आजकल की लाइफस्टाइल में हम इतने मानसिक तनाव से गुजरते है की पता ही नहीं चलता है की कब हम किसी तरह के disorder का शिकार हो जाते है. आज हम बात करने वाले है Bipolar ii disorder के बारे में जो की एक मानसिक तनाव की स्थिति है.
मानसिक तनाव बहुत सारी ऐसी बिमारी की वजह है जिसका हमें अहसास भी नहीं होता है.
महिलाए खासकर depression से ज्यादा गुजरती है जिसकी वजह से वे जल्दी ही बहुत सारे मानसिक अवसाद से घिर जाती है. इसकी पहचान अगर समय पर नहीं की जाए तो आगे चलकर हमें और भी दूसरी तरह की प्रॉब्लम से गुजरना पड़ सकता है.
आपके मन में What is bipolar disorder? सवाल आ रहा होगा. ये एक ऐसी बिमारी है जिसमे व्यक्ति के सोचने समझने की क्षमता पर असर पड़ता है. जब वो तनाव की स्थिति में होता है तब उसका व्यवहार सामान्य से कुछ अलग होता है.
आत्महत्या करना, रेसिंग का ख्याल आना या फिर ऐसी हरकते करना जो नोर्मल नहीं होती है. ज्यादातर लोगो को लगता है की ये सबकुछ बस एक तरह से Mood swing है लेकिन हकीकत में ये कंडीशन अवसाद की वजह से पैदा होती है.
इसकी सबसे खास बात ये है की इसके प्रॉपर इलाज के लिए आपको इसके साथ होने वाली एक्टिविटी को देखना होता है.
उन एक्टिविटी के आधार पर ही हम किसी नतीजे पर पहुँच पाते है और फिर समाधान खोजा जाता है. आइये जानते है इस तरह की बिमारी के बारे में जिससे ज्यादातर लोग गुजरते है लेकिन उन्हें इसका अहसास तक नहीं होता है.
Bipolar II disorder
ये एक ऐसी मानसिक स्थिति है जिसमे व्यक्ति के सोचने समझने की क्षमता पर बुरा असर पड़ता है. ऐसी कंडीशन में व्यक्ति हकीकत से अलग हो जाता है. इस बिमारी में व्यक्ति को hypo-manic or major depressive episode का अनुभव होता है जिसमे वो भ्रम और हकीकत में फर्क करने में परेशानी होने लगती है.
जो व्यक्ति इस कंडीशन से गुजरते है उनके अन्दर एनर्जी लेवल इतना हाई रहता है की वे सोशल लाइफ में कुछ अलग करने की सोचने लगते है.
जिन कामो को करने के लिए सामान्य तौर पर काफी सोचा जाता है उन्ही कामो को करना ये शौक समझते है. इस बारे और ज्यादा जानने के लिए इस लेख को पूरा पढना न भूले.
Bipolar ii disorder symptoms
ये बीमारी किसी तरह का Mood Swing नहीं है बल्कि serious mental health condition है जिसमे व्यक्ति के manic depression की स्थिति को दर्शाया जाता है.
अगर बात करे DSM-5 की तो ये एक तरह का गाइड है जो diagnose mental illnesses के काम आता है. यहाँ हम two main types of bipolar disorder के बारे में बात करने जा रहे है जो निम्न है
- Bipolar I : इस तरह के बीमारी में कम से कम एक manic episode से गुजरता है.
- Bipolar II : इस तरह की स्थिति में व्यक्ति कम से कम एक बार hypo-manic episode की स्थिति से गुजरता है. ये स्थिति पहली स्थिति से कम खतरनाक मानी जाती है.
मानिया की स्थिति में व्यक्ति को जल्दी जल्दी बोलने की, तेज तेज भागने के ख्याल, दूसरो का ख्याल रखने की, कम नींद आना, किसी तरह के भ्रम की स्थिति से गुजरना जैसी स्थिति से गुजरता है.
वही दूसरी स्थिति व्यक्ति तनाव की स्थिति में गुजरता है जिसमे वो जरुरत से ज्यादा थका हुआ, ज्यादा लम्बे समय तक उदासी, कमजोर यादाश्त, कम पोषण की स्थिति से गुजरता है.
किसी भी medical conditions में अगर ये कंडीशन मिल जाती है तो इसे आसानी से पहचाना जा सकता है. इस तरह का symptoms of bipolar disorder दोनों फिर चाहे वो पुरुष हो या महिला ये लक्षण एक जैसे दिखाई देते है.
Bipolar Mania Symptoms
Manic episodes का असर कम से कम 7 दिन तक बना रहता है यहाँ तक की Hypomanic episodes के symptom भी इसके जैसे ही होते है. यहाँ इसके कुछ ऐसे लक्षण शेयर किये जा रहे है जिनके आधार पर हम इसे समझ सकते है. अगर कोई Symptoms of a manic or hypomanic episode से गुजर रहा है तो उसमे
- नींद लेने की जरुरत कम हो जाएगी.
- जल्दी जल्दी बोलने की आदत बन जाती है.
- उसके मन में रेसिंग जैसे ख्याल आने लगते है.
- उसे आसानी से भटकाया जा सकता है.
- किसी स्थिति के दौरान उसमे sexual desire में ज्यादा बढ़ोतरी देखी जा सकती है.
- Impulsive risk behaviors यानि जिंदगी को दाव पर रखने जैसे खेल का शौक
- Delusions or hallucinations जिसमे व्यक्ति खुद के भ्रम को सत्य मान कर जीने लगता है.
इस तरह के Signs and symptoms of bipolar II disorder के आधार पर उसे समझ सकते है अब बात करे
Bipolar Depression Symptoms
जब कोई depressive episode से गुजरता है तो उसमे ये बदलाव देखे जा सकते है
- बिना किसी बात के रो पड़ना या फिर लम्बे समय तक उदासी भरी स्थिति में बने रहना.
- व्यक्ति का अपने guilt से बाहर ना आ पाना या फिर खुद को निराश महसूस करने लगना.
- उन एक्टिविटी में रूचि ख़त्म हो जाना जिससे आपको शांति मिलती हो.
- जरूरत से ज्यादा थकावट या फिर उठने का मन ही न करना.
- खुद को लेकर केयर न कर पाना.
- चीजो को याद करने में परेशानी होना.
- जरुरत से ज्यादा सोना या सो ही न पाना.
- Suicidal thoughts or an impulse to self-harm जिसमे हम खुद को नकारा समझ कर ख़त्म करने की कोशिश करते है.
इस तरह की स्थिति का सामना तब करते है जब हम Bipolar Depression Symptoms जैसी स्थिति से गुजरते है.
इसका सबसे मोस्ट कॉमन लक्षण Problems with cognitive skills है जिसमे व्यक्ति चीजो को जल्दी ही भूल जाता है. ये वो लक्षण है जिसे सबसे पहले नोटिस किया जाता है. ये व्यक्ति के कार्यकुशलता पर असर डालता है जिसकी वजह से वो कार्य को पूरा कर पाने में समर्थ नहीं रह जाता है.
Physical Symptoms
Bipolar ii disorder के कुछ ऐसे भौतिक लक्षण है जिन्हें हम देख सकते है जैसे की सर में ऐसा दर्द बना रहना जिसे हम दुसरो को समझा नहीं सकते है. जब व्यक्ति तनाव से गुजरता है तो उसके वजन में कमी देखी जा सकती है क्यों की वो सही से खाना नहीं खा पाता है या फिर वो इतना खाना खाता है की comfort महसूस नहीं कर पाता है.
इस तरह से weight loss and weight gain दोनों ही symptoms of a depressive episode कहे जा सकते है.
तनाव से गुजरने के दौरान हमारे भौतिक गतिविधि में बदलाव देखा जा सकता है जैसे की चीजो को असामान्य तरीके से करना शुरू कर देना.
Bipolar disorder symptoms in females
महिलाए खासकर इस स्थिति से गुजरती है. अगर उनके परिवार में कोई और इस स्थिति से गुजरता है तो संभावना बढ़ जाती है की उनके साथ भी ऐसा हो. इसके अलावा अगर परिवार में कोई झगडा या नशा करता है तो महिला पर इसका बुरा असर पड़ता है.
अगर वे किसी ऐसे व्यक्ति को खो देते है जो उनके दिल के करीब होता है तो इस बात की सम्भावना बढ़ जाती है की उनमे Bipolar II disorder के लक्षण देखने को मिले.
महिलाए कुछ अलग समस्या से गुजरती है जिसकी वजह से उनके अन्दर hormone fluctuations पैदा होता है. ऐसी कई स्थिति है जैसे की
- Menstruation मासिक धर्म
- premenstrual syndrome and premenstrual dysphoric disorder – मासिक से पहले की तकलीफ
- pregnancy – गर्भवती होने दौरान मानसिक समस्या से गुजरना
- menopause
अगर आप इस तरह की बिमारी से गुजरते है तो दूसरी तरह के मानसिक समस्या की वजह से कुछ और प्रॉब्लम से भी गुजर सकते है जैसे की
- alcoholism नशे की लत लगना
- eating disorders खाने पीने को लेकर दुष्प्रभाव
- medication-induced obesity दवाई को लेकर बुरा प्रभाव पड़ना
- migraine headaches सर दर्द जो कई बार असहनीय बन जाता है
- Thyroid disease गले की समस्या जो की आमतौर पर बोलने की वजह से होती है.
Differential Diagnosis
ऐसे बहुत सारे distinct diagnostic criteria है जिनके आधार पर हम इसे समझ सकते है लेकिन चूँकि ये एक तरह की mental illness है तो इसके लक्षण को अलग अलग स्थिति से जोड़कर अलग नतीजे निकाले जाते है.
- Distinct diagnostic criteria: इसके दो मुख्य hallmark symptoms होते है जिन्हें Hyperactivity and destructibility से जाना जाता है. ज्यादातर ये स्थिति बच्चो में देखी जाती है लेकिन गंभीरता से ना लिया जाए तो बड़े होने पर भी ये देखी जा सकती है. ये किसी व्यक्ति के काम करने की एक्टिविटी को एफेक्ट करती है.
- Alcohol/Substance Abuse: इस स्थिति से गुजरने वाले लोगो को भ्रम की स्थिति का सामना करना पड़ता है. वे अपने आसपास कल्पनाओं का जाल बुनना शुरू कर देते है और अगर वे इससे परेशान होते है तो इस स्थिति से बाहर निकलने के लिए नशे का सहारा लेते है. उनके लिए ये बीमारी से निपटने का इलाज होता है.
- Borderline Personality Disorder: ये वो स्थिति है जिसमे व्यक्ति अपने सोशल लाइफ से हटकर कुछ करने लगता है. उसके लिए ऐसी एक्टिविटी एडवेंचर बन जाती है जिन्हें आमतौर पर खतरनाक माना जाता है. खुद को ख़त्म करने का विचार, रेसिंग लगाना, जरुरत से ज्यादा गुस्सा दिखाना या फिर खुद को अलग दिखाना इसके मुख्य लक्षण है. हालाँकि Bipolar ii disorder and borderline personality disorder में कुछ कॉमन बाते और कुछ अंतर है जिनके बारे में आगे की पोस्ट में बात करेंगे.
- Delusional Disorder: ये एक भ्रम की स्थिति है जिसमे व्यक्ति को non-bizarre delusions की स्थिति से गुजरना पड़ता है. वो जो सोचता है उसे ही महसूस करने लगता है.
- Depression: ये भी एक तरह का मूड स्विंग कंडीशन है जिसमे व्यक्ति distinguishes depressive disorders (uni polar depression) से गुजरता है. हालाँकि ये भी एक तरह की bipolar disorder जिसे mania/hypo-mania कहते है. इस स्थिति में व्यक्ति जब antidepressants लेता है तो वो उसके लिए Bipolar Mania की तरह काम करती है.
कुछ अलग तरह के दुष्प्रभाव
mental illness के अलावा कुछ ऐसे लक्षण भी है जिनसे गुजरते समय व्यक्ति को अहसास ही नहीं होता है की उसे किसी तरह की बिमारी है. हम समझते है की हम सिर्फ अपनी समस्या से भाग रहे है या मूड बदल रहे है लेकिन असलियत में हम मानसिक तनाव से गुजरते है. ऐसे ही कुछ बदलाव है जैसे की
- Eating Disorders: जिन लोगो को bipolar ii disorder की बिमारी होती है उनके लिए ये uncommon होता है. कई बार depression, anxiety and irritability जैसी स्थिति से गुजरते समय भी हम जरुरत से ज्यादा खा लेते है. या फिर ज्यादा खाने की वजह से भी तनाव की स्थिति से गुजर सकते है जैसे की मोटे होने का ख्याल आना. Anorexia nervosa एक तरह का डिसऑर्डर है जो व्यक्ति को अचानक से वजन बढ़ने या मोटे का डर लगने की वजह से होता है.
- Panic Disorder: इस तरह के लक्षण भी उन लोगो में देखे जा सकते है जिन्हें bipolar disorder होता है. ऐसी स्थिति से गुजरने वाले लोग अक्सर दर्द को लेकर तकलीफ महसूस करने लगते है.
- Schizophrenia: ये एक तरह का mental disorder है जिसमे व्यक्ति के सोचने समझने की स्थिति में disturbance पैदा होता है. इसकी वजह से खासतौर से cognition (thinking), behaviors, and emotions पर बुरा असर पैदा होता है. इसमें दोनों ही तरह के positive and negative असर देखे जा सकते है.
इसके अन्दर सकारात्मक बदलाव जिसमे delusions, hallucinations, disorganized speech and thinking सोचने समझने में फर्क, disorganized behavior व्यवहार में बदलाव, catatonic behavior, and inappropriate moods होते है. इसके दुसरे नेगेटिव इफ़ेक्ट में flattened emotions, lack of speech और reduction in goal-directed behavior शामिल है.
Diagnostic Challenges
हम आज जिस तरह की लाइफ स्टाइल को जी रहे है उसमे हमें पता ही नहीं चलता है की हम किसी तरह के Mental Illness जैसे की Bipolar ii disorder से घिरे हुए है. आज 60% ऐसे पेशेंट्स है जिन्हें मदद की जरुरत है.
- 9% उपचार केंद्र के अन्दर बढ़ोतरी हुई है.
- 40% ऐसे मरीज है जिन्हें borderline personality disorder की समस्या है.
- 37% ऐसे केस सामने आये है जिसमे इस तरह की समस्या से गुजर रहे लोग सही तरह से कॉल भी नहीं कर सकते है.
किसी भी प्रकार की चेतावनी की पहचान करने के तरीके
मुख्य रूप से 2 तरह की चेतावनी को पहचाना जा सकता है जिन्हें हम bipolar disorder के दोनों मुख्य प्रकार के आधार पर पहचान सकते है. अगर हम psychotic symptoms की बात करे तो कुछ ऐसे फर्क है जो bipolar I mania को bipolar II hypo mania से अलग करते है.
जहाँ दुसरे तरह प्रकार में हम hallucinations or delusions को depressive episodes के दौरान experience करते है वही पहले प्रकार में बदलाव को को बिना बदले महसूस कर सकते है.
अगर कोई व्यक्ति bipolar I की स्थिति से गुजरता है तो उसे hypo-manic episodes experience हो सकता है. हालाँकि ज्यादातर कंडीशन में ये नार्मल है लेकिन पहली स्थिति में manic episode की स्थिति से गुजरा जाए ऐसा जरुरी नहीं है. अगर दुसरे टाइप में व्यक्ति इस तरह की स्थिति से गुजरता है तो उसके लिए पहचान के तरीके बदल जाते है.
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Bipolar II disorder final word
अगर आपके आसपास कोई व्यक्ति है जो experiencing symptoms of bipolar disorder की स्थिति से गुजर रहा है तो उसके लिए किसी physician से मिल ले ये बेहद जरुरी है. Physician इसके लिए कुछ ऐसे Bipolar disorder test करते है जो मरीज के अन्दर के लक्षण को बाहर निकालने में मदद करती है.
अगर वे किसी नतीजे पर पहुँचते है तो आपको mental health professional का reference दे सकते है. एक बार आपकी बिमारी के मुख्य लक्षण पकड़ में आ जाये तो फिर डॉक्टर आपको सही दवा और ईलाज दे सकते है.