchemy
इस आध्यात्मिक प्रक्रिया से गुजरने के लिए हम हर स्टेज में खुद को 2 प्रक्रिया से गुजारते है जिसमे पहली है ब्रेकडाउन और दूसरी है अलग करना. इसके बाद फिर से खुद को एक करना इस प्रक्रिया में शामिल है.
ये एक psychological metaphor है जिस तरह सोने को प्राप्त करने के लिए धातु को हम बार बार तोड़ते है और अलग कर फिर से एक करते है.
इस पूरी प्रक्रिया के अलग अलग चरण है जिसमे 7 स्टेज सबसे ज्यादा common है और आज की इस आर्टिकल में हम उन्ही 7 स्टेज के बारे में बात करने वाले है.
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Calcination
इस प्रक्रिया में Heating And Decomposing Raw Matter की प्रक्रिया शामिल है. यहाँ हम उन हिस्सों को खुद से अलग करते है जो अपने आप होने के लिए उत्तरदायी होते है. जब ऐसा होता है तब हम इनके बीच आसानी से अंतर कर पाते है.
इस प्रक्रिया में सबसे पहले हम अपने Egos, Self-Doubt, Stubbornness, Self-Sabotaging Behavior, Pride, And Arrogance को खुद से अलग करते है. गौर करे तो हमारे ईगो, खुद पर डाउट ये ऐसे गुण है जो अपने आप बढ़ते है.
इन्हें सिर्फ बनने के लिए एक वजह चाहिए और उसके बाद ये अपने आप विस्तार करना शुरू कर देते है. जब हम खुद से इन सब प्रॉपर्टी को अलग करते है तब हम पाते है की हम वास्तव में इन सबसे अलग है.
Dissolution
जब हम ईगो जैसे personality characteristics से खुद को अलग करते है तब Spiritual alchemy के अगले स्टेज में हम Spiritual maturity से गुजरते है. इस अवस्था में हम जाने अनजाने ही इस तरह के अनुभव करते है जो हमारे अन्दर आध्यात्मिक बदलाव की प्रक्रिया की शुरुआत करते है.
ये पूरी प्रक्रिया Spiritual awakening or spiritual maturity कहलाती है. इस दौरान हम अपने अन्दर की Positive And Negative Qualities की पहचान करते है.
आमतौर पर हम खुद को उन गलतियों के लिए जिम्मेदारी लेने से असहज महसूस करते है जो हम करते है.
हम गलतियाँ तो करते है लेकिन उन्हें accept नहीं करते है. बीते कल की कुछ यादे जो हमारे लिए बुरा अनुभव बन कर उभरती है उन्हें वर्तमान में हम छिपाते है ना की इसका सामना करते है.
धीरे धीरे हम इन सबही यादो को अवॉयड करना शुरू कर देते है.
अगर गौर करे तो हम इसका सामना तब करते है जब हम illnesses and misfortunes जैसे समय से गुजरते है. ये वो समय होता है जब हमारे पास सोचने और समझने के लिए काफी समय मिलता है और इसी समय हम उन चीजो पर गौर करते है जिन्हें आमतौर पर हम अवॉयड करते आये है.
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Separation
Spiritual alchemy की इस स्टेज में हम Separation से गुजरते है जहाँ पर thoughts and emotions के बीच अंतर कर खुद को उनसे isolate करना सीखते है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण जो आमतौर पर देखा जाता है वो है किसी को दिल से माफ़ करना.
हम एक ऐसे thoughts and emotions से खुद को अलग करते है जो हमारे लिए सही नहीं है. इस स्टेज में हम किसी व्यक्ति के लिए हमारी उन feeling को समझना शुरू करते है जो वास्तविक है न की दिखावा.
किसी व्यक्ति के लिए हमारे मन में anger, frustration, or disappointment जैसे कई इमोशन हो सकते है. इन सबको छिपाने की बजाय खुलकर इसका सामना करना हमें ये अहसास करवाता है की आखिर क्यों हमें इसे ठीक करने की जरुरत है.
जब हम जानते है की इस तरह के इमोशन हमारे लिए सही नहीं है तो फिर दोहरा दिखावा क्यों ?
खुद को इन सब इमोशन और विचारो से अलग करना इस स्टेज का हिस्सा है जो हमारे अन्दर धीरे धीरे बदलाव लाना शुरू कर देती है.
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Conjunction
शुरुआती 3 स्टेज से गुजरने के बाद हम अंतर में उतरना शुरू करते है. गौर करे तो अभी तक हम सिर्फ बाहरी गुणों पर काम कर रहे थे जो हम दूसरो के साथ शेयर करते थे. अब बारी हम हमारे अंतर से जुड़े उन गुण की जो unconscious thought and feeling के रूप में आन्तरिक प्रक्रिया से जुड़े है.
खुद के authentic self को प्राप्त करने के लिए हम क्या कर सकते है ये सब इस स्टेज पर सीखते है.
इस stage of spiritual alchemy पर unconscious thoughts and feelings अंतर से बाहर निकल conscious awareness तक पहुंचना शुरू हो जाती है. इस अवस्था में हम journaling, introspection, solitude, and meditation जैसी practice के जरिये खुद को strong बनाते है.
Fermentation
Fermentation की process एक तरह से rebirth की तरह है. हम अपने पुराने व्यक्तित्व को ठीक करते हुए खुद को ठीक करते है. जिस तरह अंगूर को निचोड़ कर हम वाइन बनाते है उसी तरह इस स्टेज में हम 2 अलग अलग प्रक्रिया से गुजरते है.
इसकी पहली अवस्था है हमारे पुराने गुण पर काम करना और दूसरी अवस्था में हम एक नयी अवस्था को प्राप्त करते है.
सबसे पहले हम खुद को decomposition से गुजारते है. Fermentation in Spiritual alchemy ठीक उसी तरह है जैसे हम पिछले पोस्ट में Shadow work के बारे में पढ़े थे. इस दौरान conscious and unconscious minds उन सभी अवस्था से गुजरता है जिनसे हम खुद को धीरे धीरे अलग करते है.
Spiritization के दौरान जब हम अपने negative element से खुद को अलग कर लेते है तब बचता है सिर्फ एक नया व्यक्तित्व. right guidance and with solid inner work के साथ हम खुद को और दूसरो को माफ़ करना सीखते है.
इस अवस्था में हम अपने तनाव का सामना करते है. हर वो हालात जिससे हम गुजरते है और एक नयी शुरुआत करते है. एक सही guide और solid inner work के साथ हम किसी भी स्थिति का सामना कर सकते है. मन में छिपे हुए किसी भी भाव को हम खुद से कैसे दूर कर सकते है और दूसरो को माफ़ करना Spiritual alchemy की इस स्टेज का हिस्सा है.
यहाँ हम एक Spiritual transformation से गुजरते है जो हमारे अन्दर Great Inner Peace And Stillness develop करती है.
Distillation
एक बार spiritual realizations की शुरुआत होने के बाद हम इसमें आगे ही बढ़ते जाते है. इस स्टेज में हम further purification से गुजरते है जिसमे होने वाले बदलाव अब स्थायी तौर पर देखने को मिलते है. एक बार हम खुद को स्टेबल रखना सीख लेते है तब हम हर रोज खुद को एक अवस्था में आसानी से रख सकते है.
अब हम खुद को वर्तमान में रखते हुए कई बार rebirth से गुजरते है अब हर रोज होता है.
इस अवस्था में Strong And Profound Inner Transformation की प्रक्रिया शामिल है जिसे ज्यादातर लोग self-realization or spiritual enlightenment के नाम से जानते है. एक ऐसी अवस्था जिसमे हम खुद के अस्तित्व की हकीकत को पहचानते है और आगे बढ़ते है.
Distillation की प्रक्रिया हमें और भी ज्यादा स्थायी अनुभव लेने में मदद करती है और हम हर रोज खुद को एक अवस्था में रखना सीख लेते है.
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Coagulation
7 stages of spiritual alchemy के अंतिम पड़ाव में ये पड़ाव सबसे अहम् है क्यों की अब तक हम जो कुछ अनुभव करते आए है उसे लेकर हमारे अन्दर एक ऐसी क्षमता विकसित होती है जो भविष्य में किसी भी तरह के negative experience से अपने आप को बचाने की तकनीक को विकसित कर लेती है.
हमारे खून में एक खास क्षमता है की जब भी हमें चोट लगती है तो खून में पाए जाने वाले कण इसे गाढ़ा होकर अधिक बहाव से बचा लेते है.
Spiritual enlightenment की प्रक्रिया से गुजरने के बाद हम पाते है की अब हम अपने मस्तिष्क से आजाद है. अब हम किसी एक शरीर तक सिमित नहीं रहते है बल्कि consciousness or Soul को prime God से connect करना शुरू कर देते है.
अब हम खुद को duality से फ्री कर लेते है और एक ऐसे मीटिंग पॉइंट पर खुद को पाते है जो 2 एक दूसरे के विपरीत स्थानों का मिलन स्थान है. जिस तरह स्वर्ग और नरक के बीच एक मिल्न स्थान है अब हम आत्मा और भौतिक शरीर के बीच की अवस्था में खुद को पाते है.
आध्यात्मिक जागरण की प्रक्रिया से गुजरने के बाद व्यक्ति विशेष में भौतिक संसार को लेकर किसी तरह से detachment पैदा नहीं होता है. अब physical universe किसी mind or spiritual reality से अलग नहीं होता है बल्कि दोनों को रिफ्लेक्ट करता है.
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Spiritual alchemy symbols में खास क्या है
अगर आप इस पूरी प्रक्रिया को ध्यान से गौर करे तो पाएंगे की ये प्रक्रिया हमें ना तो आध्यात्मिक बनाती है ना ही भौतिक से जुड़ाव पैदा करती है. इस पूरी प्रक्रिया का सिर्फ एक मकसद है और वो है हमें 2 अलग अलग अवस्था के बीच कैसे खुद को बनाए रखना है ये सिखाना.
हम भौतिक संसार से सभी कमी को दूर करते हुए खुद को आध्यात्म से जोड़ते है. हम अब भी इसी भौतिक संसार का हिस्सा ही मानते है लेकिन, अब हम परेशान और तकलीफ देने वाली हर अवस्था से खुद को अलग कर चुके है.
हम समझ चुके है की अपने अंतर में छिपे तनाव और तकलीफ को छिपाने की बजाय इसका सामना करना बेहतर है.
Spiritual enlightenment की प्रक्रिया से गुजरने के बाद हम खुद को हर अवस्था में स्टेबल रखना सीख लेते है. ये अवस्था अब स्थायी बन जाती है क्यों की अब हम हर अवस्था में खुद को तनाव से मुक्त रखते है.
Spiritual alchemy की प्रक्रिया हमारे अन्दर के सभी अवगुण को अलग कर refine करती है और हम अपने better form of self में पाते है.
Spiritual Alchemy, The Occult, & Art final conclusion
प्राचीन समय से इस प्रक्रिया को alchemical process and occult practices के नाम से जाना जाता आ रहा है. कुछ लोगो के लिए ये एक जादू का हिस्सा है क्यों की हम जिस तरह के transformation से गुजरते है और खुद को नया अवतार देते है वो सामान्य स्तर की प्रक्रिया नहीं है.
Spiritual alchemy को समझने के लिए हमें खुद को समय देने की जरुरत है क्यों की इसकी हर अवस्था में छिपे हुए Spiritual alchemy symbols का एक यूनिक महत्त्व निकलता है.
जिस तरह एक सामान्य धातु से अशुद्धि को दूर कर उसके गुण में बदलाव कर सोना बनाया जा सकता है ठीक वैसे ही हम अपने अन्दर के अवगुण और अनचाहे तत्वों को दूर कर खुद को आध्यात्मिक चैतन्य बना सकते है.
इस प्रक्रिया से गुजरने के बाद इसके स्थायी प्रभाव हमें लम्बे समय तक देखने को मिलते है.
यहाँ इस आर्टिकल में शेयर की गई 7 stages of spiritual alchemy की जानकारी से आप क्या समझते है और क्या आपको लगता है की ये आध्यात्मिक प्रक्रिया है या किसी तरह का Occult practice हमें कमेंट में बताना ना भूले.